-संगठित गिरोह का सक्रिय सदस्य है फारूख अमन,लोगों से रूपये लेकर अधिकारियों से करता था अनाधिकृत पैरवी
- REPORT BY:NITIN TIWARI|EDITED BY-आज नेशनल न्यूज डेस्क
लखनऊ।यूपी एसटीएफ ने यूपी के मुख्यमंत्री का निजी सचिव बताकर ठगी करने और आनलाइन गैंबलिंग कराने वाले संगठित गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है।पकड़ा गया आरोपी फारूख अमन को एसटीएफ ने राजधानी के कमता तिराहा अवध बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर उसके पास से दो मोबाइल फोन और आधार कार्ड तथा बारह सौ रुपए न 48 वर्क प्रिंट आउट तथा मोबाइल का डेटा बरामद किया है।पकड़ा गया आरोपी फेक व्हाट्सएप अकाउंट बनाकर मुख्यमंत्री का निजी सचिव का प्रतिरूपण कर उच्चाधिकारियों के सीयूजी नम्बर को अपने से जोडकर लोगों से रूपये लेकर अधिकारियों से अनाधिकृत पैरवी करता था।
एसटीएफ ने बताया कि पकड़े गए आरोपी की उम्र 26 वर्ष है तथा कर्नाटक से बी-फार्मा किया है। उसकी वर्ष 2021 से उसकी दो एजेंसी हैं।जिसमें लगभग 125 होस्ट है। फरवरी 2024 में उसकी एक होस्ट ने बताया कि ठाकुर नाम से एक सेंडर है।यह लडकियों को क्वाइन गिफ्ट करता है और रिचार्ज भी कराता है। अगर हम लोग इसको सेट कर लेंगे तो यह हम लोगों से क्वाइन का रिचार्ज खरीदेगा व क्वाइन गिफ्ट करेगा। इस लालच में आकर यह उससे बात किया। तो उसने बताया कि वह यूपी के मुख्यमंत्री का निजी सचिव है एवं लखनऊ में ही रहता है। तो फारूख ने बताया कि मेरी स्ट्रीम कार एजेसियां है। मेरे पास कम्पनी के रिचार्ज का पोर्टल भी है। इसके बाद फारूख की ‘‘ठाकुर’’ से बात होने लगी। एक दिन उसने फारूख से कहा कि तुम्हारा कोई भी काम हो तो मुझे बताना मै करवा दूॅंगा। किसी भी अधिकारी को फोन कर देता हूं तो लोग डर जाते हैं। इसके बाद फारूख ने उससे कहा कि मेरा एक पिस्टल का लाइसेंस बनवा दो। तो उसने बोला डीएम को बोलकर करवा दूंगा। इसके बाद उसने फारूख से कहा मेरी स्ट्रीम कार आईडी पर क्वाइन रिचार्ज कर दो। जिस पर फारूख ने उसकी आईडी कम्पनी को भेजकर क्वाइन रिचार्ज करा दिया।
एसटीएफ ने बताया कि कुछ दिन सम्पर्क मे रहने के बाद फारूख को पता चला कि वह अधिकारी नही है। इसके कुछ दिन बाद कथित निजी सचिव को हवाला के माध्यम से कुछ रूपये किसी से लेने थे। तब फारूख ने उसके दूसरे के फोन में स्कैन करके कैसे लागिन करते हैं यह बताया था। जिसके बाद काम होने पर कथित निजी सचिव ने फारूख के कहने पर फारूख की आईडी पर लाखों रूपये के क्वाइन गिफ्ट किया था। जिससे फारूख लालच में आ गया और उसके साथ मिलकर ठगी का काम करने लगा। फारूख कथित निजी सचिव को अपने होस्टों की आईडी भेजकर क्वाइन सेंडिग कराता था। कथित निजी सचिव के रिचार्ज कराने से व होस्टों को सेंडिग करने से फारूख को 14 प्रतिशत, कम्पनी को 26 प्रतिशत व होस्ट को 60 प्रतिशत कमिशन मिलता था। इसके अतिरिक्त फारूख भी उससे क्वाइन अपनी आईडी पर गिफ्ट लेता रहता था व उसको मोबाइल में बीपीएन यूज करना व अन्य तकनीकी जानकारी देता रहता था। जिससे वह फारूख की आईडी व उसके जानने वालों की स्ट्रीमकार आईडी पर क्वाइन गिफ्ट करता था। वह अलग अलग लोगों के माध्यम से रिचार्ज का रूपया जमा कराता था जो लोगो से ठगी करके लिया जाता था।
एसटीएफ ने बताया कि 26 जुलाई को कथित निजी सचिव ने पुलिस भर्ती से सम्बन्धि स्टोरी लगाया था।जिस पर फारूख ने उसने पूछा तब उसने बताया कि अगर किसी को भर्ती कराना हो तो मैं सात लाख में करा दूगा उसमे से आधा आधा हो जायेगा आज उसी के कहने पर ही फारूख लखनऊ आया था।जब एसटीएफ ने उसकी कंपनी के बारे में पूंछा तो फारूख ने बताया कि यह एक लाइव स्ट्रीमिंग, चैटिंग एण्ड गैम्बलिंग एप है। इस एप पर तीन पत्ती, टेजर हंट, अलीबाबा, डर्बी, फ्रूटलुक हैं। कम्पनी द्वारा जो जुआ कराया जाता है उसमें लोग जो रिचार्ज लेते है उसका सात प्रतिशत कमीशन फारूख को मिलता है। कम्पनी का वार्षिक टार्नओवर भारत में लगभग रू 200 करोड़ है। बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।पकड़े गए आरोपी को थाना साइबर क्राइम कमिश्नरेट लखनऊ में दाखिल कर कार्रवाई की जा रही है।