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LUCKNOW:स्टेट क्वालिटी मॉनीटर कर रहे हैं मनरेगा कार्यों की गुणवत्ता की जांच,क्लिक करें और भी खबरें

  • REPORT BY:K.K.VARMA|EDITED BY-आज नेशनल न्यूज डेस्क

लखनऊ ।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में उत्तर प्रदेश में मनरेगा के तहत जरूरतमन्द जाब कार्ड धारकों को कार्य दिया जा रहा है, सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मनरेगा श्रमिकों का समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाए और यह भी निर्देश दिए गए हैं कि मनरेगा कार्यों में कहीं लापरवाही , अनियमितता या घालमेल न होने पाये , इसके लिए सतत् रूप से निगरानी तन्त्र को सक्रिय व सजग रखा जाए।इसी उद्देश्य से स्टेट क्वालिटी मानीटरों की तैनाती की गयी है ‌।गांवों में जरूरतमंदों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम मनरेगा लागू है। इसके तहत प्रत्येक पंजीकृत परिवार को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी गई है। मनरेगा के तहत कार्य कराने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत के अलावा अन्य कार्यदायी विभागों को सौंपी गई है। विकास कार्यों में खराब गुणवत्ता एवं गड़बड़ियों को रोकने के साथ ही गुणवत्ता की जांच के लिए स्टेट क्वालिटी मॉनीटर नियुक्त किए हैं। ये आवंटित जिलों में मनरेगा की परियोजनाओं को चिह्नित करके गुणवत्ता की जांच करने का कार्य कर रहे हैं।मनरेगा योजना के अंतर्गत निर्मित एवं निर्माणाधीन परिसंपत्तियों की जांच हेतु प्रदेश के मण्डलों में स्टेट क्वालिटी मॉनीटर तैनात किए गए हैं। जो मनरेगा योजनांतर्गत हो रहे कार्यों की निगरानी करते हैं। प्रत्येक कार्य की निगरानी 2 चरणों में किये जाने का प्रावधान है यानि निर्माण के दौरान और निर्माण कार्य पूरा होने के पश्चात वे कार्यों के लिए सुधारात्मक सलाह और सुझाव देते हैं जिसका अनुपालन किया जाता है। इनकी तैनाती का उद्देश्य जिले में मनरेगा योजनांतर्गत निष्पादित कार्यों का कम से कम 10 प्रतिशत की निगरानी और मूल्यांकन करना है। इन 10 प्रतिशत कार्यों में से कम से कम 5.00 लाख रुपए और उससे अधिक का व्यय कच्चे कार्यों भूमि पर और पक्के कार्यों पर 10.00 लाख रुपए का व्यय होना शामिल है। स्टेट क्वालिटी मॉनीटर के उन्हें चयनित परियोजनाओं का निरीक्षण करते हुए स्थलीय कार्यों की गुणवत्ता परीक्षण करना तथा गुणवत्ता में सुधार हेतु सभी संबंधित को तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करना है। मनरेगा कार्यों के क्रियान्वयन से संबंधित तकनीकी कार्मिकों को पॉवर प्वाइंट के माध्यम से स्थलीय निरीक्षण के दौरान समुचित प्रशिक्षण देना तथा प्रतिभागियों को जोड़ते हुए यथा आवश्यक ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान करना इनका का दायित्व है।आयुक्त, ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी द्वारा अवगत कराया गया कि प्रदेश के सभी मण्डलों के लिए स्टेट क्वालिटी मॉनीटर तैनात किए गए हैं। सभी एस किव एम को मनरेगा योजना के अंतर्गत हो रहे कार्यों की निगरानी हेतु निर्देशित भी किया जा चुका है। स्टेट क्वालिटी मॉनीटर एक महीने में कम से कम 10 दिनों का दौरा करने के निर्देश दिए गए हैं तथा अपनी जांच निरीक्षण रिपोर्ट जिला कार्यक्रम समन्वयक कार्यक्रम अधिकारी को सुधारात्मक कार्यवाही हेतु भेजने को कहा गया है।

संस्कृत भाषा का उन्नयन एवं संभाषण शीर्षक पर हुई कार्यशाला

भाषा विश्वविद्यालय में संस्कृत भारती अवध प्रांत के संयुक्त तत्वाधान में माननीय कुलपति प्रो. एनबी सिंह के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में एक कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को हुआ। ’संस्कृत भाषा का उन्नयन एवं संभाषण’ शीर्षक पर आयोजित कार्यशाला की समन्वयक डॉ. नलिनी मिश्रा तथा संयोजक डॉ नीरज शुक्ल रहे। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री श्रीदेव पुजारी, अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख संस्कृत भारती ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा का भारत की भाषा तथा संस्कृति से जुड़ाव प्राचीन काल से है। उन्होंने बताया की संस्कृत भाषा के सार्वभौमिक स्वरूप एवं व्यापक ज्ञान को वर्तमान परिपेक्ष में चिंतन तथा अध्ययन करने की आवश्यकता है, जिससे संस्कृत में लिखे हुए साहित्य का वर्तमान में प्रयोग किया जा सके। उन्होंने बताया की संस्कृत भाषा में नए शब्द गढ़ने की अपार क्षमताएं हैं जिससे सभी भाषाएं लाभान्वित हो सकती हैं। संस्कृत भाषा के उन्नयन से देश विकास के पथ पर बढ़ेगा। कार्यक्रम में प्रमोद भालचंद्र पंडित, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र, जितेंद्र प्रताप सिंह, संपर्क प्रमुख, संस्कृत भारती अवध प्रांत तथा शोभन लाल उकील, अध्यक्ष संस्कृत भारती अवध प्रांत की सक्रिय भूमिका रही। कुलपति ने अपने उद्बोधन में कहा की संस्कृत भाषा में लिखे साहित्य को वर्तमान परिदृश्य में उपयोग किया जा सकता है जिससे शिक्षण अधिगम तथा अनुसंधान में लाभ मिलेगा। कार्यक्रम का सफल संचालन संयोजक डॉ. नीरज शुक्ल तथा धन्यवाद ज्ञापन समन्वयक डॉ. नलिनी मिश्रा ने दिया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिसर से शिक्षकों की भारी संख्या में प्रतिभागिता रही।

छात्रों के व्यक्तित्व और मानसिकता में शिक्षकों की अहम भूमिका,भाषा विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में कार्यक्रम का आयोजन

ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्दू विभाग की साहित्यिक संस्था ’बज्में अदब’ के तत्वाधान में शिक्षक दिवस के अवसर पर आज एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस अवसर पर अपने छात्रों को सम्बोधित करते हुए उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रो. फखरे आलम ने कहा कि एक शिक्षक का छात्रों के जीवन में बहुत महत्व होता है क्योंकि शिक्षक न केवल अपने छात्रों के सोच को आकार देता है बल्कि उनके व्यक्तित्व के छिपे हुए तत्वों को उजागर और प्रकाशित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक एक महान व्यक्तित्व के मालिक होते हैं विश्व के इतिहास को महान बनाने में उनके शिक्षकों के महान प्रयास रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक न केवल युवा सोच के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि भारत के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य बनाते हैं इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम सभी को शैक्षणिक ईमानदारी के साथ काम करके और अपने छात्रों का भविष्य बनाना चाहिए, क्योंकि हमारी छोटी सी गलती से एक पूरी पीढ़ी को नुकसान हो सकता है। प्रोफेसर सोबान सईद ने विभाग के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सच है कि समकालीन युग में समाज के बदलते मूल्यों और उपभोक्तावाद के कारण शिक्षकों और छात्रों के बीच संबंधों में नई समस्याएं पैदा हो रही हैं, लेकिन वहीं अभी भी बहुत कुछ बाकी है और इस बहुमूल्य पूंजी की रक्षा करना शिक्षकों और छात्रों दोनों की जिम्मेदारी है। इस संबंध में उन्होंने अपने शिक्षकों को याद किया और कहा कि हमें अपने वरिष्ठ शिक्षकों के नक्शेकदम पर चलना चाहिए और केवल छात्रों के हितों और विभिन्न पहलुओं का पालन करना चाहिए। उनके व्यक्तित्व के विकास का ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षक दिवस मनाने की पृष्ठभूमि बताते हुए कहा कि शिक्षक दिवस वास्तव में महान दार्शनिक, विचारक, शिक्षाविद्, सुधारक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर मनाया जाता है। इस अवसर पर विभाग के विभिन्न छात्रों ने निबंध, ग़ज़लें, कविताएँ और बीए के विभिन्न सेमेस्टर के छात्रों मुबाशिर उल हक, ग़ुलाम मुहम्मद ने ग़ज़लें प्रस्तुत कीं मोहम्मद तारीफ़ और हारून रशीद ने निबंध पढ़ा इसके साथ ही आज इस अवसर पर बीए और एमए के विभिन्न छात्रों ने भी अपने विचार व्यक्त किये इसके साथ ही एम.ए के छात्र मुहम्मद ने निज़ामत और अब्दुल कादिर ने सबका धन्यवाद अदा किया . इस कार्यक्रम में उर्दू विभाग के शिक्षक डॉ. अकमल शादाब, डॉ. आज़म अंसारी, डॉ. ज़फरुन नकी, डॉ. मनव्वर हुसैन, डॉ. मूसी रजा एवं डॉ. सिद्धार्थ सुदीप के अलावा विभिन्न विभागों के छात्र उपस्थित थे।

महिला अधिवक्ता की हत्या से आक्रोशित अवध बार के वकीलों ने निकाला मार्च

अवध बार एसोसिएशन लखनऊ के संयुक्त सचिव देवकीनंदन पाण्डेय द्वारा द्वारा 3 सितम्बर को कासगंज बार एसोसिएशन की सदस्य स्वर्गीय मोहिनी तोमर की निर्मम हत्या के पश्चात शव 4 सितम्बर को बरामद होने पर भी पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने की निंदा के परिपेक्ष्य में चेतावनी देने हेतु विरोध प्रदर्शन उपाध्यक्ष गणेश नाथ मिश्रा तथा संयुक्त सचिव प्रशासन देवकीनंदन पांडे के नेतृत्व में अवध बार कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी व सदस्यों की उपस्थिति में आज लखनऊ हाई कोर्ट गेट नंबर 6 से शुरू होकर बाबू उमेश चंद्र चौक तक मार्च किया गया। सैकड़ो की संख्या में अधिवक्ताओं ने शामिल होकर विरोध प्रदर्शन किया।

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