-सोशल मीडिया प्रकोष्ठ में आने वाली शिकायतो के निस्तारण की तय हुई समय सीमा
-अधिशासी अभियंता होंगे जबाबदेह,समय से निस्तारण न करने वालो को मिलेगा अब दंड
लखनऊ।लोनिवि में शिकायतो के निस्तारण के लिए बने सोशल मीडिया प्रकोष्ठ में आने वाली शिकायतो के निस्तारण में हो रहे अनावश्यक बिलंब से प्रमुख अभियंता विकास एवं विभागध्यक्ष अपने मातहतों से नाराज है।यही नहीं अफसर समय से अपना ज़बाब भी नही भेज रहे है।जिससे शिकायतो का निस्तारण करना बड़े अफसरों के लिए टेढ़ी खीर हो गया था।समय से निस्तारण न होने से सरकार कि भी साख को बट्टा लग रहा था।
बतादे कि लोकनिर्माण विभाग में शिकायतों के निस्तारण में हो रहे बिलंब और लेट लतीफी को ध्यान में रखते हुए प्रमुख अभियंता विकास एव विभागाध्यक्ष ने मुख्यालय में स्थापित सोशल मीडिया प्रकोष्ठ में शिकायतों के निस्तारण की सीमा तय कर दी है।यदि तय समय में खंडों और इकाइयों के जिम्मेदारों ने निस्तारण नहीं किया तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।यू तो लोक निर्माण विभाग में सोशल मीडिया प्रकोष्ठ को तीस नंबर 2022 स्थापित किया गया था।सोशल मीडिया प्रकोष्ठ का मुख्य उद्देश्य था कि सोशल मीडिया प्लैटफार्म जिसमें एक्स और फेसबुक तथा हेल्पलाइन और व्हाट्सएप एवं समाचार पत्रों पर प्रसारित होने वाली पोस्ट और ख़बरों का संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित क्षेत्रों से सूचना प्राप्त कर मुख्य अभियन्ता के अनुमोदन के तत्काल बाद लोक निर्माण विभाग के अधिकारिक हैण्डल से स्थिति को पोस्ट करना था ।लेकिन कुछ क्षेत्रों से शिकायतों की आख्या प्रेषित करने में अत्याधिक विलम्ब होता था।यही नही कुछ लोग अपनी कमी छुपाने के मामले की आख्या ही नही भेजते थे।यही नही अफसर कुछ क्षेत्रों में शिकायतों की आख्या को लगभग एक से डेढ़ माह विलम्ब से प्रेषित करते थे।जिससे लोनिवि की छवि तो धूमिल ही हो रही थी साथ ही शासन और यूपी सरकार की मंशा के विपरीत कार्य भी हो रहा था।समस्या का निराकरण न होने से लोग लगातार शिकायते भी विभिन्न माध्यमों से भेज रहे थे।विभागीय अफसरों की इस करस्तानी से लोनिवि के प्रमुख अभियंता खासा नाराज है।
दो से सात दिनों तक करना होगा निस्तारण,नहीं तो मिलेगा दंड
इसको लेकर उन्होंने इसको लेकर कड़ी नाराजगी तो जताई ही है।साथ ही शिकायतों एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के निस्तारण के लिए उन्होंने समय सीमा भी तय कर अधिशासी अभियंता को भी ज़बाब देय बनाया है।सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर से प्राप्त मान्यनीयो की प्राप्त शिकायतों को निस्तारित करने के लिए दो दिनों की समय सीमा तय की गई है।वही समाचार पत्रों और पेपर कटिंग से प्राप्त शिकायतो के निस्तारण के लिए दो दिन की समय सीमा तय की गई है।इसके अलावा उच्चाधिकारियों के आदेश और निर्देश पर प्राप्त शिकायतो के निस्तारण के लिए दो दिन का समय तय किया है।इसके अलावा सामान्यजनों से प्राप्त शिकायतें को को सात दिनों में निराकरण करने की समय सीमा तय हुई है।प्रमुख अभियंता ने जारी अपने आदेश में शिकायतो को निश्चित अवधि में निस्तारित करने के निर्देश दिए है। प्रमुख अभियंता और विभागाध्यक्ष ने यह भी कहा है कि यदि सूचना प्रेषण में विलम्ब होता है तो सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ता का उत्तरदायी होंगे।वह किसी को छोड़ेंगे नहीं कड़ी कार्रवाई करेंगे।प्रमुख अभियंता के शिकायतो के निस्तारण की समय सीमा तय करने से अभियंताओं में हड़कंप मच गया है।उन्हे कार्रवाई का खौफ भी सताने लगा है।