-51 हजार निराश्रित महिलाओं को दिये गये पक्के मकान,महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए सरकार प्रतिबद्ध-केशव
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REPORT BY:K.K.VARMA
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EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
लखनऊ 11 अक्टूबर।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देश पर मुख्यमन्त्री आवास योजना -ग्रामीण के तहत प्रदेश में 51 हजार पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला आयु 18 से 40 वर्ष को इस वर्ष आवास आवंटित किये गये हैं । उप मुख्यमंत्री की पहल पर इस तरह की निराश्रित महिलाओं को मुख्यमंत्री आवास योजना- ग्रामीण की पात्रता की प्राथमिकता श्रेणी में सम्मिलित किया गया है।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला आयु 18 से 40 वर्ष एक अत्यन्त ही संवेदनशील वर्ग है, जिससे सामाजिक एवं सरकारी स्तर पर बेहद सुरक्षा की आवश्यकता होती है। इस उम्र की विधवा महिलाएं प्रायः ऐसी होती है ,जिनमें से अधिकांश के बहुत छोटे बच्चे होते हैं, जिससे इनके सुरक्षा एवं सहयोग की आवश्यकता और बढ़ जाती है। राज्य सरकार ने इस आयु वर्ग के लाभार्थियों को समस्या के दृष्टिगत मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के पात्रता प्राथमिकता सूची में सम्मिलित कर एक क्रांतिकारी कदम उठाया है ,जो समाज के हर जरूरतमंद के साथ खड़े होने की राज्य सरकार की मंशा को दर्शाता है।उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि मिशन शक्ति की दिशा में ग्राम्य विकास विभाग का यह क्रान्तिकारी कदम हैं। इससे ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मातृ शक्ति को बहुत बड़ा सम्बल मिला है।महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए सरकार प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रही है।प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केंद्र और राज्य की सरकार, महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही हैं। हमारी माताओं, बहनों व बेटियों ने हर क्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर नए भारत के निर्माण में अपना योगदान किया है।हम अपनी नारी शक्ति की ताकत, साहस, और दृढ़ता को नमन करते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों की सराहना करते हैं। हमारी सरकार शिक्षा, उद्यमिता, कृषि, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में पहलों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण राज्य सरकार द्वारा संचालित ग्रामीण आवासीय योजना है, जिसे वर्ष-2018 से प्रारम्भ किया गया। इस योजना में प्राकृतिक आपदा, कुष्ठ रोग एवं कालाजार आदि रोगों से प्रभावित परिवार, आर्थिक दृष्टि से पिछडे जनजाति परिवार, दिव्यांगजन तथा मुसहर, वनटांगिया, बंजारा आदि कई वर्ग के आवास विहीन परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण की प्राथमिकता श्रेणी में जोडते हुए इस योजना से बडी संख्या में लाभ दिया जा रहा है। अब तक 3.51 लाख परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अन्तर्गत आवास आवंटित किये गये हैं। इस योजना में वर्ष 2024-25 में पात्रता की प्राथमिकता श्रेणी में पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला आयु 18 से 40 वर्ष को सम्मिलित करते हुए राज्य सरकार द्वारा इस श्रेणी के आवासविहीन पात्र परिवारों का जनपद स्तर से सर्वेक्षण कराया गया। प्रदेश के जनपदों से लगभग 51 हजार घरों की मांग इस श्रेणी में की गयी। सभी 51 हजार पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला आयु 18 से 40 वर्ष को इस वर्ष आवास आवंटित कर दिये गये हैं ।