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महाकुम्भ : 07 हजार बसों के अलावा  550 शटल बसें चलायेगा परिवहन निगम,क्लिक करें और भी खबरें

-यात्रियों की सुविधा के लिए शहर के बाहर बनेंगे अस्थाई बस स्टेशन

  • REPORT BY: K.K.VARMA ||AAJNATIONAL NEWS DEASK

लखनऊ 18 नवम्बर। मुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री के निर्देशन में राज्य परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए कुम्भ मेला 2025 में 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियो को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है। एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी को है। महाकुम्भ  के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसें का संचालन किये जाने की योजना है। प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के 19 क्षेत्रों से 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा। एमडी ने बताया कि 07 हजार बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है। मुख्य स्नान पर्व पर श्रद्धालुओ की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर  08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किया जायेगा, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं। झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा। सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवंफैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा। नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

बुंदेलखण्ड पैकेज: कृषि विभाग की दो परियोजनाओं के लिए 2608.14 लाख मंजूर

प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में बुंदेलखण्ड पैकेज के तहत कृषि विभाग की दो परियोजनाओं के अंतर्गत रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के लिए 2608.14 लाख रूपये मंजूर किये हैं। दोनो परियोजनाओं की 2608.14 लाख रूपये की लागत पर प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए 2608.14 लाख रूपये मंजूर किये गये है। मंजूर की गई धनराशि निदेशक, कृषि विभाग के निवर्तन पर रखी गई है। इस संबंध में जारी शासनादेश की प्रति निदेशक, कृषि विभाग को भेज दी गई है।शासनादेश के अनुसार रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विद्यालय, झांसी में बुंदेलखण्ड क्षेत्र में जैविक,प्राकृतिक रूप सें उगाये गये उत्पादन के लिए प्रमाणन प्रयोगशाला की स्थापना के लिए 1272.10 लाख रूपये तथा रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी में न्यूट्री-सीरियल्स हेतु सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए 1336.04 लाख रूपये मंजूर किए गए हैं। इन कार्यों के लिए एनबीबीसी लिमिटेड कार्यदायी संस्था होगी।

मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा यूपी,मछुआ समुदाय के विकास हेतु राज्य सरकार दृढ़संकल्पित

उत्तर प्रदेश के मत्स्य विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री डा संजय कुमार निषाद ने आज विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में मत्स्य विभाग की समीक्षा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये।यूपी को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और मछुआ समुदाय का सर्वांगीण विकास करना राज्य सरकार कीप्राथमिकताओं में है। उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, निषादराज बोट योजना, मत्स्य पालक कल्याण कोष के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं, सघन मत्स्य पालन हेतु एयरेशन सिस्टम की स्थापना तथा सहकारी समितियो के गठन की समीक्षा की।डॉ निषाद ने कहा कि मत्स्य पालक कल्याण कोष की धनराशि का मछुआ पालकों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो, पोखरों की संख्या में वृद्धि की जाय। मत्स्य मोबाइल बिक्री केन्द्रो एवं मत्स्य दुकानों की संख्या में वृद्धि की जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर बनाने में मत्स्य विभाग द्वारा योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाय। मत्स्य मंत्री ने 21 नवंबर को विश्व मात्सियकी दिवस के अवसर पर राज्य एवं जनपद स्तर पर वृहद रूप से कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश दिये। मत्स्य विभाग उत्तर प्रदेश में संचालित नयी योजना यथा-मत्स्य पालक कल्याण कोश, निषादराज बोट योजना तथा मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का लाभ अधिक से अधिक किसानों को दिलाया जाए।मत्स्य विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए संचालित योजनाओं को युद्ध स्तर पर संचालित किया जाए ताकि मछुआ समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके। इसके साथ ही अनुपयुक्त जलक्षेत्र जैसे वेटलैण्ड, खारापानी जलक्षेत्र, जलाशय व नदियों को मत्स्य विकास कार्यक्रम से आच्छादित करने तथा प्रदेश के मछुआरों व मत्स्य पालकों के जीवन में आर्थिक सुधार लाने हेतु कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मत्स्य विभाग द्वारा संचालित योजनाआंे में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आय के स्रोत बढ़ाने तथा विभागीय योजनाओं के लाभार्थियों का ग्रुप बनाने के निर्देश दिए।समीक्षा बैठक में मत्स्य विकास विभाग के विशेष सचिव, निदेशक तथा अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

