डॉ शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय का मनाया गया दीक्षांत समारोह,1615 विद्यार्थियों को मिली डिग्री एवं 159 मेधावियों को पदक
-विद्यार्थियों में होनी चाहिए सफलता प्राप्त करने की ललक- मुरलीकांत राजाराम पेटकर
- REPORT BY:K.K.VARMA | EDITED BY-आज नेशनल न्यूज डेस्क
लखनऊ 13 सितम्बर।प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाध्यक्ष आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय का 11वां
दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। समारोह में विद्यार्थियों को 1615 उपाधियाँ एवं 159 पदक प्रदान किए गए, जिसमें से 59 स्वर्ण पदक, 50 रजत पदक एवं 50 कांस्य पदक शामिल थे। उपाधियों को डिजीलॉकर पर अपलोड किया गया।

समारोह में राज्यपाल ने उपस्थित सभी उपाधि एवं पदक प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी तथा कहा कि एक अभिभावक के लिए अपने बच्चों का पदक प्राप्त करना, आनंद और गौरव का विषय होता है। दिव्यांग बच्चों के पीछे माता-पिता को सबसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। सामान्य वर्ग एवं दिव्यांगजन हेतु विश्वविद्यालय में एक साथ समावेशी शिक्षा की सराहना करते हुए कहा कि दिव्यांगजन एवं सामान्य जनों के लिए अलग-अलग अवार्ड होने चाहिए। उनकी मेरिट भी अलग-अलग होनी चाहिए। विश्वविद्यालयों से डिजिलॉकर पर डिग्री के साथ सभी वर्षों की अंक तालिका भी अपलोड किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने विश्वविद्यालय में नामांकन, प्रवेश, परीक्षा परिणाम व अन्य विषयों हेतु समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन की आवश्यकता बताई। शिक्षा व्यवस्था में मध्यस्थों को दूर कर स्वस्थ शैक्षणिक वातावरण बनाना चाहिए।
समारोह के मुख्य अतिथि पद्मश्री मुरलीकांत राजाराम पेटकर का स्वागत करते हुए उन्हें कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा उनके जीवन वृतांत पर आधारित फिल्म को विद्यार्थियों को दिखाया जाए जिससे वे प्रेरित और प्रोत्साहित हो सके।राज्यपाल ने अपने दीक्षांत उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि विश्व को बेहतर दिव्यांग समावेशी बनाने हेतु दिव्यांगजनों के लिए समुचित अवसर उपलब्ध कराया जाना चाहिए। दिव्यांगजनों के भीतर प्रकृति प्रदत्त एक विशिष्ट प्रतिभा और रचनात्मकता होती है। उन्होंने कहा कि भारत के सांस्कृतिक इतिहास में ऋषि अष्टावक्र और सूरदास के उदाहरण आज भी हमें प्रेरित करते हैं व जीवन को सकारात्मक दिशा देते हैं। भारत की प्रगति एवं विकास में दिव्यांग जनों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि भारत आज पर पैरा स्पोर्ट्स के क्षेत्र में किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है। विश्वविद्यालय द्वारा दिव्यांगजनों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने हेतु स्पेशल ट्रेनिंग की उन्होंने सराहना की।कुलाध्यक्ष्य ने पेरिस पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के खिलाडियों ने भी यह साबित किया है कि हमारे राज्य में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्होंने इन खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं की और कहा कि दिव्यांग खिलाड़ियों ने अपने अद्भुत प्रतिभा और दृढ़ इच्छा शक्ति से साबित किया है कि दिव्यांगता कभी भी उपलब्धियों के आगे बाधा नहीं बनती।इस अवसर पर राज्यपाल ने आज विश्वविद्यालय तथा जिला प्रशासन लखीमपुर खीरी के सौजन्य से आंगनबाड़ी केन्द्रों को समृद्ध बनाए जाने हेतु 200 आंगनबाड़ी किट प्रदान किए। इन किटों में 100 किट विश्वविद्यालय एवं 100 किट जिला प्रशासन लखीमपुर खीरी के सहयोग से वितरित किए गए। राज्यपाल की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में प्रदेश भर में आंगनबाड़ी केन्द्रों को समृद्ध बनाने के प्रयास के तहत अबतक 17,026 आंगनबाड़ी किटों का वितरण किया जा चुका है। समारोह में स्पर्श राजकीय दृष्टि बाधित बालिका इंटर कॉलेज की 30 छात्राओं को राज्यपाल ने उपहारस्वरूप पाठ्य सामग्री, मिष्ठान व फल वितरित की। उन्होंने कॉलेज के अध्यापक एवं प्राचार्य को राजभवन की ओर से पुस्तकें भी प्रदान की। विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांव के परिषदीय विद्यालयों में चित्रकला, भाषण, कहानी, कथन एवं खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया तथा राजभवन की ओर से प्राथमिक विद्यालय के बच्चों हेतु शिक्षकों को पुस्तकें भी प्रदान की गई।इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि पद्मश्री मुरलीकांत राजाराम पेटकर ने विश्वविद्यालय को दुनिया का सबसे अच्छा दिव्यांग विश्वविद्यालय बताया एवं कहा कि विद्यार्थियों में सफलता तथा पदक प्राप्त करने की ललक होनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से बहादुर बनने की भी अपील की।समारोह में प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांग जन सशक्तिकरण राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप ने उपाधि एवं पदक प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उनसे देश और समाज के विकास में अपना योगदान देते रहने का आह्वान किया।
केजरीवाल को जमानत मिलने पर आप कार्यकर्ता खुश, मनाया जश्न,देश तानशाही से नहीं बल्कि संविधान से चलेगा -महेंद्र सिंह
आम आदमी पार्टी के मुखिया दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने पर उत्तर प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर जश्न मनाया गया
कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को बधाई दी। लखनऊ में कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। कार्यकर्ताओं के बीच हर्षोल्लास का वातावरण था। कार्यकर्ता सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले से बेहद खुश और उत्साहित दिखे।जिला अध्यक्ष इरम रिजवी ने कहा कि हम पहले दिन से ही कह रहे हैं कि यह पूरा मामला झूठ की बुनियाद पर खड़ा है और इसे बनाने के पीछे केंद्र की मोदी सरकार है इस तानाशाही हुकूमत ने अरविंद केजरीवाल और आप को बदनाम करने के लिए झूठ की बुनियाद खड़ी की .आज केजरीवाल जी की रिहाई ने मोदी और जांच एजेंसियों के झूठ का पर्दाफाश कर दिया है। कोर्ट ने आज कहा है कि ईडी सीबीआई मोदी सरकार के तोते हैं आज अरविंद केजरीवाल जी ने अपनी ईमानदारी और सत्य की ताकत की बदौलत तानाशाह को झुका दिया है।