सरोजनीनगर:बाउंसरों के दम पर जमीन कब्जा करने का किया प्रयास,क्लिक करें और भी खबरें

-सरोजनीनगर में एयरपोर्ट अथॉरिटी का मामला

  • REPORT BY:A.S.CHAUHAN || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK

लखनऊ। तीन महीने से अधिक समय से एयरपोर्ट अथॉरिटी और ग्रामीण किसानों के बीच जमीन अधिग्रहण किए जाने को लेकर विवाद चल रहा है।किसान इसीबत को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, वही एयरपोर्ट अथॉरिटी जमीन कब्जा करने को लेकर बीच-बीच में शासन-प्रशासन की मदद से हथियाना का प्रयास करती हैं, लेकिन अभी तक कब्जा कर पाने में असफलता ही हाथ लगी है। रविवार को दोपहर 12:40 बजे के आसपास चौधरी चरण सिंह अमौसी एयरपोर्ट के लोगों द्वारा ग्राम सभा रहीमाबाद धरना स्थल सरोजनीनगर में चल रहे धरने के पास लगभग 50 प्राइवेट बाउंसरों के साथ वकील अंदानी ग्रुप अनुराग सहित एयरपोर्ट के कई अधिकारी जबरन कब्जा करने के लिए आए जरूर लेकिन ग्रामीण किसानों के भारी विरोध के बाद खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। बताते हैं कि लगभग एक घंटे तक अधिकारियों और ग्रामीण किसानों के बीच नोंक-झोंक चली और एयरपोर्ट अथॉरिटी ने जमीन पर जबरन कब्जा करने का पूरा प्रयास किया गया परंतु ग्रामीण की सक्रियता के आगे अधिकारी अपने बाउंसरों के साथ वापस चले गए। बताया जाता है कि शासन-प्रशासन पूर्व में जब जमीन अधिग्रहण किया था उसी समय किसानों को इसका मुआवजा दे दिया था, वही ग्रामीण किसान इस बात को मानने को तैयार नहीं है। उनका कहना है किसी भी प्रकार का कोई मुआवजा नहीं दिया गया और जबरन बिना मुआवजा दिए कृषि योग्य भूमि रहीमाबाद मोहम्मदपुर भक्तिखेड़ा की आबादी की भूमि को कब्जा किया जा रहा है।

एक साल में प्रकृति जितना उत्पन्न करती है 7 माह में उतने संसाधनों का होता है दोहन – डॉ. राजेश्वर सिंह

-अंधेरे को कोसने से अंधेरा दूर नहीं होता, प्रकृति संरक्षण को लेकर डॉ. राजेश्वर सिंह का विजन सराहनीय – सुरेश खन्ना

