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वाराणासी:मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने किया किया निरीक्षण,क्लिक करें और भी खबरें

-मंडलीय अधिकारियों के साथ बनारस प्रयागराज रामबाग रेल खण्ड पर पहुँच  कर दिए कड़े निर्देश

  • REPORT BY:MUKESH JAYASWAL || EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS DEASK

वाराणासी । प्रयागराज संगम में लगने वाले आगामी महाकुम्भ मेला-2025 में श्रद्धालुओं की अनुमानित भीड़ के दृष्टिगत मेला में आनेवाले श्रद्धालुओं की सुगमता एवं समुचित सुविधा प्रदान करने हेतु मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव मंडलीय अधिकारियों के साथ निरन्तर निरीक्षण कर रहें जिससे श्रद्धालुओं की किसी प्रकार की परेशानी न हो । इसी क्रम में मंडल रेल प्रबंधक श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव बुधवार को अपने मंडलीय अधिकारियों के साथ बनारस-प्रयागराज रामबाग रेल खण्ड का विन्डो ट्रेलिंग निरीक्षण कर इस रेल खण्ड की संरक्षा एवं परिचलनिक गति का आंकलन किया । निरीक्षण के क्रम में प्रयागराज संगम में लगने वाले आगामी महाकुम्भ मेला में आनेवाले श्रद्धालुओं के लिए कुम्भ स्पेशल गाड़ियों के प्रबंधन एवं समुचित यात्री सुविधा प्रदान करने हेतु झूँसी एवं प्रयागराज रामबाग स्टेशनों का भी गहन निरीक्षण किया। इसी क्रम में मंडल रेल प्रबंधक ने प्रयागराज रामबाग स्टेशन के निरीक्षण के दौरान मेला यात्रियों की सुविधा के लिए निर्मित नय़े यात्री आरक्षण केन्द्र,अनारक्षित टिकट काउंटर,अस्थाई फ़ूड एवं वाटर वेंडिंग स्टॉलों, प्रतीक्षालयों,अतिरिक्त प्रवेश और निकास मार्ग,स्थाई एवं अस्थाई प्लेटफार्मों, यात्री शेड, आर सी सी बेंचेस, पैदल ऊपरी गामी पुल, अस्थाई प्रतीक्षालयों, सी सी टी वी सर्विलांस, चारदीवारी एवं भीड़ के समुचित प्रबंधन हेतु नियंत्रण कक्ष तथा यात्री सुविधा विकास कार्यों का गहन निरीक्षण किया और संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इसके पूर्व मंडल रेल प्रबंधक ने झूँसी स्टेशन निरीक्षण के दौरान स्टेशन के सेकण्ड एन्ट्री गेट के सर्कुलेटिंग एरिया में बने हुए यात्री प्रतीक्षालय,बाउन्ड्री वाल,हाई मास्ट लाइट, अस्थाई शौचालय, रात्रि के आने -जाने के लिये अप्रोच सड़क का गहनता से निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को सभी कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूरा करने का निर्देश दिया । इस निरीक्षण के अवसर पर वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(समन्वय)  राकेश रंजन,वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान,वरिष्ठ मंडल सिंगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर रजत प्रिय,वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त  एस रामकृष्णन,वरिष्ठ मंडल इंजीनियर तृतीय अनुज वर्मा,वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य)  पंकज केशरवानी,सहायक मंडल परिचालन प्रबंधक (कोचिंग)  हीरा लाल,जनसम्पर्क अधिकारी श्री अशोक कुमार सहित वरिष्ठ पर्वेक्षक उपस्थित थे।

 देव दीपावली पर दिखेगा अद्धभुत एवं अलौकिक नजारा

देव दीपावली पर काशी का प्राचीन दशाश्वमेध घाट देवताओं के स्वागत में पलक पांवड़े बिछायेगा। 34 वर्षों से चल रही परम्परा के अनुसार दशाश्वमेध घाट पर नियमित आरती करने वाली संस्था गंगोत्री सेवा समिति के तत्वावधान में वैदिक रीति से गंगा महारानी का पूजन स्तवन संग 151 लीटर दूध से अभिषेक करके गंगा निर्मलीकरण का आह्वाहन किया जायेगा ।

गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष किशोरी रमण दुबे बाबू महाराज ने बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि गंगा तट पर सिंहासनारूढ़ गंगा महारानी की 108 किलो की अष्टधातु की श्रृंगारिक प्रतिमा और उनकी अलौकिक आरती की निराली छवि आकषर्ण का केंद्र होगी । मां गंगा का शास्त्रोक्त विधि से पूजन के क्रम में समूचे घाट को 500 किलो देशी और विदेशी फूलों से सजाया जायेगा ।

बताया कि गंगोत्री सेवा समिति द्वारा देव दीपावली को समाज और देश की रक्षा हेतु अपने प्राणों का न्योछावर करने वाले देश के वीर पुलिस, पीएसी और सशस्त्र बल के जवानों को समर्पित किया जायेगा । इसी क्रम में 42 ऋद्धि – सिद्धि के रूप में गंगा की महाआरती के दौरान बेटियों का नेतृत्व नारी शक्ति के सम्मान का संकल्प दोहराएगा । इस वर्ष के आयोजन में बटुकों संग कई डमरुदल गंगा आरती की शोभा बढ़ाएंगे।

गंगोत्री सेवा समिति के सचिव पं० दिनेश दुबे ने बताया कि आयोजन की अध्यक्षता सुमेरू पीठ के शंकराचार्य पूजनीय स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जी करेंगे। माँ गंगा की महाआरती के पश्चात् सांस्कृतिक संध्या सभी का मन मोहेगी । काशी के पौराणिक केदार घाट पर भी गंगोत्री सेवा समिति द्वारा गंगा की महा आरती की जाएगी । प्रेस वार्ता के दौरान गंगोत्री सेवा समिति के संरक्षक कन्हैया त्रिपाठी , संगीत और काशी की सांस्कृतिक कला सहज रहे श्री कन्हैया दुबे केडी , नमामि गंगे के राजेश शुक्ला उपस्थित रहे ।

बी एच यू : पांच दिन में 50 डिप्लोमा कोर्स में शुरू होंगे आवेदन, बाहरी भी ले सकेंगे एडमिशन आयुर्वेद के कई कोर्स बंद

यूजी-पीजी में एडमिशन बंद होने के बाद हजारों अभ्यर्थियों को महीनों से डिप्लोमा कोर्स का इंतजार है। परीक्षा नियंता कार्यालय के अनुसार, अभ्यर्थियों का झुकाव ज्योतिष, मेडिकल, पंचकर्मा, पेंटिंग, हैंडिक्राफ्ट और योग कोर्स की ओर ज्यादा रहता है।बीएचयू में 4-5 दिन में पीजी डिप्लोमा में एडमिशन शुरू हो जाएंगे। दो दिन में बुलेटिन अपलोड होगा। 50 से 55 कोर्स में प्रवेश लिया जाएगा। वहीं, चुनिंदा सीटों पर ही बीएचयू से बाहर के अभ्यर्थियों को एडमिशन दिया जाएगा। आयुर्वेद की कई विधाओं में डिप्लोमा करने वालों की संख्या कम रहती है। कई बार तो सीटें ही खाली रह जाती हैं। ऐसे में उर्दू ट्रांसलेशन एवं मास मीडिया में पीजी डिप्लोमा, कॉरपोरेट गवर्नेंस, कॉरपोरेट सोशल, आयुर्वेद में अग्नि कर्मा, उपाश्मि चिकित्सा से पीजी डिप्लोमा, पॉप्यूलेशन स्टडी में एक साल की पीजी डिप्लोमा कोर्स को एकेडमिक काउंसिल की बैठक में बंद कर दिया गया है।इस बार के डिप्लोमा नोटिफिकेशन मेंं इन्हें नहीं रखा गया है। बीएचयू में यूजी-पीजी की कुल 450 सीटें खाली रह गईं हैं। मेन कैंपस में कम, लेकिन संबद्ध कॉलेजों में खाली सीटों की संख्या ज्यादा है। इन सीटों में लैंग्वेज कोर्स का बड़ा हिस्सा है। तेलुगु, बांग्ला, मराठी, उर्दू, पाली, पर्शियन, अरेबिक, नेपाली भाषाओं में बड़ी मुश्किल से अभ्यर्थी एडमिशन लेते हैं। इन भाषाओं में ही काफी सीटें खाली रह जाती हैं।