प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को जमानत दी है। यह हम सभी के लिए बेहद ख़ुशी का पल है। सुप्रीम कोर्ट का यह फ़ैसला बीजेपी के मुंह पर कड़ा तमाचा है। कोर्ट ने साफ़ कहा है कि केंद्र ने जांच एजेंसियों को तोता बनाकर रखा हुआ है। कोर्ट के इस फ़ैसले ने संदेश दिया है कि इस देश में तानाशाह की नहीं बल्कि संविधान की चलेगी और अगर कोई तानाशाही चलाएगा तो देश का संविधान आम आदमी की रक्षा करेगा।इस मौके पर प्रखर श्रीवास्तव,अंजू भट्ट , प्रीतपाल सिंह सलूजा , प्रियंका श्रीवास्तव , वंशराज दुबे , अंकित परिहार, अजय गुप्ता , जॉनी , ललित वाल्मीकि,राजीव पांडेय , ज़रीना उस्मानी सन्दीप यादव,अनित , यशवीर सिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

ऊर्जा मंत्री ने ’सम्भव’ के तहत की जनसुनवाई,उपभोक्ताओं से वर्चुअल संवाद कर समस्याओं का कराया समाधान
-विद्युत संयोजन देने में हीलाहवाली व नियमों की अनदेखी स्वीकार नहीं- शर्मा
उपभोक्ताओं की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए समाधान करायें, किसी भी स्तर पर चूक नहीं होनी चाहिए। विद्युत संयोजन देने में हीला-हवाली करना या
नियमों की अनदेखी करना अब स्वीकार नहीं किया जाएगा। उपभोक्ताओं को समय से विद्युत कनेक्शन निर्गत किया जाए। विद्युतीकरण के दौरान विद्युत पोल की ग्राउंटिंग ठीक से कराई जाए, जहां कहीं पर भी विद्युत लोड ज्यादा हो, ऐसे फीडर और ट्रांसफार्मर को चिन्हित करके वहां लोड बढ़ाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें। किसानों के लिए पृथक फीडर के लोड की भी जांच कराये, जिससे कि सिंचाई के लिए विद्युत आपूर्ति बाधा न बने। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।ऊर्जा मंत्री एके शर्मा शुक्रवार को शक्ति भवन में ’सम्भव’ के तहत वर्चुअल जनसुनवाई कर रहे थे। उन्होंने शिकायतकर्ता से सीधे संवाद कर तथा समस्या के संबंध में अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद मौके पर ही विभिन्न जनपदों से आई गंभीर समस्याओं का निस्तारण कराया। उन्होंने संयोजन न देने, ओवरलोडिंग, विद्युतीकरण कराने, संयोजन के स्थाई विच्छेदन, विद्युत पोल हटाने, विद्युत दुर्घटना में मुआवजा दिलाने, अनाधिकृत संयोजन, विद्युत मीटर न लगाने जैसी आदि गंभीर समस्याओं का समाधान कराया। उन्होंने विद्युत कर्मियों को सख्त हिदायत दी कि उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान में लापरवाही ठीक नहीं है। समस्याओं का समय से समाधान कराया जाए। उन्होंने उपभोक्ताओं से भी अपील की है कि वह अपनी विद्युत संबंधी समस्याओं को विभाग के टोल फ्री नंबर 1912 पर अवश्य दर्ज करायें, जिससे समस्याओं का समय से फीडबैक लिया जा सके। आजमगढ़ निवासी किरनलता के पृथक परिसर में विद्युत संयोजन निर्गत करने तथा उसके ससुर सूर्यबली के परिसर में बकाया 1,16,699 रूपये की वसूली सूर्यबली से करने के भी मुख्य अभियंता आजमगढ़ को सख्त निर्देश दिए। आजमगढ़ निवासी दिलीप सिंह चौहान के गांव ओझौली में 100 केवीए ट्रांसफार्मर के बार-बार जलने पर उन्होंने ट्रांसफार्मर का लोड बढ़ाने के लिए अधीक्षण अभियंता आजमगढ़ को निर्देश दिए। इस 100 केवीए के ट्रांसफार्मर में वर्तमान में 150 केवीए का लोड है। आजमगढ़ के कुरियांवा निवासी विवेक सिंह के गांव में विद्युतीकरण न होने के 10 वर्ष पुराने मामले का समाधान हुआ। आजमगढ़ के उदैना निवासी रामप्रीत निषाद के यहां निजी नलकूप का स्थाई विच्छेदन के साथ ही संयोजन पर बकाया 1,48,366 रुपए की वसूली का भी निर्देश