-पत्र वितरक ही नहीं चलता फिरता बैंक भी है डाकिया,नौ अक्टूबर को मनाया गया विश्व डाक दिवस
- REPORT BY:K.K.VARMA
- EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
लखनऊ । डाक विभाग सीधे आमजन से जुड़ा महकमा है और घर घर तक सीधी पहुंच है। डाकिया केवल चिट्ठी बांटने वाला ही नही अब चलता फिरता बैंक है । बिना घर से कही गये आपको सभी सेवाएं प्रदान करने को सदैव तत्पर रहता है। चिट्ठी से लेकर सभी बैंकिंग सुविधाओं के साथ हमेशा आपके साथ अगर कोई खड़ा रहने वाला महकमा है तो वो भारतीय डाक विभाग है। आज मीडिया से मुखातिब यूपी परिमंडल के सीपीएमजी प्रणव कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 17954 डाकघरो और 61566 कर्मचारियों के साथ यूपी परिमंडल का देश और प्रदेश के लोगो को सेवाएं प्रदान करने का लंबा इतिहास है।
डाक विभाग न केवल पत्र वितरण कर लोगो के चेहरे पर मुस्कान ला रहा है, बल्कि भारत सरकार की सामाजिक कल्याण की योजनाएं भी आम जनमानस तक पहुँचा रहा है। उन्होंने बताया कि 09 अक्टूबर को पूरे विश्व में डाक दिवस मनाया जाता है। भारतीय डाक विभाग हर साल 07 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाता है जिसमें हर दिन विशेष सेवा के लिए समर्पित रहता है। 7 अक्टूबर मेल और पार्सल डे, 8 अक्टूबर फिलेटली डे, 9 अक्टूबर डाक दिवस,10 अक्टूबर अंत्योदय दिवस और 11 अक्टूबर वित्तीय सशक्तिकरण दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।इसके पीछे उद्देश्य डाक विभाग की सेवाएं आमजन मानस तक पहुँचा है।छोटे उद्यमियों , निर्यातकों को संबल देने के लिये डाक विभाग डीएनके के जरिये एक नयी सेवा लाया है। डीएनके निर्यातकों को आसानी से अपना माल विदेश भेजने की सुविधा प्रदान करता है और लोकल स्तर पर बने उत्पादों को भी प्रोत्साहित कर रहा है। इस समय यूपी में 93 डी एन के हैं जिन्हें और बढ़ाया जायेगा।पार्सल डिलीवरी को बेहतर और सुदृढ़ बनाने के लिये 16 नोडल डिलीवरी सेंटर बनाये गये हैं। इसके पीछे मूल उद्देश्य पत्रों की डिलीवरी एक नोडल सेंटर से किया जाना है।डिलीवरी की सूचना को एस.एम.एस के जरिये ग्राहक को भी दी जाती है। पार्सल की प्रोसेसिंग तेज करने के लिए 17 पार्सल हब बनाये गए हैं।
सीपीएमजी ने कहा कि वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में भी विभाग सक्रिय भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि इस समय हमारे पास लगभग 2.99 करोड़ सक्रिय एकाउंट हैं। खाताधारक अब डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर डीबीटी के माध्यम से सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में सक्षम हैं।यूपी डाक परिमंडल में 15418 शाखा डाकघर यानि बीओ हैं।बीओ के जरिये न केवल बचत खाते, बीमा कवर, आधार, पासपोर्ट सेवा ,
बैंकिंग, रेलवे टिकट बुकिंग सेवाये उपलब्ध करा रहा है बल्कि अन्य सामाजिक लाभकारी योजनाएं जैसै प्रधानमंत्री फसल बीमा ,ई- श्रम पंजीकरण,प्रसाद वितरण , गंगा जल वितरण आदि की भी सुविधा प्रदान कर रहा है।नागरिक को बीमा कवरेज के लिए दो विशेष आकर्षक योजनाएं डाक जीवन बीमा पीएलआई शहर वालो के लिएऔर ग्रामीणों के लिए ग्रामीण डाक जीवन बीमा आरपीएलआई हैं।इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से अपने ग्राहकों को हम आधुनिक बैंकिंग सुविधा भी प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा यूपी में 1419 आधार केंद्र हैं , जहां कोई भी अपना आधार अपडेट और नामांकन करा सकता है। उत्तर प्रदेश में आधार अपडेट,नामांकन में 42.19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। डाक विभाग भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रम पीएम विश्वकर्मा के क्रियान्वयन में भी लॉजेस्टिक सहयोग कर रहा है।
उपचुनाव : सपा ने जारी कीउम्मीदवारों की लिस्ट,करहल से तेजप्रताप यादव और मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद को मिला टिकट
उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने आधा दर्जन उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी। लिस्ट के मुताबिक, अखिलेश यादव की करहल विधानसभा सीट से तेज प्रताप यादव को टिकट मिला है। तेज प्रताप अखिलेश के चचेरे भाई हैं। अयोध्या के मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है। अजीत सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं।वहीं कानपुर की सीसामऊ से नसीम सोलंकी को सपा ने उम्मीदवार बनाया है। प्रयागराज के फूलपुर से मुस्तफा सिद्दकी को टिकट मिला है। मिर्जापुर के मझंवा से डॉ. ज्योति बिंद, अम्बेडकरनगर की कटेहरी से शोभावती वर्मा को टिकट मिला है।समाजवादी पार्टी ने छह में चार सीटों पर पिछड़े और दलित उम्मीदवार उतारे हैं जबकि दो सीट पर मुस्लिम चेहरे को जगह दी है। यूपी की 10 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। सपा ने 6 सीटों पर नाम फाइनल किए हैं जबकि मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद सदर और अलीगढ़ की खैर सीट पर उम्मीदवारों के नाम होल्ड कर दिए हैं। सपा ने जिन 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है, उसमें 2 सीटें ऐसी हैं, जहां पर बीजेपी ने 2022 विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। यह 2 सीटें फूलपुर और मझवां हैं।इन सीटों पर सपा की गठबंधन साथी कांग्रेस भी अपनी दावेदारी पेश कर रही थी। खबर थी कि यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय अपने बेटे शांतनु राय को सियासत में लॉन्च करने की तैयारी में जुटे हुए हैं।शांतनु राय का नाम उपचुनाव में संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट में शामिल बताया जा रहा था।अजय राय अपने बेटे शांतनु को मिर्जापुर की मझवां सीट से चुनाव लड़ाने की सोच रहे थे,लेकिन सपा ने पहले ही इस सीट से डॉ. ज्योति बिंद के नाम का ऐलान कर दिया।
कॉन्स्टेबल ने महिला से की छेड़छाड़, कप्तान ने किया बर्खास्त,मिसाल बना एसपी कन्नौज का फैसला
कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने एक बड़ा एक्शन लिया है।एसपी ने सिपाही पर ऐसी कार्रवाई की जिसके बाद पूरे जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।आज से पहले ऐसी कार्रवाई किसी भी पुलिस कर्मी पर कभी नहीं हुई है। एक सिपाही पर आरोप था कि उसने एक महिला के साथ अभद्रता की थी जिसकी जांच में सिपाही दोषी पाया गया, इसके बाद एसपी ने कड़ा कदम उठाते हुए न उसे लाइन हाजिर किया और न सस्पेंड बल्कि सीधे एसपी ने बर्खास्त कर दिया। मामला तलाग्राम थाना क्षेत्र के एक गांव का है।बीते 6 अक्टूबर को आरक्षी दलित महिला के घर गया था। उसके घर जाने के बाद महिला ने आरक्षी पर ये आरोप लगाया था कि उसने महिला को खींचते हुए चारपाई पर बैठाया और गले में पड़ा मंगलसूत्र तोड़ते हुए धमकाया कि चुप रहो वर्ना तुम्हारे पति को दुष्कर्म और हत्या के केस में फंसा दूंगा। इसके बाद महिला और आरक्षी के बीच में हाथापाई हुई।शोर सुनकर आसपास के लोगों के आने पर सिपाही वहां से भागने लगा। इस दौरान वो चबूतरे से गिर पड़ा जिससे आरोपी सिपाही घायल हो गया। सिपाही को घायल अवस्था में तलाग्राम स्वास्थ्य केंद्र से इलाज के लिए जिलाअस्पताल रेफर कर दिया गया। उधर पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी। जानकारी के मुताबिक दो बच्चों के साथ महिला घर पर अकेली रहती है।तालग्राम नगर के एक मोहल्ला निवासी दलित महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है।महिला ने आरोप लगाया कि तलाग्राम थाने की पीआरबी में तैनात आरक्षी उमेश चंद्र नशे में धुत होकर मोहल्ले के एक युवक के साथ घर में घुस आया। पति को दुष्कर्म और हत्या के केस में फंसाने की धमकी देते हुए उसने महिला के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। गांव वालों के आने के बाद आरोपी सिपाही मौके से फरार हो गया। पीड़िता ने एसपी कन्नौज से मामले की शिकायत की। एसपी ने तत्काल मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम गठित कर मामले की जांच करवाई। जांच में आरोपी सिपाही को दोषी पाया गया जिसके बाद कन्नौज पुलिस कप्तान अमित कुमार आनंद ने आरोपी सिपाही उमेश चंद्र को पुलिस सेवा से बर्खास्त करते हुए कहा कि बर्खास्तगी के साथ विभाग द्वारा अन्य कार्रवाई करने के लिए भी अनुमति दे दी गई है।एसपी ने महिला संबंधित किसी भी तरह के अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे करने वाला पुलिसवाला ही हो।
लखीमपुर में भाजपा विधायक योगेश वर्मा को जड़ा थप्पड़,पुलिस के सामने मारपीट, कॉलर पकड़कर खींचा, वीडियो वायरल
