-समीक्षा बैठक में दिए अपराध नियत्रण तथा कुम्भ मेला व साइबर अपराध को रोकने के दिए कड़े निर्देश
-सोशल मीडिया पर चौबीस घंटे रखी जाये नजर, अफवाह फैलाने वालों पर की जाये कड़ी कार्रवाई
-
REPORT BY:AAJNATIONAL NEWS||AAJNATIONAL NEWS DEASK
लखनऊ। यूपी के डीजीपी नें यूपी की कानून-व्यवस्था और अपराध नियत्रण तथा कुम्भ मेला व साइबर अपराध को लेकर आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े निर्देश दिए।डीजीपी प्रशान्त कुमार नें सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्त के साथ की गईं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि गम्भीर प्रवृत्ति के अपराधों में संलिप्त फरार अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु अधिक से अधिक पुरस्कार घोषित कर अबिलम्ब गिरफ्तारी की जाये तथा सक्रिय अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।डीजीपी नें कहा कि जमानत पर रिहा अपराधियों पर निरन्तर सतर्क दृष्टि रखी जाय तथा अपराधिक कृत्यों में लिप्त पाये जाने पर नियमानुसार जमानत निरस्तीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।गम्भीर एवं जघन्य प्रवृत्ति के अपराधों यथा हत्या, लूट, डकैती आदि का अतिशीघ्र अनावरण कराया जाय।
मानकों के अनुरूप किया जाये लाउडस्पीकरो और ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग
डीजीपी नें कहा कि लाउडस्पीकरो और ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग मानकों व पूर्व निर्गत निर्देशों के अनुरूप किया जाये तथा इसका उल्लघन करने वाले के विरूद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।लम्बित विवेचनाओं का गुणवत्तापूर्ण समयबद्ध निस्तारण कराया जाय तथा इस प्रकार के अपराधों में लिप्त अभियुक्तों के प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।डीजीपी नें कहा कि महिला एवं बच्चों से सम्बन्धित अपराधों का अत्यधिक गम्भीरता से लेते हुये संलिप्त अभियुक्तों के विरूद्ध त्वरित वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये तथा मुख्यालय स्तर से निर्गत निर्देशों का कड़ाई अनुपालन कराते हुये निर्धारित समयावधि में विवेचनाओं का गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण कराया जाय तथा अभियुक्तों को सजा दिलाये जाने हेतु मा0 न्यायालय प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जाये।
अपराध होने पर तत्परता से की जाये कार्रवाई
डीजीपी नें कहा कि गोबध और गो तस्करी की रोकथाम हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये तथा गोबध के प्रकरणों में गम्भीरता से विवेचनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। ऐसे अपराधों में संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।साइबर अपराध से आम जनमानस को बचाने हेतु अधिक से अधिक जनजागरूकता अभियान चलाया जाय तथा साइबर अपराध की घटना घटित होने पर तत्परता से कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।डीजीपी नें कहा कि महाकुम्भ-2025 को सकुशल, शान्ति एवं सद्भावपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराये जाने हेतु लगाये गये पुलिस कार्मिकों को साफ्ट सकिल एवं गुड विहैवियर सहित विभिन्न आपदा एवं व्यवहारिक पहलुओं पर विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाय।महाकुम्भ के दृष्टिगत रेलवे ट्रैक की सुरक्षा हेतु समस्त कमिश्नरेट और जनपद स्तर पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाय तथा राजकीय रेलवे पुलिस एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा और अधिक समन्व्य बनाये रखते हुये रेलवे ट्रैक की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
112 पर सूचना देने हेतु यात्रियों को किया जाय जगारूक
डीजीपी नें कहा कि रेलवे ट्रैक एवं रेल यात्रियों की सुरक्षा हेतु जन जागरूकता अभियान चलाया जाय तथा यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना के सम्बन्ध में तत्काल 112 पर सूचना देने हेतु यात्रियों को जगारूक किया जाय तथा रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वारों पर चेकिंग हेतु लगाये सुरक्षा मानकयंत्रों को सक्रिय रखा जाय तथा रेलवे स्टेशन/प्लेटफार्मो पर एण्टी सोबोटॉज टीम द्वारा प्रभावी चेकिंग करायी जाय।लोकसेवा आयोग, उ0प्र0 द्वारा आयोजित परीक्षा के दृष्टिगत अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों पर सतर्क दृष्टि रखी जाय तथा इस प्रकार के असामजिक तत्वों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।क्रिसमस-डे के अवसर पर आयोजन स्थलों तथा चर्च/गिरजाघरों के आस-पास यातायात प्रबन्धन एवं प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किया जाये।
वरिष्ठ अधिकारी करें फ्लैगमार्च का आयोजन
डीजीपी नें कहा कि आगामी नववर्ष के अवसर पर कमिश्नरेट/जनपद के संवेदनशील स्थलों व आयोजन स्थलों, होटलों, कल्बों व मनोरंजन गृहों तथा ऐसे स्थान जहाँ नववर्ष के सामूहिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हों के आस-पास तथा प्रमुख बाजारों में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपने नेतृत्व में अधिक से अधिक पुलिस/पीएसी बल के साथ फ्लैगमार्च का आयोजन किया जाय।आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत अभिसूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय रखा जाय तथा छोटी से छोटी सूचना को अत्यन्त गम्भीरता से लेते हुये तत्परता पूर्वक यथोचित विधिक कार्यवाही की जाये।सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मो पर चौबीस घंटे सर्तक दृष्टि रखी जाय।