सरोजनीनगर:विवाहित को घर से निकाला, मुकदमा दर्ज,क्लिक करें और भी खबरें

  • REPORT BY:A.S.CHAUHAN || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK

लखनऊ। बंथरा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली युवती ने स्थानीय थाने पर मुकदमा दर्ज कराया है कि उसके ससुराल में उसको आए दिन दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता रहा है। बीते दिनों मारपीट कर घर से भगा दिया गया इसके बाद से युवती अपने बच्चे के साथ मायके में अपनी मां के सहारे गुजर बसर कर रही है।

युवती ने बताया है कि उसकी शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ विशाल मिश्रा पुत्र राज किशोर मिश्रा निवासी बभनपुरवा खुर्दही बाजार थाना गोसाईगंज जिला लखनऊ के साथ 11 दिसंबर 2020 को हुई थी। विवाह में उसके पिता ने अपनी सामर्थ के अनुसार लगभग 15-16 लाख रुपए खर्च करने के साथ दहेज के सारे सामान के अलावा स्विफ्ट डिजायर गाड़ी का रुपया भी दिया था। युवती के अनुसार विवाह के बाद से ही पति विशाल मिश्रा, सास मीना मिश्रा, नंद पूर्णिमा दीक्षित व रश्मि पांडे ने उसे और दहेज लाने के लिए ताना मारना शुरू कर दिया साथ ही पति के द्वारा आए दिन उसके साथ गाली गलौज व मारपीट की जाती थी। युवती ने बताया कि वह सब यह सोचकर बर्दाश्त कर रही थी कि भविष्य में सब कुछ सही हो जाएगा।युवती ने बताया कि 03-08-2022 को उसके एक पुत्र का जन्म हुआ उसके बाद भी पति द्वारा उसके साथ व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया।

बावजूद 14 दिसम्बर 2022 को सास मीना मिश्रा व पति विशाल मिश्रा ने पानी से भरी बाल्टी में उसका सर डुबोकर मारा पीटा व पति द्वारा सारे जेवरात छीन कर मात्र पहने हुए कपड़े में मारपीट कर उसे उसके बच्चे के साथ घर से बाहर निकाल दिया। तब से युवती मायके में रह रही है। फिलहाल युवती की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट के साथ दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज करते हुए अपनी छानबीन शुरू की है।

डिप्टी रेंजर के तबादले को लेकर अधिकारियों के अलग- अलग तर्क 

-डीएफओ ने कहा स्पष्टीकरण के बाद कैंसिल किया गया तबदला, एसडीओ ने ऐसी किसी जानकारी से किया इनकार

लकड़ी माफियाओं से साठ-गांठ रखने वाले डिप्टी रेंजर को लेकर पूरे विभाग की तैनाती के समय से ही किरकिरी हो रही है। फिर भी उसे नहीं हटाया गया, सबसे बड़ा धब्बा अधिकारियों पर लगा हुआ है, वही ऐसे डिप्टी रेंजर को बचाने में विभागीय अधिकारी लगे हुए हैं। जिनकी ओच्छी हरकत भी सामने आ चुकी है। इस तरह से किस प्रकार स्वच्छ छवि के अधिकारी कर्मचारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकेंगे सोचा जा सकता है।

