सरोजनीनगर:विधायक की CM से अपील यूपी बोर्ड में पर्यावरण शिक्षा अनिवार्य करें,क्लिक करें और भी खबरें

  • REPORT BY:A.S.CHAUHAN || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS

लखनऊ। विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने एक बार फिर पर्यावरणीय मुद्दों पर गंभीर चिंतन, आंकड़ों पर आधारित चेतावनी और आशा की दिशा में ठोस प्रयासों का त्रिवेणी संगम प्रस्तुत किया है। डॉ. सिंह ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विस्तृत पोस्ट के माध्यम से न केवल वैश्विक जलवायु संकट के प्रति चिंता व्यक्त की, बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेजकर पर्यावरण शिक्षा को उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा स्तर पर अनिवार्य विषय बनाने का आग्रह भी किया।

डॉ. राजेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में पांच प्रमुख पर्यावरणीय चुनौतियों का उल्लेख करते हुए माध्यमिक शिक्षा स्तर पर पाठ्यक्रम में पर्यावरणीय शिक्षा को अनिवार्य बनाने का आग्रह करते हुए लिखा कि “यदि बच्चों में प्रारंभ से ही प्रकृति के प्रति संवेदना और समझ विकसित की जाए, तो वे एक समृद्ध और सतत भारत के सशक्त रचयिता बनेंगे।जलवायु परिवर्तन – तापमान वृद्धि और आपदाओं में बढ़ोतरी। जैव विविधता की हानि 22% प्रजातियां विलुप्ति के कगार पर। प्लास्टिक प्रदूषण – समुद्री जीवन और मानव स्वास्थ्य को संकट।जल संकट – 4% जल संसाधनों में 18% आबादी की निर्भरता। वनों की कटाई – पारिस्थितिक असंतुलन और आपदा जोखिम में वृद्धि।सरोजनी नगर विधायक ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपने सन्देश का आरंभ अथर्ववेद के मंत्र से करते हुए लिखा, “माता भूमिः पुत्रो अहं पृथिव्याः” यह मंत्र उनकी सोच का केंद्र बिंदु है, जहाँ पर्यावरण कोई नीति नहीं, एक संस्कार है। डॉ. सिंह ने आंकड़ों के माध्यम से चेताया कि वर्ष 2024 अब तक का सबसे गर्म वर्ष घोषित किया गया है। औसत वैश्विक तापमान: 15.1°C, जो पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.6°C अधिक है। भारत में 2019 में 23 लाख समयपूर्व मौतों का कारण केवल वायु और जल प्रदूषण रहा। भारत की 100% आबादी PM2.5 प्रदूषण स्तर से अधिक क्षेत्रों में रह रही है। उनके द्वारा प्रस्तुत ये आंकड़े ध्यान खीचते हैं, “अब संकट की ओर नहीं बढ़ रहे, हम संकट में जी रहे हैं।

प्रॉपर्टी डीलरों की हरकतों से परेशान किसानों ने कोर्ट में दाखिल की याचिका,सरोजनीनगर के ग्राम सभा नूर नगर भदसा का मामला

-ग्राम सभाओं में सरकारी जमीनों पर प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा अवैध कब्जे व विक्रय की बार बार शिकायत के बाद तहसील प्रशासन ने नहीं की कार्यवाही

