-बिहार,महाराष्ट्र,गुजरात,असम में विरोध के बाद कई जगह काम
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REPORT BY:PREM SHARMA || EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
लखनऊ। देश में जहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर अनेकों राज्यों में हंगामा चल रहा है।वही बिहार, महाराष्ट, गुजरात व असम स्मार्ट प्रीपेड मीटर का जनता हर जगह विरोध कर रही है। कई जगह काम भी रूका हुआ है। सभी जगह भारत सरकार की गाईड लाइन का अनुसरण किए जाने का दबाव बनाया जा रहा है। इसके विपरीत बिजली कम्पनियॉ मनमानी कर रही है।भारत सरकार ने स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता और उपभोक्ताओं की विश्वसनीयता को कायम करने के लिए सख्त आदेश जारी किया कि सभी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने वाली कंपनियां उपभोक्ताओं के परिसर पर जो पुराना मीटर लगा है।उसको 5 प्रतिशत की सीमा तक चेक मीटर के रूप में इस्तेमाल करें और उसके समानांतर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाकर उसकी रीडिंग का मिलान करे। ताकि उपभोक्ता भी समझ सके कि उसके घर पर लगे पुराने मीटर और वर्तमान में लगे स्मार्ट प्रीपेड मीटर की रीडिंग में क्या अंतर है। जिससे उसके मन का भ्रम दूर हो सके कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर तेज चलता है। लेकिन उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल में जहां 1 लाख से ज्यादा,दक्षिणांचल और मध्यांचल में भी 10 से 20000, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम में लगभग 34836 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग गए। लेकिन 5 प्रतिशत की सीमा तक चेक मीटर के रूप में पुराने मीटर को स्थापित रखने में स्मार्ट प्रीपेड मीटर कंपनियां कोई भी दिलचस्पी नहीं ले रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि उनकी घटिया स्मार्ट प्रीपेड मीटर की क्वालिटी की पोल खुल जाएगी।
उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष अवधेश वर्मा के मुताबिक सबसे चिंता की बातें है कि प्रदेश की बिजली कंपनियों के उच्च अधिकारी तमाशा देख रहे हैं। जबकि उपभोक्ता परिषद लगातार उनसे इसकी शिकायत कर रहा है। आज भी मध्यांचल विद्युत वितरण निगम पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम व पावर कारपोरेशन के निदेशक कमर्शियल निधि कुमार नारंग से बॉत की गई तो उनका जबाब अब देखता हूं कि आगे क्या होता है।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने आज सभी बिजली कंपनियों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर का काम देख रहे उच्च अधिकारियों से जब बात की तो उन्होंने दबी जुबान स्वीकार किया कि हां 5 प्रतिशत की सीमा में चेक मीटर नहीं लगे हैं। अगर बात करें पूरे प्रदेश में तो सभी बिजली कंपनियों में मुश्किल से 100 स्मार्ट प्रीपेड मीटर चेक मीटर के रूप में स्थापित किए गए हैं। श्री वर्मा ने जब इसकी तहकीकात की तो एक चौंकाने वाला मामला सामने आया पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम में उच्च अधिकारियों ने लिखित में माना है और इन टैली स्मार्ट कंपनी को पत्र लिखते हुए कहा है कि उनके यहां 23 अक्टूबर तक 34836 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए गए हैं। लेकिन उसके सापेक्ष केवल 36 चेक मीटर ही स्थापित किए गए। यानी कि कुल पांच प्रतिशत का केवल 0.1 प्रतिशत हुआ। इसी प्रकार मध्यांचल विद्युत वितरण निगम व पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में जब उच्च अधिकारियों से बात की तो वहां भी ऐसे 30 से 35 चेक मीटर लगाने की बात दबी जुबान स्वीकार की गई। यानी कि बिजली कंपनियां स्मार्ट प्रीपेड मीटर निर्माता कंपनियों पर कठोर कार्यवाही न करके उनके साथ खडी नजर आ रही है। उपभोक्ता परिषद ने इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
परिषद के हस्तक्षेप के बाद देवापाटन मण्डल के कर्मचारियों को मण्डलायुक्त ने दिये निर्देश, डीएम ने समस्त कर्मचारियो को लपेटा
मण्डलायुक्त देवीपाटन मण्डल गोण्डा ने मण्डल के समस्त जिलाधिकारियों को दीपावली महापर्व के समीपस्थ पडने वाले त्योहारों के दृष्टिगत मण्डलीय अधिकारियों के अवकाश निरस्त किये जाने तथा शासकीय कार्यालय खोले जाने सम्बन्धी आदेश निर्गत किये गये थे। मण्डलायुक्त के उपवर्णित पत्र के क्रम में जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा भी तत्सम्बन्धी पत्र निर्गत करते हुए तहसील और ब्लाक स्तर तक के कर्मचारियोें को अवकाश निस्त करने सम्बंधी आदेश जिलाधिकारी गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती ने जारी कर दिए। इसकी सूचना मिलते ही मण्डलीय कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ा और उनकी फोन और सोशल मीडिया से यह बॉत परिषद के शीर्ष अधिकारियों तक पहुंची। परिषद ने तत्काल इसे संज्ञान में लेते हुए मुख्य सचिव को लिखित रूप से विरोध दर्ज कराते हुए इस तरह के आदेश को निरस्त करने की मांग रखी। परिणाम स्वरूप पहले मण्डलायुक्त द्वारा मौखिक रूप से और बाद में लिखित रूप से उक्त आदेश में संशोधन करते हुए इसे केवल अधिकारी स्तर तक लागू करने तथा इससे कर्मचारियों को मुक्त रखने के निर्देश दिए गए।
परिषद के अध्यक्ष इं. हरिकिशोर तिवारी ने मुख्य सचिव को लिख पत्र में मण्डलायुक्त देवीपाटन के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि प्रकरण में संज्ञान में लाना है, कि पूर्व में भी इसी प्रकार त्योहारों की श्रंखला पडने पर भी सार्वजनिक अवकाश कभी भी निरस्त नही किये जाते रहे हैं। बहुत ही संवेदनशीलता के दृष्टिगत कानून व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों/कर्मचारियों की ड्यूटी शिफ्टवार लगाकर क्रमशः कर्मचारियों को त्योहार परिवार के साथ मनाने का प्रचलन रहा है। मण्डलायुक्त-देवीपाटन मण्डल द्वारा मण्डलीय अधिकारियों के अवकाश निरस्त किये गये, किन्तु जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा एक कदम आगे बढ़ाते हुए तहसील व ब्लाक स्तर के कार्यालयों को खोलने तथा आकस्मिक चेंकिग किये जाने के आदेश निर्गत कर दिये जाने के कर्मचारियों में आक्रोश है। परिषद के महामंत्री शिवबरन सिंह यादव ने बताया कि अपरान्ह मण्डलायुक्त द्वारा उक्त आदेश का संशोधन होने के बाद जिलाधिकारी गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती ने भी आदेश कर कर्मचारियों को उक्त आदेश से मुुक्त करने का आदेश जारी कर दिया।
पर्व के चलते सफाई कार्मियों से अतिरिक्त डियुटी
नगर निगम ने दीपावली को लेकर घरों और दुकानों में हो रही सफाई के कारण निकल रहे अतिरिक्त कूड़े के उठान के लिए सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी का समय बढ़ा दिया है। अब उन्हें आवश्यकतानुसार सुबह के अलावा दोपहर और शाम को भी ड्यूटी देनी पड़ रही है। घर-घर जाकर कूड़ा उठाने वाले वाहनों के दिन भर में लगने वाले दो चक्करों को बढ़ा कर कहीं तीन तो कही चार कर दिया गया है। नगर निगम के पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान के अनुसार रूटीन में नगर में रोजाना 2000 हजार टन कचरा निकलता है। दीपावली के दिनों में 10 से 20 प्रतिशत अतिरिक्त हो जाता है। क्योंकि, दीपावली को लेकर लोग घरों और दुकानों की अतिरिक्त सफाई करते हैं।
उन्होंने बताया कि इस अतिरिक्त सफाई के लिए कर्मचारियों से अतिरिक्त ड्यूटी ली जा रही है। अब कॉलोनियों में कूड़ा उठाने के लिए कर्मचारियों को शाम को भी भेजा जा रहा है। वाहनों के चक्कर भी बढ़ा दिए गए हैं। जोन छह के जोनल अधिकारी मनोज यादव कहते हैं कि जोन में 10-10 लोगों की दो टीम बना दी गई है। यह टीम दीपावली से लेकर आगे के दो दिन तक विशेष रूप से सक्रिय रहेगी। सफाई को लेकर कहीं से कोई फोन आने पर टीम वहां पहुंचेगी। इसके अलावा वार्डों में कूड़ा उठान करने वाले संविदा कर्मियों से अतिरिक्त कार्य लिया जा रहा है। कूड़ा उठाने वाली एलएसए कंपनी के कर्मचारियों को भी मुस्तैद रहने के लिए सख्त हिदायत दे दिया गया है। नगर में सफाई व्यवस्था के नोडल अधिकारी अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि सभी वार्डों के जोनल अधिकारियों को सफाई को लेकर मुस्तैद रहने का निर्देश दिया गया है। नगर निगम में कंट्रोल रूम बना दिया गया है। यदि किसी को सफाई को लेकर कोई दिक्कत आए तो वहां फोन कर अपनी समस्या बता सकता है। उसका निदान किया जाएगा।
जलकल ने लगाई 380 कर्मचारियों की ड्यूटी
नगर निगम और जलकल विभाग ने दीपावली पर्व को देखते हुए सफाई और पेयजल समस्या के निदान के लिए संयुक्त रूप से कंट्रोल रूम बनाया है। यहां फोन कर नगर के लोग सफाई और पेयजल समस्या का निदान पा सकते हैं। सफाई के लिए 9236395238 ( नगर निगम) और पेयजल समस्या के लिए 8177054177 (जल कल ) पर फोन कर सकते हैं। कंट्रोल रूम भैया दूज तक कार्य करेगा। इसके अलावा टोल फ्री नंबर 1533 व पूर्व के अन्य वॉर रूम नम्बर निरंतर क्रियाशील रहेंगे। दीपावली पर पेयजल किल्लत से निपटने और पटाखे छुड़ाने के दौरान आग लगने जैसी किसी आपात स्थिति से निटपने के लिए जलकल विभाग ने तैयारी कर ली है। दीपावली की छुट्टियों में 380 संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगा रखी है। आपात स्थिति से निपटने के लिए पानी के टैंकरों को मुस्तैद रखा जाएगा।
दीपावली और परेवा वाले दिन अवकाश होने के कारण जलकल विभाग ने 380 संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगा रखी है। यह कर्मचारी ट्यूबवेल, पानी की आपूर्ति वाली पाइप लाइनों, टैंकर में पानी भराव वाले स्थानों और टैंकर के साथ तैनात रहेंगे। आवश्यकता पड़ने पर दोनों ही दिन इन कर्मचारियों की रिपोर्टिंग सीधे ऐशबाग स्थित कार्यालय मुख्यालय पर रहेगी। वहीं से इनहें इमरजेंसी ड्यूटी भी एलाट किया जाएगा। मुख्यालय के एक्सईएन सचिन यादव ने बताया कि वैसे तो दीपावली में पानी की आवश्यकता रूटीन की तरह ही होती है बावजूद इसके लोगों को कोई दिक्कत न हो, दीपावली और परेवा वाले दिन अवकाश होने के बावजूद 380 संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। ट्यूबवेल अपने निर्धारित समय से चले और लोगों को समय से पानी मिले, इसका विशेष ख्याल रखा जाएगा। उस दिन कहीं पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने पर उसकी मरम्मत के लिए भी कर्मचारियों को तैनात रखा जाएगा।यहां मिलेगें पानी के टैंकर
दीपावली पर आपात स्थिति से निपटने और फायर टेंडर की मदद के लिए 20 पानी के टैंकर मुस्तैद रहेंगे। यह टैंकर चंदर नगर फायर स्टेशन पर, आलमबाग, वृंदावन सेक्टर नौ, अलीगंज और इंदिरा नगर में तैनात रहेंगे। 20 टैंकरों में से 12 टैंकर पानी से भरे रहेंगे। शेष टैंकर खाली ही रहेंगे। जरुरत पड़ने पर तुरंत इन खाली टैंकरों में पानी भर कर मौके पर भेजा जाएगा।
गौ सेवा आयोग अध्यक्ष कान्हा गौशाला पहुचे
गौ सेवा आयोग अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता तथा भारतीय किसान मंच के एवं भारतीय गौ सेवा परिषद राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी और उपाध्यक्ष राम नरेश तिवारी द्वारा नगर निगम लखनऊ द्वारा सचालित नादरगंज अमौसी स्थिति कान्हा उपवन गौशाला का निरीक्षण किया गया। गौशाला में धनतेरस के पावन पर्व पर गौपूजन किया गया तथा बाड़ों में जाकर गायों को गुड़ भी खिलाया गया साथ ही साथ आंवाले के पौधे का रोपण भी किया गया। श्री गुप्ता द्वारा गोल्फ कार्ट पर बैठकर सम्पूर्ण परिसर का अवलोकन किया गया तथा आवश्यक निर्देश दिए गए।
श्री गुप्ता द्वारा सभी बाड़ों का निरीक्षण किया गया जहां पर भूसे तथा चोकर सभी नांदों में मानकानुसार मिला तथा हरा चारा उपलब्धता के आधार पर दिया जाता है। सभी बाड़ों में स्वच्छ शीतल जल की उपलब्धता मिली तथा सम्पूर्ण परिसर की सफाई व्यवस्था उच्च कोटि की मिली,कुछ बाड़ों में कूलर की व्यवस्था को लेकर उनके द्वारा नगर निगम के निराश्रित गोवंश के लिए किये जा रहे प्रयास की भूरि भूरि प्रशंसा की गयी, सभी गोवंशो का स्वास्थ्य अच्छा पाया गया और देखा गया की गर्मी से बचाव हेतु नमक का उपयोग भी चारे में मिला कर किया जा रहा है।उनके द्वारा गौशाला में कुछ स्थानो पर शेड के विस्तार हेतु निर्देश दिए गए तथा गौशाला को आत्मनिर्भर बनाये जाने पर बल दिया गया तथा गौशाला से दूध तथा गोबर की बिक्री की जानकारी ली गयी। निरिक्षण के दौरान पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
विधायक ओपी श्रीवास्तव ने प्रतिभावान खिलाड़ियों को किया सम्मानित
महामना मालवीय विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गोमती नगर में पिछले सप्ताह तक चली खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभावान छात्र छात्राओं को लखनऊ पूर्वी विधानसभा के विधायक ओपी श्रीवास्तव ने सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम में विजेता छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रमाण पत्र दिया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
विधायक ओपी श्रीवास्तव ने अपने भाषण की शुरुआत इस कविता से की खेलो चाहे जो भी खेल, रखना तुम आपस में मेल, प्रेम की भावना है खेल सिखाता, इसलिए खेल सबको है भाता। इसके बाद उन्होंने स्कूली बच्चों से कहा कि खूब खेलो और अपने स्कूल, शहर और प्रदेश का नाम रोशन करो। उन्होंने कहा केंद्र और राज्य सरकार की ओर से खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहे हैं प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की देश में ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी युवाओं के लिये यह अमृत काल है। जब युवा अपने खेल कौशल को करियर बना रहे हैं और सरकार विजेता बच्चों को सरकारी नौकरियों में अवसर भी दे रही है। प्रदेश में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। स्कूल कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटीज तक खेलों की विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही है। युवाओं को खेलने का मौका मिल रहा है और वहां अपनी प्रतिभा से अपना और अपने प्रदेश का नाम भी रोशन कर रहे हैं। यह पहली ऐसी सरकार है जिनके कार्यकाल में ग्राम पंचायत से लेकर मेट्रो सिटीज तक में खेलों के लिए स्टेडियम अनेक संसाधनों की व्यवस्था की जा रही है। इस अवसर घर विद्यालय के अध्यक्ष डा. देवेन्द्र अस्थाना, प्रबन्धक केएन उपाध्याय मीनाक्षी प्रसाद, रेवा प्रसाद, प्रधानाचार्य श्रीकान्त बजपेयी, संजय सिंह राठौर, भाजपा नेता संदीप पाठक, देवेश उपाध्याय, शशांक शेखर गोल्डी एवं विद्यालय के समस्त अध्यापक गण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।