-यूपी पुलिस के इतिहास में दर्ज हुई शौर्य गाथा, परिजन आज भी गमजदा
-एक खनन कारोबारी तो दूसरा शातिर अपराधी का बन गया शिकार, पुलिस अफसरों की सवेदना परिवार के साथ
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REPORT BY:NITIN TIWARI || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ। कर्तव्यपथ पर अडिग यूपी के दो आरक्षी अपराधियों का शिकार हो गए।उनकी शौर्य गाथा तो यूपी पुलिस के इतिहास में दर्ज हो गई लेकिन आज इन शहीद सिपाहियों के परिजनों को जहाँ इनकी कमी खल रही है। वही उनके सामने और भी तमाम दिक्क़ते है।इन्हे अपनों के खोने का गम हमेशा सत्तायेगा। हलांकि सरकार और पुलिस विभाग उनके साथ खड़ा है।
बतादे कि वीरगति को प्राप्त हुए उत्तर प्रदेश के आरक्षी आरक्षी रोहित कुमार नागरिक पुलिस- जनपद फतेहगढ़ की शौर्य गाथा है कि बीती आठ जून
2024 को पीआरओ ने प्रभारी निरीक्षक आमोद कुमार सिंह थाना नवाबगंज को फोन से बताया था कि ग्राम नगला चन्दन में खनन हो रहा है। इस पर प्रभारी निरीक्षक आमोद कुमार सिंह ने टेलीफोन से पूर्व में गस्त के लिए रवाना टीम के उप निरीक्षक संतोष कुमार और हमराह सिपाही रोहित कुमार व होमगार्ड विजय सिंह और चालक मुख्य आरक्षी स्व0 रोहित कुमार व शैलेन्द्र कुमार को बताया।
खनन रोकने के निर्देश दिये।इस पर उप निरीक्षक संतोष कुमार अपनी टीम को लेकर घटना स्थल ग्राम चन्दन नगला के पास पहुंचे।टीम के आरक्षी रोहित कुमार ने संदिग्ध आयशर ट्रैक्टर रंग को रोकने का प्रयास किया। यह अवैध खनन के जरिये मिट्टी चोरी कर ले जा रहे थे। उनके पीछे एक व्यक्ति भी मोटरसाइकिल से चल रहा था। आरक्षी रोहित कुमार के ट्रैक्टर ट्राली को रोकने पर ट्रैक्टर चालक व मोटर साइकिल सवार व्यक्ति ने एक राय होकर तेजी से ट्रैक्टर से कट मार दिया जिससे ट्रैक्टर ट्राली से टक्कर होने के कारण आरक्षी बुरी तरह घायल हो गया। आरक्षी को घायल अवस्था में लोहिया अस्पताल फर्रूखाबाद ले जाया गया।जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। आरक्षी के बेहतर इलाज के लिये सिटी अस्पताल, आवास विकास कॉलोनी, फर्रूखाबाद ले जाया गया।जहाँ इलाज के दौरान बीती नौ जून को आरक्षी रोहित कुमार की मृत्यु हो गयी।
इसके आलावा स्व० सचिन राठी आरक्षी के पद पर नागरिक कन्नौज जिले में थे।पैच्चीस दिसंबर 2023 को प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र प्रताप सिंह थाना छिबरामऊ जनपद कन्नौज अपने साथी उप निरीक्षक प्रमोद कुमार तिवारी व राहुल शर्मा तथा मुख्य आरक्षी संदीप सिंह गौतम व राजकुमार और महेन्द्र एवं मुख्य आरक्षी चालक चक्र सुदर्शन व अन्य कर्मी सरकारी गाड़ी से अशोक कुमार उर्फ मुनुआ निवासी ग्राम धरनीधरपुर नगरिया थाना-विशुनगढ़, -कन्नौज का न्यायालय स्पेशल जज ने गिरफ्तारी अधिपत्र को लेकर उनकी गिरफ्तारी के लिए थाना क्षेत्र विशुनगढ़ आये।
थाना विशुनगढ़ से आरक्षी सचिन राठी और आरक्षी नीरज कुमार ईगल मोबाईल से क्षेत्र में गस्त कर रहे थे को तलब कर थाना विशुनगढ़ से रवाना होकर ग्राम धरनीधरपुर नगरिया पहुँचकर आरोपी अशोक कुमार उर्फ मुनुआ के घर पर दबिश दी। उसी समय आरोपी और उसका बेटा टिंकू उर्फ अभयराज व आरोपी की पत्नी श्यामा देवी अपने घर से बन्दूक व तमन्चे से पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से यह कहते हुए कि आज बचकर नहीं जा पाओगे।अन्धाधुन्ध फायरिंग करने लगे। इसी बीच एक गोली आरक्षी सचिन राठी की जांघ में लग गई। गोली लगने से वह मौके पर ही गिर गये। यह देखकर आरक्षी सचिन राठी को उप निरीक्षक प्रमोद तिवारी व आरक्षी नीरज कुमार व मुख्य आरक्षी राजकुमार के साथ चार पहिया वाहन में बिठाकर छिबरामऊ अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया, जहाँ चिकित्सकों ने घायल आरक्षी सचिन राठी की गम्भीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार देकर हायर सेन्टर रीजेन्सी अस्पताल कानपुर नगर रिफर किया गया तथा चौकी प्रभारी 100 शैय्या के उपनिरीक्षक राजेश रावत को घायल आरक्षी के साथ इलाज में मदद के लिए भेजा गया।
रीजेन्सी अस्पताल कानपुर नगर में इलाज के दौरान छब्बीस दिसम्बर को आरक्षी सचिन राठी की मृत्यु हो गयी।इस प्रकार दोनों आरक्षियों ने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुये अपने प्राणों की आहुति दी गयी।यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार के मुताबिक कर्तब्य वेदी पर शहीद होने वाले निर्भीक शहीद जवानो के परिजनों के साथ पूरी सवेदना है। पुलिस विभाग उनकी हर स्तर पर मदद करेगा।