इन आवासों के स्वीकृति एवं प्रथम किस्त निर्गत कराने की कार्यवाही प्रक्रिया में है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, द्वारा विभागीय अधिकारियों को इन परिवारों के शीघ्रता से आवास स्वीकृत कर इन्हें पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये हैं। कहा है इतनी बड़ी संख्या में पति की मृत्युउपरान्त कम उम्र की निराश्रित महिलाओं को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की संवेदनशीलता एवं मिशन शक्ति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।आयुक्त ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि अब तक 3.51 लाख परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के अन्तर्गत आवास आवंटित किये गये हैं।
हिन्दुत्व की राजनीति में पिछड़ों ,दलितों का कोई स्थान नहीं-भाकपा
हिन्दुत्व की राजनीति व हिन्दुत्व की जीवन शैली में पिछड़ों ,दलितों का कोई स्थान नहीं है। चाहे वह विधायक या सांसद ही क्यों न हो, पिटाई पर भी उसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट आसानी से दर्ज नहीं हो सकती है। यह बात रामलखन रामदास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के संस्थापक रामलखन वर्मा की पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि भारतीय संविधान को हटाकर मनुस्मृति जैसे संविधान लागू करने की कोशिश हो रही है। जो देश की एकता अखंडता और विविधता के लिए गम्भीर खतरा है।विद्यालय की प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष बृजमोहन वर्मा ने कहा कि हमें संविधान को बचाने के लिए संघर्ष करने की आवश्यकता है। शिवदर्शन वर्मा ने कहा कि हमें अंधविश्वास से बचें और वैज्ञानिक विचार धारा को अपनाएं। प्रवीण कुमार ने श्रद्धांजलि सुमन अर्पित करते हुए हमें राम लखन के विचारों को आत्मसात करना चाहिए। संचालन विनय कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य ओमकार वर्मा प्रबंधक अभिषेक वर्मा अमित वर्मा जिया लाल रमेश कौशल किशोर रामसंजीवन सत्यवान रावत महेंद्र यादव चन्द्रशेखर रामनरेश वर्मा राजेश अमित यादव बृजेश कुमार कुसुम लता अपराजिता सिंह आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे।
भाजपा कायस्थों की दुश्मन-अंगारा
जेपीएनआईसी में जेपी की मूर्ति पर माल्यार्पण न करने देने के भाजपा सरकार द्वारा दिए गए आदेश का कायस्थ चित्रगुप्त महासभा निंदा करता है।प्रदेश अध्यक्ष कायस्थ चित्रगुप्त महासभा और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कायस्थ सेना रविन्द्र कुमार श्रीवास्तव अंगारा ने कहा कि जय प्रकाश नारायण कायस्थों के लिये सम्मानित एवं पूजनीय है
इसलिए उन्हें श्रद्धांजलि देने से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव या अन्य किसी को रोकना सरकार की हठवादिता और निकम्मापन है।कायस्थ चित्रगुप्त महासभा सरकार के रवैया की निंदा करता है। इतना ही नही भाजपा में शामिल कायस्थों से भी अनुरोध करते हैं कि वह भी इसका विरोध करें।आज साबित हो रहा है कि भाजपा कायस्थों की दुश्मन है, हमारे सम्मानित नेताओं और महान पुरुषों के सम्मान का विरोध करती है।2027 के चुनावों में कायस्थ समाज के लोग ऐसी निकम्मी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंके,क्योंकि जो सरकार सम्मान और अधिकार देने से कतराए,उसे सत्ता से बेदखल करना बहुत जरूरी है।
अस्पताल में एक बेड पर तीन मरीज, डिप्टी सीएम खफा,निदेशक को दिये सुधार के निर्देश
लोहिया संस्थान के मातृ शिशु एवं रेफरल हॉस्पिटल में बदइंतजामी है। एक बेड पर तीन-तीन महिलाओं को लिटाया जा रहा है।इसकी वजह से गर्भवती महिला व प्रसूताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक तीमारदार ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से शिकायत की ।डिप्टी सीएम ने बदइंतजामी पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है।जांच के आदेश दिए हैं। मातृ शिशु रेफरल हॉस्पिटल में 200 बेड हैं.गर्भवती महिला व बच्चों को इलाज दिया जाता है।मरीजों का दबाव बढ़ रहा है।इससे मरीजों को बेड मिलने में अड़चन आ रही है।सबसे ज्यादा दिक्कत गायनी विभाग में है।डॉक्टर एक बेड पर दो से तीन मरीजों को लिटा रहे हैं।एक तीमारदार ने एक बेड पर तीन मरीज लिटाने की शिकायत डिप्टी सीएम से की।फोटो भी शिकायत के साथ लगाई।डिप्टी सीएम ने प्रकरण की एक सप्ताह में जांच पूरी कर रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। निदेशक से कम से कम 15 दिन में एक बार हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण के निर्देश दिए हैं ताकि कमियों को समय रहते दूर किया जा सके।
संस्थान के निदेशक डॉ. सीएम सिंह को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं। इस तरह की घटनाओं से सरकार की छवि धूमिल हो रही है।संस्थान की साख को भी धक्का लग रहा है।मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराएं।इसमें किसी भी तरह कोताही न बरती जाए।
जेपी जयंती पर अखिलेश यादव का व्यवहार बचकाना-भूपेंद्र
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने जननायक जय प्रकाश नारायण की जयंती पर सपा प्रमुख द्वारा किए गये व्यवहार को बचकाना एवं अपरिपक्वता का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि सपा की सोच विनाशकारी है। उन्हें सत्ता से गए हुए साढ़े सात साल हो गए, लेकिन उनकी अकड़, पुलिस के साथ बदसुलूकी और धमकी यही दिखाती है कि जनता ने उन्हें जिस हाल में पहुंचा दिया है, उसके बाद भी उनकी गुंडागर्दी, दंगाई और अराजकता बरकरार है।
वे ख़ुद को मुख्यमंत्री समझने का मुग़ालता अभी भूल नहीं पाये हैं, वे प्रदेश को वापस अराजकता की ओर लौटाने की मंशा रखते हैं, वे प्रदेश का विकास नहीं विनाश ही चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के निवासी यह भूले नहीं हैं कि उनके शासन में उनकी नहीं बल्कि गुंडे,दंगाइयों और बलात्कारियों की ही पूछ होती थी। आज वे जननायक के नाम पर राजनीतिक स्वाँग रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेपी की जयंती के नाम पर लखनऊ में बड़ा बवाल खड़ा करने की सपा की कोशिशों को योगी सरकार ने नाकाम कर दिया है तो बौखलाए अखिलेश यादव पुलिस को धमका रहे हैं। पिछले साल भी अर्ध निर्मित जेपीएनआईसी में जाकर राजनीतिक नौटंकी कर सस्ती लोकप्रियता पाने का प्रयास किया था ऐसा ही कृत्य इस बार भी उनके द्वारा किया गया।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश यादव जेपी का नाम लेकर नौटंकी कर रहे है। वो जेपी के बारे में जानते ही क्या हैं। अगर वो जननायक जय प्रकाश नारायण के बारे में थोड़ा भी जानते तो उन्हीं लोगों की गोद में न बैठे होते जिनके खिलाफ ही जय प्रकाश नारायण ने पूरा आंदोलन खड़ा किया था। उन्हें पता भी है कि कांग्रेस सरकार ने जेपी के साथ क्या किया था। ये सिर्फ सत्ता लोभी लोग हैं जो आदर्शों और मूल्यों के लिए नहीं बल्कि निजी स्वार्थ के लिए राजनीति में हैं।उन्होंने कहा किसी महापुरुष के प्रति सम्मान दिल में होना चाहिए और उसके मार्गदर्शन पर चलना चाहिए, गुंडागर्दी करके कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाना असमाजिक तत्वों का कार्य होता है। ये नौटंकी करने वाले लोग रास्ता रोकने की बात करते हैं। इन्होंने आरक्षण के रास्ते रोके, भारतीय संविधान के निर्माता का अपमान किया, उनके नाम पर बने अंबेडकर पार्क की लाइट काट दी। महापुरुषों के नाम पर जिले और अस्पतालों का नाम बदलकर उनका अपमान किया।