सरोजनीनगर तहसील क्षेत्र के गांवों में ग्राम सभा की जमीनों पर प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा कब्जा कर विक्रय करने की शिकायतें होते रहना कोई खास नहीं बल्कि आम बात हो गई है। कुछ जगहों पर तहसील प्रशासन द्वारा कब्जे हटवाये भी गए किंतु कुछ जगहों पर पता नहीं कैसे पुन उन्हीं लोगो द्वारा कब्जे भी कर लिए जाते हैं। ऐसा ही एक प्रकरण सरोजनीनगर तहसील के ग्राम सभा नूर नगर भदरसा का भी देखने में आया है ,जहां पर शिकायतकर्ता बलराम यादव व अवधेश कुमार द्वारा बताया गया ग्राम सभा में प्रॉपर्टी डीलर रणवीर यादव व विनय रंजन श्रीवास्तव द्वारा ग्राम सभा में भूमि क्रय कर उसके साथ ग्राम सभा की जमीनों को सम्मिलित कर विक्रय किया गया, इतना ही नहीं ग्राम सभा में वर्ष 1993 /94 में कुछ किसानों को पंडित दीनदयाल योजना अंतर्गत भूमिहीनों किसानों को ऊसर भूमि सुधार अंतर्गत चार चार बीघे भूमि का आवंटन किया गया था किंतु वर्ष 2010 में जब एसडीआरएफ हेतु भूमि का चयन किया जाने लगा, उस समय ग्राम सभा की हुई खुली बैठक में किसान, ग्राम प्रधान, एसडीआरएफ व तहसील प्रशासन के अधिकारीयों के हुई खुली बैठक में यह तय हुआ कि जिन किसानों की भूमि एसडीआरएफ द्वारा ली जाएगी उन किसानों को ग्राम सभा की अन्य जो भूमि सड़क के किनारे पर स्थित है, समान रूप से आवंटित की जाएगी। किंतु जिन किसानों की भूमि एसडीआरएफ में गई उनमें से जिन किसानों का गठजोड़ इन प्रॉपर्टी डीलरों से हुआ उन्हें तो सड़क पर एक हजार से दो हजार फिट फ्रंट की भूमि आवंटित हो गई, किंतु जिन किसानों ने प्रॉपर्टी डीलर को भूमि नहीं दी उन्हें कुछ को सड़क पर 20-40 फीट फ्रंट मिला तो वहीं कुछ किसानों को वह भी नहीं। इतना ही नहीं जिन किसानों की जमीन प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा ली गई उन किसानों की जमीनें भी खतौनी पर बढ़कर बिना किन्ही आदेशों के अंकित हो गई, इस तरह सरकारी जमीनों का खूब बंदर बांट भी हुआ । जिसकी शिकायत हम लोगों द्वारा तहसील प्रशासन मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल सहित उच्च अधिकारियों से लिखित बार-बार की किंतु कोई कार्रवाई न होने पर हम लोगों ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की जिसमें 18 अप्रैल को हुई सुनवाई में न्यायाधीश द्वारा याचिका स्वीकार करते हुए अग्रिम सुनवाई हेतु 29 अप्रैल की तारीख नियत की है।

 बंथरा के सात गांवों में आग ने मचाया तांडव लाखों की फसल राख

-चक,अमावां,ऐन, सादुल्लाहनगर, सहिजनपुर, रामदासपुर में जंगल से लगी आग गेहूं की पराली और फसलों को चपेट में लिया,बीबीपुर में बिजली के तारों से निकली चिंगारी से भीटों में लगीं आग

