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REPORT BY:AAJNATIONAL NEWS DEASK || EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
रायबरेली। रायबरेली पुलिस में पूर्व फौजी के बीच मारपीट के विवाद में एक नया मोड़ सामने आया है। पुलिस चौकी में घुसकर पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने का एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो दीपावली के दिन का बताया जा रहा। जिसमें घुरवारा पुलिस चौकी परिसर में जमकर हंगामा हुआ।
बताया जा रहा है कि इस वीडियो में रिटायर्ड फौजी इंदर सिंह द्वारा दरोगा हिमांशु मलिक की वर्दी फड़ी जा रही है। साथ ही उनका कॉलर भी फौजी द्वारा पकड़ा गया है। वीडियो में दर्जनों युवक थाने में हंगामा करते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि दरोगा हिमांशु मलिक की तहरीर पर रिटायर्ड फौजी इंदर सिंह समेत 9 अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। जिसमें पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। इससे पहले मंगलवार को रिटायर्ड फौजी इंदर सिंह के समर्थन में कई संगठन और परिवार के लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने एकजुट हुए थे। पुलिस कर्मियों पर पुलिस चौकी में पूर्व फौजी के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया था।
डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के घुरवारा पुलिस चौकी में हुए इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई थी। समाजवादी पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट के माध्यम से उत्तर प्रदेश की पुलिस योगी आदित्यनाथ को घेरा था। अखिलेश यादव ने ट्वीट करके लिखा था कि सेना में मेडल पाए एक फौजी के साथ उत्तर प्रदेश में जैसा हिंसक व्यवहार किया गया है, वह घोर आपत्तिजनक है। मुख्यमंत्री जी कम से कम फौजियों के सम्मान में तो न्याय करें। देखना है पूरा थाना सस्पेंड होता है या फिर उस पर बुलडोजर चलाया जाता है।
पुलिस ने थूककर चाटने को बनाया दबाव, प्रधान प्रतिनिधि ने लगाया आरोप, जांच के आदेश
रायबरेली जिले के नसीराबाद थाना क्षेत्र में पुलिस के एक ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि पर थूककर चाटने का दबाव बनाने का कथित मामला सामने आया है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से रविवार को जारी बयान के मुताबिक, 30 अक्टूबर को नसीराबाद थाना क्षेत्र स्थित कपूरपुर गांव के प्रधान के प्रतिनिधि सुशील शर्मा ने बिना अनुमति के नौटंकी समारोह का आयोजन किया था।
बयान के अनुसार, कार्यक्रम में शर्मा और उसके अन्य साथियों के शराब के नशे में आम जनता के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने की सूचना मिली थी। बयान के मुताबिक, जांच के लिए गई पुलिस टीम के समझाने पर भी शर्मा और उसके साथी नहीं माने और अभद्रता करने लगे। इसमें कहा गया है कि शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका के चलते शर्मा समेत पांच लोगों को हिरासत में ले लिया गया। वहीं, ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि सुनील शर्मा का आरोप है कि पुलिस देर रात गांव पहुंची और नौटंकी कार्यक्रम बंद कराने को कहा, जिसके बाद वह उसे और चार अन्य लोगों को थाने ले गई, उनके साथ मारपीट की तथा थूककर चाटने का दबाव बनाया।
शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि नसीराबाद के थानाध्यक्ष शिवाकांत पांडेय ने उनसे दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी। इस मामले में राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। बयान के अनुसार, आरोपी के सभी आरोपों की जांच अपर पुलिस अधीक्षक से कराई जा रही है और उनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।