LUCKNOW:शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के मानदेय में होगा इजाफा !,क्लिक करें और भी खबरें

-प्रस्ताव तैयार, कैबिनेट की मंजूरी के बाद होगा क्रियान्वयन

  • REPORT BY:K.K.VARMA || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK

लखनऊ । आउटसोर्स एवं संविदा कर्मियों के वेतन में इजाफे के बाद सरकार शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों के मानदेय में बढ़ोत्तरी करने जा रही है। उच्चस्तर पर इसके लिए सहमति बनने के बाद प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिसे मंजूरी के लिए कैबिनेट में भेजा जाएगा। प्रस्ताव के अनुसार शिक्षा मित्रों का मानदेय 25 हजार रुपये प्रतिमाह तथा अनुदेशकों को न्यूनतम 22 हजार प्रतिमाह मानदेय दिए जाने का प्रस्ताव है।दोनों संवर्ग के शिक्षा कर्मियों को दूसरे राज्यों की भांति तीन वर्षों पर वेतन वृद्धि की सुविधा पर सरकार सहमत हो चुकी है। कैबिनेट की मुहर लगते ही शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों के मानदेय में न सिर्फ दोगुने से अधिक वृद्धि हो जाएगी बल्कि हर तीन वर्ष पर वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा। इस समय प्रदेश में शिक्षा मित्रों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये तथा अनुदेशकों को नौ हजार रुपये मानदेय के रूप में दिया जा रहा है।राज्य सरकार ने बीते 20 फरवरी को आउट सोर्स एवं सविदाकर्मियों के मानदेय अथवा वेतन को न्यूनतम 16 हजार से 20 हजार रुपये तक करने की घोषणा की थी। अब शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों के मानदेय में वृद्धि किए जाने की योजना है। सरकार ने देश के कुछ अन्य राज्यों में वहां शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों को दिए जाने वाले अन्य सुविधाओं का अध्ययन कराया है। उसी आधार पर यहां के शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों को भी कुछ अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करने पर विचार किया जा रहा है जिस पर अन्तिम मुहर कैबिनेट की लगेगी, वह लागू किया जा सकेगा। वित्त विभाग के अधिकारी ने बताया कि दूसरे राज्यों के पैटर्न पर प्रदेश की आर्थिक एवं सामाजिक स्थितियों को देखते हुए अनुकूल निर्णय लिया जा रहा है। कई राज्यों में दो से तीन वर्षों के अन्तराल पर वेतन वृद्धि की सुविधा दी जा रही है।आउट सोर्स एवं संविदा कर्मियों के न्यूनतम वेतन में इजाफे के बाद सरकार शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों के मानदेय में सम्मानजनक बढ़ोत्तरी करने जा रही है। उच्च स्तर पर इसके लिए सहमति बनने के बाद प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिसे मंजूरी के लिए कैबिनेट में भेजा जाएगा। प्रस्ताव के अनुसार शिक्षा मित्रों का मानदेय 25 हजार रुपये प्रतिमाह तथा अनुदेशकों को न्यूनतम 22 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिए जाने का प्रस्ताव है।प्रदेश में शिक्षामित्रों की संख्या 1,43, 450 है।अनुदेशकों की संख्या 25,223 है। चंडीगढ़ में शिक्षामित्रों को 34, 000 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं।राजस्थान में 51,600 रुपये प्रतिमाह,झारखण्ड में ज्यादातर समायोजित हो गए बचे हुए को 20 से 28,000 के बीच मानदेय प्रतिमाह मिलते हैं।उत्तराखण्ड में टेट पास सहायक अध्यापक बनाये गए जो बचे उन्हें 20, 000 रुपये प्रतिमाह पाते हैं।बिहार में विधानसभा में नियमित किए जाने की घोषणा हो चुकी है। फिलहाल 20 वर्ष की नौकरी पूरी कर चुके को 26, 000 से 29,000 मानदेय दिया जा रहा है।

अन्तर्राष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव का शुभारम्भ,महाराष्ट्र के रामटेक में हर आदमी की होती है इक राम कहानी

