- REPORT BY:PREM SHARMA || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS
लखनऊ। उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबीनार में अनेकों जनपदों से जुड़े किसानों ने प्रमुखता से यह मुद्दा उठाया कि पूरे प्रदेश में कुछ महीना पहले कृषि फीडर पर किसानों की विद्युत आपूर्ति 10 घंटे से घटाकर 7 घंटे कर दी गई थी वर्तमान में किसानों को फसल के लिए पानी की आवश्यकता है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के सभी लगभग 15 लाख किसानों को जो कृषि फीडर पर 7 घंटे विद्युत आपूर्ति पा रहे हैं उनकी विद्युत आपूर्ति तत्काल 10 घंटे पूर्व की भाँती की जाए।
उपभोक्ता परिषद के वेबीनार में यह मुद्दा भी छाया रहा कि उत्तर प्रदेश के लगभग आधा दर्जन से ज्यादा जनपदों जहां के जनप्रतिनिधि सांसद मजबूती से प्रबंधन के सामने अपनी मांग रख रहे हैं वहां पर 10 घंटे आपूर्ति चालू भी कर दी गई। जो यह सिद्ध करता है कि उत्तर प्रदेश में कृषि फीडर पर दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। जहां के जनप्रतिनिधि और सांसद प्रबंधन के संपर्क में है वहां विद्युत आपूर्ति 10 घंटे कर दी गई है। और ज्यादातर जनपदों में आज भी विद्युत आपूर्ति किसने की 7 घंटे है जिसमें ब्रेकडाउन हो जाने पर मात्र 5 से 6 घंटे विद्युत आपूर्ति मिलना भी मुश्किल है।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सरकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने प्रदेश के आनेको जनपदों से जुड़े किसानों को यह अस्वाशन दिया कि आपकी मांगों को प्रबंधन के सामने प्रमुखता से उठाया जाएगा। उपभोक्ता परिषद प्रदेश के मुख्यमंत्री से यह मांग करता है कि प्रदेश में सभी किसानों की समान रूप से 10 घंटे विद्युत आपूर्ति अभिलंब चालू कराई जाए जिससे किसानों को कोई दिक्कत न होने पाए। उपभोक्ता परिषद के वेबीनार में यह मुद्दा भी उठा की बड़े पैमाने पर संविदा कार्मिकों की जो छटनी की जा रही है। उसमें क्षेत्रीय स्तर पर जो अधिशासी अभियंता व अन्य अधिकारी है वह अपने चाहते संविदा कार्मिकों को तो नहीं छटनी कर रहे हैं और मनमाने तरीके से छटनी में भी भेदभाव किया जा रहा है कहीं कोई मानक नहीं है। जिससे अधिशासी अभियंता खुस व छटनी से बाहर जिससे नहीं खुश वह छटनी की लाइन में लग गया जो बहुत गंभीर मामला है। ऐसे में पूरे उत्तर प्रदेश में जो छटनी की जा रही है वह गलत है उसे पर तत्काल रोक लगाई जाए। प्रदेश के मुख्यमंत्री एक तरफ संविदा कार्मिकों को बेहतर सेवा देने की बात करें दूसरी तरफ पावर कॉरपोरेशन संविदा कार्मिकों को बेरोजगार बना रहा है। उत्तर प्रदेश में रोजगार तो है नहीं जो है वह भी समाप्त किया जा रहा है।
निजीकरण के विरोध में विशाल बाइक रैली निकाली गई
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में शक्ति भवन मुख्यालय पर आज दूसरे दिन क्रमिक अनशन जारी रहा। संघर्ष समिति ने प्रबंधन के अलोकतांत्रिक दमनकारी रवैया की निंदा करते हुए कहा है कि प्रबंधन के रवैया से बिजली कर्मियों में प्रदेश भर में भारी गुस्सा व्याप्त हो गया है। आज राजधानी लखनऊ में निजीकरण के विरोध में विशाल बाइक रैली भी निकाली गई।
क्रमिक अनशन के दूसरे दिन आज लगभग 200 से अधिक बिजली कर्मी अनशन पर बैठे। आज उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों के समर्थन में मध्य प्रदेश के विद्युत मंडल अभियंता संघ के महासचिव विकास कुमार शुक्ला, वेस्टर्न इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज तिवारी और मध्य प्रदेश के कई बिजली अभियन्ता अनशन में सम्मिलित हुए। उत्तर प्रदेश में केस्को और कानपुर क्षेत्र तथा लखनऊ नगर के बिजली कर्मी अनशन में सम्मिलित रहे।
