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REPORT BY: K.K.VARMA ||AAJNATIONAL NEWS DEASK
चंडीगढ: पंजाब के 101 किसान दोपहर 12 बजे पैदल शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए रवाना हुए, लेकिन बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया। यहां पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई। इसके बाद किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। 5 किसान घायल हुए है। जिसमें एक की हालत गंभीर है। उसे चंडीगढ़
पीजीआई रेफर किया गया है। आज फिर शंभू बॉर्डर से किसान पीछे हट गए। सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि मीटिंग कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
बता दें कि किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा था कि हमने 101 किसानों की लिस्ट जारी की है। उधर हरियाणा पुलिस का कहना है कि हम पहले किसानों की पहचान करेंगे और फिर उन्हें आगे जाने देंगे। हमारे पास 101 किसानों के नामों की लिस्ट है और वे (किसान) लोग नहीं हैं। वे हमें अपनी पहचान नहीं करने दे रहे
हैं। किसान हथियार लेकर आए हैं। आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बाद शंभू बैरियर पर भगदड़ मच गई थी। क्योंकि आज हवा अंबाला से पंजाब की साइड चल
रही है। इससे पंडाल की तरफ आंसू गैस आ रही थी। हरियाणा पुलिस किसानों और मीडिया कर्मियों को चाय-बिस्किट ऑफर कर रही है।
हालांकि किसान चाय और बिस्किट नहीं ले रहे हैं। इस दौरान जय जवान जय किसान के नारे भी लगाए गए। हरियाणा पुलिस की तरफ से किसानों की हाजिरी लगाई जा रही है। किसानों को कहा गया है कि वह वेरिफिकेशन करवाएं। पुलिस ने कहा कि पहचान पत्र साथ होना चाहिए। आगे की बाद बाद में देखेंगे। पुलिस का कहना है कि किसान सहयोग नहीं कर रहे हैं।
किसान केंद्र सरकार से फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के कानून समेत 13 मांगें कर रहे हैं। किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण पंधेर ने कहा कि हमने 7 दिसंबर को केंद्र को बातचीत के लिए समय दिया था, लेकिन सरकार की तरफ से कोई मीटिंग का न्योता नहीं आया। इसके बाद आगे बढ़ने का फैसला लिया।