लखीमपुर खीरी में बीजेपी विधायक योगेश वर्मा के साथ सरेआम मारपीट हो गई। दर्जनों पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में बार संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने विधायक को तमाचा जड़ दिया। अफरातफरी मच गई।मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक अर्बन कॉपरेटिव बैंक चुनाव कोलेकर बार संघ अध्यक्ष अवधेश सिंह और सदर विधायक योगेश वर्मा में कहासुनी हुई थी जिसको लेकर आज दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। अवधेश सिंह ने सरेआम पुलिसवालों के सामने विधायक योगेश वर्मा पर हाथ छोड़ दिया।इसके बाद दूसरे वकीलों ने भी विधायक को घेर लिया और मारपीट की। जब विधायक और उनके साथी बार अध्यक्ष की ओर लपके तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। मुश्किल से पुलिस ने बीच-बचाव किया और दोनों पक्षों को अलग किया। माहौल तनावपूर्ण हो गया और शहर के अर्बन कॉपरेटिव बैंक के सामने जमकर बवाल हुआ। विधायक योगेश वर्मा कहते हैं कि अर्बन कॉपरेटिव बैंक का चुनाव है, बीजेपी कार्यकर्ता पर्चा लेने आए थे।इस दौरान उनके साथ अभद्रता की गई।पहले व्यापार मंडल के नेता राजू अग्रवाल से मारपीट की गई, उनका पर्चा फाड़ दिया।जब मैं उनको देखने के लिए आया तो वकील अवधेश सिंह ने मेरे ऊपर भी हाथ छोड़ दिया।विधायक ने कहा कि उन्होंने मेरे गिरेबान पर हाथ डाला है, इसका उनको बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मेरे साथ जब घटना हुई तब प्रशासन एक्टिव हुआ। अवधेश सिंह एंड कंपनी द्वारा लोगों के पर्चे फाड़े जा रहे हैं।उधर अवधेश सिंह की ओर से विधायक पक्ष पर मतदाता सूची फाड़ने और मनमानी कर चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाया गया है।बताया जा रहा है कि लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के चुनाव को लेकर मंगलवार से तनातनी और आरोप-प्रत्यारोप चल रहे थे।आज सुबह जब दोनों पक्षों के लोग बैंक के सामने जुटे तो कहासुनी मारपीट में बदल गई।
सपा और कांग्रेस की राहें फिर जुदा -रालोद
समाजवादी पार्टी द्वारा विधानसभा उपचुनाव हेतु 6 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जाने पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता अंकुर सक्सेना ने कहा कि पंजे और साइकिल का मिलन जनमानस के प्रतिबिंब और लोकतांत्रिक सरकार के गठबंधन एनडीए को अस्थिर करने के उद्देश्य हुआ था परंतु कुत्सित प्रयास में सफ़लता न मिलती देख समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की राहें फिर जुदा हो गई। आम जनमानस के समक्ष फिर से दोनों दलों का चाल चरित्र चेहरा उजागर हो गया है। बिना किसी नीति रीति के केवल सत्ता हासिल करने हेतु चुनावी बेला में बनाए गए मौकापरस्त गठबंधन को जनमानस समझ चुका है। समाजवादी पार्टी की विभाजनकारी एवं अराजकतापूर्ण कार्यशैली से उत्तर प्रदेश की जनता भलीभांति परिचित है इसलिए दोबारा इनके झांसे में आने वाली नहीं है। उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा उपचुनाव की दस की दसों सीट पर एनडीए ऐतिहासिक जीत हासिल करेगा।
व्यापारियों की समस्याओं को लेकर सीएम को रालोद का पत्र
राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने प्रदेश के व्यापारियों की समस्याओं को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। व्यापारियों की पीड़ा को बयां करते हुए कहा है प्रायः देखा गया है कि छोटे व्यापारियों को अपना व्यवसाय पहले साल में ही बंद करना पड़ता है और कुछ व्यापारी पूंजी के अभाव में 2 साल से अधिक अपना व्यवसाय नहीं चला पाते और उन्हें व्यवसाय बंद करना पड़ता है। अर्थव्यवस्था के लिए अनिवार्यता है और पूरी अर्थव्यवस्था व्यावहारिक रूप से जीएसटी की सफलता पर निर्भर है लेकिन इस समय जीएसटी के सम्बन्ध में जो स्थिति चल रही है उससे प्रदेश में व्यापारी वर्ग की स्थिति असहनीय हो गई है और उनकी परेशानियां अब बढ़ती जा रही है। जीएसटी अधिकारियों द्वारा भी असमय व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि व्यापारी बिना कोई वेतन, बिना कोई कमीशन बगैर पेंशन लिए रात दिन सरकारी खजाना भरने का कार्य कर रहा है। व्यापारियों के खाते अधिकारियों द्वारा बिना किसी नोटिस के बंद कर दिये जा रहे हैं जिससे नवरात्रि पूजन, दशहरा, दीपावली तथा छठ पर्व के समय होने वाली आय से उन्हें वंचित होना पड़ेगा और उनका परिवार को भयंकर आर्थिक चोट पहुंचेगी। अधिकारी और कर्मचारी छोटी छोटी बातों पर व्यापारियों का दोहन और उत्पीड़न करने के लिए तत्पर रहते हैं।श्री अग्रवाल ने पत्र में अनुरोध किया है कि प्रदेश के व्यापारियों के खाते बंद न किये जाय और उनसे वार्ता करके उनका समाधान निकाला जाय।