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REPORT BY: MUKESH JAISWAL||AAJNATIONAL NEWS DEASK
वाराणसी। ज्ञानवापी स्थित मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन की मांग समेत सात मुकदमों की सुनवाई शनिवार को जिला जज संजीव पांडेय की अदालत में हुई। मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन की मांग करने वाली महिलाओं के वकील सुधीर त्रिपाठी ने जिला जज को बताया कि ज्ञानवापी से जुड़े सभी मामलों को हाई कोर्ट में स्थानांतरित करने के लिए अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है, जिस पर 17 दिसंबर को सुनवाई होनी है।इस पर जिला जज ने सभी मामलों में अगली सुनवाई के लिए 21 दिसंबर की तिथि मुकर्रर कर दी। वहीं, ज्ञानवापी में नए मंदिर के निर्माण व हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने की मांग को लेकर 1991 में स्वर्गीय पंडित सोमनाथ व्यास एवं अन्य द्वारा दाखिल मुकदमे में पुनरीक्षण याचिका पर अपर जिला जज (चतुर्दश) अभय कृष्ण तिवारी की अदालत में सुनवाई हुई। पुनरीक्षण याचिका वाराणसी के मुख्तार अहमद अंसारी की ओर से दाखिल की गई है। याचिका सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्टट्रैक) प्रशांत कुमार सिंह की अदालत ने दो मई को खारिज कर दी थी। मुकदमे में मूल पत्रावली न मिलने से अदालत ने सुनवाई के लिए आठ जनवरी तय कर दी है।
बनारस रेल इंजन कारखाना में ऊर्जा संरक्षण सप्ताह 2024 का हुआ शुभारंभ
-ऊर्जा जागरूकता रैली के माध्यम से दिया ऊर्जा संरक्षण का संदेश
बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में विद्युत विभाग के द्वारा 07 से 14 दिसंबर तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह 2024 का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को सप्ताह के शुभारंभ के अवसर पर ऊर्जा संरक्षण जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली को बरेका प्रशासन भवन से महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली बरेका परिसर के प्रमुख स्थलों से होकर गुजरी, जिसमें बरेका प्रेक्षागृह, कुंदन, केंद्रीय चिकित्सालय, और बरेका स्काडा स्टेशन शामिल हैं। रैली का समापन स्काडा स्टेशन पर हुआ। रैली में बरेका के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिजन बड़ी संख्या में शामिल हुए।
इसमें मुख्य विद्युत इंजीनियर एस.के. श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सुब्रतो नाथ, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर/विद्युत एम.के गुप्ता, मुख्य विद्युत सर्विस इंजीनियर भारद्वाज चौधरी, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर/प्रोजेक्ट अनुराग गुप्ता, मुख्य विद्युत लोको इंजीनियर मनोज कुमार सिंह, मुख्य विद्युत इंस्पेक्शन इंजीनियर अरुण शर्मा, उप महाप्रबंधक अनुज कटियार, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सुनील कुमार, उप मुख्य विद्युत इंजीनियर अनुरक्षण नीरज सिंह, उप मुख्य अभिकल्प इंजीनियर विद्युत संतोष कुमार सिंह, उप मुख्य इंजीनियर साकेत, उप मुख्य वित्त सलाहकार अनुज कुमार, मंडल विद्युत इंजीनियर रोहित तिवारी, सहायक विद्युत इंजीनियर गुलाम सरवर सहायक वित्त सलाहकार अंकित प्रधान के अतिरिक्ति काफी संख्या में बरेका कर्मचारी उपस्थित थे।
रैली के दौरान, प्रतिभागियों ने ऊर्जा संरक्षण से संबंधित स्लोगन लिखित तख्तियां उठाए रखीं और पूरे परिसर में नारे लगाकर ऊर्जा बचत का संदेश फैलाया। इस अवसर पर महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने कहा, ऊर्जा बचत न केवल आर्थिक लाभ का साधन है, बल्कि यह पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हमें व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से ऊर्जा संरक्षण में अपना योगदान देना चाहिए।
पीएम मोदी के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहा पूरा यूपी : योगी आदित्यनाथ
-देश के नाम होना चाहिए हर काम,सद्गुरु की परंपरा का आज भी हो रहा निर्वहन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि हर काम देश के नाम होना चाहिए। देश सुरक्षित है तो धर्म भी सुरक्षित है। धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं, इसलिए जो भी कार्य हो, वह व्यक्ति, समाज, मत-मजहब के दायरे से ऊपर उठकर सनातन धर्म के मूल्यों के अनुरूप भारत की वैदिक-आध्यात्मिक परंपरा का अनुसरण करते हुए देश के नाम होना चाहिए। भारतीयता और सनातन सबको जोड़ने की ताकत रखता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शनिवार को विहंगम समाज के शताब्दी समारोह के आयोजन के क्रम में आयोजित 25000 कुंडीय यज्ञ में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाखों लोगों के होने के बावजूद यहां की सुचारू व्यवस्था की तारीफ की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1888 में बलिया के छोटे से गांव में सद्गुरु सदाफल देव महाराज का अवतरण हुआ।
उन्होंने 1924 में विहंगम योग संत समाज की स्थापना की। जब समाज शताब्दी समारोह कार्यक्रम के साथ जुड़ रहा है, तब हम भी इसके साक्षी बन रहे हैं। हम सभी को संत की यौगिक साधना का प्रसाद प्राप्त हो रहा है। विहंगम योग संत समाज स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के माध्यम से दिव्य-भव्य मंदिर बनाकर कोटि-कोटि श्रद्धालुजनों को अपने पुरुषार्थ के माध्यम से जोड़ने के साथ ही भारत की योग परंपरा व आध्यात्मिक धारा को जन-जन तक पहुंचाने को कृतसंकल्पित दिख रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि सद्गुरु सदाफल देव महाराज ने आध्यात्मिक अभियान को आगे बढ़ाया और यह भी बताया कि सच्चा योगी-संत देश व समाज की परिस्थितियों को देखकर हाथ पर हाथ रखकर बैठा नहीं रह सकता। देश जब गुलामी की बेड़ियों से जकड़ा था, तब सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज ने अपनी आध्यात्मिक साधना के साथ विदेशी दासता से मुक्त कराने के लिए आजादी के आंदोलन में भाग लेकर बैरकपुर से देश के प्रथम स्वातंत्र्य समर के शंखनाद के साथ खुद को जोड़ा था। आप सब भी समृद्ध आध्यात्मिक परंपरा के साथ राष्ट्रधर्म के लिए समर्पित महत्वपूर्ण कड़ी से खुद को जोड़ रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि सद्गरु सदाफल देव जी महाराज ने उत्तराखंड ने स्वर्वेद रचा। उनकी अद्भुत परंपरा का निर्वहन आज भी हो रहा है। विज्ञान देव जी महाराज एक वर्ष से कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा पर थे। आचार्य जी भी विदेश में भक्तों को जगाने के लिए आध्यात्मिक यात्रा पर निकले थे। यह संदेश देता है कि चुपचाप नहीं बैठना है, बल्कि एक कार्य पूरा हुआ तो अगले कार्य की शुरुआत करनी है और हर काम देश-सनातन धर्म के नाम है।
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी को 10 वर्ष में चमका दिया है। अब काशी विश्वनाथ धाम, दुनिया का सबसे बड़ा स्नान घाट (नमो घाट) है। यहां हैलीपेड भी है। यहां बड़े-बड़े कार्यक्रम हो सकते हैं। काशी के घाट अब नए भव्य स्वरूप में देखने को मिलते हैं। देव मंदिरों का कायाकल्प हुआ है। पहले की स्थिति के मुकाबले 2014 के बाद से सड़क, रेल, वायुसेवा की कनेक्टिविटी 100 गुना बेहतर हुई है। अब काशी से हल्दिया के बीच में जलमार्ग का उपयोग कर यात्रा को बढ़ा सकते हैं। यह क्षेत्र भी अब तीर्थ के रूप में विकसित हो गया है। स्वास्थ्य हो या शिक्षा, विकास के विभिन्न पक्षों को लेकर काशी आज चमक रही है और काशी के साथ पूरा यूपी पीएम मोदी के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने 21 जून की तिथि को विश्व योग दिवस के रूप में कर दिया।प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ प्रारंभ होने वाला है। पीएम मोदी ने इसे भी मान्यता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दिला दी। मोदी जी के मार्गदर्शन में 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान श्रीरामलला अपने दिव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं।इस मौके पर पूर्व उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री तथा स्थानीय विधायक अनिल राजभर ने भी संबोधित किया । इस दौरान आचार्य स्वतंत्र देव जी महाराज, स्वतंत्र प्रवर विज्ञान देव जी महाराज, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम सामाजिक कुरीति पर जोरदार प्रहार है: योगी आदित्यनाथ