आज लखनऊ में बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में विशाल बाइक रैली भी निकाली। रैली शाम 5ः00 बजे राणा प्रताप मार्ग स्थित हाइडल फील्ड हॉस्टल से प्रारंभ होकर राणा प्रताप मार्ग, सुभाष चौक, कैसरबाग, लाल बाग, जीपीओ, हजरतगंज होते हुए अशोक मार्ग पर शक्ति भवन आकर एक सभा के रूप में समाप्त हो गई। रैली में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पावर कार्पाेरेशन प्रबंधन की अमानवीय दमनकारी कार्यवाहियों के लिए कड़ी निंदा की। उल्लेखनीय कि पावर कार्पाेरेशन प्रबंधन ने शक्ति भवन मुख्यालय पर चिलचिलाती धूप में क्रमिक अनशन पर बैठे बिजली कर्मियों की बिजली काट दी है, शक्ति भवन के दरवाजे बन्द कर पानी और शौचालय की सुविधा रोक दी है। इसके साथ ही क्रमिक अनशन पर बैठे बिजली कर्मियों की वीडियोग्राफी कराकर उन्हें डराने धमकाने की कोशिश की जा रही है। बड़े पैमाने पर संविदा कर्मियों को निकला जाना और फेशियल अटेंडेंस के नाम पर वेतन रोकने के उत्पीड़न की कार्यवाही पहले से ही जारी है। संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि बिजली कर्मियों की एकता से खीझे हुए प्रबंधन की इन निम्न हरकत की गतिविधियों से बिजली कर्मी डरने वाले नहीं है। बाइक रैली में यह संकल्प व्यक्त किया गया कि निजीकरण के विरोध में यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक निजीकरण का फैसला वापस नहीं लिया जाता। आज प्रदेश के अन्य जनपदों और परियोजनाओं पर निजीकरण के विरोध में जोरदार विरोध प्रदर्शन किए गए। विरोध प्रदर्शनों का दौर कल भी जारी रहेगा। कल क्रमिक अनशन में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के अंतर्गत आगरा, अलीगढ़, मथुरा, एटा, झांसी, बांदा क्षेत्रों के बिजली कर्मी और अभियन्ता सम्मिलित होंगे। शक्ति भवन पर क्रमिक अनशन के दूसरे दिन आज मुख्यतया पी एस बाजपेई, आर एस मिश्र, कपिल मुनि, भोला नाथ झा, रजत कुशवाहा, सचिन कुमार द्विवेदी, अमित श्रीवास्तव , शुभम शुक्ल, अरविंद कुमार, के के अवस्थी, नीरज कुमार तिवारी, लवकुश कुमार, सम्मिलित हुए।
नगर आयुक्त से मिले कर्मचारी नेता, बताई समस्याएं
नगर निगम कर्मचारी संघ अध्यक्ष आनंद वर्मा एवं महामंत्री राम अचल सहित सभी पदाधिकारी से गौरव कुमार(आई.ए.एस) नव-नियुक्त नगर आयुक्त नगर निगम लखनऊ ने शिष्टाचार भेट कर उन्हें कार्मिकों की समस्याओं से अवगत कराया।संघ के पदाधिकारियों ने नगर आयुक्त को संस्था,कर्मचारियों की समृद्धि एवं प्रगति का प्रतीक स्वरूप बोनसाईं पौधा सप्रेम भेंट किया तथा संघ अध्यक्ष आनंद वर्मा ने नगर आयुक्त नगर निगम लखनऊ को शिष्टाचार वार्ता में आश्वस्त किया कि नगर निगम प्रशासन के आशा अनुरूप संस्था हित मे पूर्व की भांति नगर निगम कर्मचारी एवं अधिकारी और अधिक ऊर्जा के साथ आपसी सामंजस्य से अपना योगदान देता रहेगा, जिससे नागरिकों में संस्था व कर्मचारियों की छवि और अधिक सुदृढ़ हो।संघ अध्यक्ष आनंद वर्मा एवं राम अंचल द्वारा लंबित मांगो के निराकरण के सम्बन्ध मे नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया।
नगर आयुक्त एवं संघ के पदाधिकारी के मध्य कर्मचारियों की लंबित मांगो का निराकरण वार्ता के माध्यम से पूर्ण किये जाने पर नगर आयुक्त द्वारा सहमति व्यक्त की गई। नगर आयुक्त नगर निगम लखनऊ द्वारा संघ के पदाधिकारियों से शिष्टाचार भेंट किये जाने उपरांत कर्मचारियों की लम्बित मांगों का निराकरण वार्ता के माध्यम से किये जाने पर संघ के समस्त पदाधिकारियों ने नगर आयुक्त को धन्यवाद ज्ञापित किया।आज की शिष्टाचार भेंट में नवनियुक्त नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, पंकज श्रीवास्तव व अरुण कुमार गुप्त एवं नगर निगम कर्मचारी संघ के संरक्षक राम चन्दर यादव, अध्यक्ष आनंद वर्मा,महामंत्री रामअचल, उपाध्यक्ष शमील एखलाक, मोहम्मद शोएब, हेमंत कुमार, संगठन मंत्री अर्जुन यादव, निखलेश खरे, मंत्री विजय लक्ष्मी, रेखा यादव, मिर्जा इरशाद बेग, कोषाध्यक्ष यश विजय प्रकाश गुप्ता, सलाहकार अब्दुल तनवीर, प्रचार मंत्री अर्क गौतम, सयुक्तमंत्री अनुज गुप्ता, सहायक मंत्री जाकिर अली, मनीष चंद्र पाल, सदस्य कार्यकारिणी मोहम्मद शमशाद, पवन पाल, सुखदेव यादव उपस्थित रहे।
पेंशनर्स भेजेगे पीएम को ज्ञापन
केन्द्रीय जेसीएम स्टाफ साइड के सेक्रेटरी शिव गोपाल मिश्र की उपस्थिति तथा कामर्शियल टैक्स रिटायर्ड आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वी.पी. श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सम्पन्न संयुक्त पेंशनर्स कल्याण समिति, उत्तर प्रदेश के घटक संगठनों एवं मण्डलीय, जनपदीय संयोजकों की बैठक में प्रदेश के सभी पेंशनर्स द्वारा प्रधान मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन व्यापक स्तर पर प्रेषित किये जाने का निर्णय लिया गया।
संयुक्त पेंशनर्स कल्याण समिति के संयोजक एन.पी. त्रिपाठी, सह संयोजकगण क्षमानाथ दुबे व ओंकार नाथ तिवारी तथा कोषाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा ने बताया कि इस बैठक में जेपीडब्ल्यूसी से सम्बद्ध सभी घटक संगठनों द्वारा बढ़-चढ़कर भागीदारी की गयी और भारत सरकार के स्तर से पूर्व एवं वर्तमान पेंशनर्स के मध्य विभेद किये जाने की स्थिति में पूरे प्रदेश भर के पेंशनरों द्वारा वृहद स्तर पर विरोध किये जाने का निर्णय लिया गया और आठवें वेतन आयोग के शीघ्र गठन की पुरजोर मॉग की गयी।उक्त सभी कार्यवाही जनपद,मण्डल स्तर से सम्पन्न किये जाने हेतु मण्डलीय,जनपदीय प्रतिनिधियों द्वारा पूर्ण समर्थन व्यक्त किया गया।
बैठक में उत्तर प्रदेश सचिवालय पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पी.के. शर्मा, उपाध्यक्ष राधेश्याम ओझा, फेडरेशन आफ यूपी पेंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव महेन्द्र त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश पेंशनर्स कल्याण संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष आनन्द प्रकाश श्रीवास्तव, पीसीएस रिटायर्ड आफिसर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह, डिप्लोमा इंजीनियर्स कल्याण संघ के अध्यक्ष इं. आर.के. भाटिया एवं कार्यकारी अध्यक्ष दिवाकर राय, विद्युत पेंशनर्स परिषद के महासचिव इं. कप्तान सिंह, जल निगम पेंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव एन.सी.पाण्डेय, पी.डी.एस. रिटायर्ड आफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव राम सनेही यादव, सेवानिवृत्त प्राथमिक शिक्षक कल्याण परिषद के महासचिव गुलाब तिवारी, उ.प्र. परिवहन निगम पेंशनर्स संघ के महासचिव वी.एन.मिश्र तथा मण्डलीय,जनपदीय संयोजकों में जानकी शरण शुक्ला, ए.एन.द्विवेदी, सुनील शर्मा, जयवीर सिंह, अतुल कुमार गुप्ता, जलालुददीन कुरैशी, रशीद अहमद, महेन्द्र अग्रवाल, संतोष कुमार मेहरोत्रा आदि ने विचार व्यक्त किये। अन्त मेंपहलगाम में आतंकियों द्वारा किये गये सामूहिक नरसंहार की घोर निन्दा करते हुए शहीद आत्माओं की शान्ति हेतु दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की गयी।
नगर निगम एवं जलकल कर्मचारी संघ के सदस्य नगर आयुक्त से मिले
