-इंस्टाग्राम पर की थी आत्महत्या करने की पोस्ट अपलोड,डीजीपी ने लिया संज्ञान
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REPORT BY:AAJ NATIONAL NEWS || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ:यूपी के बुलंदशहर जिले के थाना सलेमपुर क्षेत्र निवासी लगभग 16 वर्षीय छात्रा द्वारा हाथ में गोलियों को दिखाकर उनको खाते हुए “गुड बाय” लिखकर इंस्टाग्राम पर आत्महत्या सम्बन्धी पोस्ट किया ।इस पोस्ट को लेकर समय 10ः40 बजे मेटा कंपनी की तरफ सेडीजीपी मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेन्टर को ई-मेल के ज़रिए एलर्ट प्राप्त हुआ। जिसका तत्काल संज्ञान लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया ।इस पर डीजीपी प्रशान्त कुमार ने एलर्ट पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा,मेटा कम्पनी द्वारा भेजे गये अलर्ट का संज्ञान लेकर मुख्यालय की सोशल मीडिया सेन्टर ने अलर्ट में उपलब्ध कराये गये मोबाइल नम्बर के आधार पर तत्काल छात्रा की लोकेशन पता कर बुलंदशहर जिले को अविलंब प्रकरण से अवगत कराया।डीजीपी के मुख्यालय के सोशल मीडिया सेन्टर ने सूचना एवं लोकेशन पर थाना सलेमपुर, के उप निरीक्षक व महिला आरक्षी मात्र 12 मिनट में छात्रा के घर पहुँच गए, जहां पर उनके द्वारा परिजनों के सहयोग से छात्रा का घरेलु प्राथमिक उपचार कराया । छात्रा के कुछ स्वस्थ होने के बाद छात्रा ने बताया कि वह 11 वीं क्लास में पढ़ती है, लगभग डेढ़ साल से वह एक लड़के से प्रेम करती है और उससे शादी की भी बात चल रही थी, किन्तु प्रेमी से झगड़ा होने के कारण वह बहुत तनाव और गुस्से में थी और भावावेश में आकर उसके द्वारा नींद की गोलियों को काफी मात्रा में खाकर आत्महत्या का प्रयास किया गया था। पुलिस द्वारा छात्रा की काउंसलिंग की गयी, जिस पर उसने भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने का आश्वासनदिया।
यूपी पुलिस ने की अब तक 951 व्यक्तियों के प्राणों की रक्षा
डीजीपी के जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रा के परिजनों ने थाने के पुलिसकर्मियों की तत्परता तथा उनके सहयोग को लेकर पुलिस को धन्यवाद दिया।उत्तर प्रदेश पुलिस एवं मेटा कम्पनी के मध्य 2022 से प्रचलित व्यवस्था के तह्त यदि कोई भी व्यक्ति फेसबुक अथवा इंस्टाग्राम पर आत्महत्या करने की पोस्ट करता है तो ऐसी पोस्ट को लेकर मेटा कम्पनी ने उत्तर प्रदेश पुलिस को ई-मेल एवं फोन के माध्यम से अलर्ट भेजकर सूचित किया जाता है।बीती एक जनवरी से लेकर 22 मई के बीच आत्महत्या की पोस्ट पर प्राप्त अलर्ट का संज्ञान लेकर यूपी पुलिस कुल 951 व्यक्तियों के प्राणों की रक्षा की जा चुकी है ।