मंगलवार को बंथरा थाना क्षेत्र की आधा दर्जन से अधिक गांवों में आग का तांडव रहा जिसके चलते ग्रामीण किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा, वहीं तंबोली जाति के लोगों के भीट जल जाने लाखों रुपए का नुकसान हो गया जिसके चलते इन लोगों में बुरी तरीके से चिंता व्याप्त है। ग्राम सभा बीबीपुर में दोपहर लगभग 1:30 बजे विद्युत तारों से निकली चिंगारी से राहुल के खेत में खड़ी गेहूं की पराली में आग लगी और धीरे-धीरे मनोज चौरसिया, राजेश चौरसिया, सुरेंद्र चौरसिया, राज नारायण चौरसिया के भीटों में पहुंच गई और भीट में खड़ी फसल जलकर राख हो गई। ग्रामीणों द्वारा आग पर काबू पाने के लिए काफी प्रयास किया, लेकिन उसके पहले आपके तांडव ने फसलों को निगल लिया। जिसमें मनोज चौरसिया 5 लाख रुपए, राजेश चौरसिया चार लाख रुपए, सुरेंद्र चौरसिया पचास हजार रुपए और राजनाराय चौरसिया एक लाख रुपए लगभग फसल का नुकसान हुआ है। इसकी सूचना फायर स्टेशन पर दी गई थी, लेकिन जब तक मौके पर दमकल की गाड़ी पहुंचती तब तक ग्रामीणों में आग पर काबू पा लिय था। बंथरा थाना क्षेत्र के बीबीपुर ,ऐन, चक, अमावां, रामदासपुर, सादुल्लाह नगर और सहिजनपुर गांवों में गेहूं की पराली में लगी भीषण आग ने किसानों को बड़ा झटका दिया है। इस आगजनी में लगभग 600 बीघा खेत प्रभावित हुए, जिसमें 7 से 10 बीघा में खड़ी फसल पूरी तरह जलकर राख हो गई। आग की शुरुआत आज दोपहर करीब 12:30 बजे ऐन गांव से हुई और देखते ही देखते यह पास के खेतों में फैल गई।आग की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत 112 पर कॉल किया और फायर ब्रिगेड को सूचित किया। दमकल विभाग की तीन गाड़ियां तत्काल मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया। ग्रामीणों ने भी आग पर काबू पाने में सहयोग किया, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उसे नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। स्थिति बिगड़ती देख फायर ब्रिगेड की अतिरिक्त गाड़ियां मौके पर बुलाई गईं। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड और ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास से आग पर काबू पाया गया।
प्रभावित किसानों का कहना है कि यह फसल उनकी सालभर की मेहनत का नतीजा थी। फसल कटाई का समय नजदीक होने के कारण नुकसान और भी गंभीर हो गया। कई किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि आग की लपटें दूर से दिखाई दे रही थीं और धुएं का गुबार पूरे इलाके में फैल गया, जिससे दहशत का माहौल बन गया।प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग ऐन गांव से शुरू हुई और तेज हवाओं के कारण सादुल्लाह नगर, चक,अमावां, रामदासपुर और सहिजनपुर के खेतों तक फैल गई। आग का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन स्थानीय लोगों का अनुमान है कि पराली जलाने या किसी लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।प्रभावित किसानों ने जिला प्रशासन से तत्काल मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि इस नुकसान ने उनकी आर्थिक स्थिति को पूरी तरह डगमगा दिया है। स्थानीय प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है और प्रभावित किसानों को उचित सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।यह घटना न केवल किसानों के लिए आर्थिक नुकसान का कारण बनी है, बल्कि पर्यावरण पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ा है। धुएं के कारण इलाके में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और वैकल्पिक उपायों पर ध्यान देना जरूरी है।प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे पराली जलाने से बचें और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सतर्क रहें। इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में अग्नि सुरक्षा और संसाधनों की कमी जैसे मुद्दों को उजागर किया है। ग्राम सभा बीबीपुर में किसानों का आरोप बिजली के तार काफी नीचे लटके हुए हैं ,जिनको सही नहीं किया गया जिसके आपस में टकरा जाने से चिंगारी निकली और आग लग गई। अन्य गांवों में जंगल से आग लगी जरूर लेकिन कैसे लगी इसका कारण पता नहीं चल सका है।
सरोजनीनगर नादरगंज फायर स्टेशन के प्रभारी सुमित सिंह ने बताया कि इन गांवों में आग लगने की सूचना जैसे ही दोपहर में मिली बक्शी का तालाब, पीजीआई, हजरतगंज, आलमबाग फायर स्टेशनों से दमकल की गाड़ियों को मंगाकर मौके पर पहुंचकर हजारों हेक्टेयर जंगल में आग बुझाई गई और चक, अमावां सहिजनपुर, रामदासपुर,ऐन, सादुल्लाह नगर के गांव को सुरक्षित करने के साथ हजारों हेक्टेयर फसलों को भी आग की चपेट में आने से बचा लिया गया और आग इतना भीषण रूप ले चुकी थी कि गाड़ियों को दूर खड़ी करके सैकड़ो मीटर पाइप बिछाकर आग पर पानी डालकर काबू पाया गया।फायर स्टेशन प्रभारी सुमित सिंह ने बताया कि इस आग बुझाने में इन बच्चों ने काफी सहायता की आग कहां-कहां पर फैली हुई है इसको बताया और इन्होंने नादरगंज फायर स्टेशन तथा डायल 112 पर पुलिस को आग लगने की सूचना दी गई।

Aaj National

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