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REPORT BY: AAJNATIONAL NEWS ||AAJNATIONAL NEWS DEASK
कानपुर। काकादेव नवीन नगर के हॉस्टल में जेईई मेंस की तैयारी कर रहे छात्र का शव बाथरूम में मिला। साथी छात्र की सूचना पर हॉस्टल संचालक ने दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर सोमवार को परिवार के लोग कानपुर पहुंचे हैं। परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए काकादेव थाने में शिकायत की है। पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंची है। पुलिस की माने तो गैस गीजर या फिर करंट से छात्र की मौत होने की आशंका है। वाराणसी निवासी संतोष गुप्ता का बेटा उत्कर्ष गुप्ता (19) काकादेव के नवीननगर में रहकर जेईई मेन्स की तैयारी कर रहा था। उत्कर्ष के साथ हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र ने पुलिस को बताया कि रविवार शाम को उत्कर्ष नहाने के लिए बाथरुम में गया था। करीब एक घंटे तक वह बाथरुम से बाहर नहीं निकला तो मकान मालिक को जानकारी दी। मकान मालिक ने अन्य छात्रों के साथ मिलकर बाथरुम का दरवाजा तोड़ा। भीतर उत्कर्ष बेहोश पड़ा था। उसे फौरन पास के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मकान मालिक ने काकादेव थाने में सूचना दी।
छात्र की मौत की सूचना पाकर एडीसीपी सेंट्रल मनोज पांडेय ने देर रात फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। जांच-पड़ताल के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। बाथरुम में गैस का गीजर लगा है। गैस गीजर या फिर करंट से छात्र की मौत की आशंका जताई जा रही है। पोस्टमॉर्टम से मौत का कारण साफ हो सकेगा। उधर छात्र के परिवार के लोग कानपुर पहुंच गए हैं। माता और पिता रो-रो कर बेहाल हैं। फोरेंसिक टीम ने भी सोमवार कोहॉस्टल में जांच-पड़ताल की है। पुलिस की माने तो कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अवैध कब्जा न हटाने पर लेखपाल सस्पेंड,सरकारी बंटवारा में भी लगाई गलत रिपोर्ट
अवैध कब्जा करने की शिकायत के बाद भी कार्रवाई न करने पर डीएम ने लेखपाल को सस्पेंड कर दिया है। बिल्हौर तहसील में तैनात लेखपाल देवेंद्र कुमार से अवैध कब्जा हटाने और सरकारी बंटवारा करने की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन लेखपाल ने इस मामले में लापरवाही बरती। इसके अलावा मामले में ग्राम ढाकापुरवा निवासी वेद प्रकाश ने ऑनलाइन शिकायत (आईजीआरएस) में भी गलत आख्या अपलोड की। खेती की जमीन पर सरकारी बटवारा होना था। इसमें 4 सह खातेदार था। बावजूद इसके लेखपाल ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेकर वेद प्रकाश का नाम सहखातेदार से बाहर कर बंटवारा कर दिया। डीएम राकेश कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम बिल्हौर रश्मि लांबा को संबंधित लेखपाल को सस्पेंड करने के आदेश दिए। जिसके बाद एसडीएम ने लेखपाल को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए। एक अन्य मामले में तहसील सदर में तैनात अरुण द्विवेदी की जांच रिपोर्ट गलत देने के मामले में जांच कमेटी गठित की गई है। संदीप सिंह पुत्र स्वर्गीय वीरेन्द्र बहादुर सिंह निवासी ग्राम कला का पुरवा रामपुर भीमसेन द्वारा शिकायत की गई कि तहसील सदर में तैनात अरुणा द्विवेदी और राजस्व कर्मी आलोक दुबे ने षड्यंत्र के तहत गलत तरीके से वरासत बनाकर गलत तरीके से जमीन खरीद ली गई। राजस्व कर्मी आलोक दुबे पर भी आरोप है कि रिंग रोड के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीन अपने परिजनों के नाम पर खरीदी। इसके बाद मुआवजा खुद ले लिया। इस मामले में डीएम ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है।
