- REPORT BY:K.K.VARMA
- EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
-हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 78 वां स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता के लिए अनगिनत रणबांकुरों ने दी जान की कुर्बानी-प्रशांत
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश के प्रदेश कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस की 77वी वर्षगांठ को बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत सिंह पटेल द्वारा झण्डारोहण किया गया। राष्ट्र गान के पश्चात मिष्ठान वितरण हुआ और सभी ने एक दूसरे को स्वाधीनता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।इसके पश्चात एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सम्मानित वक्ताओं ने स्वाधीनता दिवस पर अपने अपने सारगर्भित विचार रखे। वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए हमारे देश के अनगिनत रणबांकुरों ने हंसते हंसते अपने जान की कुर्बानियां दे दीं तब जाकर हमारा प्यारा देश अंग्रेजो की सैकड़ों वर्षों की गुलामी से मुक्त हो सका। साथियों ने अपने सम्बोधन में देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बीर अमर शहीदो को श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस अवसर पर पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत सिंह पटेल ने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश को आजाद कराने के लिए संघर्ष किया था वह उद्देश्य अभी भी अधूरा है उसके लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है। स अवसर पर पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत सिंह पटेल,प्रदेश कोषाध्यक्ष अमर सिंह कटियार, प्रदेश प्रवक्ता डॉ के के त्रिपाठी ,प्रदेश प्रवक्ता दिवाकर सिंह, सुभाष पाठक, भैया हरिशंकर जी पटेल, शिव मंगल सरोज, पवन गुप्ता,कार्यालय प्रभारी ओम प्रकाश वर्मा, भूपेन्द्र वर्मा, नितेश कुमार,रजत वर्मा, एड.सनी पटेल,महक , खुशबू,डॉ जितेन्द्र सिंह,एच एन सिंह,राम कुमार सचान,आर के सिंह,राजन , राजेश शर्मा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
पर्यटन विभाग ने मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप हेतु युवाओं से मांगे आवेदन
उत्तर प्रदेश पर्यटन ने मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम के अंतर्गत ऐसे युवा जिनकी उम्र 40 वर्ष तक है और वह स्नातक हैं, आवेदन कर सकते हैं। शोधार्थियों को पारिश्रमिक के अलावा क्षेत्र भ्रमण के लिए धनराशि का भुगतान भी किया जाएगा। इच्छुक अभ्यर्थी विभाग की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 31 अगस्त है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा युवाओं के लिए पर्यटन से जुड़े कार्यों में सहभागिता का विशिष्ट अवसर है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। यह क्षेत्र बड़ी संख्या में रोजगार का अवसर सामने ला रहा है। इसका लाभ युवाओं तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। फेलोशिपकार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य शोधार्थियों को पर्यटन विभाग द्वारा कार्यान्वित योजनाओं के पर्यवेक्षण, अनुश्रवण व पारिस्थितिकी से जुड़े स्थलों का सर्वांगीण विकास करना है। योजनाओं का मूल्यांकन, संरचना, मेले-महोत्सवों की रूपरेखा तैयार कराने, पर्यटन क्षेत्र के अंतर्गत राजस्व वृद्धि एवं भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप पर्यटन क्षेत्र अंतर्गत योजनाओं की संरचना के कार्यों में पूर्ण सहभागिता का अवसर प्रदान करना है। विभिन्न राज्यों एवं देशों द्वारा की जाने वाली नवीन गतिविधियों का अध्ययन व सुझाव विभाग को प्रस्तुत किए जाने का लक्ष्य है।पर्यटन मंत्री ने बताया कि आवेदन के लिए मान्यता प्राप्त संस्थानों या विश्वविद्यालयों से न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक अथवा उच्च शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए। आवेदन पत्र में सूचीबद्ध किसी भी क्षेत्र में प्रासंगिक कार्य का अनुभव तथा बीबीए, एमए, एमफिल, पीएचडी, टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट, एमबीए-हॉस्पिटैलिटी टूरिज्म एंड ट्रैवल, पीजी डिप्लोमा-ट्रैवल एंड टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी, पर्यटन एवं पुरातत्व में डिग्री या डिप्लोमा को वरीयता दी जाएगी। चयनित शोधार्थी की संबद्धता अवधि एक वर्ष रहेगी। उपयोगिता व आवश्यकता के हिसाब संबद्धता एक वर्ष के लिए बढ़ाई जा सकती है। कार्यक्रम अवधि के दौरान शोधार्थियों द्वाराजिलाधिकारी, मंडलायुक्त तथा संबंधित पर्यटन विभाग के अधिकारी के पर्यवेक्षण के रूप में कार्य करना होगा। शोधार्थी द्वारा प्रदेश के भ्रमण पर आने वाले तीर्थयात्रियों, पर्यटकों के आंकड़ों का संकलन तथा पर्यटकों द्वारा की गई शिकायतों के निराकरण पर आवश्यक सहयोग प्रदान करना होगा। योजनाओं के कार्यान्वयन में आ रही चुनौतियों तथा पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए सुझाव देना होगा।
फार्म 16, वेतन और एरियर न मिलने से खफ़ा शिक्षकों ने डीआईओएस का किया घेराव
फार्म 16, जुलाई माह का वेतन और एरियर न मिलने से गुस्साए राजधानी लखनऊ के रामाधीन सिंह इंटर कॉलेज के शिक्षकों ने विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ एस के यादव के नेतृत्व में जिला विद्यालय निरीक्षक का घेराव किया। शिक्षक नेता महेंद्र सिंह ने बताया कि आईटीआर भरने की अंतिम तारीख 31 जुलाई थी । आईटीआर भरने के लिए फॉर्म 16 की आवश्यकता होती है जिसे जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। समय सीमा के अंदर आईटीआर न भरने की स्थिति में आयकर विभाग द्वारा 10 हजार रुपए का फाइन लिया जाता है। ये सब जानते हुए भी जिला विद्यालय निरीक्षक ने शिक्षकों को फॉर्म 16 अभी तक उपलब्ध नहीं कराया। महेंद्र सिंह ने बताया कि फॉर्म 16 देने के बदले में जिला विद्यालय कार्यालय द्वारा मोटी वसूली की जाती है ।शिक्षकों ने जब घूस रिश्वत देने से मना कर दिया तब जिला विद्यालय निरीक्षक ने शिक्षकों का फॉर्म 16 रोक दिया। फॉर्म 16 अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया, इसका जिम्मेदार कौन है ? दोषी के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए ।भ्रष्टाचार में लिप्त जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय शिक्षकों को वेतन पास करने के बदले में पैसा मांगता है, घूस न देने पर विद्यालय का वेतन ,एरियर रोक दिया गया है । शिक्षक जिला विद्यालय निरीक्षक से वार्ता करने पहुंचे तो जिला विद्यालय निरीक्षक प्रधानाचार्य पर चिल्लाने लगे, जिससे शिक्षकों और जिला विद्यालय निरीक्षक के बीच गर्मागर्मी हो गई।जिला विद्यालय निरीक्षक के इस भ्रष्टाचारी कार्यशैली से शिक्षकों में रोष है। शिक्षकों की ओर से योगी सरकार से मांग है कि 31 जुलाई से पहले फॉर्म 16 न दिए जाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक के खिलाफ कार्यवाही की जाए।फॉर्म 16, वेतन और एरियर अगले तीन दिन में न मिलने की दशा में शिक्षक पुलिस परीक्षा का बहिष्कार करने को बाध्य होंगे ।