रविवार को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर खीरी जनपद के अंतर्गत पलिया कलां स्थित श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज राजकीय महाविद्यालय में वन्य जीव और पर्यावरण संरक्षण की एक अनोखी मुहिम शुरू की गयी। राजधानी लखनऊ की सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह के प्रयासों से तराई क्षेत्र के वन्यकर्मियों तथा पर्यावरण योद्धाओं को प्रोत्साहित और सम्मानित करने, वन्यजीव संरक्षण कैलेंडर तथा वेबसाइट का विमोचन करने के लिए ‘एनवायरनमेंट वारियर’ वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन कर्टेन रेजर इवेंट आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना मौजूद रहे।सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज राजकीय महाविद्यालय में 5 कंप्यूटर प्रदान कर डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना कराई है, जिसका लोकार्पण मुख्य अतिथि के कर कमलों से हुआ। इस दौरान महाविद्यालय के 5 मेधावी छात्र – छात्राओं को टैबलेट प्रदान कर सम्मानित किया गया।इस साल भर की पर्यावरणीय और वन्यजीवों के संरक्षण को प्रोत्साहित करने वाले तिथियों को हाईलाइट करते हुए कैलेंडर और वेबसाइट ‘एनवायरनमेंट वारियर्स डॉट कॉम’ का विमोचन किया गया। इस कैलेंडर में प्रयोग किये गए सारे फोटोज सुप्रसिद्ध शिक्षा एवं पर्यावरणविद, अम्बालिका फाउंडेशन लखनऊ के प्रबंध निदेशक अम्बिका मिश्रा द्वारा खींची गईं हैं। कार्यक्रम के दौरान आईएफएस अधिकारी ललित वर्मा, लखनऊ चिड़ियाघर के उपनिदेशक डॉ. उत्कर्ष शुक्ला, जागीर मैनर, दुधवा आईएचसीएल सेलेक्ट के प्रबंध निदेशक कमलजीत सिंह, दुधवा टाइगर रिजर्व से जुड़े पर्यावरणविद बृजलाल, वाइल्डलाइफ बायोलाजिस्ट अपूर्व गुप्ता एवं पूर्व आईआरएस अधिकारी रामेश्वर सिंह को प्राइड ऑफ तराई अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस दौरान दुधवा टाइगर रिजर्व में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 5 फ्रंटलाइन स्टाफ को सम्मानित किया गया, दुधवा टाइगर रिजर्व पलिया प्रभाग, कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग, बहराइच और बफर जोन दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग के 30 वाचरों को साइकिल प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के छात्र – छात्राओं को सरोजनी नगर में संचालित ताराशक्ति केन्द्रों ( सिलाई सेंटर ) पर निर्मित इको फ्रेंडली बैग्स में रखकर पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करने वाली पुस्तकें भी प्रदान की गईं।इस अवसर पर सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि, आज पर्यावरण संरक्षण के प्रति पूरे विश्व में चिंता व्यक्त की जा रही है। ग्लेशियर पिघल रहे हैं, समुद्र जल स्तर बढ़ रहा है। पूरी दुनिया में वायु प्रदूषण के कारण 60 लाख लोगों की असमय जान जाती है जिनमें से 25 लाख मौते अकेले भारत में होती हैं। डॉ. सिंह ने मनुष्य द्वारा तेजी से प्राकृतिक संसाधनों के दोहन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ग्लोबल फुटप्रिंट नेटवर्क ने अर्थ ओवरशूट डे निर्धारित किया है, जिसके अनुसार हम साल भर में जो भी संसाधन उत्पन्न करते हैं, 1 अगस्त तक उतने संसाधनों का दोहन कर चुके होते हैं। डॉ. सिंह ने आगे जोड़ा वर्ष 1970 तक यही आंकड़ा 23 दिसम्बर था जो पिछले 55 साल में 5 महीने से अधिक घट गया है।
विधायक ने वन विभाग को अधिक से अधिक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक समूहों को सरकार के साथ आने का आह्वान किया। विधायक ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार वन्य सम्पदा और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के समर्पित है। पिछले 5 साल में 200 करोड़ से अधिक पौधे रोपे गए हैं, तराई क्षेत्रों में भी वन्य जीवों के संरक्षण के कैंप लग रहे हैं। इस दौरान डॉ. सिंह ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत की 60 प्रतिशत आबादी युवा है, अगले 40 साल तक इन्ही युवाओं को देश का नेतृत्व करना है, इसलिए उन्हें पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देना चाहिए।वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने इन प्रयासों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि, यह कार्यक्रम एक विजन के साथ शुरू हो रहा है यह इसकी सबसे बड़ी विशेषता है क्योकि अंधेरे को कोसने से कभी अँधेरा नहीं दूर होता है। इस दौरान पलिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रोमी साहनी ने डॉ. राजेश्वर सिंह के इन प्रयासों की सराहना करते करते हुए इसे की की सबसे बड़ी सेवा बताया। इस अवसर पर अम्बिका मिश्रा ने बताया कि पिछले कई साल से पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में युवा पीढ़ी को जोड़ने, वन्य जीवों के लिए काम करने वाले लोगों को सम्मानित करने का विचार था जो आज पूरा हो रहा है। खीरी की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने इस कार्यक्रम को अभिनव पहल बताते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह का आभार व्यक्त किया।

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