-आपरेशन सिंदूर के बाद डीजीपी नें दिया महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा के निर्देश, सभी मुवमेंट गोपनीय रखने के निर्देश
- REPORT BY:AAJ NATIONAL NEWS || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ।भारतीय सेना द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर उत्तर प्रदेश के निवासियों एवं महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को लेकर यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार नें पुलिस अफसरों को अलर्ट करते हुए हेतु महत्वपूर्ण निर्देश दिये है।डीजीपी प्रशांत कुमार नें सभी जिलों और कमिश्नरेट्स तथा पुलिस इकाइयों को तत्काल प्रभाव से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है।डीजीपी नें महत्वपूर्ण व सवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को लेकर कहा है कि सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को सुदृढ़ और उन्नत किया जाए ।भौतिक सुरक्षा, निगरानी प्रणाली और परिधि सुरक्षा को हर हाल में मजबूत किया जाए ।इसके अलावा डीजीपी नें आंतरिक सुरक्षा अभ्यास को लेकर कहा है कि इसके तहत मॉक ड्रिल आयोजित की जाए।डीजीपी नें कहा कि पूरी तैयारी के साथ पूर्व ब्रीफिंग और बाद की डिब्रीफिंग की व्यवस्था की जाए ।संबंधित सभी सुरक्षा इकाइयों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए ।डीजीपी नें पुलिस परिसरों और संसाधनों के ऑडिट को लेकर कहा कि पुलिस लाइन, कार्यालय, डिपो , पुलिस यूनिट्स और नियंत्रण कक्ष को सुरक्षित किया जाए ।एक संपूर्ण संसाधन ऑडिट किया जाए और कमी पाए जाने पर शीघ्र समाधान किया जाए ।डीजीपी नें कहा कि पुलिस वेबसाइट और पुलिस सर्वर के साथ-साथ साइबर सुरक्षा सुदृढ़ की जाए । महत्त्वपूर्ण स्थानों पर प्रवेश नियंत्रण को लेकर कहा है कि महत्त्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर प्रवेश नियंत्रण व्यवस्था को कड़ा किया जाए ।पहचान पत्रों की जांच और सत्यापन सुनिश्चित की जाए ।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी खुद ही लें समन्वय की जिम्मेदारी,सभी मूवमेंट गोपनीय रखे
डीजीपी नें कहा एजेंसियों के साथ समन्वय बनाये।सेना, वायुसेना, नागरिक सुरक्षा, खुफिया इकाइयाँ और अन्य सम्बंधित एजेंसियों से बेहद समन्वय बनाये। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी समन्वय की खुद ही जिम्मेदारी लें ।डीजीपी नें सामरिक आवागमन की व्यवस्था को लेकर कहा है कि सुरक्षित और गोपनीय आवाजाही सुनिश्चित की जाए ।राजमार्गों और रेलवे पर सैन्य काफिले गोपनीय रहे।डीजीपी नें कहा कि वायुसेना के लिए एटीएफ व ईंधन की आपूर्ति करने वाले रेलवे पुलों और ट्रैकों की सुरक्षा की जाए ।सभी मूवमेंट को नीड टू नो आधार पर गोपनीय रखा जाए ।
संवेदनशील क्षेत्रों में बढ़ाई जाए पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई जाए
डीजीपी नें सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों पर सतर्कता को लेकर कहा कि सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जिलों को उच्च सतर्कता पर रखी जाए ।संवेदनशील क्षेत्रों में बल की तैनाती बढ़ाई जाए ।आरक्षित बलों को त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार रखा जाए ।डीजीपी नें कहा कि प्रमुख सेवाओं व तेल पाइपलाइन व संचार टावर और ओएफसी केबल लाइनें तथा जलापूर्ति प्रणालियाँ और भंडारण व बिजली सब-स्टेशन और ताप विद्युत संयंत्र की प्रमुख सुरक्षा की जाये।डीजीपी नें कहा कि खुफिया तंत्र को सक्रिय किया जाए और समुचित सुरक्षा व्यवस्था की जाए ।सोशल मीडिया की निगरानी चौबीस घंटे की जाये। इसकी मॉनिटरिंग साइबर सेल द्वारा की जाए ।अफवाह फैलाने और भ्रामक सूचनाओं को लेकर कड़ी कार्रवाई की जाए।
नियंत्रण कक्ष को उच्च सतर्कता पर रखा जाए
डीजीपी नें कहा कि जिला नियंत्रण कक्ष को उच्च सतर्कता पर रखा जाए ।112 आपातकालीन वाहनों को मुस्तैद रखा जाए ।डीजीपी नें कहा कि वरिष्ठ अधिकारी और जिला प्रशासन, नागरिक सुरक्षा, सेना, वायुसेना और सभी हितधारकों के साथ सक्रिय समन्वय बनाये रखे ।डीजीपी नें कहा कि सभी कर्मियों को पुलिस युद्ध निर्देशों की जानकारी दें ।सभी हवाई अड्डों के फनल क्षेत्रों की जाँच की जाए ।हवाई सुरक्षा इकाइयों के साथ संयुक्त कार्यवाही की जाए ।भारत नेपाल सीमा पर निरंतर चौकसी बरतते हुए, अन्य सुरक्षा बलों के साथ समन्वय स्थापित रखते हुए नियमित गश्त की जाये।