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REPORT BY: AAJNATIONAL NEWS ||AAJNATIONAL NEWS DEASK
लखनऊ। यूपी एसटीएफ नें मुम्बई पुलिस की अभिरक्षा से फरार 50 हजार रूपये का पुरस्कार घोषित आरोपी राकेश जायसवाल उर्फ राकेश जैसवार को राजधानी क़े गाजीपुर थाना क्षेत्र क़े पालिटेक्निक चौराहा से गिरफ्तार किया है।पकड़ा गया राकेश जायसवाल उर्फ राकेश जैसवार कुशीनगर क़े थाना जटहा बाजार क़े ग्राम-नन्दलाल मनसा छापर का रहने वाला है।
यूपी क़े एडीजी क़ानून व्यवस्था /एसटीएफ अमिताभ यश नें बताया कि राकेश जायसवाल मुम्बई में रहता था जहाँ से एक नाबालिक लड़की को भगा ले गया था। जिस पर उसके विरूद्ध थाना पार्क साइट, मुम्बई में मुकदमा दर्ज हुआ था।इस मुकदमे में 23 अक्टूबर 2023 को मुम्बई पुलिस नें कुशीनगर से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में ट्रेन से मुम्बई ले जाया जा रहा था। इस दौरान राजधानी क़े ऐशबाग के पास लघुशंका के बहाने बाथरूम गया और भीड़ का फायदा उठाते हुए ट्रेन से कूद गया। यहाँ से भागने के बाद अपने घर गया और फिर वहाँ से हैदराबाद चला गया। जहाँ पर लुकछिप कर रह रहा था। आज अपने घर जाने के लिए हैदराबाद से लखनऊ आया था और पालिटेक्निक चौराहे पर खड़ा था।उसी दौरान पकड़ा गया।
लोगो को ठगने वाले दो को यूपी एसटीएफ नें दबोचा
यूपी एसटीएफ नें प्रदेश क़े गोरखपुर जिले क़े थाना रामगढ़ताल में दर्ज ठगी क़े एक मुकदमेँ क़े वांछित आरोपी राजन साहनी व शिवम निषाद को गोरखपुर जिले क़े थाना रामगढ़ताल क़े पास से गम्भीर नाथ प्रेक्षागृह के पास, चम्पा देवी पार्क से गिरफ्तार किया है।इनके पास से चार लेक क्वीन क्रूज बोर्डिंग पास और दो मोबाइल फोन और एक आधार कार्ड और नौ सौ सत्तर रूपये नगद बरामद किया है।
यूपी क़े एडीजी क़ानून व्यवस्था /एसटीएफ अमिताभ यश नें बताया कि पकड़े गये दोनों आरोपियों क़े लैपटाप में बुर्प सुइट कम्युनिटी एडिशन ऍप है।इस ऐप में ही इण्टरनेट ब्राउसर दिया है, उसी ब्राउसर से लेक क्वीन का वेबसाइट खुल गया। उसमें अपना नाम, आधार कार्ड का नम्बर, मोबाइल नम्बर भरा जाता है। इस ऐप में यह भी सुविधा है कि टिकट बुक कराते समय आधार कार्ड नम्बर व मोबाइल नम्बर गलत भर देने पर उसको ऐप प्रमाणित नहीं करता है।जिससे टिकट बुक कराने वाले की पहचान नही हो पाती है।उन्होंने बताया कि आनलाइन पेमेन्ट करते समय पे नाउ ऑप्शन पर दो पेयमेन्ट विकल्प आते हैं.जिसमें एक में वास्तविक पेयमेन्ट व एक में एक रूपया या कितना भी डमी भरने पर डमी पेमेंट ही कटेगा। इस प्रक्रिया को दो बार किया जाता है। इसके बाद गेटवे पेमेंट खुल जाएगा।
यूपी क़े एडीजी क़ानून व्यवस्था /एसटीएफ अमिताभ यश नें बताया कि जिस तरीके से लोग पेयमेन्ट करना चाहते है। बैलेन्स प्रमाणित हो जाने के बाद डमी पेमेंट अकाउंट में चला जाता है। वास्तविक रूपया वेबसाइट के सिस्टम में प्रदर्शित करेगा। टिकट शिवम के लैपटाप में जनरेट हो जायेगा। जिसे डाउनलोड करके अपने लैपटाप में सेव कर लेगा। फिर लैपटाप से व्हाट्सअप एप पर भेज देगा। इस तरह से उसके द्वारा डमी पेमेंट का टिकट बुक किया जा रहा था।