- REPORT BY:A.K.SINGH
- EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
-बदमाशों ने हरौनी पुलिस चौकी के दरोगा और गृह स्वामी पर की कई राउंड फायरिंग,बंथरा थाना की घटना
लखनऊ। बीती रात बदमाशों ने एक गांव में धावा बोलते हुए कई राउंड फायरिंग की और लूटपाट की घटना को अंजाम देकर भागने में सफल रहे। सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस फोर्स पहुंचा लेकिन बदमाशों का पता नहीं चल सका।बंथरा थाना क्षेत्र में बदमाशों ने पांच घरों पर धावा बोला तीन घरों में लूट की वारदात को अंजाम दिया गया और लाखों रुपए के सोने चांदी के जेवरात व हजारों रुपए की नगदी उठा ले गए।दो घरों में घटना घटित होते-होते रह गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे हरौनी पुलिस चौकी के दरोगा के ऊपर बदमाशों ने से फायर कर दिया। एक घर गृह स्वामी पर भी बदमाशों ने अपने आपको चंगुल में फंसे देख असलहे फायर कर किया गया,लेकिन किसी को गोली नहीं लगी बाल बाल दरोगा और गृह स्वामी बच गए।
बीती रविवार की रात भी बेखौफ बदमाशों ने पुलिस को चेतावनी देते हुए क्षेत्र के नारायनपुर गांव में तीन घरों पर धावा बोलते हुए लूटपाट कर लाखों रुपए के जेवरात व नगदी उठा ले गए। बदमाशों ने सबसे पहले सुजीत सिंह पुत्र स्व शिवराम सिंह के घर के मुख्य दरवाजे की कुंडी काटकर अंदर दाखिल हो गए और एक कमरे में सो रहे परिजनों को उन्हीं के कमरे में बंद कर दूसरे कमरे में रखी अलमारी और बक्से को तोड़कर उसमें रखे विभिन्न सोने के जेवरात करीब चार तोला व कुछ चांदी के जेवरात सहित दस हजार रुपए पार कर दिए। इसके बाद चोरों ने श्याम सिंह के घर में पीछे के रास्ते से घुसकर छत से अंदर दाखिल होते हुए एक कमरे में रखी बैग से दस हजार रुपए निकाल ले गए। पूर्व प्रधान करुणेश सिंह के घर पीछे के रास्ते से घर में घुसकर उनके कई कमरों की कुंडियों को बाहर से कपड़े से बांधकर अंदर एक कमरे में रखे बक्से से चैन, झुमकी, मंगलसूत्र सहित कुछ अन्य जेवरात साफ कर दिए। इतने पर भी चोरों को कोई खौफ नहीं लगा और उन्होंने गांव के चौथे घर अतुल सिंह के घर घुसकर बक्सों को खंगाल डाला यहां उन्हें कुछ नहीं मिला तो पांचवें घर अन्ना के घर में धावा बोल दिया। इस पर किसी प्रकार जानकारी पाकर इरफान पुत्र अन्ना ने एक बदमाश को दबोच लिया, यहां पर बदमाश ने अपने आप को फंसता देखकर हवाई फायर झोंक दिया जिस पर घर वाले डरकर पीछे हट गए और बदमाश इसी बीच मौका पाकर बाहर भाग निकले।
घटना के दौरान ही सूचना पाकर चौकी से घटनास्थल मौजूद दरोगा अरविंद कुमार यादव अपने साथ एक कांस्टेबल लेकर गांव में पहुंचे और जब उन्हें पता लगा कि बदमाश इधर भागे हैं। तब वो बदमाशों के पीछे उन्हें पकड़ने के लिए पहुंचे इस पर जब वह बदमाशों के करीब पहुंचे तभी बदमाश ने दरोगा पर भी फायर झोंक दिया हालांकि बदमाश द्वारा भागने के दौरान करीब छह राउंड हुई फायरिंग में किसी को कोई चोट नहीं आई।थाना प्रभारी बंथरा राम सिंह ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए कई टीमें लगाई गई है, मुकदमा दर्ज हो गया, इस पर पुलिस की सर्विलांस, एसओजी, सहित कई अन्य टीमें काम कर रही है, इसका खुलासा जल्दी किया जाएगा।
बेंती पशु आश्रय केंद्र को बंद करने के फैसले से किसानों की चिंताएं बढ़ी
विकास खंड सरोजनीनगर के बेंती पशु आश्रम केंद्र में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते आये दिन पशुओं की मौत होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। जिससे परेशान होकर अधिकारीयों ने इस पशु आश्रय केंद्र को बंद करने का फैसला कर चुके हैं, लेकिन इस पशु आश्रय केंद्र के बंद हो जाने से क्षेत्र के दर्जनों गांवों के गरीब ग्रामीण किसानों को कई किलोमीटर की अधिक दूरी तय करके आवारा घूम रहे पशुओं को बंद करने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। जिसको लेकर क्षेत्र के लोग अभी से परेशान होने लगे हैं। ग्राम सभा बेंती के ग्राम प्रधान कि भ्रष्टाचारी कार्य-प्रणाली के चलते गोवंश प्रतिदिन काल के गाल में समा रहे हैं। यहां तक जिंदा पशुओं को कुत्ते कौवे नोच कर अपना आहार बना रहे हैं। प्रधान को तमाम बार खंड विकास अधिकारी से लेकर अन्य अधिकारियों ने अपनी हरकत सुधारने के लिए हिदायत दी, लेकिन उसके रवैया में कोई परिवर्तन नहीं हो सका। हैरानी की बात यहां पर है कि इस ग्राम प्रधान द्वारा अधिकारियों के तमाम बार कहने के बावजूद भ्रष्टाचार करने में कोई कमी नहीं की और हालात यह पैदा हो गए कि अधिकारी प्रधान की करतूतों को सुधार कर पाने में अक्षम साबित हुए। उनको यह फैसला लेना पड़ा कि पशु आश्रम केंद्र ही बंद कर दिया जाए। यहां पर सवाल यह उठता है कि ऐसी कौन सी मजबूरी है जो प्रधान के खिलाफ अधिकारी कार्यवाही करने से डर रहे हैं। अगर प्रधान घोटाला कर रहा है और पशु आश्रय केंद्र में अव्यवस्था फैला रहा है तो इसके खिलाफ सीधे कार्यवाही होनी चाहिए। क्षेत्र के तमाम गरीब किसानों का कहना है कि अधिकारी ग्राम प्रधान के ऊपर अंकुश लगाने के बजाय पशु आश्रय केंद्र को बंद कर देंगे। जिससे हम लोगों की फसलों को और आवारा जानवर नुकसान पहुंचाएंगे, क्योंकि छः किलो मीटर से अधिक दूरी पर अन्य गौशालाएं बनी हुई है। जिनमें पशुओं को ले जा पाना संभव नहीं हो पाएगा। किसानों का कहना है कि अधिकारियों का यह फैसला उचित नहीं है, बल्कि प्रधान के ख़िलाफ़ जो भी कार्यवाही बनती हो उसे तय करें और उसे दंडित करके पशु आश्रय केंद्र की व्यवस्था की सही तरीके संचालित किया जाएं।
नगर विकास मंत्री ने कान्हा गौशाला का निरीक्षण किया,श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर गौमाता का किया पूजन
प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने रविवार को नगर निगम द्वारा संचालित सरोजनीनगर के नादरगंज अमौसी स्थिति कान्हा उपवन गौशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गौशाला के बेहतर व्यवस्थापन हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। साथ ही जन्माष्टमी के पावन पर्व पर गौशाला में गौ-पूजन किया, बाड़ों में जाकर गायों को गुड़ भी खिलाया। इसके अतिरिक्त पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गौशाला की वाटिका में बेल के पौधे को रोपित किया। उन्होंने गोल्फ कार्ट पर बैठकर सम्पूर्ण परिसर का अवलोकन किया और भ्रमण कर गौशाला, नंदीशाला, गौसेवक आवास, चरागृह, दारीका गऊ आवास, वृषभ क्षेत्र, पोखर, कान्हा स्टोर, सिद्धार्थ पशु-पक्षी उपचार केंद्र, ऑपरेशन कक्ष, इमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण किया।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में गोवंश बहुत ही पूजनीय है, स्वयं भगवान श्री कृष्ण गोभक्त थे, गोमाता उन्हें बहुत ही प्रिय थी। यहां कान्हा उपवन में भी गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के भी प्रयास किये जा रहे हैं, यहां पर 9800 से अधिक गोवंश के साथ ही अन्य बेसहारा पशुओं के संरक्षण का भी पूर्ण कार्य किया जा रहा। उन्होंने कहा कि गोमाता की सेवा प्रत्येक मनुष्य के जीवन के लिए बहुत ही सुखद और फलदाई है। उन्होंने सभी गोपालको से अपील की है कि वे गोवंश का स्वयं पालन करें और उन्हें निराश्रित न छोड़े। आम नागरिक भी किसी गोवंश के घायल होने पर उसकी जानकारी अपने निकटतम नगरीय निकाय को दें यह भी एक प्रकार की गो सेवा ही है। किसान भाई भी गोवंश की सेवा के लिए चारे भूसे का दान कर सकते हैं।
नगर विकास मंत्री ने सभी बाड़ों का निरीक्षण किया, जहां पर सभी नांदों में मानक के अनुरूप भूसा चोकर तथा हरा चारा उपलब्ध पाया गया। सभी बाड़ों में स्वच्छ शीतल जल की उपलब्धता मिली तथा सम्पूर्ण परिसर की सफाई व्यवस्था उच्च कोटि की मिली। कुछ बाड़ों में निराश्रित गोवंश के लिए कूलर की व्यवस्था होने से उन्होंने नगर निगम के कार्यों की प्रशंसा की। सभी गोवंशो का स्वास्थ्य अच्छा पाया गया और देखा गया की गर्मी से बचाव हेतु नमक का उपयोग भी चारे में मिलाकर किया जा रहा है ।
गौशाला में गोवंशो के लिए पर्याप्त शेड हो, इसके लिए उन्होंने कुछ स्थानो पर शेड के विस्तार हेतु निर्देश दिए तथा गौशाला को आत्मनिर्भर बनाये जाने पर भी बल दिया। उन्होंने गौशाला से दूध तथा गोबर की बिक्री की जानकारी ली। अमृत योजना के अंतर्गत विकसित किये जा रहें कान्हा और राधा सरोवर के निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली। गायों के पेट मे फंसी पॉलीथिन निकालने की अत्याधुनिक शल्य क्रिया यानी रूमनोटॉमी की भी जानकारी ली और गोवंशों का जीवन बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए कान्हा उपवन के डॉक्टर टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यहाँ तो लगभग 9800 गोवंशो की प्रतिदिन सेवा और उनके आहार की व्यवस्था की जा रही, इसके सुचारू संचालन में यहाँ के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लगन और मेहनत का परिणाम है।
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त डॉ अरविन्द राव, पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा आदि उपस्थित रहे।