अन्तर्राष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव का शुभारम्भ महाराष्ट्र के रामटेक में नेहरू मैदान में हुआ। उत्तर प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, अन्तर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान द्वारा आयोजित कॉन्क्लेव में भक्ति, नृत्य, संगीत एवं कवियों का संगम देखने को मिल रहा है। नेहरू ग्राउंड में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़ के नरेन्द्र मिश्र ‘धड़कन’ और निशा आनंद, कामठी के मनीष बाजपेयी, नागपुर की रामवृक्ष मिश्रा, और मध्य प्रदेश के राजेन्द्र शुक्ल ‘सहज’, लखनऊ के स्वयं श्रीवास्तव और महाराष्ट्र के प्रमोद शाहू पारखी सरीखे सुविख्यात कवियों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।निशा आनंद ने सरस्वती वंदना के साथ कवि सम्मेलन का शुभारम्भ किया। राजेन्द्र शुक्ल सहज ने मानवता की मूर्ति मनोहर मन में रमे मनस्वी राम। त्याग तपस्या तर्पण करने वन चले तपस्वी राम पंक्तियों के साथ माहौल को भक्ति भाव से सराबोर कर दिया तो वहीं लखनऊ के स्वयं श्रीवास्तव ने वर्तमान से राम युग को जोड़ते हुए कहा ‘कल भोर की चिंता में रात नींद न आनी, रावण नहीं है मारना रोटी है कमानी, हम राम तो नहीं मगर ये बात भी सच है ,हर आदमी की होती है इक राम कहानी। स्वयं की इन उत्साहवर्धक रचनाओं ने श्रोताओं की खूब तालियां बटोरीं।
इसी श्रृंखला में 08 मार्च और 09 मार्च को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा और महिला दिवस के उपलक्ष्य में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक से नेहरू ग्राउंड तक नारी सम्मान शोभायात्रा निकाली जाएगी। मुम्बई की स्वाति मिश्रा और भोपाल के राजीव सिंह भजन संध्या में राम नाम की ऊर्जा का संचार करेंगे। पार्श्व गायिका प्रिया पाटीदार भी सुरों की छठा बिखेरेंगी। 09 मार्च को पद्मश्री अनूप जलोटा भजन गायन करेंगे।उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने भगवान राम के जीवन से दया, धर्म, प्रेम और समर्पण की भावना का संचार युवा पीढ़ी में हो इसी उद्देश्य से ये आयोजन किए जा रहे हैं।

कृषि मंत्री ने किया एफपीओ मेला व प्रदर्शनी का शुभारंभ

केंद्र सरकार की 10 हजार एफपीओ के गठन व संवर्द्धन योजना एवं राज्य सरकार की आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना अंतर्गत राज्य स्तरीय एफपीओ के तीन दिवसीय मेला प्रदर्शनी तथा कार्यशाला का शुभारंभ प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में किया। कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अवगत कराया कि भारत सरकार की 10 हजार एफपीओ के गठन का लक्ष्य समय सीमा से पहले 24 फरवरी को पूर्ण कर लिया गया है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 3813 एफपीओ, शक्ति पोर्टल पर पंजीकृत हैं। एफपीओ गठन हेतु राज्य पोषित केन्द्रीय संस्थाएं सीमा रहमान खेड़ा, यूपी डास्प, यूपीएसएस एवं यूपी पीसीएफ को नामित किया गया है। यूपी 92 फीसदी लघु एवं सीमांत किसान हैं जिनकी आय दुगुनी करने हेतु यह आवश्यक है कि उनकी कृषि लागत कम करते हुये प्रसंस्करण को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। यूपी एफपीओ शक्ति पोर्टल पर एफपीओ की ग्रेडिंग एवं रेटिंग भी की जाती है। वर्तमान सरकार की मंशा है कि गाँवों के आसपास के 200 एकड़ भूमि पर कृषि को विदेश निर्यात योग्य बनाया जाय जिस हेतु क्लस्टर खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। कृषि अवसंरचना निधि योजना कृषि अवस्थापना संयंत्रों को बढ़ावा देने हेतु एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका लाभ कृषकों द्वारा लिया जा सकता है। सीड पार्क की स्थापना हेतु 250 करोड़ रुपए का बजट प्राविधान है। कृषि मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एफपीओ को बढ़ावा देने का आग्रह किया।इस एफपीओ मेला प्रदर्शनी तथा कार्यशाला के प्रथम दिवस पर श्री ओपी वर्मा, विशेष सचिव कृषि हिमांशु राय, एसएफएसी प्रतिनिधि पंकज त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक बीज विकास निगम पीयूष शर्मा, निदेशक, सीमा रहमानखेड़ा मुकेश गौतम, पूर्व कृषि निदेशक एसके सिंह सचिव, उपकार, प्रगतिशील एफपीओ एवं विभिन्न जनपदों के कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष ने दी बधाई

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ बबीता सिंह चौहान ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की सभी को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस नारी सशक्तीकरण का पर्याय बन गया है। सम्पूर्ण विश्व में 08 मार्च अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है।अध्यक्ष डॉ सिंह ने प्रदेश की महिलाओं को भरोसा दिलाया है कि राज्य महिला आयोग महिलाओं की मदद के लिए निरन्तर प्रयत्नशील है। आयोग प्रदेश में महिला उत्पीड़न की रोकथाम, दोषियों के खिलाफ त्वरित व कड़ी कार्यवाही कराने के साथ-साथ आर्थिक सशक्तीकरण, शिक्षा व स्वास्थ्य के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। नगर एवं ग्रामीण हर क्षेत्र की महिला आज सशक्तीकरण की राह पर अग्रसर हैं। वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो चुकी है। आज नारी अवला नहीं सवला है। मेरा अपना मानना है कि नारी एक शक्तिपुंज है बस केवल खुद को पहचानने की आवश्यकता है।
महिलायें को स्वावलम्बी, शिक्षित व आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महिला आयोग एवं अन्य विभिन्न संस्थायें महिला को सशक्त बनाये जाने में प्रभावी भूमिका का निर्वाहन कर रहे हैं। आज महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपना सार्थक योगदान प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान की शुरूआत सर्वप्रथम अपने घरों से करनी चाहिए तथा घर के पुरूष सदस्यों को समाज की महिलाओं को सम्मान प्रदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षुओं को कढ़ाई के तरीकों का कराया अभ्यास

राज्य संग्रहालय में चिकनकारी पर आधारित कार्यशाला एवं व्याख्यान के चौथे दिन मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षुओं को कढ़ाई के तरीकों का अभ्यास कराया। इस सत्र में प्रशिक्षुओं को बिजली, कौड़ी, काण, रौजन, सादा कन्दा, आउल लाइन, मुर्री, होल, उल्टी बखिया, गांठ कन्दा और सीधी बखिया जैसे प्रमुख टांकें कपड़े पर लगाना सिखाया गया ।
राज्य संग्रहालय, संस्कृति विभाग और अवध चिकनकारी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में चिकनकारी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मास्टर ट्रेनर रानी सिद्दीकी और अरशी फातिमा ने प्रशिक्षुओं को चिकनकारी के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। प्रशिक्षुओं ने सफेद मलमल के कपड़े पर सुई में विभिन्न रंगों के धागों को पिरोकर कढ़ाई की और जाली वर्क के प्रति विशेष रुचि दिखाई। निदेशक राज्य संग्रहालय डॉ. सृष्टि धवन द्वारा कला अभिरूचि पाठ्यक्रम के अन्तर्गत वैश्विक स्तर पर रोजगारपरक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम प्रभारी व सहायक निदेशक डॉ. मीनाक्षी खेमका ने बताया कि कार्यशाला में प्रशिक्षणार्थी चिकनकारी का काम सीख रहे हैं, जो उन्हें रोजगार में आत्मनिर्भर बनाएगा। 04 मार्च से चल रही कार्यशाला का आयोजन 12 मार्च तक होगा। कार्यशाला कला और हस्त शिल्प के क्षेत्र में रुचि रखने वाले व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण कदम है। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अपने संदेश में कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों से हमारी पारंपरिककला कृतियों को संरक्षित किया जा रहा है बल्कि युवा पीढ़ी को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं।

होली पर्व पर लखनऊ परिक्षेत्र से चलाई जायेगी 921 बसें – दयाशंकर

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह लखनऊ परिक्षेत्र से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में होली के पर्व पर 921 बसों का संचालन किया जायेगा। जिससे कि होली पर्व पर यात्रियों को बेहतर आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो। 50 आरक्षित बसों का आवश्यकतानुसार उपयोग किया जायेगा। लखनऊ क्षेत्र से कौशाम्बी आनंद बिहार, जयपुर, हरिद्वार, देहरादून, वाराणसी, गोरखपुर एवं आजमगढ़ विशेष रूप से बसों का संचालन किया जायेगा।परिवहन मंत्री ने निर्देश दिये हैं कि 08 मार्च से 18 मार्च तक अधिकारियों कर्मचारियों को अपरिहार्य परिस्थितियों में अवकाश प्रदान किये जाए, जिससे कि बसों के कुशल संचालन में कोई समस्या न आये। प्रारम्भिक बस स्टेशनों पर समस्त यात्रियों के टिकट बनाये जाने के उपरान्त पंजिका में यात्रियों की संख्या एवं आय का अंकन कर बसों का संचालन कराया जाए व बुक किया जाय। जिससे कि निर्धारित संख्या में यात्री लेकर ही बसें प्रस्थान करे। चालक परिचालक मार्ग पर पड़ने वाले स्टापेज से ही यात्रियों को बैठाये, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए।
परिवहन मंत्री ने निर्देश दिये कि यातायात निरीक्षक अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से करे। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक स्टेशन प्रभारी के अतिरिक्त अन्य अधिकारियों के मोबाइल नम्बर अंकित किये जाए। कन्ट्रोल रूम से 24 घंटे संचालन की मानीटरिंग भी की जाए। अतिरिक्त बसे आम जनता के सुविधा जनक यात्रा तथा सुरक्षित गन्तव्य स्थल तक पहुंचाने के लिए संचालित की जा रही है। राज्य सरकार यात्रियो की सुरक्षित यात्रा के लिए कटिबद्ध है। कोई यात्री स्टाप पर छूटने न पाये।क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि परिवहन मंत्री के निर्देशों का अनुपालन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि लखनऊ परिक्षेत्र के विभिन्न डिपो यथा चारबाग डिपो से 137, अवध डिपो से 100, कैसरबाग डिपो से 251, रायबरेली डिपो से 146, हैदरगढ़ डिपो से 217, बाराबंकी डिपो से 87, उपनगरीय डिपो से 05 एवं आलमबाग डिपो से 78 अतिरिक्त बसों का संचालन किया जायेगा। डिपोज से गोरखपुर, दिल्ली, बहराइच, गोण्डा, बलरामपुर, कानपुर, आजमगढ़, देहरादून, हरिद्वार, वाराणसी एवं प्रयागराज के लिए उपलब्ध रहेगी।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस आज, होगा उत्सव

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आईटीओटी परिवार द्वारा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम 8 मार्च को शाम 5 बजे एसएसटीआरसी आईटीओटी लखनऊ में होगा।इस अवसर पर डॉ. मालविका हरि ओम मुख्य अतिथि होंगी, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक प्रशिक्षण एवं रोजगार आईएएस नेहा प्रकाश करेंगी।

कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के लिए मिली वित्तीय स्वीकृति

वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु फसल कृषि कर्म फसल बीमा, केन्द्र प्रायोजित योजनाओं का संगत राज्यांश नेशनल क्रॉप इन्श्योरेंस प्रोग्राम योजनान्तर्गत सब्सिडी में प्राविधानित धनराशि 55000 लाख के सापेक्ष प्रस्तावित धनराशि राज्यांश 18295.40 लाख की वित्तीय स्वीकृति सरकार द्वारा दी गई है।

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