- REPORT BY:NITIN TIWARI
- EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
लखनऊ।यूपी एसटीएफ ने शामली और भदोही जिले के अलग अलग स्थानों से तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है,जिनके पास से अफीम और गांजा बरामद हुआ है ।
पंद्रह लाख की अफीम के साथ दो तस्कर गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह के दो तस्करो को एक किलो अवैध मादक पदार्थ अफीम के साथ शामली जिले के झिंझाना नहर पुल से कैराना नहर पुल की तरफ आम के बाग के पास से गिरफ्तार किया।बरामद अफीम की कीमत करीब पंद्रह लाख रूपये बताई गई है।पकड़े गए सुनील प्रसाद व साजिद के पास से एक किलो अफीम के साथ ही दो मोबाइल फोन और दो हजार रुपए नकद तथा एक सेण्ट्रो कार और दो आधार कार्ड बरामद किया।पकड़े गए आरोपियों को अफीम उन्हे नेपाल का रहने वाला व्यक्ति बिहार में इनर्वा सीमा पर देता है।जिसका नाम पता इन्हें नही मालूम है। इस अफीम को साजिद का भाई कुर्बान पुत्र रूकमुद्दीन निवासी भूरा थाना कैराना जनपद शामली इसे बाहर ले जाकर चलते फिरते व्यक्तियो को मोटी रकम लेकर बिक्री करता है। यह लोग यह कार्य कई वर्षों से कर रहे हैं।
यूपी एसटीएफ ने 75 लाख रुपए के गांजे के साथ तस्कर प्रमोद कुमार दास को पकड़ा
यूपी एसटीएफ ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को तीन सौ किलो गांजा के साथ भदोही के गोपीगंज थाना क्षेत्र के लालनगर टोल प्लाजा वाराणसी- प्रयागराज हाईवे से गिरफ्तार किया है।बरामद गांजा की कीमत करीब 75 लाख रुपए है।पकड़ा गया प्रमोद कुमार दास उड़ीसा के कटक जिले के थाना नरसिहपुर के एन्सिया का रहने वाला है।इसके पास से गांजा के साथ ही एक टाटा डीसीएम और दो मोबाइल फोन एक पैन कार्ड और एक आधार कार्ड और एक डीएल व दो एटीएम कार्ड बरामद किया है।पकड़े गए प्रमोद दास का एक संगठित गिरोह हैं।यह गिरोह उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र तथा पंजाब और गुजरात आदि राज्यों में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करता है ।एसटीएफ के मुताबिक बरामद टाटा डीसीएम प्रमोद का है । उडीसा राज्य के बरहमपुर निवासी एक व्यक्ति द्वारा इसके गाड़ी में गाँजा लोड कराया गया था।जिसे पंजाब के भटिण्डा में सप्लाई करना था । जब यह भटिण्डा पहुँचता तो बरहमपुर निवासी व्यक्ति द्वारा इसे बताया जाता कि यह गाँजा वहाँ पर किसको देना है । प्रमोद दास लगभग 04-05 सालों से अवैध मादक पदार्थ की तस्करी का कार्य कर रहा है । इस कार्य के लिए इसको प्रति चक्कर तीन लाख रूपये मिलता है ।