रिमझिम इस्पात पर 5वें दिन भी रेड,50 से ज्यादा फर्जी मुखौटा कंपनियां मिलीं, 4 करोड़ कैश और सोने के बिस्किट मिले
शहर में रिमझिम इस्पात कंपनी पर 5वें दिन भी आईटी रेड जारी है। आईटी रेड में अधिकारियों को बड़े पैमाने पर मुखौटा कंपनियों के दस्तावेज मिले हैं। 50 से अधिक फर्जी कंपनियों के जरिए बड़े पैमाने पर कारोबार किया जा रहा था। वहीं, रेड में अधिकारियों को अभी तक कैश की बड़ी रिकवरी नहीं हो सकी है। कानपुर देहात के रनिया,उन्नाव और हमीरपुर स्थित 38 ठिकानों पर आयकर टीम की कार्रवाई जारी है। ज्यादातर कारोबार कच्चे पर्चे पर किया जा रहा था, जिससे करोड़ों के व्यापार के सबूत आयकर विभाग के हाथ लगे हैं। फिलहाल टीम को जांच में अधिक समय लगने की वजह नष्ट दस्तावेजों की तलाश करना बड़ी वजह बताई जा रही है। आयकर के 400 अधिकारियों और कर्मचारियों की अलग-अलग टीमें छापेमारी में लगी हुई हैं। अब तक 4 करोड़ रुपए कैश और ज्वेलरी मिली है। इसके अलावा सोने के बिस्किट बड़ी मात्रा में मिले हैं। दर्जनों की संख्या में बेनामी संपत्तियों के भी खुलासे हुए हैं। सूत्र बताते हैं कि कंपनी और कारोबारियों से जुड़े मुख्य लोग रेड के बीच भाग निकले हैं। जांच के दौरान आयकर टीम को मौके पर दस्तावेज भी नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में टीमें सबूत तलाशने में लगी हैं। आयकर की जांच में बिल्टी के जरिए भी भ्रष्टाचार के तमाम सबूत मिले हैं। एक ही बिल्टी से 10-10 बार कारोबार किया गया है। उधर, छापेमारी में हरबंश मोहाल स्थित कंपनी कारोबारी के यहां बड़ी संख्या में नकद रुपए मिलने की चर्चा चल रही है। कंपनी कारोबारी नकद मिले रुपयों का हिसाब-किताब नहीं दे पा रहा है। लिहाजा, आयकर की टीम ने रुपए जब्त कर लिए हैं।
एसी बस में लगी आग से मचा हड़कंप,कानपुर के विकास नगर बस डिपो में खड़ी
एसी जनरथ बस में सोमवार सुबह आग लग गई। बस के अंदर से धुआं निकला देख लोग पास पहुंचे तो देखा कि बस के केबिन में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। सूचना मिलते ही अन्य कर्मचारी भी मौके पर आ गए और अग्निशमन यंत्र की मदद से आग पर काबू पा लिया गया।
विकास नगर डिपो के एआरएम राम लवट ने बताया कि जिस बस में आग लगी थी वो बस 20 नवंबर को ही क्षेत्रीय कार्यशाला लखनऊ से बनकर आई है। 28 नवंबर को बस को रोड पर निकाला गया था। 30 नवंबर को बस लखनऊ से आकर रात में डिपो में खड़ी हो गई थी। इसके बाद से बस कही नहीं गई। सुबह करीब 9 बजे बस से धुआं निकलता देख कर्मचारियों ने इसकी सूचना पहले विभाग के अधिकारियों को दी। इसके बाद कंट्रोल रूम में दी। सूचना मिलते ही मौके पर अधिकारियों और कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने के प्रयाश शुरू कर करीब 20 मिनट में आग को पूरी तरह से काबू पा लिया।
