Imrana Begum Time Bomb Muzaffarpur Riots: बुजुर्ग महिला के सीने में बदला लेने की ऐसी आग धधक रही थी कि उसने खौफनाक साजिश रची और सांप्रदायिक दंगे फैलाने का प्लान बनाया। इसके लिए उसने टाइम बम बनाने का ऑर्डर दे दिया, लेकिन समय रहते पुलिस के हाथ वह लग गई और पुलिस के सामने उसने कई खुलासे किए।
Imrana Begum Revealed Time Bomb Order Secrets: 60 साल की उम्र हो चुकी है, लेकिन सीने में बदला लेने की आग धधक रही है। वह उत्तर प्रदेश को दहलाना चाहती है। सांप्रदायिक दंगे फैलाना चाहती है। इसके लिए उसने 10 टाइम बम बनाने का ऑर्डर दिया, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की मेरठ यूनिट ने उसके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। बोतलों का इस्तेमाल करके ‘टाइम बम’ बनाने वाले जावेद की निशानदेही पर पुलिस ने इमराना बेगम को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पुलिस को बताया कि उसने दंगे भड़काने की साजिश क्यों रची?
यूट्यूब वीडियो देखकर बनाया गया टाइम बम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इमराना बेगम को पुलिस ने मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह 2013 में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुए दंगों का बदला लेना चाहती है। क्योंकि दंगों में उसका घर जला दिया गया था। 10 साल से वह मौका मिलने का इंतजार कर रही थी, अब क्योंकि उत्तर प्रदेश में हाल ही में हल्द्वानी में दंगे हुए और माहौल खराब है, इसलिए वह फयादा उठाना चाहती थी। उसने अपराध की दुनिया से जुड़े जावेद को 10 हजार रुपये एडवांस देकर बम बनाने का ऑर्डर दिया। जावेदन ने यूट्यूब वीडियो देखकर बम असेंबल भी कर दिया, लेकिन डिलीवरी देने के लिए आते समय वह पुलिस के हाथ लग गया, नहीं तो बम उस तक पहुंच जाते।
जावेद को डिलीवरी देने जाते समय पकड़ा था
इमराना बेगम ने पुलिस को चैलेंज भी किया कि अगर जावेद पकड़ा न जाता तो वह सांप्रदायिक दंगे फैलाने में कामयाब हो जाती और पुलिस उस तक कभी पहुंच नहीं पाती। वह सब कुछ सजा जला देती। जिन्होंने उसका घर जलाया, उन सभी को मार देती। वहीं इमराना की बातें सुनकर पुलिस ने उसके खिलाफ विस्फोटक अधिनियम की धारा 4/5 और IPC की धारा 286 के तहत केस दर्ज कर लिया। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इमराना-जावेद के साथ साजिश में और कौन लोग शामिल हैं? टाइम बम बनाने वाले जावेद को UP पुलिस की टीम ने मुजफ्फरनगर में काली नदी के पास से दबोचा था।
पुलिस को इमराना की मानसिक हालत पर शक
मुजफ्फरनगर के SSP अभिषेक सिंह ने कहा कि दंगे फैलाने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। जावेद इमराना की परिचित का बेटा है। वह इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बनाकर इमराना को देने जा रहा था। बम बनाने के लिए 40 हजार रुपये में सौदा हुआ था। इमराना बेगम का मेडिकल कराया जाएगा, ताकि पता चले कि उसकी मानसिक हालत कैसी है?