नगर निगम एवं जलकल कर्मचारी संघ के सदस्यो द्वारा नवनियुक्त नगर आयुक्त गौरव कुमार से शिष्टाचार भेंट की गयी,भेंट के समय अपर नगर आयुक्त श्री पंकज ,श्री ललित सहित संघ के संरक्षक शशिकुमारमिश्र, अध्यक्ष आनन्द मिश्र, महामंत्री सै.कैसर रजा ,वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतीश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष गोमती त्रिवेदी, विभा यादव ,हरिशंकर पाण्डेय, चन्द्र मोहन, अमरेन्द्र दीक्षित, विजयशंकर पाण्डेय, सतेन्द्रसैनी आदि के साथ साथ कुंवर जय सिंह, सुनीता भट्ट, संध्या आर्या,मनोज वर्मा,संजय श्रीवास्तव, विष्णु जी तिवारी, विजय श्रीवास्तव, संतोष अरुणा,अनिल शुक्ल,पंकज अवस्थी, अजय सिंह, दिग्विजय सिंह यादव,आयुष पन्त,अमित सिंह, अब्दुल रशीद, संजय चन्द्रा आदि संघ के साथी उपस्थित थे।
भेंट के मध्य नगर आयुक्त को नगर निगम के कुछ महत्वपूर्ण विषयो पर ध्यानाकर्षक कराते हुए संघ द्वारा नगर निगम प्रशासन को संघ एवं कर्मचारी समाज की ओर से पूरी निष्ठा,ईमानदारी से अपने दायित्वो का निर्वहन करने का आश्वासन दिया,वही नगर निगम प्रशासन से भी अपेक्षा है कि वह भी पूरी ईमानदारी से कर्मचारियो के हितार्थ समस्याओ के समाधान हेतु संकल्पित रहेगा। आज की शिष्टाचार भेंट में संगठन की ओर से कोई मांग पत्र नही दिया गया परन्तु इस हेतु जो भी समय समय पर कर्मचारियो की समस्याएं संज्ञान में आएगी उन्हे दिया जायेगा।
अभियान, 28 अस्थायी अतिक्रमण हटाए गए
नगर निगम लखनऊ द्वारा अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत शनिवार, 3 मई को जोन 2 के राजाजीपुरम वार्ड में विशेष कार्रवाई की गई। यह अभियान जोनल अधिकारी शिल्पा कुमारी के नेतृत्व में ज़ोनल सेनेटरी ऑफिसर रामसकल, सफाई निरीक्षक राजेश कुशवाहा, सचिन प्रकाश सक्सेना, आरआई रोहित सैनी तथा 296 अभियंत्रण टीम की उपस्थिति में चलाया गया।
अभियान का संचालन अंडर बाईपास राजाजीपुरम से शुरू होकर जलालपुर फाटक होते हुए रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल तक किया गया। इस दौरान नगर निगम की टीम ने सड़क किनारे बनाए गए 28 अस्थायी अतिक्रमणों को हटवाया, जिनमें अवैध ठेले, खोमचे और दुकान के आगे फैली सामग्री शामिल थी। दो काउंटर व तीन ठेले जब्त किए गए, और मौके पर ही 11,000 का जुर्माना भी वसूला गया। कार्रवाई के दौरान एक मानवीय पहलू भी सामने आया। अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की झोपड़ी भी हटाई गई, जो लंबे समय से उस स्थान पर रह रही थीं। इस पर जोनल अधिकारी शिल्पा कुमारी ने तत्परता दिखाते हुए बुजुर्ग महिला को नगर निगम के शेल्टर होम (रैन बसेरा) में पहुंचाया, ताकि उन्हें सुरक्षित ठिकाना मिल सके। इसके अलावा अभियान जोन 8 अंतर्गत शनि मंदिर चौराहे से चुंगी तिराहा तक चलाया गया। इस अभियान में दोनों पटरियों पर टाट पट्टी डालकर लगाए गए मीट और मुर्गे की दुकानों को हटवाया गया। नगर निगम की टीम ने मौके पर अवैध कब्जों को ध्वस्त कर क्षेत्र को साफ कराया। जोनल अधिकारी जोन 8 अजीत राय ने इस बात पर भी जोर दिया कि अतिक्रमण हटने के बाद उसे दोबारा न होने देना संबंधित थाने की जिम्मेदारी है। उन्होंने क्षेत्रीय पुलिस चौकी को इस बाबत निर्देशित करने के लिए संबंधित पत्र भी भेजा है।इस अभियान में 10 अस्थायी ठेले, 1 गुमटी और 3 अवैध बोर्ड जब्त किए गए। नगर निगम ने आम जनता से अपील की है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण न करें और शहर को सुचारु रूप से संचालित करने में सहयोग करें। यह अभियान आगे भी अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में जारी रहेगा।