सरोजनीनगर क्षेत्र में काफी समय से अवैध लकड़ी की कटान का काम धड़ल्ले चल रहा है। सरोजनीनगर में नये रेंजर की तैनाती बाद कुछ हद तक इस पर रोकथाम जरूर हुई है, लेकिन जिस तरीके से बंथरा थाना क्षेत्र के अमावां बीट में लकड़ी माफिया खुलेआम प्रतिबंधित पेड़ों की कटान करा रहे हैं और उसमें डिप्टी रेंजर की संलिप्तता उजागर हुई वो हैरान कर देने वाली है।जबकि डिप्टी रेंजर का दो बार स्थानांतरण भी हो चुका है। उसके बावजूद डिप्टी रेंजर को नहीं हटाया गया अधिकारी भी उसे बचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं, अभी तक तो यही लग रहा हैं। डिप्टी रेंजर ए के सिंह चौहान का स्थानांतरण पहले लखनऊ रेंज में हुआ था, लेकिन वो नहीं गए और यहीं पर जमें रहे। उसके बाद इनकी  करतूतें लकड़ी माफिया के साथ उजागर होने पर इनका स्थानांतरण वन प्रमुख मुख्यालय में कर दिया गया फिर भी इन्होंने वहां पर ज्वाइन नहीं किया। विभागीय अधिकारियों ने डिप्टी रेंजर ए के सिंह चौहान का दो बार स्थानांतरण तो किया लेकिन उस आदेश को डिप्टी रेंजर ने नहीं माना। आखिर कौन-सी मजबूरी थी जो अधिकारियों को आदेश रद्द करने पड़े।

सूत्र बताते हैं लखनऊ रेंज में डिप्टी रेंजर ए के सिंह चौहान का तबादला किया गया, लेकिन इनकी कार्य प्रणाली को लेकर वहां के रेंजर ने इनको लेने से मन कर दिया, क्योंकि इनकी तैनाती जहां पर रही है शासन और प्रशासन के ऊपर बदनुमा  दाग ही लगा है, यहां तक बिना अनुमति लिए बड़े पैमाने पर अवैध लकड़ी की कटान कराए जाने से शासन के राजस्व को भी काफी नुकसान पहुंचाया गया। बताया जाता है कि दोबारा वन मुख्यालय में कुछ दिन पूर्व डिप्टी रेंजर का ट्रांसफर हुआ था वहां पर भी इनकी घटिया कार्यशाली की चर्चाएं पहले से थी जिसको लेकर लोगों ने अपनाने से मना कर दिया और मजबूरी में अधिकारियों को इनके स्थानांतरण के लिए किए गए आदेश को रद्द करना पड़ा। उससे भी बड़ा सवाल यह है कि जहां डीएफओ को जानकारी है कि डिप्टी रेंजर का स्थानांतरण हुआ था लेकिन उसे कैंसिल कर दिया गया, वही एसडीओ को डिप्टी रेंजर के तबादलों के बारे मे कोई जानकारी नहीं है।यह सबसे  हैरान कर देने वाली बात है। एसडीओ किस तरीके से डिप्टी रेंजर की हरकत को छुपाने और उसे बचाने में लगे हुए हैं सब कुछ आईने की तरह साफ है। डिप्टी रेंजर के तबादले की जानकारी एसडीओ जैसे सक्षम अधिकारी को नहीं है, या फिर यह सब जान बुझ कर छुपाया जा रहा है। एसडीओ और डिप्टी रेंजर की जुगलबंदी अच्छी तरह से है यह बयान ही सब कुछ बयां कर रहे हैं।ज्ञात हो कि बंथरा के मवई पडियाना में एक आम के बाग का सफाया किया जाने का काम चल रहा था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसकी जानकारी रेंजर के द्वारा डिप्टी रेंजर को दे दी गई थी और मौके पर जाकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया था इसके बावजूद जब डिप्टी रेंजर से इस संबंध में जानकारी की गई तो उन्होंने पूरी घटना की जानकारी होने से ही मना कर दिया था इसके अलावा बहुत से इनके अवैध लकड़ी काटन को लेकर कारनामे है जो आम लोगों में अक्सर चर्चा का विषय बने रहते हैं।डीएफओ लखनऊ सुतांशु पांडेय कहते है कि डिप्टी रेंजर ने अपना स्पष्टीकरण दे दिया था इसलिए आदेश कैंसिल कर दिया गया है, अगर अब कहीं अवैध लड़की की कटान में संलिप्तता पाई जाती है तो इनको वहां से हटा दिया जाएगा।एसडीओ मोहनलालगंज चन्दन चौधरी कहते है कि डिप्टी रेंजर का स्थानांतरण कब हुआ हुआ था मेरी जानकारी में नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *