-प्रापर्टी कारोबारी पर कार्रवाई न होने से लोगो में आक्रोश,पहले भी सांठगांठ से लिखा चुका एसीपी कार्यालय के बोर्ड पर अपना नाम
-क्षेत्रीय लोगो ने की मुख्यमंत्री और सिंचाई मंत्री को पत्र भेज कर की कड़ी कार्रवाई की मांग
लखनऊ।पद्मजा ग्रुप के दबंग प्रापर्टी कारोबारी ने सिंचाई अभियंताओं से सांठगांठ कर मोहनलालगंज तहसील के भावाखेड़ा गांव की माइनर में पुलिया निर्माण
करवा कर अपने आने जाने का रास्ता तैयार कर लिया है।लेकिन सिंचाई विभाग की नहर में पुलिया बनाए जाने को लेकर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंताओं ने प्रापर्टी कारोबारी के विरुद्ध न तो मुकदमा दर्ज कराया है और न ही कोई कार्रवाई की है।इसी का फायदा उठाकर इलाके के दलाल भी मालामाल हो रहे है।सिंचाई विभाग की माइनर मोहनलालगंज तहसील के भावाखेडा गांव से होकर निकलती है।यू तो इस माइनर की देख देख के लिए अवर अभियंता और जिलेदार तैनात है।लेकिन यह माइनर कई जगहों पर सुरक्षित नही रह गई है।दबंग और प्रभावशाली लोग इसका अस्तित्व समाप्त करने में लगे हुए है।लखनऊ खंड दो की भावाखेड़ा माइनर की गाटा संख्या 302 पर पद्मजा ग्रुप के दबंग प्रापर्टी कारोबारी राजीव सिंह और उनके गुर्गों ने पुलिया का निर्माण करवा दिया है।इसको लेकर पूर्व में भी ग्रामीणों ने शिकायते की लेकिन सिंचाई अभियंताओं ने पद्मजा ग्रुप और उनके कर्ताधर्ताओं के विरुद्ध कोई कार्रवाई नही की है।वही लोगों में इस बात की चर्चा है कि क्षेत्र के कई दलाल भी इनकी हां में हां मिला रहे है।सबसे मजेदार बात तो यह है कि इस पुलिया का निर्माण बिना तकनीकी अधिकारियों की मौजूदगी में करा दिया गया।इसके अलावा भी इस पुलिया के निर्माण में सरकारी मानक की भी अनदेखी की गई। पूर्व में इस मामले की शिकायत भी हुई थी लेकिन सिंचाई अभियंताओं ने प्रापर्टी कारोबारी से सांठगांठ कर मामले को दबा दिया ।पूर्व में इसी प्रापर्टी डीलर ने एसीपी कार्यालय के बोर्ड पर अपना नाम लिखवा दिया था।जिसको लेकर ऊपर तक शिकायत हुई तो पुलिस कमिश्नर के कड़े एक्शन के बाद एसीपी कार्यालय के गेट पर लगे बोर्ड से इस प्रापर्टी डीलर का नाम हटाया गया।इलाके में द्लालो का एक गिरोह सक्रिय है,जब भी इसके विरुद्ध कोई मामला उठता है तो वह दलाल उसे दबाने के लिए प्रापर्टी कारोबारी से मोटी रकम वसूली कर मामले को दबाने में लग जाते है।जबकि नियम यह कहता है कि किसी भी सरकारी भूमि पर कोई भी प्राइवेट व्यक्ति अपना कब्जा और निर्माण नही कर सकता है।लेकिन भावाखेड़ा माइनर पर तो दबंग कारोबारी ने पुलिया ही बना दी।

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अधिशासी अभियन्ता लखनऊ खण्ड -2 शारदा नहर लखनऊ को कई बार स्थिति की जानकारी के लिए फोन किया गया लेकिन इस मामले में वह जबाब देने से कतराते रहे।बोले देख कर बताऊंगा।जब भी उन्हे फोन करो तो वह यही ज़बाब देते है।लेकिन कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साध जाते है।सूत्र बताते है कि इनकी शिकायतो को दबवाने के लिए इन दिनों कई इलाकाई दलाल तेजी से जुट जाते है।पूर्व में तो सभी मामलो को मैनेज करने के नाम पर दलालों द्व्रारा मोटी रकम लेना बताया गया है।हालांकि नहर में अवैध रूप से बनाई गई प्रापर्टी कारोबारी द्वारा द्वारा पुलिया को हटाने के लिए सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अभी कोई रुचि नहीं दिखा रहे है।भावा खेड़ा नहर में अवैध पुलिया का निर्माण होने को लेकर क्षेत्रीय लोगो ने मुख्यमंत्री और सिंचाई मंत्री को पत्र लिखकर प्रापर्टी कारोबारी और सिंचाई अभियंताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।इसके आलावा जागरूक लोगो ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर सिचाई अभियंताओ के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है।