सीएम से सीधे रागिनी ने पूछ लिया महिला और बाल अपराध पर सवाल,यूपी में सुरक्षित हैं महिलाएं-योगी
लखनऊ 30 जुलाई।उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को समाजवादी पार्टी की विधायक रागिनी सोनकर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो अहम सवाल पूछे। सीएम ने इसका जवाब भी दिया। रागिनी ने पूछा कि उत्तर प्रदेश में आए दिन महिलाओं और बच्चों का यौन शोषण बढ़ता जा रहा है और उसको रोकने के लिए सरकार ने क्या योजना बनाई है? आप खुद यह मानते हैं कि हां दर बढ़ती जा रही है।आज इस मामले में यूपी इंडिया में सबसे पहले नंबर पर है। जब हमारे अन्य सदस्य यह सवाल उठाते हैं तो आप की ओर से पूछा जाता है कि आपने क्या किया था।हमारी सरकार में लोकतंत्र था और लोग धरना प्रदर्शन देते थे लेकिन आज की सरकार में ऐसा नहीं है।रागिनी ने पूछा कि 2017 से लेकर 2023 तक कुल ऐसे कितने ऐसे यौन शोषण और पॉस्को के कितने मामले दर्ज किए गए और उनको किस तरह की मदद की गई? क्या काउंसिलिंग की गई? क्या सरकार ने उनकी जिम्मेदारी ली? क्या कोई स्किल डेवलपमेंट का काम हुआ?जौनपुर स्थित मछलीशहर से विधायक रागिनी ने बलिया में नरही थाने के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि आपको अपने अधिकारियों पर भरोसा नहीं है।एसपी बलिया होते हुए भी बाहर से टीम भेजनी पड़ी।मैं पूछना चाहती हूं कि 2017 से 2027 तक कितने लापता गुमशुदगी के मामले दर्ज हुए और कितने लोग आज भी गुमशुदा हैं जिनको आपकी सरकार नहीं खोज पाई।
इसके जवाब में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में आज महिलाएं सुरक्षित हैं। महिला संबंधित अपराधों पर कार्रवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि महिला सम्मान के लिए सरकार गंभीर है।20 हजार महिला पुलिस कर्मियों की भर्ती हुई।महिला थानों पर हमारा फोकस है।अपराध निपटारे में आज यूपी नंबर 1 है। थानों में अलग से महिला हेल्प डेस्क है। सीएम ने सपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव पर तंज कसा कि सपा से जुड़े लोग अपराधों में शामिल रहे हैं।अपने चाचा को गच्चा दे दिया।सीएम ने कहा कि महिला बाल सुरक्षा के मुद्दे केवल बाहरी ही नही,घर के अंदर औऱ घर के बाहर दोनों होते हैं।सरकार ने इस को रोकने के लिए जो प्रयास किये उसकी तुलना करें तो 2016 की तुलना में दहेज की घटनाएं 23-24 में 17.5 फीसदी की कमी आई. बलात्कार में 2016-17 से 2023-24 की तुलना में 25.30 फीसदी की कमी आई है।
2017 से 2024 के बीच महिला व नाबालिग बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलो में सरकार के प्रॉसिक्यूशन तेज करने के परिणाम सामने हैं। 24402 प्रकरण में अभियुक्तों को सजा दिलाई गई । 2017 से 2024 तक पॉस्को अधिनियम अंतर्गत 9875 अभियोगों में सजा दिलाई गई। 2022 से 2024 के बीच महिलाओ के विरुद्ध पॉस्को अपराध में 16718 अभियुक्तों को सजा दी गयी,21 को मृत्यदंड,1713 आजीवन कारावास,4653 को दस वर्ष या अधिक का कारावास,10331 को दस वर्ष के कम के कारावास की कार्रवाई हुई। प्रदेश में इस दिशा में हुए अन्य प्रयास में इन्वेस्टिगेशन ट्रैकिंग सिस्टम को हमने 2018 से ही पोर्टल एक्टिव किये है, फोकस मॉनिटरिंग होती है,महिला संबंधी अपराध में वर्षो के पेंडेंसी को पुरा किया, देश मे महिला अपराध में अपराधियों को सजा दिलाने में यूपी आज तीसरे नम्बर का राज्य उत्तरप्रदेश है।उन्होंने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा के लिए गंभीर है,इसीलिए 2017 में आने के बाद पहला काम एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया। इसका सबसे पहले विरोध समाजवादी पार्टी ने किया।ये भी बोलने में कोई संकोच नही है कि महिला सम्बंधी अपराध में सबसे ज्यादा इन्वॉल्व समाजवादी पार्टी के लोग पाए जाते हैं।
नही पढ़ा जा रहा तो बता दें साफ साफ,सपा के महबूब अली ने राजभर का उड़ाया मजाक
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में योगी कैबिनेट में मंत्री और सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने
अंग्रेजी में कुछ ऐसा पढ़ा है, जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी के नेता महबूब अली ने उनकी चुटकी ले ली है।जैसे पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर अपने विरोधियों की चुटकी लेते हैं, ठीक वैसे ही वे भी अंग्रेजी को लेकर बुरी तरह विधानसभा में ट्रोलिंग के शिकार हो गए।ओम प्रकाश राजभर सदन में पढ़ रहे थे, ‘इट इज वर्बली इन्फॉर्म्ड दैट ती, द एसडीएम एम्ड वाज अप्रूव्ड टिल फाइनल ईयर, टू-टू ओनली ऑल’ उन्हें बिल अंग्रेजी में पढ़ने में परेशानी हो रही थी, तभी स्पीकर ने कहा मंत्री , सदस्य को आप ये जीओ पहुंचा दीजिएगा.’ इसी बीच सपा विधायक महबूब अली ने साफ कह दिया कि ये स्पष्ट नहीं कह सकते हैं कि मुझे नहीं पढ़ा जा रहा है, तो क्या दिक्कत है। स्पीकर ने बचाव करते हुए कहा कि नहीं-नहीं ऐसा नहीं है।ओम प्रकाश राजभर भी सपा विधायक की टिप्पणी से असहज हो गए। स्पीकर के कहने के बाद उन्हें बैठना पड़ा। मानसून सत्र के शुरुआती दिनों में विधानसभा में पक्ष-विपक्ष में जमकर बहसबाजी हो रही है। सदन में कुछ ऐसे भी लम्हे आ रहे हैं कि जब सत्ता पक्ष और मिलकर ठहाके लगा रहे हैं।

विधानसभा में ‘गच्चा’ पर भी खूब लगे ठहाके
विधानसभा में ओम प्रकाश राजभर के भाषण से पहले ही सीएम योगी ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय की चुटकी लेते हुए कहा था कि आपने तो चचा को गच्चा दे दिया।सीएम योगी ने शिवपाल यादव पर तंज कसा।उन्होंने कहा कि भतीजा इतना डरा हुआ है कि चचा को गच्चा दे रहा है। वह भयभीत है।सीएम योगी के इस बयान पर सदन में जमकर ठहाके गूंजे। ओम प्रकाश राजभर भी अपनी खराब अंग्रेजी की वजह से ट्रोल हो गए।सदन में हर बात पर ठहाके सत्ता और विपक्ष दोनों ओर से गूंज रहे हैं।ओम प्रकाश राजभर ने सपा विधायक की टिप्पणी पर कुछ नहीं कहा और चुपचाप बैठक गए।