दिया। लखनऊ में विनयखण्ड निवासी जयनती देवी के परिसर पर संयोजन हेतु प्राक्कलन राशि छः माह पूर्व जमा करने के बाद भी, स्टीमेट के अनुरूप विद्युत लाइन न बनाकर तथा बिना परिवर्तक एवं मीटर लगाये संयोजन निर्गत करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए ऊर्जा मंत्री ने सख्त हिदायत दी कि स्टोर में 25 केवीए का पर्याप्त ट्रांसफार्मर उपलब्ध रहे, जिससे कि उपभोक्ताओं को समय पर विद्युत कनेक्शन मिल सके। उन्होंने मुख्य अभियंता गोमतीनगर को निर्देशित किया कि उपभोक्ता के परिसर पर तत्काल मीटर और परिवर्तक लगाकर संयोजन निर्गत करें। लखनऊ के पार्श्वनाथ सिटी निवासी अजय शर्मा के 400 फ्लैट की कालोनी में विद्युतीकरण के लिए तत्काल स्टीमेट बनाकर नियमानुसार विद्युत संयोजन देने के निर्देश एमडी मध्यांचल को दिये। लखनऊ के काकोरी निवासी शिवम के प्लाट में विद्युत पोल लगने से भवन निर्माण न होने की शिकायत को समाधान कराया। जनसुनवाई के दौरान चेयरमैन यूपीपीसीएल डा अशीष कुमार गोयल, एमडी उत्पादन एवं पारेषण, एमडी पावर कारपोरेशन पंकज कुमार मौजूद रहे तथा डिस्काम के एमडी, जोन के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता एसडीओ ने वर्चुअल प्रतिभाग किया।

श्रृंगवेरपुर में कराया जायेगा पार्किंग एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं का विकास,चार करोड़ रुपये आएगी लागत -जयवीर
उत्तर प्रदेश में भगवान श्रीराम से जुड़े सभी स्थलों का प्राथमिकता के आधार पर विकास किया जाएगा। देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालु विशिष्ट अनुभव लेकर
लौटें। रामायण सर्किट के महत्वपूर्ण स्थल श्रृंगवेरपुर में चार करोड़ रुपए से पार्किंग निर्माण होगा। यहां पहले से भव्य निषादराज पार्क का निर्माण हो रहा है। इसी के समीप पार्किंग का निर्माण होना है। इससे पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग इस पावन स्थल को प्राथमिकता के आधार पर विकास कर रहा है। पार्किंग में 08 बसें, 36 कार पार्किंग में खड़ी करने की व्यवस्था रहेगी। पेयजल की सुविधा के साथ शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा। श्रृंगवेरपुर धाम मां गंगा के तट पर प्रयागराज मुख्यालय से लगभग 40 किमी की दूरी पर स्थित परम पावन भूमि है। श्रृंगवेरपुर धाम वह भूमि है जहां पर मां गंगा के तट पर माता शांता एवं श्रृंग ऋषि की तपोभूमि एवं आश्रम था, जो वर्तमान में भी पूरी भव्यता के साथ स्थापित है। श्रृंगवेरपुर धाम जहां से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने भगवती सीता, अनुज लक्ष्मण के साथ वन गमन के समय रात्रि वास करते हुए द्वितीय दिवस में नौका द्वारा गंगा पार किया था। निषादराज किला पुरातात्विक स्थल श्री रामघाट, निषादराज पार्क समेत अनेक दर्शनीय स्थल है। श्रृंगवेरपुर में प्रत्येक माह अमावस्या और पूर्णिमा को मेला लगता है। कार्तिक माह में एकादशी से पूर्णिमा तक मेले का आयोजन होता है। यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। पर्यटकों के सुविधार्थ पर्यटन विभाग मूलभूत सुविधाओं का विकास कर रहा है।गांव को टूरिस्ट विलेज के तौर पर तैयार किया जा रहा है। पर्यटन विभाग का उद्देश्य श्रृंगवेरपुर आने वाले पर्यटकों को धार्मिक, आध्यात्मिक के साथ ग्रामीण पर्यटन का आनंद उपलब्ध करवाना है।
