-महाकुंभ को लेकर काशी में होने वाली तैयारियों की समीक्षा बैठक भी की
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REPORT BY: MUKESH JAISWAL||AAJNATIONAL NEWS DEASK
वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की शाम करीब पौने सात बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वाया सड़क सर्किट हाउस पहुंचे। अफसरों, जनप्रतिनिधियों के साथ विकास और कानून व्यवस्था पर बैठक की। यहां से वह बाबा काल भैरव के दर्शन करने पहुंचे और फिर बाबा काशी विश्वनाथ पहुंचकर यहां पूजन किया। बाबा विश्वनाथ धाम में लगवाई गईं 11 एलईडी स्क्रीन का अनावरण किया। अब भक्त लॉकर रूम, प्रसाद काउंटर, हेल्पलाइन नंबर मुख्य गेट के बाहर भी बाबा के पूजन और दर्शन कर सकेंगे।सात दिसंबर को स्वर्वेद महामंदिर शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की शाम शहर पहुंच गए।सर्किट हाउस में अफसरों के विकास कार्यों, कानून व्यवस्था और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर बैठक की। निर्माणाधीन सड़क, कज्जाकपुरा ओवरब्रिज समेत गोदौलिया रोपवे स्टेशन की प्रगति रिपोर्ट की जानकारी ली। महाकुंभ को लेकर काशी में होने वाली तैयारियों की समीक्षा की। इसके बाद दर्शन-पूजन के लिए रवाना हो गए। काशी विश्वनाथ में दर्शन से पहले मुख्यमंत्री ने 11 एलईडी स्क्रीन का अनावरण किया। इस मौके पर इस मौके पर एक्सिस बैंक की अध्यक्ष अर्निका दीक्षित, एक्सिस बैंक के मुख्य विपणन अधिकारी अनूप मनोहर, एक्सिस बैंक के क्षेत्रीय शाखा बैंकिंग प्रमुख (नार्थ) श्रीकेश पी, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, काशी विश्वनाथ मंदिर मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा समेत अन्य मौजूद रहे। इसके बाद वह आजमगढ़ मार्ग के चौड़ीकरण का निरीक्षण करने के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री सात दिसंबर को स्वर्वेद महामंदिर शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लेंगे। इसके बाद पिंडरा में होने वाले मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में शामिल होकर नए जोड़ों को आशीर्वाद देंगे।
यूपी कॉलेज में छात्रों का हंगामा, पुलिस से धक्कामुक्की
-कोई नमाज पढ़ेगा तो हम हनुमान चालीसा का करेंगे पाठ
वक्फ बोर्ड के विवादित दावे के बाद यूपी काॅलेज का माहाैल गरमा गया है। यहां आने वाले नमाजियों के लिए छात्रों का गहरा आक्रोश है। वे कह रहे हैं कि अब यहां कोई भी नमाज नहीं पढ़ेगा। शुक्रवार को यूपी काॅलेज के बाहर छात्रों का हंगामा होते देख पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी थी।यूपी कॉलेज परिसर स्थित मजार पर नमाज पढ़ने के विवाद के बीच शुक्रवार को छात्रों का हुजूम हनुमान ध्वजा के साथ जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए पहुंच गया। मौके पर पहले से तैनात पुलिस ने छात्रों को गेट से कुछ दूरी पर रोक दिया। इससे नाराज छात्रों ने हंगामा किया। साथ ही पुलिस की जीप पर चढ़ कर विरोध जताया। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच जमकर कहासुनी, धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने सख्ती करके छात्रों को तितर-बितर किया।छात्रों का कहना था कि कॉलेज परिसर से मजार हटाई जाए। यदि कोई नमाज पढ़ने आएगा तो हम वहां हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। लगभग एक घंटे की हंगामेदार स्थिति के बाद पुलिस ने लाठी पटक कर छात्रों को खदेड़ा, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई। इसके बाद छात्रों ने भोजूबीर में कॉलेज के संस्थापक राजर्षि उदय प्रताप सिंह जूदेव की प्रतिमा के समक्ष हनुमान चालीसा का पाठ किया।हनुमान ध्वजा के साथ यूपी कॉलेज पहुंचे छात्रों का कहना था कि वह अपने कॉलेज परिसर में राजर्षि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। हालांकि कहासुनी, हंगामा और धक्का-मुक्की के बीच पुलिस छात्रों को गेट से ही लौटाने में सफल रही। इस संबंध में एसीपी कैंट विदुष कुमार सक्सेना ने कहा कि माहौल बिगाड़ने का प्रयास कोई न करे। शांति और कानून व्यवस्था के मद्देनजर एहतियातन तीन थानों की फोर्स और पीएसी तैनात की गई है।यूपी कॉलेज परिसर में मजार है। गत दिनों वर्ष 2018 का पुराना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें कहा गया था कि वक्फ बोर्ड ने नोटिस दिया और कहा कि यूपी कॉलेज स्थित मजार की जमीन उसकी है। हालांकि नोटिस वर्ष 2021 में निरस्त कर दिया गया था। इसके बावजूद गत 29 नवंबर को यूपी कॉलेज की मजार पर नमाज पढ़ने के लिए भारी संख्या में लोग आए थे। इसे लेकर छात्रों में नाराजगी है। फिलहाल, यूपी कॉलेज में बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है।एसीपी कैंट ने कहा कि छात्रों के अलावा कुछ पूर्व छात्र भी प्रदर्शन में शामिल थे। वह उग्र व्यवहार कर रहे थे और कॉलेज के पठन-पाठन के लिहाज से यह स्थिति ठीक नहीं है। उग्र व्यवहार करने वालों की वीडियोग्राफी कराई गई है। उनको चिह्नित कर उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।छह दिसंबर को लेकर शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों की दुकानें बंद रहीं। इस बीच सुबह से देर शाम तक पुलिस की गश्त और निगरानी जारी रही। इसके साथ ही ज्ञानवापी सहित शहर की अन्य मस्जिदों की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती गई।मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रमुख रूप से दालमंडी, हड़हा, नई सड़क कपड़ा मार्केट, सरायहड़हा, कच्चीसराय, चाहमामा और बजरडीहा स्थित कुछेक अन्य स्थानों की दुकान शुक्रवार को बंद रहीं। कई जगह तो एकदम से सन्नाटा पसरा रहा। इन इलाकों के लोगों का कहना था कि जुमे की नमाज पढ़कर दुआख्वानी की गई है। देश में अमन और अमान की दुआ मांगी गई।