सूर्यमित्र प्रशिक्षणार्थियों हेतु रोजगार मेले का आयोजन 

उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण यूपीनेडा के चिनहट, लखनऊ स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में उउत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति-2022 के अन्तर्गत सोलर पीवी इन्सटालर प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षित सूर्यमित्र प्रशिक्षणार्थियों हेतु रोजगार मेले का आयोजन किया गया। रोजगार मेले में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य कर रहीं प्रतिष्ठित फर्मो में से 14 फर्मो द्वारा प्रतिभाग किया।इस रोजगार मेले में सोलर पीवी इन्सटॉलर प्रशिक्षण में प्रशिक्षित 75 सूर्यमित्रो द्वारा रोजगार प्राप्त किये जाने हेतु प्रतिभाग किया गया। विभिन्न फर्मो द्वारा प्रशिक्षित प्रशिक्षणार्थियों मे 16 प्रशिक्षणार्थियों को रोजगार प्रदान किया गया।  इस अवसर पर उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण यूपीनेडा के प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी संजय तथा टीका राम परियोजना अधिकारी उपस्थित रहें एवं उनके द्वारा विभिन्न फर्मो को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करने के लिये अधिक से अधिक सूर्यमित्रों को रोजगार प्रदान किये जाने हेतु प्रोत्साहित किया गया।

शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित प्रबंधित स्वच्छता विकास पर नेशनल नॉलेज वर्कशाप आज से

उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित प्रबंधित स्वच्छता विकास पर दो दिवसीय नेशनल नॉलेज वर्कशाप का आयोजन किया जा रहा है। यह वर्कशाप 19-20 नवम्बर को लखनऊ के द सेन्ट्रम होटल में आयोजित की जायेगी। इसमें भारत सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, उत्तर प्रदेश नगर विकास, मिशन डायरेक्टर यूनाइटेड स्टेटस् एजेंसी फॉर इण्टरनेशनल डेवलपमेंट, यूएस एम्बेस्डर टू इण्डिया, अन्य राज्यों के नगर विकास के अधिकारी व स्टेक होल्डर्स प्रतिभाग करेंगे। वर्कशाप में सभी के लिए टॉयलेट, मैनहोल से मशीन होल, सफाई मित्र सुरक्षा एवं स्वास्थ्य, ओडीएफ से ओडीएफ प्लस प्लस, स्वच्छता पर विभिन्न राज्यों द्वारा अपने अनुभवों को साझा करने, योजना और डीपीआर निर्माण पर अपनी रिपोर्ट साझा करना, तकनीकी प्रयोग, कूड़ा प्रबंधन आदि मुद्दों पर शेसन आयोजित किए जायेंगे। कार्यशाला में भारत सरकार के शहरी विकास राज्यमंत्री तोखन साहू, प्रदेश के नगर विकास मंत्री एके शर्मा, राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरू, भारत में अमेरिका के राजदूत एचई एरिक गार्सेटी, प्रमुख सचिव अमृत अभिजात आदि प्रतिभाग करेंगे।

 पेंशन भोगियों के लिए राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र डीएलसी अभियान 

केंद्रीय पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए नवंबर में राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र डीएलसी अभियान 3.0 आयोजित कर रहा है। फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा पेंशनभोगी किसी भी एंड्रॉइड स्मार्टफोन से अपना डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं।लखनऊ  में  शिविर 20 नवम्बर को  कई स्थानों पर लगाए जा रहे हैं । मुख्यतः ये शिविर जनरल पोस्ट ऑफिस, चौक पोस्ट ऑफिस , गोमती नगर पोस्ट ऑफिस तथा इण्डियन बैंक की  हज़रतगंज, आलमबाग, मवैया, सिविल हॉस्पिटल एवं गोखले मार्ग शाखा में आयोजित किये जाएंगे। पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग के निदेशक डॅा. प्रमोद कुमार  इन शिविरों में जाकर जीवन प्रमाणपत्र जमा करने हेतु विभिन्न डिजिटल तरीकों जैसे फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के बारे में पेंशनभोगियों का मार्गदर्शन करेंगे। यूआईडीएआई इन शिविरों में पेंशनभोगियों के आधार रिकार्डों को अद्यतित करने में मदद करेगा तथा डीएलसी जनरेशन में होने वाली तकनीकी समस्याओं का समाधान करेगा। पहले अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए पेंशनभोगियों को पेंशन संवितरण प्राधिकरणों के पास स्वयं जाना होता था, जिससे पेंशनभोगियों विशेषकर वयोवृद्धों को काफी असुविधा होती थी क्योंकि लंबी कतारों में  देर तक इंतजार करना पड़ता था। पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने 2014 में डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जीवन प्रमाण और नवंबर, 2021 में फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का शुभारंभ किया। इस प्रगति से अन्य बाह्यबायोमेट्रिक उपकरणोंकी आवश्यकता समाप्त हो गई और जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया सरल हो गई।विभाग ने वर्ष 2022 में देशभर के 37 शहरों में एक राष्ट्रव्यापी अभियान आयोजित किया, जिसमें 1.41 करोड़ से भी अधिक डीएलसी जनरेट किए गए। नवंबर, 2023 में आयोजित डीएलसी अभियान 2.0 में 100 शहरों को कवर करते हुए, लगभग 1.47 करोड़ डीएलसी जनरेट किए गए।

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