-नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के नेतृत्व और गृह मंत्री के मार्गदर्शन का परिणाम
- REPORT BY:AAJ NATIONAL NEWS || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ :पुलिस बल के नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 60,244 पुलिस बल की भर्ती एवं नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम ऐसे समय में सम्पन्न हो रहा है, जब सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के प्रधानमंत्री के 11 वर्षां का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है। नए भारत में हर भारतवासी के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य हुआ है। आज का यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के नेतृत्व और गृह मंत्री के मार्गदर्शन का परिणाम है। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदां के 826 विकास खण्डों तथा 762 नगर निकायों से युवा उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 08 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने प्रदेश में परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखते हुए साढ़े आठ लाख से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियां प्रदान की है। आज यहां 60,244 नवनियुक्त पुलिस कार्मिकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया है। प्रधानमंत्री ने अमृत काल के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हम सभी के समक्ष एक विजन प्रस्तुत किया है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के हर नागरिक, नौजवान, महिलाओं, किसानों तथा गरीबों को प्राप्त होना चाहिए। आज यहां आयोजित कार्यक्रम एक प्रशासनिक आयोजन मात्र नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री के द्वारा दिए गए लक्ष्यों का एक हिस्सा है।आज का कार्यक्रम हमारी प्रतिबद्धता, सुशासन की सिद्धि और सुरक्षा के संकल्प का एक जीवंत उदाहरण है। उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से देश में सबसे बड़ा राज्य है। इसके अनुरूप प्रदेश में चुनौतियां भी ज्यादा थीं। विगत 08 वर्षों में प्रदेश की डबल इंजन सरकार ने बिना रुके, बिना झुके तथा बिना डिगे राज्य को भय एवं दंगा मुक्त वातावरण प्रदान किया है। प्रदेश को पर्यटन एवं निवेश के क्षेत्र में एक बेहतरीन डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने के साथ ही, राज्य के परसेप्शन को बदलने का कार्य किया गया है।आज इसका परिणाम हम सभी के सामने है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्मार्ट पुलिसिंग के कुछ सूत्र दिए हैं। इनमें स्ट्रिक्ट एवं सेंसिटिव, मॉडर्न एवं मोबाइल, अलर्ट एवं अकाउण्टेबल, रिलाएबल एवं रेस्पॉन्सिव तथा टेक्नो-सेवी एवं ट्रेण्ड शामिल हैं। स्मार्ट पुलिस बल आज की आवश्यकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश पुलिस बल की भर्ती की प्रक्रिया प्रारम्भ की। वर्ष 2017 के पूर्व प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया में भाई-भतीजावाद, भेदभाव होता था तथा परीक्षा की शुचिता पर प्रश्न चिन्ह खड़े होते थे। ईमानदारी के साथ कोई चयन नहीं होता था। लेकिन आज यह दोनों बीते जमाने की बात हो गई है।आज प्रदेश में संविधान प्रदत्त आरक्षण की सुविधा का लाभ प्रदान करते हुए तथा मेरिट को ध्यान में रखते हुए नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से सम्पन्न किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा सिर्फ उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 02 लाख 16 हजार पुलिस कार्मिकों की भर्ती की गयी है। रिफॉर्म करते हुए इस पुलिस बल को मॉडर्न बनाया जा रहा है। वर्ष 2017 में प्रदेश में पहली पुलिस भर्ती के समय वर्तमान गृह मंत्री जी ने ट्रेनिंग के लिए पैरामिलिट्री, मिलिट्री एवं अन्य राज्यों के ट्रेनिंग सेन्टरों की सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था। उस समय अनेक राज्यों ने अपने यहां हमारे पुलिस बल के प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई थी। आज प्रदेश में 60,244 पुलिसकर्मियों की भर्ती के साथ ही, ट्रेनिंग की क्षमता को भी बढ़ाया गया है। प्रदेश में एक साथ ही 60 हजार से अधिक पुलिस कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह मंत्री द्वारा वर्ष 2021 में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का उद्घाटन किया गया था। इसने वर्ष 2023 से कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है। जुलाई, 2024 से प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में देश में तीन नए कानून भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023, भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 लागू किये गये हैं। आज उसके परिणाम हम सभी के सामने हैं। इन तीनों नए कानूनों की मूल भावना दण्ड आधारित न होकर न्याय आधारित है। इनमें वैज्ञानिक साक्ष्य एवं तकनीक को अत्यन्त महत्वपूर्ण माना गया है। इसके लिए प्रदेश में आठ नए फॉरेंसिक लैब निर्मित होकर संचालित हो गए हैं। 06 नए लैब निर्मित किये जा रहे हैं। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में गृह मंत्रालय के सहयोग से दो-दो मोबाइल फॉरेंसिक वैन उपलब्ध करायी गई हैं। तीसरी वैन उपलब्ध कराने की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है। सभी 75 जनपदों में साइबर थाने स्थापित किए गए हैं। प्रदेश के सभी 1994 थानों पर साइबर हेल्प डेस्क की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इन सभी कार्यों से प्रधानमंत्री के विजन को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री के विजन के अनुरूप आज यहां 60,244 नवचयनित पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। इन कार्मिकों तथा इनके माता-पिता की तमन्ना थी कि यह भी पुलिस बल का हिस्सा बन सकें। गरीब से गरीब परिवारों चाहे वह जनजातीय, वंचित या दलित परिवार या पिछड़े एवं अति पिछड़ी जाति से जुड़े हुए हों, उनके बेटे और बेटियां सभी को इस पुलिस भर्ती में बिना भेदभाव के स्थान प्राप्त हुआ है। यह सभी उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता की सुरक्षा में सहायक बनेंगे।
मुख्यमंत्री ने सभी नवचयनित आरक्षियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्दीधारी बल का एक नियम है कि प्रशिक्षण में जितना पसीना बहेगा, जीवन में उतना ही कम खून बहाने की नौबत आएगी। जवाबदेही के साथ प्रशिक्षण पूर्ण करें। पुलिस बल का दोस्ताना व्यवहार तथा उनकी संवेदना एक कॉमन मैन की समस्या का समाधान करने का माध्यम बनें। महाकुम्भ प्रयागराज-2025 में उत्तर प्रदेश पुलिस बल के संवेदनशील व्यवहार की प्रशंसा हुई थी। सामान्य समय में भी पुलिस को संवेदनशील व्यवहार करना चाहिए। उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेश के परसेप्शन को बदलने का कार्य किया है। अब आप देश के सबसे बड़े पुलिस बल का हिस्सा बन रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सभी नवचयनित आरक्षी उत्तर प्रदेश पुलिस बल के माध्यम से प्रदेश सहित देश की बेहतरीन सेवा कर अपने को साबित करेंगे।