बुलंदशहर:देसी शराब की दुकान आवंटन में गड़बड़ी,टेंडर फॉर्म ही गायब

-जिला आबकारी अधिकारी राजेन्द्र कुमार और इन्स्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता के विरुद्ध लगे आरोप,हुई समस्त संपत्ति की जाँच की मांग

  • REPORT BY: AAJNATIONAL NEWS ||AAJNATIONAL NEWS DEASK

लखनऊ:यूपी के बुलंदशहर जिले में चहेतों को जिला आबकारी अधिकारी द्वारा टेंडर देने का मामला सामने आया है ।पीड़ित ने इसकी शिकायत की है,शिकायत के बाद विभाग में हड़कम मचा हुआ है।शिकायत में कहा गया कि जहांगीराबाद-एक और जहांगीराबाद-तीन देसी शराब की दुकान दिलाने के लिए टेंडर में भारी गड़बड़ी की गई और शराब  दुकानों के लिए टेंडर डालने वाले विजय पाल सिंह और जितेंद्र भारती का टेंडर फॉर्म ही गायब कर दिया।

पीड़ित विजयपाल सिंह ने की गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार ने जहांगीराबाद-एक और जहांगीराबाद-तीन देसी शराब के दैनिक लाइसेंस के लिए लगी बोली के लिए अपने कार्यालय में बुलाया और टेंडर जमा करवाया।उन्होंने कहा कि एक घंटे बाद करीब एक बजे टेंडर खुलेगा सभी लोग आइये ।जब लोग नियत समय पर पहुंचे और टेंडर खोला गया तो निविदा पूर्व लाइसेंसी नीरज पहाड़ी की पत्नी अंजू रानी के नाम खुली,इसको लेकर वहां हंगामा मच गया।क्योकि अन्य आवेदक विजयपाल सिंह और जितेंद्र भारती का टेंडर फॉर्म ही टेंडर बॉक्स से गायब कर दिया गया।जिसको लेकर जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार और आवेदकों के बीच काफी बहस हुई ।

सूत्रों की माने तो नीरज पहाड़ी के ऊपर दर्जनों आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं,आरोप है कि बिना कैरेक्टर के ही 2018-19 से दुकानों का संचालन कर रहा था,इस प्रकरण की शिकायत मनोज शर्मा ने की तो शिकायत सही पाई जाने के बाद दुकान निरस्त कर दी गई थी, लेकिन नीरज पहाड़ी से साथ-साथ गांठ कर जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार ने साजिश करते हुए नीरज पहाड़ी की पत्नी अंजू रानी का टेंडर हर हाल में स्वीकृत करने के लिए विजय पाल सिंह और जितेंद्र भारती के टेंडर निरस्त करने के बजाय गायब ही कर दिये।बतादे कि दुकानों के लिए पूर्व लाइसेंसी नीरज पहाड़ी की पत्नी ने बयालीस पेटी दैनिक उठान का टेंडर डाला था जबकि विजय पाल सिंह और जितेंद्र भारती ने प्रतिदिन बावन पेटी देसी मदिरा के उठान का टेंडर डाला था,इसके कारण दुकान विजयपाल सिंह और जितेंद्र भारती को मिलना तय था।

साजिश के तहत टेंडर बॉक्स से फॉर्म गायब

पात्र आवेदकों को टेंडर ना मिल सके इसको लेकर जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार ने साजिश के तहत टेंडर बॉक्स से दोनों के टेंडर फॉर्म गायब कर दिए।हालाँकि इस मामले की शिकायत आबकारी विभाग की प्रमुख सचिव को भेजी गई है,जिसके चलते आबकारी महकमें हड़कंप मचा हुआ है।शराब  दुकानों के लिए टेंडर डालने वाले विजय पाल सिंह और जितेंद्र भारती का टेंडर फॉर्म गायब होने से दोनों काफी परेशान है ।उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी राजेन्द्र कुमार और इन्स्पेक्टर क्षेत्र प्रथम संजय कुमार गुप्ता के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई कर इनकी समस्त संपत्ति की जाँच की मांग की है,दोनों पर पद के दुरूपयोग के आरोप लगाये गये है,इसको लेकर प्रमुख सचिव और आबकारी आयुक्त को शिकायती पत्र भेजा गया है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *