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REPORT BY:A.S.CHAUHAN || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ। स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा कि उस समय रहस्य में तरीके से मौत हो गई जब वो प्रतिदिन की तरह स्कूल शिक्षा ग्रहण करने के लिए गई हुई थी। अचानक तबियत खराब होने के बाद कुछ ही पल में छात्रा की मौत ने स्कूली छात्र छात्रों के अंदर दहशत पैदा कर दी। विद्यालय में हुई छात्रा की मौत को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रही है लेकिन परिजनों ने किसी के ऊपर कोई आरोप नहीं लगाया है।
बंथरा थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह स्कूल पढ़ने गई कक्षा आठ की छात्रा नैना की अचानक तबियत बिगड़ गई और उल्टी होने के बाद बेहोश हो गई। स्कूल प्रशासन ने इसकी जानकारी छात्रा के घर वालों को दी और फिर उनके पहुंचने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिवारीजन छात्रा के शव को घर ले गए और फिर अपने गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया। छात्रा की मौत किन कारणों से हुई है यह बात परिवारीजन भी नहीं बता सके। उन्होंने इसकी थाने आदि कहीं इसकी शिकायत भी नहीं की है। किसी तरीके का किसी पर कोई आरोप भी नहीं है। लेकिन रहस्यमय तरीके से छात्रा की मौत ने सबको डरा जरुर दिया है। कोई उसके डेंगू होने की बात कह रहा है तो कोई किसी और बीमारी से मौत की बात कह रहा है। थाना क्षेत्र के भटगांव निवासी चंद्र इलेक्ट्रीशियन है। उनकी करीब बारह वर्षीय बेटी नैना बंथरा थाने के पास एक निजी स्कूल में कक्षा आठ की छात्रा थी। मंगलवार की सुबह करीब सात बजे स्कूल पढ़ने गई थी। नैना के चाचा आनंद के मुताबिक सुबह करीब आठ बजे स्कूल से उनके घर फोन पर जानकारी दी गई कि नैना की तबियत बिगड़ी है और उसे उल्टियां आ रही हैं। इसकी जानकारी पाकर नैना के घरवाले फौरन भागकर स्कूल पहुंचे और फिर उसे आसपास के कई अस्पताल ले जाया गया। हर जगह उसे जवाब हुआ। बाद जुनाबगंज स्थित एक और अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नैना की मौत के बाद उसके स्कूल में भी छुट्टी कर दी गई। उसकी रहस्यमयी मौत से हर कोई चिंतित हैं। हालांकि उसका पोस्टमार्टम नहीं कराया गया जिससे उसकी मौत के कारणों का भी पता चलता। परिवारिक लोगों ने पुलिस में भी कोई शिकायत नहीं की है।
अमरीका में डेढ़ गुना आबादी को मिल रहा आयुष्मान योजना का लाभ,आजादी के बाद देश में 120 बढ़ी आयु प्रत्याशा – डॉ. राजेश्वर सिंह
युवाओं को विभिन्न अवसरों के प्रति प्रोत्साहित करने के संकल्प क्रम में मंगलवार को सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने ट्वीट कर भारत में बढ़ती स्वास्थय सुविधाओं से जुड़े आंकड़े प्रस्तुत किये। डॉ. सिंह ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स ( ट्विटर) पर लिखा आज के युवा ऐसे देश में प्रगति के लिए अविश्वसनीय रूप से भाग्यशाली हैं जहां स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता दी जाती है। युवा अपने और समाज के लिए एक स्वस्थ कल को आकार देने में नेतृत्व करने के इस अनूठे अवसर का लाभ उठाएं।डॉ. सिंह ने आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए लिखा सभी के लिए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को संकल्पित आयुष्मान भारत योजना 50 करोड़ से अधिक लोगों को प्रति परिवार ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करती है – जो संयुक्त राज्य अमेरिका की पूरी आबादी के लगभग डेढ़ गुना (लगभग 331 मिलियन) के बराबर है। बढ़ती जीवन प्रत्याशा से जुड़े आंकड़ों का उल्लेख करते हुए डॉ. सिंह ने लिखा हमारे भारत में जीवन प्रत्याशा बढ़कर 71 वर्ष हो गई है जो 1947 में 32 वर्ष थी, यह वृद्धि पिछले 76 वर्षों में जीवन काल में 120% के ऐतिहासिक सुधार को उजागर करती है।
बुनियादी ढांचे में उछाल पर बात करते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए लिखा कि मेडिकल कॉलेजों की संख्या 2014 में 381 से बढ़कर 2023 में 706 हो गई है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों में 85% की अनुमानित वृद्धि सुनिश्चित हुई है। हमारा भारत मेडिकल टूरिज्म के लिए एक शीर्ष गंतव्य है, जो सालाना 10 लाख से अधिक अंतरराष्ट्रीय रोगियों को सुविधा प्रदान करता है। भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन की तुलना में 30-70% कम लागत पर उपचार उपलब्ध है। महिला सशक्तिकरण का उल्लेख करते हुए डॉ. सिंह ने लिखा कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, मातृत्व लाभ संशोधन अधिनियम में 26 सप्ताह का मातृत्व अवकाश प्रदान किया गया है – जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है – जिससे लैंगिक समानता रैंकिंग में वृद्धि हुई है। विधायक ने आगे लिखा हमारा भारत जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो वैश्विक जेनेरिक दवाओं का 20% से अधिक आपूर्ति करता है। विशेष रूप से, भारत संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और कई अफ्रीकी देशों जैसे देशों में जेनेरिक दवाओं का निर्यात करता है, जिससे दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए किफायती स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच सुनिश्चित होती है।