Breaking News

LUCKNOW:सार्वजनिक की जाय पीजीआई,केजीएमयू और अस्पतालों में बेड की उपलब्धता

-स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाया जाये-मनोज सिंह

  • REPORT BY:K.K.VARMA
  • EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
 लखनऊ 20 अक्टूबर। प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा, पीजीआई, केजीएमएयू, सिविल, लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, बलरामपुर, और लोक बंधु अस्पतालों व राज्य के अन्य में अस्पतालों में बेड की उपलब्धता सार्वजनिक की जाए। इसे पब्लिक डोमन में डाला जाए। टेक्नालॉजी का उपयोग कर स्वास्थ्य सेवाओं को बनाया जाए।मुख्य सचिव ने आज रविवार को चिकित्सा संस्थानो के प्रमुखों के साथ बैठक में कहा कि मरीजों को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने में उत्तर प्रदेश शासन का सर्वाधिक फोकस रहा है।
प्रदेश में तेजी से हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर कार्य हो रहा है। हेल्थ सेक्टर में बहुत सारा निवेश हुआ है। सरकारी अस्पतालों व संस्थानों में बेस्ट डॉक्टर्स व इंफ्रास्ट्रक्चर तथा पर्याप्त मात्रा में स्टाफ उपलब्ध है। निजी चिकित्सा संस्थानों में प्रायः शासकीय अस्पतालों व संस्थानों से सेवानिवृत्त चिकित्सक कार्य करते हैं। सरकारी अस्पताल आने वाले मरीज व तीमारदार अच्छा अनुभव लेकर जायें।बाहर जाकर अस्पताल व डॉक्टर की तारीफ करें, इस पर सोचने व कार्य करने की जरूरत है।मुख्य सचिव ने कहा कि अस्पताल एंट्रेंस पॉइंट पर टीम मौजूद रहे, जो  सुनिश्चित करे कि आने वाले मरीज के साथ सही व्यवहार हो, उसे वार्ड ब्वाय, व्हीलचेयर व स्ट्रेचर की सुविधा मिले। स्ट्रेचर, व्हीलचेयर से मरीज को कहां जाना है और क्या करना है, इस बारे में गाइड की व्यवस्था हो। कहीं भी स्ट्रेचर व व्हीलचेयर को ताले में न रहे। इमरजेंसी वार्ड के पास अस्पताल प्रशासन की टीम होनी चाहिए।अस्पतालों में मरीजों से अच्छा बर्ताव हो ।मुख्य सचिव ने कहा कि मरीज के साथ अच्छा बर्ताव, बीमारी के बारे में सही से ब्रीफिंग और उचित गाइडेंस देने से किसी तरह की कोई शिकायत की गुंजाइश नहीं रह जाएगी। अस्पताल आने वाले व्यक्ति अच्छा अनुभव लेकर जायेंगे और बाहर जाकर वह संस्थान व डॉक्टर्स की प्रशंसा करेंगे।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा किंजल सिंह, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉक्टर बृजेश राठौर, केजीएमयू की वीसी सोनिया नित्यानंद, निदेशक राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान प्रो. सीएम सिंह सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के प्रमुख व प्रशासनिक अधिकारी आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *