LUCKNOW:यूपी डीजीपी नें लांच की साइबर अपराध की बेबसाइट

-मौजूद होंगी साइबर सुरक्षा से सम्बन्धित जानकारी व संसाधन तथा सेवायें

  • REPORT BY:AAJNATIONAL NEWS || AAJNATIONAL NEWS DEASK

लखनऊ। यूपी क़े डीजीपी प्रशांत कुमार क़े निर्देश पर साइबर काइम मुख्यालय नें उ०प्र० पुलिस की साइबर वेबसाइट तैयार की। इस बेबसाइट की लॉचिंग आज की डीजीपी नें की है।इस मौके पर एडीजी साइबर काइम और अपराध व मुख्यालय तथा तकनीकी सेवायें और निदेशक यू०पी०एस०आई०एफ०एस० व डीजीपी क़े जीएसओ और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल थे।इस मौके पर डीजीपी नें कहा कि साइबर काइम से निपटने के लिये सभी जिलों में साइबर काइम थाना खोला गया है तथा सभी थानों पर भी हेल्प डेस्क की स्थापना भी की गयी है हमारा प्रयास होना चाहिये कि थानों तथा डेस्क पर ट्रेंड कर्मी नियुक्त होने चाहिये। साइबर वेबसाइट का मोटो है कि साइबर इको सिस्टम को मजबूत किया जाये। हमारे पास फारेंसिक साइन्स का एक विश्वस्तरीय इन्स्टीट्यूट भी है, जिसमें बहुत जानकार तथा विशेषज्ञ लोग तैनात हैं जिनके सहयोग से जोन, रेन्ज व जिले स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया जा सकता है तथा अधिक से अधिक अवेयरनेस कार्यक्रम भी हर स्तर पर आयोजित किये जाने चाहिये। सभी स्तर पर पूर्व में भी प्रशिक्षण कार्यक्रम व जागरूकता अभियान चलाये जा चुके हैं।डीजीपी नें कहा कि अब साइबर काइम के केस लगातर बढ़ते जा रहे हैं, जिससे निपटने के लिये प्रशिक्षित व ट्रेंड कर्मियों की अधिक से अधिक आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश पुलिस के पास संसाधन व मैन पावर की कोई कमी नहीं है, जिसके माध्यम से हम साइबर काइम से बेहतर तरीके से निपट सकते हैं।

वेबसाइट में मौजूद है साइबर सुरक्षा से सम्बन्धित जानकारी

इस वेबसाइट पर साइबर सुरक्षा से सम्बन्धित जानकारी, संसाधन तथा सेवायें मौजूद है।यूपी पुलिस क़े मुताबिक साइबर हेल्प लाइन नम्बर 1930 पर कॉल करक़े साइबर अपराध व अपराधी की जानकारी दे सकते है।वही साइबर अपराध सम्बन्धी शिकायत दर्ज करने क़े लिए बेबसाइट का उपयोग कर सकते है।पुलिस क़े मुताबिक साइबर अपराध व शिकायत की स्थिति जानने और मोबाइल नम्बर के खोने और चोरी होने पर नम्बर को ब्लाक कराने क़े लिए भी शिकायत दर्ज करा सकते है।इसके अलावा सदिग्ध तथा धोखाधड़ी वाली कॉल की रिपोर्ट भी कर सकते है।इसके अतिरिक्त अपनी आईडी से सम्बन्धित मोबाइल कनेक्शनों की जानकारी भी कर सकते है।

अवैध भर्ती एजेन्टों की जानकारी और इमीग्रेट भी देखने को मिलेंगे 

पुलिस क़े मुताबिक साइबर जागरुकता से सम्बन्धित सामग्री को देखने और वित्तीय अनियमिताओं सम्बन्धी शिकायत हेतु आरबीआई का सचेत पोर्टल और विदेश भेजने वाले वैध तथा अवैध भर्ती एजेन्टों की जानकारी और इमीग्रेट को भी देख सकते है। इसके अलावा साइबर जागरुकता तथा समाचार से सम्बन्धित सोशल मीडिया प्लेटफार्म लिंक और सोशल मीडिया से सम्बंधित विभिन्न प्लेटफार्मों सम्बंधी शिकायतों क़े लिए सिटिजन सेंट्रिक रिपोर्टिंग लिंक का उपयोग भी कर सकते है।

प्रदर्शित किये गये है विभिन्न कटेगरी लिंक

इस पर महाकुम्भ-2025 सम्बंधी महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिलेंगी।इसके अलावा मुख्य डैशबोर्ड के जरिए सुरक्षा उपायों तथा अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं तक पहुंचने क़े लिए विभिन्न कटेगरी लिंक प्रदर्शित किये गये है।इसके अलावा इसमें साइबर क्राइम मुख्यालय का संगठनात्मक ढांचा तथा साइबर क्राइम थानों की स्थापना आदि को लेकर जानकारी हैं।वही इसमें प्रदेश के 75 जनपदों के साइबर नोडल तथा सभी साइबर क्राइम थानों के प्रभारी निरीक्षकों के मोबाइल नम्बर व मेल आईडी है।वही साइबर अपराध से बचाव क़े कन्टेन्ट ऑडियो, वीडियो, पोस्टर्स भी देख सकते हैं।एक्ट और रुला भी मेंशन किये गये है। इसके अलावा इसमे साइबर सम्बंधी डीजी परिपत्रों तथा जांच और विवेचना, प्रशिक्षण में सहायक समन्वय, सहयोग, प्रतिबिम्ब, साइबर सेफ आदि पोर्टल के लिंक प्राप्त होंगे।

NSG के डीजी ने की यूपी के डीजीपी से मुलाकात 

पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार से आज शुक्रवार  को पुलिस मुख्यालय में महानिदेशक एन0एस0जी0 बी0  श्रीनिवासन ने  शिष्टाचार भेंट किया ।इस मुलाकात के दौरान पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 व महानिदेशक एन0एस0जी0 के मध्य उत्तर प्रदेश पुलिस और एन0एस0जी0 के बेहतर समन्वय, सामरिक महत्व एवं महाकुम्भ-2025 की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गयी तथा प्रतीक चिन्ह भेंट किये गये।

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