ETAWAH_NEWS:ससुर की सीट पर चुनाव लड़ेंगी बहू डिम्पल यादव,क्लिक कर देखें और कई खबरें

  • -अजय कुमार सिंह-

इटावा।सैफई के समाजवादी पार्टी के यादव परिवार में मैराथन मंथन के बाद आखिरकार आज पूर्व सांसद एवं सपा मुखिया/पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश.यादव की पत्नी डिंपल यादव को सपा ने मैनपुरी उप चुनाव के लिए अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दिया है। डिंपल यादव समाजवादी पार्टी की ओर से मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी।

 इटावा: इकदिल के एक मकान में हुआ भीषण धमाका

इटावा के कस्बा इकदिल में आज दोपहर के समय एक मकान के अन्दर भीषण धमाका होने से चहुंओर अफरा तफरी मची।यहां मकान से निकले कर्मचारियों के हाथों में लगा दिखा आतिशबाजी का बारूद।सम्भावना जताई जा रही है कि मकान के अन्दर किसी बरूदी आतिशबाजी बगैरहा का निर्माण चल रहा था,पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुटी।

स्वास्थ्य विभाग ने लगाया मानसिक स्वास्थ्य शिविर

कोरोना महामारी के कारण पिछले कुछ वर्षों से बच्चों की पढ़ाई में ऑनलाइन क्लास सभी बच्चों की पढ़ाई का हिस्सा बनी जिससे बच्चों की शारीरिक गतिविधियां कम हुईं और मानसिक रुप से जल्दी थकने लगे। इसलिए स्कूल में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य का किस प्रकार ध्यान रखा जाए इस संदर्भ में बुधवार को रेड वुड ग्लोबल स्कूल में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।समाजिक कार्यकर्ता व मनोवैज्ञानिक दिलीप चौबे ने बताया कि शिविर के माध्यम से हमने बच्चों से बात कि जिससे कई बच्चों ने अपनी-अपनी समस्याएं बताई। उन्होंने बताया कि कई बच्चों को अधिक कंप्यूटर और फोन के साथ समय बिताने पर एगोराफोबिया जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति में बच्चे घर से बाहर जाने का मन नहीं करते या उन्हें बाहर जाने से डर लगता है,छोटी-छोटी बातों में तनाव महसूस करते हैं व नींद से संबंधित समस्याएं बढ़ जाती हैं। उन्होंने बताया अत्यधिक फोन,टीवी,लैपटॉप पर समय बिताने वाले बच्चे ज्यादा तनाव के शिकार होते हैं। धीरे-धीरे इन बच्चों में थकान,अक्सर परेशान रहना,सिर दर्द,चक्कर, मांसपेशियों में तनाव शरीर में चुभन,आंखें कमजोर, मानसिक तनाव व अवसाद की स्थिति बढ़ जाती है।क्लीनिक साइकोलोजिस्ट राजेश्वरी ने बच्चों को बताया तनाव एक बहुत ही साधारण मानवीय प्रतिक्रिया है जो हर व्यक्ति को प्रभावित करती है। जब कभी हम परिवर्तन व चुनौतियां का अनुभव करते हैं तो सामंजस्य बैठाने के लिए तनाव सकारात्मक व नकारात्मक दोनों रुप से कार्य करता है। उन्होंने बच्चों को बताया कि जब कोई टेस्ट या एग्जाम होता है तो आपका स्ट्रेस रिस्पांस आपके शरीर को कठोर मेहनत करने के लिए तैयार करता है लेकिन यह स्ट्रेस सीमा से अधिक बढ़ जाता है तो समस्या का कारण बन जाता है जिससे आपकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है और आप बेहतर नहीं कर पाते। इसलिए कार्य के बीच में थोड़ा विश्राम व मनोरंजक गतिविधियों से जुड़े और तनाव से दूर रहें।रेड वुड ग्लोबल स्कूल के प्रधानाचार्य भास्कर शर्मा ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा बच्चों को जो भी ज्ञानवर्धक जानकारी दी गई उसे हमारे बच्चे मानसिक रुप से अपने को स्वस्थ रखने का प्रयास करेंगे और विद्यालय के सभी अध्यापक आज बताए गए सुझाव के अनुरुप बच्चों की शारीरिक और मानसिक गतिविधियों को बेहतर बनाने के लिए अपना सहयोग देंगे।कक्षा 9 के छात्र मोहन ने बताया कि आज के कार्यक्रम बहुत अच्छा लगा। मोहन ने बताया एग्जाम के समय मुझे बहुत ही स्ट्रेस महसूस होता है आज की जानकारी अनुसार मुझे जब भी ऐसा अनुभव होगा तो में रचनात्मक गतिविधियों से जुड़कर और अपने नजदीकी लोगों से खुलकर बातचीत करूंगा।कक्षा 11 के छात्र राकेश ने बताया मैं अपना काफी समय फोन लैपटॉप पर बिताना पसंद करता हूं और घर से बाहर बहुत कम जाता हूं। लेकिन आज मिली जानकारी अनुसार मैंने बहुत सीखा इसलिए मैं प्रतिदिन 10- 15 मिनट योगा व व्यायाम करूंगा हफ्ते में एक दिन घर से बाहर जाकर अपने दोस्तों के साथ समय बिताना शुरू करूंगा।

चिकित्सालयों में बुखार के मरीजों को दी जा रही है आयुष किट

बदलते मौसम व मच्छरों से होने वाली बीमारियों के कारण डेंगू, चिकनगुनिया,मलेरिया, वायरल फीवर के मरीजों के लिए इटावा जनपद के आयुर्वेदिक चिकित्सालय में विशेष आयुष किट तैयार की गई है जो विशेषज्ञ चिकित्सकों के निर्देशन में मरीजों को दी जा रही है यह जानकारी दी क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ मनोज दीक्षित ने। उन्होंने बताया आयुर्वेद के अनुसार डेंगू बुखार को ठंडक ज्वर कहते हैं। जिसमें शरीर का तापमान कम और ज्यादा होता रहता है और यह वात व पित्त बढ़ाने को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक इलाज से फैलने वाले संचारी रोगों को रोका जा सकता है और प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाया जा सकता है।खरदूली आयुर्वेदिक चिकित्सालय कि डॉ प्रीति यादव ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में आने वाले मरीजों में लगभग 70 फ़ीसदी लोग बुखार से पीड़ित आ रहे हैं। इसलिए आयुष किट के तहत जनपद के सभी चिकित्सालयों में संशमनी बटी,अमृतारिष्ट,आयुष 64,आयुष क्वाथ , चवनप्राश व अन्य दवाएं दी जा रहे हैं। जिससे लोगों को बुखार में आराम मिल रहा है। उन्होंने बताया कि इन दवाओं के सेवन से किसी भी तरह का शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता यह दबाएं वायरल फीवर, डेंगू,चिकनगुनिया,मलेरिया के उपचार में सहायक सिद्ध तो हो ही रही है साथ में प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर भी कर रही है।लवेदी आयुर्वेदिक चिकित्सालय की डॉ रजनी ने कहा की यदि 2 दिन से ज्यादा बुखार आए तो चिकित्सीय सलाह अवश्य लें स्वयं से इलाज न करें।उन्होंने बताया डेंगू ,चिकनगुनिया और वायरल फीवर के मरीज गिलोय ,अदरक,तुलसी, हल्दी का काढ़ा तैयार कर एक कप सुबह शाम लें यह एंटी बैक्टीरियल की तरह काम करेगा और इम्यूनिटी सिस्टम को भी मजबूत करेगा। हल्का भोजन करें विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों से बचाव के लिए आसपास सफाई रखें, पानी का ठहराव न होने दें,पूरी वांह के कपड़े पहने,सुपाच्य भोजन करें योगा और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।खरदूली आयुर्वेदिक चिकित्सालय पर इलाज कराने आई 45 वर्षीय रामवती ने बताया कि मुझे पिछले कुछ दिनों से बुखार आ रहा था दवाई लेती थी लेकिन थोड़े समय के लिए आराम मिलता था फिर बुखार आ जाता था तब मैंने आयुष किट की दवाओं का सेवन किया जिससे मुझे बुखार में भी आराम मिला है और मैं पहले से पूर्णता स्वस्थ महसूस कर रही हूं।32 वर्षीय ज्योति ने बताया मुझे लगभग 3 दिन से बुखार आ रहा था फिर मैंने आयुर्वेदिक चिकित्सालय में जाकर दिखाया तो मुझे एक अन्य दवा के साथ आयुष किट दी गई जिसमें क्वाथ काढ़ा भी मिला उसके सेवन से मुझे गले की खराश, सर्दी ,जुखाम और बुखार में बहुत आराम मिला।

 जिले में पांव पसार रहा डेंगू ,प्रभावी फागिंग कराने को दिया ज्ञापन

इटावा में डेंगू जैसी घातक बीमारी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है जिससे बच्चे,बूढ़े जवान,महिलाएं सभी प्रभावित हैं। डेंगू की जांच महंगी है और इलाज भी महंगा है और अगर जरा सी लापरवाही होती है तो मरीज के लिए घातक होती है। इस संबंध में आज अधिवक्ता जन सरोकार परिषद अध्यक्ष एड.आशुतोष दीक्षित के नेत्रत्व में जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा गया और मांग की गई कि डेंगू से बचाव, रोकथाम के उपायों के लिए जन जागरण अभियान चलाया जाए और जहां ज्यादा संख्या में लोग आते है जैसे कचहरी, विकास भवन, तहसील, बाजार, शहर के सभी मोहल्लों और गांवों आदि में इस बीमारी के इलाज की किट उपलब्ध कराई जाए तथा फॉगिंग करायी जाए और गंदगी की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।

मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में आवेदन करने वाले हार्ड कॉपी जमा करायें

जिला प्रोबेशन अधिकारी सूरज सिंह ने सर्वसाधारण को सूचित किया है कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन करने वाले ग्रामीण क्षेत्र के लाभार्थी समस्त अभिलेखों सहित आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी अपने ब्लॉक के सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण एवं शहरी क्षेत्र के लाभार्थी समस्त अभिलेखों सहित आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी अपनी तहसील के सुपरवाइजर समाज कल्याण के पास जमा करेंगें। संबंधित लाभार्थी यह भी सुनिश्चित कर लें कि आवेदन पत्र के साथ संबंधित श्रेणी से समस्त आवश्यक अभिलेखों की छाया प्रति संलग्न हो , ताकि हार्ड कॉपी के साथ संलग्न अभिलेखों की जांच कराकर पात्रता की स्थिति में लाभार्थी को लाभान्वित किया जा सके । आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी उपलब्ध न कराए जाने की स्थिति में आवेदन पत्र विचार किया जाना संभव नहीं होगा।

 महिला सुरक्षा जागरुकता के लिये जिले के सभी थाना क्षेत्रों में चलाया अभियान

मिशन शक्ति अभियान (नारी सुरक्षा, नारी सम्मान-नारी स्वावलंबन) के तहत महिला सुरक्षा विशेष दल द्वारा बालिकाओं-छात्राओं एवं महिलाओं को महिला सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के बारे में किया गया जागरूक।उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण हेतु जागरूकता के दृष्टिगत चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान (नारी सुरक्षा, नारी सम्मान,नारी स्वाबलंबन) के अंतर्गत जनपदवार गठित किए गए महिला सुरक्षा विशेष दल के क्रम में गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश सिंह के निर्देशन में जनपद के समस्त थानों पर गठित महिला सुरक्षा विशेष दल द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्र अंतर्गत आबादी क्षेत्र, बाजारों,भीड़भाड़ वाले इलाकों, स्कूलों, कॉलेजों,कोचिंग संस्थानों,मेलों एवं गांव में पहुंचकर बालिकाओं-छात्राओं एवं महिलाओं को महिला उत्पीड़न की रोकथाम संबंधी अधिकारों एवं महिला उत्पीड़न के संबंध में पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्यवाही के बारे में जागरूक किया गया जिसमें महिला सुरक्षा विशेष दल ने पुलिस द्वारा चलाई जा रही हेल्पलाइन नंबर- 1090, 1076, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन- 181, यूपी 112 आदि के बारे में जानकारी दी गई तथा किसी भी अप्रिय घटना के बारे में संदेह होने पर उक्त नंबर या तत्काल थाना पुलिस को सूचित करने के बारे में जागरूक किया गया ।

Aaj National

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