- REPORT BY:NITIN TIWARI
- EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
– कर चुका बड़ा कारनामा,साथियों की तलाश कर रही एटीएस
लखनऊ।यूपी एटीएस ने रायबरेली जिले में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड रविकेश को गिरफ्तार किया है।पकड़े गए रविकेश पर पच्चीस हजार रुपए का इनाम घोषित है।
एटीएस के मुताबिक रायबरेली के थाना सलोन में बीते दिनों ग्राम विकास अधिकारी की जन्म – मृत्यु प्रमाण- पत्र पोर्टल के आई.डी पासवर्ड से अत्यधिक संख्या में फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण – पत्र बनाए गए थे।इसको लेकर थाना सलोन पर मुकदमा दर्ज हुआ था। बीती 18 / 19 जुलाई को आरोपी को विजय सिंह यादव और जिशान खान तथा सुहेल एंव रियाज खान को तथा बीती दो अगस्त को गोविन्द केशरी और आकाश कसौधन तथा सलमान अली उर्फ सलमान गुरु और संजीव कुमार सिंह व वैभव उपाध्याय तथा शाहनवाज को और तीन अगस्त को आरिफ अली व शहनवाज तथा धीरज कुमार और राजन उर्फ देवमणि तथा नीरज और अरमान एवं सतीश कुमार सोनी को गिरफ्तार कर रायबरेली पुलिस ने न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है।आरोपी रविकेश इस मामले में फरार चल रहा था। पुलिस अधीक्षक , रायबरेली ने इस पर पच्चीस हजार रुपए का पुरस्कार घोषित किया था ।
आरोपी रविकेश की गिरफ्तारी के लिए यूपी एटीएस लगी हुई थी।तभी उसे जानकारी मिली वह लखनऊ आ रहा है । एटीएस ने रविकेश को लखनऊ पहुंचते ही गिरफ्तार कर लिया।पकड़े गए आरोपी फर्जी प्रमाण – पत्र बनाने के लिए वर्ष 2022 और तेईस में अलग अलग पोर्टल तैयार कर अपने फेसबुक पेज के माध्यम से उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य के अनेक लोगों को अपने इस फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले गैंग में शामिल किया।जिसमें बहुत से सीएससी संचालक भी थे । इसके पोर्टल पर लगभग 4100 यूजर है , जिसमें 1500 एक्टिव यूजर है , जो परमानेन्ट कस्टमर भी हैं , जिनके जरिये इसे प्रतिदिन 2-3 हजार रुपये की इनकम हो जाती थी । इसने व इसके यूजर्स के द्वारा अनेक राज्यों के विभिन्न जनपदों के ग्राहकों के लगभग 4 लाख फर्जी जन्म- प्रमाण पत्र व करीब 5 हजार फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाये हैं ।
वर्ष 2022 में ही आरोपी को अपने गैंग के विभिन्न सदस्यों से जन्म – मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले सरकारी पोर्टल के अलग – अलग यूजरनेम व पासवर्ड भी प्राप्त होने लगे थे , जिस पर ओटीपी डालने के पश्चात् प्रमाण – पत्र तैयार किए जाते थे । सरकारी पोर्टल के माध्यम से भी आरोपी अपने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से अब तक हजारों जन्म – मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये गये हैं ।एटीएस ने बताया कि पूछताछ से अन्य संदिग्धों के नाम भी प्रकाश में आये हैं।जिनके द्वारा ग्राम विकास अधिकारी की ऑरिजिनल आईडी व पासवर्ड का दुरूपयोग करके जन्म – मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए गये हैं , जो कि यूपी एटीएस की रडार पर हैं ।