वैज्ञानिकों को बच्चों की देखभाल के लिए मिलेगी ग्रांट

बीएचयू में 28 से 30 नवंबर तक ऐसा कॉन्फ्रेंस शुरू हो रहा है, जहां प्रतिभागी महिला और पुरुष वैज्ञानिकोंं को उनके बच्चों की देखभाल के लिए ग्रांट मिलेगा। तीन दिन के कॉन्फ्रेंस में बेबी केयर के लिए आठ हजार रुपये मिलेंगे। इससे बच्चों के लिए किराए पर केयर टेकर रख सकेंगे। अभी तक ऐसा सिर्फ विदेशों में देखा गया है। पहली बार बीएचयू के जंतु विज्ञान विभाग में होने वाले इनबिक्स और ऐडनेट कॉन्फ्रेंस में इसकी शुरुआत की जाएगी। उड़ान चाइल्ड केयर ग्रांट की शुरुआत की गई है, इसे पिछले साल बतौर पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया था। जेनेटिक्स और डीएनए रिसर्च से जुड़े दुनिया भर से 300 वैज्ञानिक बीएचयू आएंगे। जिन वैज्ञानिकों के बच्चों की उम्र 10 साल होगी, वे भी अप्लाई कर सकते हैं। परास्नातक में सबसे ज्यादा हिंदी की मांग है। एडमिशन लेने वालों की संख्या बाकी सभी कोर्स से ज्यादा होती है। हिंदी के बाद विज्ञान और अंग्रेजी, संस्कृत, दर्शन शास्त्र की भी अभ्यर्थियों के बीच काफी मांग है।विदेशी भाषाओं में जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश को लेकर छात्रों का झुकाव काफी ज्यादा रहता है। बाकी चाइनीज, रशियन भाषा के कोर्स में एडमिशन लेना आसान है। इससे छात्रों को रोजगार के अवसर भी मिलते हैं।

जिला अस्पताल में स्टाफ नर्स संग कर्मचारियों ने लगाया ठुमका, प्रमोशन की पार्टी का वीडियो वायरल

जिला अस्पताल वाराणसी में चिकित्सा से जुड़े कर्मचारियों ने कजरा मोहब्बत वाला गाने पर जमकर ठुमका लगाया। फिल्मी और भोजपुरी गीतों का खुमार ऐसा चढ़ा कि ये भी भूल गए कि जहां ये सब हो रहा है वो अस्पताल का कमरा है। वीडियो वायरल हो रहा है और सवाल उठ रहे हैं। मामले पर सीएमओ ने कहा कि जांच करवाएंगे।दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में स्टाफ नर्सों के साथ कर्मचारियों ने खूब ठुमके लगाए। इसका एक-दो नहीं बल्कि चार वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें डयूटी के समय का ड्रेस पहने स्टाफ नर्स और अपने गले में जिला अस्पताल का पहचान पत्र लटकाए कर्मचारी हिंदी गीतों के साथ ही भोजपुरी गीतों पर खूब ठुमके लगाते नजर आ रहे हैं। स्टाफ नर्स के प्रमोशन की इस पार्टी में सीएमएस से लेकर अन्य अधिकारी, चिकित्सक भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में चार स्टाफ नर्स का प्रमोशन दीपावली से कुछ दिन पहले ही हुआ था।इसकी खुशी में अस्पताल में दीपावली से ठीक पहले प्रमोशन की पार्टी रखी गई। अस्पताल के सेमिनार हाल में हुई पार्टी का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें एक वीडियो में सेमिनार हाल में अस्पताल के सीएमएस डाॅ. दिग्विजय सिंह, एमएस डा. प्रेमप्रकाश सहित अन्य डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ बैठे हैं। इस वीडियो में गाना गाया जा रहा है लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसका वीडियो देख हर कोई हैरान है। चार वीडियो में हिंदी, भोजपुरी गीतों पर स्टाफ नर्सों के साथ कुछ वरिष्ठ कर्मचारी इस तरह ठुमके लगा रहे हैं, जैसे कि वह अस्पताल नहीं बल्कि किसी शादी समारोह या बाहर कहीं मैरेज हाल या अन्य जगह पर हो। वायरल वीडियो की जानकारी अस्पताल प्रशासन को हुई तो अधिकारी हैरान हैं।वायरल वीडियो पर कार्रवाई के बारे में जब अस्पताल के सीएमएस डॉ. दिग्विजय सिंह से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन तो नहीं उठा लेकिन अस्पताल के एमएस डॉ. प्रेमप्रकाश का कहना है कि उनको भी बुधवार को दिन में वीडियो व्हाटसएप पर कई जगहों से मिली है। बताया कि चार स्टाफ नर्सों की प्रमोशन की पार्टी थी, इसमें ठुमके लगाते हुए कर्मचारी दिख रहे हैं। बताया कि संबंधित कर्मचारियों को भविष्य में ऐसा न करने की हिदायत दी है। उधर सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने अस्पताल परिसर में ड्रेस कोड में इस तरह की गतिविधियों को करना गलत बताया है। साथ ही कहा कि वायरल वीडियो के आधार पर मामले की जांच करवाई जाएगी। दोषियों पर नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी।

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