LUCKNOW:U.P. POLICE के लिए उपलब्धियों से भरा रहा बीता वर्ष

-पुलिस की कार्यप्रणाली बदलाव के साथ अपराधियों पर भी हुई कड़ी कार्रवाई,जब्त हुई सम्पत्तियां

-प्रत्येक रैंक के पुलिस कार्मिकों को वर्दी पर धारण करने हेतु मिला प्रतीक चिन्ह, महिला सशक्तीकरण की ओर भी बढ़े कदम

लखनऊ।बीता हुआ वर्ष यूपी पुलिस के लिए उपलब्धियों का वर्ष रहा है।इसमें पुलिस नयी ऊॅचाईयां हासिल की है।पुलिस की कार्य प्रणाली में भी भारी बदलाव हुआ है।सरकार ने दूरदर्शी परिकल्पना को साकार करने के लिए तीन जिलो प्रयागराज व आगरा व गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरी प्रणाली लागू है।यू तो यूपी में सात पुलिस कमिश्नरी क्रियाशील है।इसके अलावा सरकार की अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को साकार करने के लिए माफियाओं व आपराधिक तत्वों के विरूद्ध पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है।वही अपराधियों को सजा दिलवाने में भी बड़ी सफलता प्राप्त की है।इसके अलावा पुलिस के प्रत्येक रैंक के पुलिस कार्मिकों को वर्दी पर धारण करने हेतु प्रतीक चिन्ह भी प्रदान किया गया है।वही महिला सशक्तीकरण की ओर भी पुलिस ने कदम बढ़ाए है।इसको लेकर तीन महिला बटालियन लखनऊ व गोरखपुर व बदायूं में स्थापना की गई।इसके अलावा महिला बटालियन बलरामपुर व जालौन व मीरजापुर की स्थापना के लिए यूपी सरकार ने अपनी सहमति प्रदान की है।इसके अलावा दो अन्य बटालियन शामली व बिजनौर की स्थापना पर भी सहमति बनी है।इसके अलावा यूपी के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की अभेद्य सुरक्षा प्रबंध को लेकर यूपी में विशेष सुरक्षा बल की स्थापना व आपदाओं में राहत पहुंचाने के लिए राज्य आपदा मोचन बल तथा मादक पदार्थों के अवैध व्यापार की रोकथाम हेतु एण्टी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स का गठन कर जनपद गाजीपुर एवं बाराबंकी में दो एण्टी नारकोटिक्स थाना तथा मेरठ व लखनऊ व गोरखपुर जोन में तीन क्षेत्रीय शाखाओं की स्थापना की गयी है।वही भ्रष्टाचार निवारण संगठन की पूर्व से संचालित 11 इकाईयों के अतिरिक्त 08 नयी इकाईयां आजमगढ़ व बस्ती व चित्रकूट(बांदा) व देवीपाटन गोण्डा व मीरजापुर व सहारनपुर व अलीगढ़ व प्रयागराज में परिक्षेत्रीय स्तर पर सृजित की गयी है।वही पुलिस की विभिन्न सेवायें वीमेन पावर लाइन 1090 व जी0आर0पी0 व फायर सर्विस व महिला हेल्पलाइन 181व एम्बुलेंस 108 व उ0प्र0 राज्य परिवहन हेल्पलाइन का भी एकीकरण किया गया है।साइबर अपराध को रोकने के लिए  साइबर क्राइम इन्फ्रास्ट्रक्चर को और सुदृढ़ बनाया गया है। परिक्षेत्रीय मुख्यालयों में साइबर क्राइम थानों की स्थापना की गयी है एवं जनपदीय मुख्यालयों पर साइबर क्राइम थानों की स्थापना की कार्रवाई चल रही है।वही फर्जी अफवाह फैलाने वालों पर भी यूपी पुलिस की कड़ी नजर रही।तमाम लोगो पर कार्रवाई की गई।वही जनशिकायतों का समाधान एवं निरन्तर संवाद के जरिये यूपी पुलिस की सोशल मीडिया ने जनता का विश्वास अर्जित किया है।

पुलिस कर्मियों की सुविधाओं का भी रखा गया ध्यान,बनाई गई बैरकें

यूपी में दिन रात मेहनत करने वाले पुलिस कर्मियों की आवासीय समस्याओं का भी बीते वर्ष में निराकरण कराया गया। प्रदेश के कुल 41 जनपदों में 473 थानों पर पुरूष एवं महिला कर्मियों के लिये अलग-अलग हास्टल व बैरक तथा थानों व चौकियों पर आवासों का निर्माण तथा 46 जनपदों की पुलिस लाइन में ट्रांजिट हास्टल तथा 31 पीएसी वाहिनियों में बैरक के निर्माण व पीएसी की 46 कंपनियों को बहाल कर पुनर्जीवित करने की स्वीकृति भी शासन ने प्रदान की है। वर्ष 2022 में शासन द्वारा 50 नये थानों की स्थापना का लक्ष्य प्रस्तावित था।जिसके क्रम में अब तक विभिन्न कमिश्नरेट व जनपदों में 41 नये थानों की स्थापना की जा चुकी है, शेष अन्य थानों की स्थापना की कार्यवाही प्रचलित है।साथ ही विभिन्न कमिश्नरेट व जनपदों में 35 नयी पुलिस चौकियां भी स्थापित की गयी हैं।वही बीते एक वर्ष में प्रदेश पुलिस के 80 आई0पी0एस0 अधिकारियों व 110 पी0पी0एस0अधिकारियों को विभिन्न पदों पर पदोन्नतियॉ व मैट्रिक्स पे लेवल तथा 2,872 पुलिस कार्मिकों को उनके अच्छे कार्य के लिये पदक व सम्मान चिन्ह प्रदान किया गया है।
Aaj National

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *