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वाराणसी:योगी सरकार की पहल, 4500 युवाओं को मिलेगा रोजगार,क्लिक करें और भी खबरें

-महाकुंभ से पहले काशी में लगेगा रोजगार का कुंभ,यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम के जरिए पूर्वांचल के 360 युवाओं को मिलेगा रोजगार

-दिव्यांगजनों को नौकरी देने के लिए भी रोजगार मेले में कंपनियां करेंगी प्रतिभाग, महिलाओं को भी मिलेगा अवसर

  • REPORT BY: MUKESH JAISWAL||AAJNATIONAL NEWS DEASK

वाराणसी। योगी सरकार वाराणसी में रोजगार कुंभ का आयोजन करने जा रही है। इसमें युवाओं, महिलाओं और दिव्यांगों के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय द्वारा आयोजित वृहद रोजगार मेले में 60 से अधिक राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियां आने वाली हैं। महाकुंभ2025 से पहले योगी सरकार काशी में रोजगार का कुंभ लगाने जा रही है। काशी में तीन दिन (30 नवंबर, दो और तीन दिसंबर) तक रोजगार मेला लगेगा। इसमें उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के साथ ही अनेक राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी हिस्सा लेंगी। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय वाराणसी भी 4,500 से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 30 नवंबर को महारोजगार मेले का आयोजन करने जा रहा है। इसमें करीब 55 से 60 राष्ट्रीय और मल्टीनेशनल कंपनियां भाग लेंगी। दिव्यांगजनों और महिलाओं को नौकरी देने के लिए ख़ास कंपनियां प्रतिभाग करेगी। युवाओं को विदेश में भी नौकरी करने का अवसर मिलेगा।

2 व तीन दिसंबर को रोडवेज बसों में चालकों के लिए होगी भर्ती

योगी सरकार वाराणसी में तीन दिनों तक रोजगार मेले का महायोजन करने जा रही है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय वाराणसी और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम युवाओं के लिए बंपर नौकरियों के अवसर लेकर आया है। दोनों विभागों को मिलाकर 4860 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि प्रयागराज के महाकुम्भ को देखते हुए अनुबंध पर 360 चालकों की भर्ती 2 और 3 दिसंबर को काशी डिपो प्रांगण, गोलगड्डा में होगी।

अनुबंध चालकों के लिए देय भुगतान

-रुपये 1.89 प्रति किमी की दर से भुगतान / प्रति माह 22 दिन ड्यूटी व  5,000 किमी करने पर रुपये 3,000 प्रोत्साहन फिक्सेशन की व्यवस्था, दो वर्ष की सेवा पर उत्कृष्ट श्रेणी हेतु कुल रूपये 19593.00 एवं उत्तम श्रेणी हेतु रूपये 16593,पीएफ/ यात्रा पास/ नाइट भत्ता एवं रुपये 5.00 लाख का दुर्घटना बीमा की सुविधा / दुर्घटना रहित बस संचालन करने पर अतिरिक्त वार्षिक प्रोत्साहन।संविदा चालक हेतु न्यूनतम योग्यता, -उम्र 23 वर्ष 6 माह,योग्यता- 8वीं पास
-लम्बाई 5 फुट 3 इंच, -लाइसेंस -2 साल पुराना (हैवी)

30 नवंबर को डॉ. घनश्याम सिंह पीजी कॉलेज, सोयेपुर में लगेगा वृहद रोजगार मेला

काशी में एक और रोजगार का महाकुम्भ लगने जा रहा है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय ,वाराणसी के मेला प्रभारी ने दीप सिंह ने बताया कि इस वृहद रोजगार मेले में लगभग दस से बारह हज़ार से अधिक बेरोजगार युवाओं के प्रतिभाग करने की संभावना है। रोजगार मेले में करीब 4500 युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। योग्यता अनुसार अधिकतम सालाना पैकेज लगभग 4,20,000 प्रस्तावित है। बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए लगभग 55 -60 से अधिक राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियां भाग लेंगी। 30 नवंबर को महारोजगार मेले का आयोजन डॉ घनश्याम सिंह पीजी कॉलेज ,सोयेपुर वाराणसी में होने जा रहा है। इसके लिए प्रतिभागी rojgaarsangam.up.gov.in पोर्टल पर भी पंजीयन करा सकते हैं।

प्रतिभाग करने वाली मुख्य राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियां

रोजगार मेले में कई प्रमुख कंपनियां प्रतिभाग करेंगी। भारत सरकार की उपक्रम स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर युवाओं को विदेश में नौकरी पाने का अवसर देगी। योगी सरकार रोजगार मेले के माध्यम से दिव्यांगजनों को भी नौकरी उपलब्ध कराएगी। अनुदीप फाउंडेशन, सार्थक एजुकेशन ट्रस्ट दिव्यांगों को रोजगार देने के लिए प्रतिभाग करेगी। खास टेलीकम्युनिकेशन से जुडी विस्ट्रॉन कंपनी 50 से अधिक महिलाओं को नौकरी देंगी। इसके अलावा एल एंड टी कंपनी, इफको, एसबीआई , होटल ताज, टाटा मोटर्स, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, डिक्सन इंटरनेशनल नोएडा ,एसआईएस सिक्योरिटी ,राष्ट्रीयकृत बैंक,ऑटोमोबाइल कंपनी, सिक्योरिटी सल्यूशन कंपनी ,टेक्सटाइल, फुटवियर, सर्विस सेक्टर, रियल एस्टेट, सेल्स एंड मार्केटिंग,आईटी सॉफ्टवेयर, एजुकेशन, जैसे कई सेक्टर से जुड़ी प्रतिष्ठित कंपनियां भाग लेंगी।

पूर्व विधायक श्यामदेव राय चौधरी का निधन

शहर दक्षिणी से सात बार विधायक रहे श्यामदेव राय चौधरी दादा का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने 85 साल की आयु में अंतिम सांस ली। रविंद्रपुरी स्थित ओरियाना अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। पिछले दिनों वाराणसी आगमन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी।काशीवासियों के बीच दादा के नाम से मशहूर श्यामदेव राय चौधरी सात बार शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से विधायक रहे। उन्होंने 2017 में सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया था। पिछले दिनों उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद रविंद्रपुरी स्थित ओरियाना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दादा के निधन का समाचार मिलते ही काशीवासियों में शोक की लहर दौड़ गई। दादा अपनी सादगी की वजह से काशी की जनता के बीच लोकप्रिय रहे। शहर दक्षिणी की जनता से उन पर भरोसा दिखाते हुए अपना प्रतिनिधि चुना। उनके जाने से समर्थकों और काशीवासियों में शोक की लहर दौड़ गई।

शिवमहापुराण कथा सुनने काशी पहुंचे सी एम योगी, बोले वेदव्यास की परंपरा का हो रहा निर्वहन
-सतुआ बाबा ने सीएम योगी का मंच पर किया स्वागत

डोमरी में आयोजित शिवमहापुराण कथा स्थल पर सीएम योगी के पहुंचते ही पूरा पंडाल हर-हर महादेव और जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। मंच पर माैजूद सतुआ बाबा ने उनका स्वागत किया। सीएम ने कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से मुलाकात की।यूपी काॅलेज के निकले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काल भैरव मंदिर में विशेष पूजा आरती की। इसके बाद सीएम ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने षोडषोपचार विधि से रुद्राभिषेक किया। इसके बाद गंगा द्वार से क्रूज में सवार होकर डोमरी के लिए रवाना हुए। कथा स्थल पर पहुंचते ही मंच पर सतुआ बाबा ने सीएम योगी का स्वागत । पूरे पंडाल में जयघोष होने लगा। सीएम ने शिवमहापुराण कथा में शामिल होने को लेकर खुशी जाहिर की।कार्यक्रम को सीएम ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के पावन तट पर शिवमहापुराण की कथा को श्रवण का आनंद आप सबको प्राप्त हो रहा है। मैं सबसे पहले पंडित प्रदीप मिश्रा का आप सभी काशी, प्रदेशवासियों श्रद्धालु जनों की ओर से हृदय से स्वागत करता हूं।कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक यानी पौष पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक प्रयागराज की पावन धरती पर दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम महाकुंभ 2025 का आयोजन है और उसे ठीक पहले काशी की धरती पर इस कथा के माध्यम से कुंभ का दर्शन हम सबको देखने का अवसर प्राप्त हो रहा है। जिस अनुशासन और श्रद्धा भाव के साथ आप सभी इस कथा का श्रवण कर रहे हैं तो मैं आप सबका भी हृदय से अभिनंदन करता हूं।भगवान शिव का भक्त और सनातनी होने के नाते मैं आप सबका अभिनंदन करता हूं। मुझे याद है कि पंडित प्रदीप मिश्रा के कथा हापुड़ में होने वाली थी तो अचानक वहां के प्रशासन ने कथा के आयोजन को निरस्त कर दिया। मुझे शाम को जानकारी मिली। मुझे बताया गया कि भीड़ ज्यादा हो सकती है। मैंने कहा कि उनकी कथा की तो चर्चा ही इस बात के लिए होती है कि वहां हजार में नहीं लाखों में श्रद्धालुओं की गिनती होती है।
सभी श्रद्धालु होते हैं परम भक्त होते हैं और परम भक्त की सबसे बड़ी पहचान क्या है वह अनुशासित होता है। जिसकी आत्मा अनुशासन है, उसका भौतिक द्रव्यों पर भी अनुशासन होता है। अभी कथा को अनुमति दे दिया जाए और भव्यता के साथ आयोजन को आगे बढ़ाने के लिए कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाए। मुझे बहुत अच्छा लगा जो भी वहां पर गया उसे आनंद आया।फर्रुखाबाद में कार्यक्रम हुआ वहां पर भी यही दृश्य था। दृष्टि सबके अपनी होती है यह दृश्य हमारे लिए सनातन धर्म का एक लघु भारत का रूप है और यह हमारी सामाजिक क्षमता का भी प्रतीक है। कौन कहता है कि हम आपस में बंटे हैं, कहां जातिवाद है, कहां संप्रदायवाद है कहां उपासना विधि का वाद है। सीएम ने कहा कि हम तो सब एक होकर इस पावन कथा के माध्यम से उदाहरण सबके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं। मैं कथा के इस विहंगम दृश्य को देख रहा हूं। एकदम सामने बाबा विश्वनाथ का धाम है मां गंगा का सानिध्य। सतुआ बाबा ने ऐसा स्थल चयन किया कि एक साथ बाबा के भी दर्शन हो और मां गंगा के भी। बाबा भैरव नाथ के दर्शन हो जाए यानी यहां से एक साथ यह लोग भी कथा सुन रहे हैं।बाबा भैरवनाथ भी सुन रहे हैं। काल भैरव भी सुन रहे हैं, मां गंगा और श्रद्धालु भी सुन रहे हैं। यह उन सभी लोगों के मुंह पर जवाब है जो हमें जाति के नाम पर, क्षेत्र के नाम पर, भाषा के नाम पर तमाम बातों के नाम पर बांटते हैं। उनकी आंखों को खोलने के लिए कथा का विहंगम दृश्य काफी है।
कहा कि मुझे इस बात की भी प्रसन्नता है कि 5000 वर्ष पहले हम जिस पवित्र पीठ को व्यासपीठ कहते हैं भगवान वेद व्यास की पवित्र परंपरा है। भगवान वेद व्यास ने चारों वेदों का संग्रह करके आने वाली पीढ़ी को दिया। शिष्य की परंपरा वेदों के संरक्षण के लिए कैसे बनी है इसमें पूरा ज्ञान समाहित है। महाभारत जैसा 10001 श्लोक का महाकाव्य से पूरी टीम को नेतृत्व दिया। श्रीमद्भागवत महापुराण जैसा ज्ञान, भक्ति और वैराग्य की अद्भुत त्रिवेणी का महापुराण, मुक्ति और जीवन की सफलता का रहस्य, इन पुराणाें में छिपा हुआ है, वह भी भगवान वेदव्यास ने ही हमें दिया। पुराणों की रचना कैसे की जानी चाहिए, उन्होंने इसकी शुरुआत की। उसे समय के सबसे बड़े राजवंश कुरुवंश को हर विपरीत परिस्थितियों में बचाया।

यू पी उपचुनाव जीतने के बाद बाबा विश्वनाथ व काल भैरव व के दर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेका मत्था

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद सोमवार को काशी कोतवाल काल भैरव व बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचे। दस दिन के भीतर सीएम योगी ने दूसरी बार बाबा के चरणों में श्रद्धा निवेदित की। मुख्यमंत्री इसके पहले 15 नवंबर को देव दीपावली पर वाराणसी आए थे।मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने काशी कोतवाल बाबा काल भैरव के दर्शन-पूजन कर आरती उतारी। उन्होंने यहां विधि विधान से पूजा की।इसके बाद उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। बाबा के गर्भगृह में जाकर षोडशोपचार पूजन कर उन्होंने लोक कल्य़ाण की कामना की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर श्रद्धालुओं ने ‘हर-हर महादेव’ के उद्घोष से उनका स्वागत किया तो मुख्यमंत्री ने भी हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकारा। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के उपरांत मुख्यमंत्री श्री काशी विश्वनाथ द्वार से जल मार्ग के जरिये डोमरी में चल रहे सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा में शामिल हुए।

वाराणसी पहुँचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का UP कॉलेज में राम सिया राम और हर हर महादेव के उद्घोष से हुआ स्वागत

यूपी काॅलेज में स्थापना दिवस के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गये। सीएम योगी आदित्यनाथ को बताैर मुख्य अतिथि निमंत्रित किया गया। सीएम के पहुंचते की काॅलेज के छात्र उत्साह से लबरेज दिखे। कार्यक्रम में सीएम योगी ने विभिन्न मसलों पर चर्चा की। युवाओं ने उनको गंभीरता से सुना। यूपी कॉलेज के 115वें स्थापना दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ के स्वागत में एमपी हॉल में छात्राओं ने ‘राम सिया राम….मंगल भवन अमंगल हारी’ भजन गीत गाया। पूरा हॉल राम के संगीत से गूंज उठा। हजारों को संख्या में छात्र जय श्री राम और हर हर महादेव का जयघोष कर थे।मंच पर केसरिया साफा पहनकर पहुंचे सीएम योगी को देखते ही छात्र उत्साहित हो उठे। इससे पहले छात्राओं ने सुरबद्ध होकर ‘मेरे झोपड़ी के भाग जग जाएंगे….राम आएंगे’ तो गाकर मुग्ध कर दिया।यूपी कॉलेज के 115वें संस्थापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे तो लोगों ने हर-हर महादेव का भी उद्घोष भी किया।काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एके त्यागी और न्यायमूर्ति डीपी सिंह एमपी हॉल में माैजूद रहे। यूपी कॉलेज गेट से लेकर जूदेव राजर्षि स्थापना स्थल और कार्यक्रम स्थल तक 500 से ज्यादा एनसीसी कैडेट्स और इंटरमीडिएट के छात्र सीएम के स्वागत में फूल और ढोल लेकर खड़े थे। केसरिया साफा बांधे वर्तमान और पूर्व छात्र भी उत्साह में दिखे। वहीं, कॉलेज के वर्तमान और रिटायर्ड शिक्षक और प्रोफेसर भी मौजूद रहे।कार्यक्रम के दाैरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 115 वर्ष पूरा होने पर हृदय से बधाई देता हूं। यूपी कॉलेज का नाम शिक्षा जगत का चमकता हुआ सितारा है। गत सदी में शिक्षा और सर्वांगीण विकास के क्षेत्र में यूपी कॉलेज ने जो काम किए, इसके लिए पूरा यूपी और देश विनम्र भाव से कृतज्ञता व्यक्त करता है। 1909 में वाराणसी में एक कॉलेज स्थापित हो, ये कल्पना अपने आप में राजर्षि जी के विराट रूप को प्रदर्शित करता है।

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