LUCKNOW:विरासत को जीवंत रखना जनता व सरकार दोनों की जिम्मेदारी- जयवीर,क्लिक करें और भी खबरें

-विंटेज कार रैली में पुरानी कारें बनी आकर्षण का केंद्र,दिखा लखनऊ का नवाबी ठाठ
-विंटेज कार रैली : पर्यटन विभाग और अवध हेरिटेज कार क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित

  • REPORT BY: K.K.VARMA ||AAJNATIONAL NEWS DEASK

लखनऊ 08 दिसम्बर।उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने एक संदेश में कहा कि हेरिटेज कॉन्क्लेव से लेकर विंटेज कार रैली जैसे आयोजन अपनी विरासत को संजोए रखने का ऐसा प्रयास है, जिसमें जनता और सरकार दोनों की समान भागीदारी जरूरी है। ऐसे आयोजनों से आमजन ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के प्रति आकर्षित होते हैं। विंटेज कारें हमें अतीत के उस दौर में ले जाती हैं, जब तकनीक और कला का अनोखा मेल देखने को मिलता था। पर्यटन विभाग सदैव इस तरह के आयोजनों का पक्षधर रहा है। ऐसे प्रयास पर्यटन विकास में सहायक सिद्ध होते हैं।उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा लखनऊ में राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित हेरिटेज कॉन्क्लेव आयोजित करने के एक दिन बाद रविवार को पर्यटन निदेशालय से विंटेज कार रैली का शुभारंभ किया गया।

प्रमुख सचिव पर्यटन,संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य मुकेश कुमार मेश्राम ने पर्यटन भवन से हरी झंडी दिखाकर विंटेज कार रैली को रवाना किया। यह अनोखी रैली न केवल पुरानी कारों के शौकीनों के लिए खास रहा, बल्कि राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने का एक प्रयास रहा। प्रमुख सचिव ने इस अवसर पर कहा कि विंटेज कार रैली उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और अवध हेरिटेज कार क्लब की संयुक्त पहल थी।

रैली में 21 से अधिक विंटेज कार मालिकों ने हिस्सा लिया। इनमें 1928 की फोर्ड, 1923 की लाल रंग की ऑस्टिन 7 और बेबी ऑस्टिन, वोल्स्ले, 1945 की जगुआर मार्क 4, 1945 की मॉरिस माइनर, 1968 की वी.डब्ल्यू. बीटल और 1958 की फिएट स्पाइडर जैसी पुरानी कारें शामिल थीं। ये कारें जिन रास्तों से गुजरी देखने वाले देखते रह गए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति उप्र. मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा किलखनऊ में दुर्लभ कारों का संग्रह देखकर अच्छा लगा। इतने वर्षों बाद भी विंटेज कारों को उनके मालिकों द्वारा बहुत अच्छी तरह से संभालकर रखा गया है। यह अपनी विरासत और धरोहरों के प्रति सम्मान को दर्शाता है। आने वाले समय में हमारी ओर से ऐसे और भी कार्यक्रम देखने को मिलेंगे, जो राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन को प्रोत्साहित करेंगे। महाकुंभ- 2025 हमारे लिए एक अवसर प्रदान कर रहा है, जो प्रदेश आने वाले पर्यटकों श्रद्धालुओं आदि को राज्य की विरासत, संपत्तियों तथा कम चर्चित स्थानों की ओर आकर्षित करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।

उत्तर प्रदेश सरकार और पर्यटन विभाग राज्य के पर्यटन विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। पर्यटन विभाग ने हेरिटेज कॉन्क्लेव के अगले दिन विंटेज कार रैली आयोजित कर धरोहरों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है। विंटेज कार रैली में आजादी से पहले और बाद की दुर्लभ कारों ने आधुनिकता और पुरातन का एक अद्भुत संगम पेश किया।

पर्यटन विभाग द्वारा विंटेज कार रैली को समर्थन देने के लिए अवध हेरिटेज कार क्लब के अध्यक्ष पी.एन.डी सिंह ने मुख्य अतिथि को धन्यवाद दिया।इस अवसर पर प्रतिष्ठित फिल्म निर्देशक मुजफ्फर अली भी उपस्थित रहे। 21 विंटेज कारों का यह काफिला पर्यटन निदेशालय से निकलकर रिंग रोड तिराहा, सेवा अस्पताल के रास्ते चंद्रिका देवी मोड़ से 30 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कैप्टन फार्म, बक्शी का तालाब पहुंचा।

विद्युत संविदा कर्मियों का निजीकरण के विरूद्ध सत्याग्रह 17 दिसंबर को

विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ की बैठक आज महासंघ के केन्द्रीय कार्यालय जी 107 हमबरा अपार्टमेंट श्यामा चौराहा नरही लखनऊ में वरिष्ठ मज़दूर नेता अरुण कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई । बैठक मे आउट सोर्स एजेंसियों द्वारा धरना प्रदर्शन में भाग लेने पर संविदा कर्मियों को निकाले जाने और ब्लैकलिस्ट किए जाने के धमकी भरे आदेश को श्रम क़ानूनों के विरूद्ध बताया गया । बैठक मे शामिल विद्युत संबिदा मज़दूर संगठन उप्र,विद्युत संबिदा कर्मचारी संघ उप्र केस्को संविदा कर्मचारी यूनियन,निविदा संविदा सेवा समिति तथा विद्युत दैनिक वेतन कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों द्वारा निर्णय लिया गया कि मंगलवार 17 दिसंबर को ड्यूटी के समय काला फ़ीता बाँधकर हर ज़िले में संविदा कर्मियों द्वारा निजीकरण के विरोध में सत्याग्रह किया जाएगा और उपभोक्ताओं के हित मे एक घंटे अधिक कार्य किया जाएगा ।बैठक को संबोधित करते हुए महासंघ के प्रान्तीय अध्यक्ष आरएस राय ने कहा कि आठ नौ हज़ार रुपये के मामूली वेतन और बिना सुरक्षा उपकरणों के प्रदेश में कार्यरत लगभग 65 हज़ार संविदा कर्मियों द्वारा अनेक वर्षों से विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए दिन रात 12 से 14 घंटे काम किया जा रहा है ।जिनमें से लगभग 30 हज़ार संविदा कर्मचारियों की आजीविका पर अब निजीकरण के कारण ख़तरा उत्पन्न हो गया है। ऊर्जा मंत्री एवं चेयरमैन के आश्वासन के बावजूद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा गत मार्च 2023 की हड़ताल में निकाले गए और हाल मे छटनी किए गए निर्दोष संविदा कर्मियों को अभी तक काम पर वापस नहीं लिया गया है। बैठक में महासंघ के घटक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों सर्व श्री पुनीत राय,दिनेश कुमार,रियाज्जुदीन,विनोद कुमार श्रीवास्तव, विपिन विश्वकर्मा, धनंजय राजभर, केदारनाथ गौतम, प्रियांशु सिंह, राजू अंबेडकर, अब्दुल्ल मन्नान , साकिब मंसूरी, सुरेंद्र प्रसाद, सुरेंद्र कुमार विश्वकर्मा, अयाज, सैयद जुल्फिकार हुसैन, राहुल कुमार , आर पी पाल सहित महासंघ के मीडिया प्रभारी विमल चंद्र पांडे भी मौजूद थे।

सत्य के अलावा कोई धर्म नहीं- गोविंद

विश्वनाथ मन्दिर के 33वें स्थापना दिवस के मौके पर श्रीरामलीला पार्क सेक्टर-’ए’ सीतापुर रोड योजना कालोनी में बेदी पूजन के साथ शिव पुराण कथा का शुभारंभ हुआ। पहले दिन कथाव्यास पंडित गोविंद मिश्रा ने महात्म की कथा का सुन्दर वर्णन किया। उन्होंने बताया कि शिव पुराण कथा से देवराज ब्राह्मण, बिंदुग, चँचुला का उद्धार हुआ और कैलाश धाम की प्राप्ति हुई। कथा सुनाते हुए पंडित गोविंद मिश्रा ने कहा कि प्रेम जोड़ता और भ्रम तोड़ता है। कभी संबंध बना हो तो यह मत देखना कि उसका घर कितना बड़ा है, उसका घर भले ही छोटा हो पर उसका दिल बड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसार में शुरू से ही संवाद की परंपरा रही है और उससे समाज का कल्याण हुआ है। विवाद की परंपरा अब शुरू हुई है और हम सदाचार भूलते जा रहे हैं। सत्य के अलावा कोई धर्म नहीं है, इसलिए सत्य हमारे जीवन में होना चाहिए। लेकिन आज हम सत्यता से दूर होते जा रहे है, सनातन धर्म के सूत्र को ही नहीं बचा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिव पुराण अवश्य सुनना चाहिए क्योंकि जो भाव से कथा सुनते है और संकीर्तन करते हैं उनके लिए कथा कल्प वृक्ष के समान होती है। श्रद्धा और विश्वास के साथ शिव पुराण कथा सुनेंगे तो इसका लाभ जरूर मिलेगा।।इस मौके पर क्षेत्रीय पार्षद मान सिंह यादव, सांसद प्रतिनिधि दिलीप यशवर्धन, कमलेश दुबे, वरुण श्याम पांडेय, विशंभर चौहान, रानी पांडेय, धर्मशिला मिश्रा, कौशल किशोर पांडेय, सहित काफी संख्या में भक्त मौजूद रहे।

ग्राम चौपालों में 04 लाख 38 हजार प्रकरणों का हुआ निस्तारण,लगी एक लाख ग्यारह हजार से अधिक चौपाल

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में ग्रामीणो की समस्यायों के निराकरण हेतु प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड की दो ग्राम पंचायतों में प्रत्येक शुक्रवार को ग्राम चौपाल,गांव की समस्या -गांव में समाधान का आयोजन किया जा रहा। बड़ी संख्या में लोगों की समस्यायों का निराकरण उनके गांव में ही हो रहा है।सरकार खुद चलकर गांव व गरीबों के पास जा रही है, ग्राम चौपालों से जहां गांवों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जमीनी हकीकत का पता चलता है, वहीं सोशल सेक्टर की योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आ रही है।उप मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में ठोस व प्रभावी रूपरेखा बनाकर चौपालों का आयोजन किया जा रहा है। चौपालों से पूर्व गांवों में सफाई पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है और चौपालों के बारे में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। व्यक्तिगत समस्याओं‌ के अलावा सार्वजनिक समस्याओं का समाधान हो रहा है।उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ग्राम चौपालों का आयोजन विधिवत किया जाता रहे।ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश की 1395 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया, जिनमें 3843प्रकरणो का निस्तारण गांव पंचायतों में ही कर दिया गया।इन ग्राम चौपालों मे 3673 ब्लाक स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी तथा 6724 ग्राम स्तरीय कर्मचारी मौजूद रहे और इन चौपालों में 76 हजार से अधिक ग्रामीणों ने सहभागिता की।ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि जनवरी 23 से अब तक 01 लाख 11 हजार से अधिक ग्राम चौपालों का आयोजन किया जा चुका है,जिनमें 78 लाख से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे और 04 लाख 38 हजार से अधिक समस्याओं,प्रकरणों का निस्तारण किया गया।

 

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