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सरोजनीनगर:युवती को शादी का झांसा देकर युवक ने किया शारीरिक शोषण,क्लिक करें और खबरें

-सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद हुई यह घटना

  • REPORT BY:A. K. SINGH | EDITED BY-आज नेशनल न्यूज डेस्क

लखनऊ। एक युवती ने सरोजनीनगर थाने पर शादी का झांसा देकर युवक पर शारीरिक संबंध बनाने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।कादी बिहार गली नं पांच नत्थूपुरा थाना स्वरुप नगर दिल्ली की युवती ने थाने पर मुकदमा लिखाया कि यशवीर सिंह पुत्र राजेश सिंह ग्राम मऊ थाना महराजगंज जिला रायबरेली से सोशल मीडिया व इंस्टाग्राम पर बात चीत होती थी,मैं लखनऊ इंटरव्यू के लिए बीती 20 अगस्त को आलमबाग आयीं थी, यशवीर ने मुझे काल कर होटल आस्था में रुकने की व्यवस्था की और शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए एवं छुपकर मेरी वीडियो बनाया एवं फोटो भी ली। पीड़िता का आरोप है कि दूसरे दिन मुझे वापस दिल्ली भेज कर मुझे धमकी दी और अपने कुछ साथी को मेरा वीडियो दिखाया और मुझे धमकी दी अगर यह किसी को पता चला तो वीडियो सोशल मीडिया पर डाल देंगे और तुम्हें आत्महत्या करनी पड़ेगी। युवती कहना है कि जब मेरे भाई वहां बात करने गए तो उन्हें धमकियां देकर भगा दिया और शादी नहीं करेंगे जिससे मैं मानसिक रूप से तनाव में हूं।पुलिस मुक़दमा दर्ज कर मामले की पडताल कर रही है ।

घरों के पास बारिश का भरा पानी फैला रहा बीमारियां,पीएनसी कंपनी के तालाब पाट देने से पैदा हुई समस्या

महीनों से भरा घरों के पास बारिश का पानी बीमारियों परोस रहा है।इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिससे लोग संक्रमक बीमारियों से परेशान है।ग्राम सभा बनी में लगभग ढाई महीने से घरों के पास भरा बारिश का सड़ रहा है। इससे मौसमी जहरीले कीटाणु पनप रहे हैं जो लोगों पर हमला कर रहे हैं। पानी भरे रहने लोगों के घरों में सीलन भरी हुई है। घरों में रखा सामान में सीलन हो जाने से सामान ख़राब हो रहे है। बारिश का पानी यही पर बने एक बीघा 17 विश्वा के तालाब में भरा रहता था और ज्यादा बारिश होने पर जब तालाब में पानी भरने की जगह नहीं रह जाती थी तब बहकर सई नदी में पानी चला जाता था। बीते एक वर्ष पूर्व एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे सड़क बना रही पीएनसी कंपनी ने तालाब को मिट्टी डालकर पाट दिया गया।अब यह बारिश पानी ना तो कहीं बहकर नदी में जा पा रहा है और तालाब पट जाने से घरों आसपास भरा सड़ रहा है जिससे दुर्गंध बदबू आती है। महीनों से भरे पानी से घरों के गिरने का भी खतरा बना हुआ है। बताया जाता है पीएनसी कंपनी ने एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे सड़क में गाटर आदि रखने को लेकर तालाब को मिट्टी डालकर पाटा है जिससे कुम्हार जाति के लोगों को भी मिट्टी के बर्तन बनाने लेकर दिक्कत पैदा हुई। तालाब बंद हो जाने के बाद बर्तन बनाने के लिए मिट्टी कहा से लाएं।अन्य कहीं दूसरी जगह से मिट्टी लाने पर संबंधित थानों की पुलिस परेशान करती है।

अंडर पास नीचे उत्पन्न कीचड़ आवागमन में बना मुसीबत

बनी में हाईवे सड़क पर बना अंडर पास के नीचे लगभग हर समय भरा रहता है, क्योंकि यहां पर पानी निकलने की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां से ग्राम सभा नारायन खेड़ा मजरा बनी, निधान खेड़ा, बल्लू खेड़ा,भवानी खेड़ा, शेषपुर आदि तमाम गांवों के लोगों का आना-जाना प्रति दिन लगा रहता है,परन्तु मजबूरी में कीचड़ युक्त रास्ते में आते-जाते हैं। सबसे अधिक समस्या नारायन खेड़ा, निधान खेड़ा, बल्लू खेड़ा के लोगों के लिए है। जिनका हर समय इस रास्ते आवागमन होता है, लेकिन पानी भरे रहने से उत्पन्न कीचड़ की मार हर वक्त खानी पड़ती हैं, जिसका दर्द भी लोगों में बना हुआ है।इस कीचड़ युक्त रास्ते में दोपहिया वाहन सवार लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं और लोगों को पैदल निकलने में दिक्कतें हो रही है।

सरकारी जमीन की कब्जेदारी को लेकर शुरू है सिरफुटव्वल,कार्यवाही के बावजूद नहीं हो रहा सुधार

बंथरा क्षेत्र में अभी लखनऊ कानपुर हाईवे सड़क चौड़ीकरण को लेकर सरकारी जमीनों पर बने मकानों और दुकानों को ढाहाए गया है। जिसका लोगों ने जमकर विरोध किया परंतु यह सब किसी काम ना आ सका। इसके बावजूद लोग अभी भी हाईवे सड़क के किनारे सरकारी जमीनों की कब्जेदारी को लेकर सिरफुटव्वल कर रहे हैं।

हाईवे सड़क हो अन्य सड़कें सभी जगहों पर संबंधित विभाग बोर्ड लगाकर चेतावनी लिखकर लगाया जाता रहा है कि इस सड़क से इतनी दूरी तक सरकारी जमीन है। इस पर कोई निमार्ण कार्य किया जाता है तो अवैध माना जाएगा।इन सबके बावजूद लोगों ने सड़कों के किनारे सरकारी जमीनों पर कब्जा कर बड़ी-बड़ी इमारतें बना डाली थी। अभी कुछ महीने पहले ग्राम पंचायत बनी से सरोजनीनगर तक लखनऊ कानपुर हाईवे के किनारे सड़क चौड़ीकरण को लेकर जो इस बार कार्यवाही शासन प्रशासन द्वारा की गई इससे पहले नहीं की गई नहीं तो यह हालात पैदा नहीं होते।एक तो चेतावनी के बाद सड़क के किनारे सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण कार्य किया गया और जब प्रशासन ने जमीन खाली करने के लिए कहा तो मुआवजा की मांग की जाने लगीं। अब सरकारी जमीन का कैसा मुआवजा सरकार दें यह सब समझ से परे है।प्रशासनिक अधिकारियों के तमाम नोटिस देने के बाद भी जब लोगों ने सरकारी जमीनों को खाली नहीं किया और हाईवे सड़क चौड़ीकरण में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया तो शासन प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए बोलडोजर की कार्यवाही शुरू की, आखिरकार सरकारी जमीन को खाली ही करना पड़ा है। इतनी सख्त कार्यवाही अभी कुछ समय पहले ही हुई है। जिसको लोगों ने सुना और देखा भी है। कितने बड़े पैमाने पर लोगों को नुकसान भी झेलना पड़ा है। जिसका दर्द लोगों में अभी बना हुआ है।फिर भी इन सबके बावजूद सरकारी जमीनों को हथियाने की लालसा अभी रुकी नहीं है।

लखनऊ कानपुर हाईवे सड़क का चौड़ीकरण हो रहा है और उसके ऊपर एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू हैं और इसी बीच सड़क के किनारे की सरकारी जमीन पर लोग नजरें गड़ाए बैठे हैं और कब्जेदारी करने लगे हैं। सरकारी जमीनों पर कब्जा को लेकर आपस में विवाद जैसे स्थितियां उत्पन्न होने लगी है।जबकि बताया जाता है कि सरकार पहले की गई गलतियों को अब नहीं करना चाहती है। राजधानी की सीमा पर स्थित ग्राम सभा बनी से सरोजनीनगर तक जो भी सरकारी जमीनें है,उनको अपने कब्जे में लेकर उसमें नाना प्रकार के पेड़ों को लगायेगी। जिनका बंधेज सीमेंट के खंभों और कंटीले तारों को लगाकर किया जाएगा। शासन को ऐसा ही कदम उठना चाहिए नहीं तो आने वाले समय में नुकसान उसी का होता है। जिसका परिणाम बंथरा नगर पंचायत के चुनाव में देखने को मिला था। सरकार ने अवैध अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्यवाही की और सन् 2023 में संपन्न नगर पंचायत के चुनाव में भाजपा को हार झेलनी पड़ी।एन एच आई कानपुर रोड लखनऊ की टेक्निकल मैनेजर श्वेता सिंह बताया कि इस संबंध डीएम और एसडीएम से बात की है,जल्दी ही सरकारी जमीन को कब्जेदारों से मुक्त कराया जायेगा।

 

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