LUCKNOW:महाकुम्भ में आपदा प्रबंधन के लिए टेबलटॉप एक्सरसाइज का आयोजन,क्लिक करें और भी खबरें

-राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने विभागों को किया जागरूक

  • REPORT BY: K.K.VARMA ||AAJNATIONAL NEWS DEASK

लखनऊ 17 दिसम्बर। प्रयागराज में मेला क्षेत्र के पुलिस लाइन, प्रशिक्षण सभागार में महाकुम्भ 2025 के दौरान आपदा प्रबंधन की कार्यवाहियों को बेहतर करने के उद्देश्य से टेबलटॉप एक्सरसाइज बैठक का आयोजन उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माननीय उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, पीवीएसएम,एवीएसएम, वीएसएम सेनि विजय विश्वास पंत मण्डलायुक्तप्रयागराज, एडीजी ज़ोन प्रयागराज भानु भास्कर, प्रयागराज पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा, एवं मेला अधिकारी विजय किरण आनन्द की उपस्थिति में किया गया।बैठक को संबोधित करते हुए प्राधिकरण के  उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने बताया कि महाकुम्भ आयोजन को सुगम एवं सुरक्षित बनाने हेतु आपदा प्रबंधन का विशेष महत्व है।

आपदा प्रबंधन के सभी पहलुओं पर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है जिसमें कि एक महत्वपूर्ण पहलू सभी विभागों एवं एजेन्सियों का आपसी समन्वय एवं पूर्व अभ्यास है। वर्ष 2019 के कुम्भ के मुकाबले आज प्रदेश के संसाधनों में व्यापक वृद्धि हुई है। हमारी एसडीआरएफ पूर्णतया संसाधनों से युक्त एवं प्रशिक्षित है तथा एनडीआरएफ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर तैनात है। इसी प्रकार पीएसी, अग्निशमन एवं जल पुलिस के संसाधनों में वृद्धि की गयी है जिससे कि आपदा की स्थिति को न्यूनीकृत किया जा सके।

प्रदेश में अब 10000 से अधिक युवा आपदा मित्र के रूप में प्रशिक्षित हो चुके हैं जो कि महाकुम्भ-2025 में आपदा प्रबंधन के कार्यों हेतु प्रशासन के साथ मिलकर अपनी स्वयंसेवा प्रदान करेंगे।कार्यक्रम की शुरुआत राजेंद्र सिंह, पीटीएम, टीएम, सदस्य एवं विभाग प्रमुख, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली के मुख्य अभिभाषण से हुई। राजेंद्र सिंह ने बताया कि यूपीएसडीएमए द्वारा महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में आपदा प्रबंधन के लिए टेबलटॉप एक्सरसाइज़ का आयोजन सभी एजेंसियों को आपदा प्रबंधन योजना की प्रभावशीलता का आंकलन करने एवं अपनी योजना की तैयारियों में मौजूद कमियों और सुधार के क्षेत्रों को पहचानने में सहायक होगा साथ ही अन्य प्रदेशों के लिए एक केस स्टडी के रूप में सहयोगी भी होगा।

विजय विश्वास पंत मण्डलायुक्त प्रयागराजने अपने सम्बोधन में कहा कि टेबल टॉप अभ्यास का मुख्य उद्देश्य महाकुम्भ 2025 के दौरान बेहतर आपदा प्रबंधन हेतु सभी स्टेक होल्डर को मेला क्षेत्र में संभावित आपदा के दौरान त्वरित एवं एकीकृत प्रतिक्रिया एवं इसके प्रबंधन के प्रति जागरूक करना था, जिससे किसी भी आपदा के दौरान सभी विभाग आपसी समन्वय से प्रतिक्रिया करने में सक्षम रहे। महानिदेशक पीयूष आनंद ने बताया कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में राष्ट्रीय आपदा मोचक बल की भूमिका आपदा प्रबंधन और टेबलटॉप एक्सरसाइज़ अभ्यास में अत्यंत महत्वपूर्ण है।

टेबलटॉप एक्सरसाइज़ में भारत सरकार के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, नई दिल्ली, परमाणु ऊर्जा विभाग, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन, नई दिल्ली, नाभिकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान, भारतीय थल सेना एवं भारतीय रेलवे के प्रतिनिधि तथा मेला प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारीगण, प्रयागराज के राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, अग्निशमन विभाग, पुलिस यातायात, संचार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य  तथा एसडीआरएफ के अधिकारी तथा जिलाआपदा प्रबंधन प्राधिकरण प्रयागराज, मथुरा, चित्रकूट, अयोध्या, वाराणसी, श्रावस्ती, मिर्जापुर एवं गोरखपुर के अधिकारी मौजूद रहे।

समाज कल्याण मंत्री ने छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के सरलीकरण के लिए मांगा सुझाव

समाज कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने कहा कि विभाग द्वारा संचालित छात्रवृत्ति,शुल्क प्रतिपूर्ति योजना को और अधिक प्रभावी, पारदर्शी एवं लाभार्थियों के लिए हितकर बनाने के उद्देश्य से इसमें व्यापक सुधार करने को विभाग सदैव प्रतिबद्ध है। समाज कल्याण विभाग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रिफॉर्म, परफॉर्म व ट्रांसफॉर्म के सिद्धांत पर चलते हुए कार्य कर रहा है।विशेषज्ञों की ट्रांसफॉर्मेशन टीम बनाई गई है, जिन्होंने लाभार्थियों की अपेक्षाओं, सिस्टम में संभावित कमियों आदि का आंकलन व विभिन्न बिन्दुओं पर गहन चर्चा और विस्तृत अध्ययन के उपरांत इस योजना से जुड़ी प्रमुख चुनौतियों और उनके निवारण के लिए संभावित सुधारों को चिह्नित कर चर्चा पत्र तैयार किया है। हितधारकों से अनुरोध किया है कि चर्चा पत्र का अध्ययन कर इस सम्बन्ध में अपने बहुमूल्य सुझाव से अवगत कराएं। उन्होंने हितधारकों से कहा कि चर्चा पत्र में उल्लिखित समस्याओं एवं निदान से संबंधित बिंदुओं पर अभी विचार चल रहा है। सुझावों पर सम्यक विचार के बाद ही इस रूपांतरण प्रक्रिया को अंतिम स्वरूप प्रदान किया जाएगा।

विलुप्त हो रही लोक कलाओं के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए बनाये नई योजनाएं-जयवीर

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री  जयवीर सिंह ने संस्कृति विभाग के अधीन संचालित स्वायत्तशासी संस्थानों में नव मनोनीत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों को बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपने-अपने संस्थानों की गतिविधियों को तेजी से धरातल पर उतारने के लिए नई योजनाएं एवं कार्यक्रम तैयार करें, जिससे लोक कलाओं के संरक्षण के साथ ही कलाकारों को योजनाओं का लाभ मिल सके। राज्य सरकार विलुप्त होती जा रही लोक कलाओं के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति कटिबद्ध है। इसलिए पूरी लगन एवं निष्ठा के साथ कार्य करें।पर्यटन मंत्री योजना भवन के सभागार में नव मनोनीत अध्यक्षों एवं सदस्यगणों की परिचयात्मक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वायत्तशासी संस्थानों एवं अकादमियों में संचालित योजनाओं को जनोपयोगी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि कलाकारों को प्राचीन कलाओं को नये सिरे से निखारने तथा संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करें। इसके साथ ही लोक कलाओं को पुनर्जीवित एवं संरक्षित किये जाने के लिए जिला, ब्लॉक तथा पंचायत स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करें।श्री जयवीर सिंह ने कहा कि लोक कलाएं हमारी समृद्ध संस्कृति तथा लोक जीवन को जीवंत बनाने के मूल आधार हैं। ग्रामीण अंचलों में विविध लोक संगीत के कलाकार मौजूद हैं, उनकी कला को मंच प्रदान करना भी संस्थानों की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने संस्कृति विभाग से जुड़े कलाकारों को संरक्षण देने तथा सांस्कृतिक विरासत को संजोये जाने के लिए प्राथमिकता दी है। इसलिए लोक विरासत की कलाओं को बचाने के लिए संस्थान एवं अकादमी अपने-अपने स्तर से कार्य करें। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश मेश्राम ने नव नामित अध्यक्षों, उपाध्यक्षों एवं सदस्यगणों से आग्रह किया कि अपने दायित्वों का भली-भांति निर्वहन सुनिश्चित करें, ताकि प्रदेश की लोक कलाओं को संरक्षित किया जा सके।

390 मार्गों के विशेष मरम्मत कार्य हेतु 02 अरब 80 करोड़ 74 लाख 74 हजार स्वीकृत

राज्य सरकार द्वारा राज्य सड़क निधि योजना के अन्तर्गत विभिन्न जनपदों के 390 मार्गों के विशेष मरम्मत कार्य हेतु 02 अरब 80 करोड़ 74 लाख 74 हजार रूपए की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने के साथ चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में 90 करोड़ 66 लाख 60 हजार की धनराशि अवमुक्त कर दी गयी है। इस सम्बन्ध में आवश्यक शासनादेश लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है।जारी शासनादेश में सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि कार्य हेतु आवंटित धनराशि का उपयोग प्रत्येक दशा में 31 मार्च 2025 तक कर लिया जाय एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र शासन को 30 अप्रैल 2025 तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय।

लखनऊ:04 पर्यटन स्थलों के विकास, सौन्दर्यीकरण हेतु 05 करोड़ रूपये स्वीकृत

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग राजधानी लखनऊ में स्थित चार पर्यटन स्थलों के विकास करने का निर्णय लिया है। इस हेतु लगभग 05 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृति की गयी है। इस धनराशि में से 03 करोड़ रूपये की धनराशि जारी कर दी गयी है।

पर्यटन स्थलों के विकास का कार्य शीघ्र प्रारम्भ कर दिया जायेगा। इसका मुख्य उद्देश्य इन पर्यटन स्थलों की ओर श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को आकर्षित करना है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश पर्यटन क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है। देश-दुनिया से बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। नवाबों के शहर के नाम से विख्यात लखनऊ आगंतुकों को खूब आकर्षित करता है। 2024 में जनवरी से सितंबर तक यहां लगभग 57 लाख पर्यटक आए, जिसमें 13,081 विदेशी पर्यटक थे।

लखनऊ के ऐतिहासिक, धार्मिक और आध्यात्मिक स्थलों के साथ यहां का हस्तशिल्प, कला, खान-पान सैलानियों को खूब लुभाता है। पर्यटन विभाग लखनऊ के पर्यटन स्थलों का निरंतर विकास कर रहा है, ताकि दुनियाभर से आने वाले पर्यटक विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें। इसी क्रम में सरोजनीनगर में सई नदी के तट पर लगभग दो करोड़ रुपए से घाट का निर्माण किया जाएगा। सीढ़ियां, सोलर लाइटिंग, बेंच और पाथवे का निर्माण किया जाएगा।  यहां आने वाले पर्यटक भ्रमण के साथ कुछ समय गुजार कर आनंद ले सकें।

सदर तहसील स्थित राज्य संरक्षित बड़ा शिवाला श्री सिद्धनाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण और पर्यटन विकास कार्य होगा। इसके लिए लगभग एक करोड़ दो लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं, जिसमें 60 लाख रुपए जारी किए जा चुके हैं। स्वीकृत धनराशि से दो यात्री विश्राम गृह, साइनेज, बेंच, शौचालय आदि सुविधाएं विकसित की जाएंगी। विधानसभा क्षेत्र लखनऊ उत्तर स्थित नानक साही मठ का पर्यटन विकास कराया जाएगा। इसके लिए लगभग एक करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं, जिसमें 60 लाख रुपए जारी किए जा चुके हैं।

स्वीकृति राशि से सोलर लाइटिंग, हॉर्टिकल्चर, बेंच, साइनेज, गजीबो सहित अन्य निर्माण कार्य कराए जाएंगे। उमरिया ग्राम में शहीद राजा दिग्विजय सिंह स्मारक का पर्यटन विकास कराया जाएगा। इस योजना के लिए भी लगभग एक करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं, जिसमें 55 लाख रुपए की धनराशि जारी की जा चुकी है। स्वीकृत राशि से रेलिंग, पहुंच मार्ग, प्रकाश व्यवस्था, साइनेज, हाई मास्क लाइटें, जल निकासी की व्यवस्था, तालाब का निर्माण, बेंच, बच्चों के लिए पार्क, तालाब का निर्माण, गोमती नगरी पर घाट का विकास कराया जाएगा। विकास कार्य पूर्ण होने के बाद पर्यटकों और श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी।प्रदेश के अन्य धार्मिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का पर्यटन विकास कराया जा रहा है ताकि यहां आने वाले पर्यटक विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें।

महिला आयोग की अध्यक्ष ने किया अपना घर आश्रम का निरीक्षण

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा बबीता सिंह चौहान ने आज लखनऊ में महिला कल्याण विभाग के अधीन संचालित अपना घर आश्रम गोमतीनगर लखनऊ का निरीक्षण किया।

संस्था में वर्तमान में 100 की स्वीकृति क्षमता के सापेक्ष 60 अन्तःवासी निवासरत हैं, संस्था मानसिक मंदित महिलाओं हेतु संचालित की जा रही है। साफ सफाई संतोषजनक पाई गई।

अध्यक्ष ने संस्था का रसोईघर, शौचालय, डिस्पेन्सरी, संवासिनी कक्ष इत्यादि का निरीक्षण किया, जिसमें समस्त व्यवस्थायें उच्च कोटि की पायी गयी।

अध्यक्ष ने अंतःवासी किशोरियों के लिए रोजगारपरक किशोरियों,महिलाओं से उनकी शिक्षण संबंधी एवं उनसे उनकी रूचि के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।

निरीक्षण के समय जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह संस्था अधीक्षिका निहारिका जोशी उपस्थित रही।

अध्यक्ष द्वारा गृह की अंतःवासिनियों को उनके घरवालां से सम्पर्क कर यथासम्भव उनके घर भेजने का प्रयास करने हेतु परामर्श दिया गया।

अल्पसंख्यक अधिकार दिवस आज,जिलों में होंगी गोष्ठियां- दानिश अंसारी

अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने बताया कि 18 दिसम्बर को अल्पसंख्यक अधिकार दिवस मनाया जाएगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्मानित जनप्रतिनिधियों तथा गणमान्य व्यक्तियों की गोष्ठियाँ आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले के मंत्री को अल्पसंख्यक अधिकार दिवस गोष्ठी की अध्यक्षता करने हेतु अनुरोध किया जाय।अल्पसंख्यक राज्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस गोष्ठी में शासन द्वारा अल्पसंख्यकों के शैक्षणिक, आर्थिक तथा समाजिक विकास हेतु चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाये। इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने हेतु अल्पसंख्यकों को प्रोत्साहित किया जाय।।
श्री दानिश ने अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर उक्त विषय से संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रम, मुशायरा, कवि सम्मेलन, क्राफ्ट मेला व सेमिनार आयोजित करने हेतु भी कार्यवाही संबंधित विभागों के समन्वय से करने हेतु निर्देश दिए हैं।अल्पसंख्यकों के लिए शासन द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं में यदि किन्हीं लाभार्थियों को चेक वितरित किये जाने हो या अन्य कोई लाभार्थी परक वितरण कार्य कराया जाना हो तो शिविर लगवाकर उक्त अवसर पर कराया जाय। अन्य योजनाओं यथा-प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम योजना तथा छात्रवृत्ति आदि महत्वपूर्ण योजनाओं का भी इस अवसर पर व्यापक प्रचार ,कराया जाय।

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