फायर ब्रिगेड की गाड़ी के आने से पहले ही आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया था। फायर विभाग के अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है। जैसे ही बस में आग लगी तो पूरे डिपो में हड़कंप मच गया। आसपास खड़ी सवारियां भी इधर-उधर भागती हुई नजर आई। वहीं, डिपो के अंदर खड़ी बसे में आनन-फानन में मौके से हटाई गई। फायर अधिकारियों की माने तो शॉर्ट सर्किट केबिन के पास हुआ है, जिसके चलते आग लगी हैं।
सीवर भराव से परेशान लोगों ने केडीए में किया प्रदर्शन
सोमवार को पनकी में सीवर भराव से परेशान लोगों ने केडीए मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। मुख्यालय में अंदर प्रवेश को लेकर प्रदर्शन करने आए लोगों की सुरक्षा कर्मियों से बहस हुई। वहीं प्रदर्शनकारी अंदर जाने को लेकर अड़े रहे। हालांकि मुख्यालय में प्रवेश के बाद लोगों ने हंगामा कर दिया और केडीए वीसी मदन सिंह गर्ब्याल से मिलने की जिद पर अड़े गए। लोगों का आरोप है कि जवाहरपुरम सेक्टर 14 में स्थित डूडा कॉलोनी केडीए द्वारा बसाई गई थी, लेकिन वहां की सीवर लाइन अभी तक जल-कल को शिफ्ट नहीं की गई। वहां सीवर की बहुत बड़ी समस्या है। इसी तरह पनकी के गंगागंज गांव में केडीए सीवर लाइन डाली गई, लेकिन अभी तक जल कल नगर निगम कानपुर को हस्तान्तरित नहीं की गई।
केडीए ने आसपास आबादी विकसित की, लेकिन गंगागंजा गांव की सीवर समस्या का समाधान नहीं किया गया।लोगों का आरोप है कि केडीए में दो-तीन बार सैकड़ों की संख्या में आकर समस्या समाधान के लिए प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन आश्वासन दिया गया। कार्रवाई अभी तक नहीं हुई। इससे नाराज होकर लोगों ने तीसरी बार धरना प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि समस्या के समाधान न होने तक धरना जारी रहेगा। केडीए द्वारा क्षेत्र के एलाटी को परेशान किया जाता है। ओएसडी रवि प्रताप से शिकायत करने के पश्चचात भी रवि प्रताप द्वारा झूठा आश्वासन दिया जाता है। इतना ही नहीं, छह-छह महीने एलाटी रजिस्ट्री के लिए चक्कर लगा रहा, फिर भी उन लाभार्थियों का कोई काम नहीं हो रहा है। इस दौरान पूर्व पार्षद अशोक दुबे, पूर्व पार्षद उत्तम दुबे, पार्षद अनुप्रिया दुबे समेत सैकडों लोग मौजूद रहे।
50 हजार घरों की वाटर सप्लाई ठप,मेट्रो ने निर्माण कार्य के दौरान तोड़ी पाइप लाइन
मेट्रो ने निर्माण कार्य के बीच जल निगम की मुख्य पाइप लाइन तोड़ दी। पाइपलाइन में लीकेज से शहर दक्षिण के 50 हजार से ज्यादा घरों में जल संकट खड़ा हो गया। तीन-चार दिन बाद जलापूर्ति सामान्य हो पाने की संभावना है। फजलगंज फायर स्टेशन के पास मेट्रो कार्य से जल निगम की 1800 मिमी की जीआरपी पाइपलाइन में लीकेज हो गया, जिससे विजय नगर, दादानगर, गोविंदनगर, साकेत नगर, नौबस्ता, किदवई नगर, उस्मानपुर, बर्रा, जूही और परमपुरवा प्रभावित हुए हैं।
जल निगम के एक्सईएन अजमल हुसैन ने बताया, प्रयास किया जा रहा है पाइप लाइन मरम्मत जल्द हो जाए। जल निगम की पाइप लाइन टूटने से करीब ढाई लाख की आबादी को जलापूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था को जलकल विभाग ने कमर कस लिया है। 40 टैंकरों से मोहल्लों में पानी की आपूर्ति करने में लगा है। रविवार शाम पानी आपूर्ति टैंकर के जरिए किया गया।