-सामूहिक विवाह है यज्ञ के समान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को जिला मुख्यालय से लगभग 24 किमी0 दूर पिंडरा तहसील के नेशनल इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम के अंतर्गत 401 जोड़ो के शादी समारोह में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामूहिक विवाह के विशाल कार्यक्रम में लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम सामाजिक कुरीति पर जोरदार प्रहार है। आज जब दहेज रूपी दानव के कारण अनेकों परिवारों के सामने संकट पैदा करता है, कितनी बेटियां अविवाहित रह जाती है। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को महान आयोजन बताया।
बाल विवाह एवं दहेज मुक्त व्यवस्था के साक्षी बने वर-बधु शादी के जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मिलित नवयुवकों एवं उनके अभिभावकों को भी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देश में सरकार बनने के बाद उन्होंने महिलाओं को व्यापक स्तर पर सम्मान दिया। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से उन्होंने जो कार्यक्रम शुरू किया, वह आज देश के अंदर प्रत्येक क्षेत्र में बेटियों द्वारा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जा रहा, उसका सर्वत्र स्वागत किया जा रहा है। इज्जत घर के रूप में शौचालय, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना आदि नारी के सम्मान एवं उनके गौरव का प्रतीक बना। देश में 10 करोड़ लोगों को इस योजना से लाभांवित कराया गया। जिसमें उत्तर प्रदेश के लगभग 2 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचाया गया। महिला एवं सहायता समूह के माध्यम से 3 करोड़ दीदियों को लखपति बनाने की योजना भी उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किया गया।
आयुष्मान भारत योजनांतर्गत 70 वर्ष से अधिक उम्र की वह महिला या पुरुष हो, किसी जाति, धर्म, मजहब की हो, उसे प्रत्येक वर्ष 05 रूपये का निःशुल्क मेडिकल सुविधा मिले, प्रारम्भ हो गया है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम शुरू किया गया। जिसके अंतर्गत अब तक प्रदेश में 4 लाख से अधिक बेटियों की शादियां करायी जा चुकी हैं। यह सामूहिक शादी कार्यक्रम को यज्ञ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें हमलोग भी सम्मिलित होकर गौरांवित महसूस कर रहे है। उन्होंने वर बधुओं एवं उनके परिजनों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि इस सामूहिक शादी का कार्ड जिले के डीएम ने बाटे और शादी कार्यक्रम में हम सब शामिल हो रहे है। हर हालत में बेटियों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से साधना-अभिषेक, पूनम-अजय, प्रियाकुमारी, ज्योति-कृष्ण दत्त, अनिशा- राहुल, सविता पटेल-कुलदीप व वंदना धर्मराज जोड़ो को उपहार दिए। उन्होंने ग्रामीण मॉल सेफ योजनांतर्गत बिंदु, बाबी सिंह, प्रमिला, पूजा सोनकर, माधुरी को चाभी भी दी। तत्पश्चात नव विवाहित जोड़ों के बीच जाकर उन पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद दिये। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटियों के विवाह तथा विधवा/तलाकशुदा महिला के पुनर्विवाह में सहायता करने के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी युगल के विवाह पर प्रदेश सरकार कुल रु० 51,000/- धनराशि व्यय की जाती है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग एवं सामान्य वर्ग के गरीब व्यक्तियों के पुत्रियों के विवाह के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत ऑनलाइन पोर्टल पर जरूरी अभिलेखों के साथ लाभार्थी ऑनलाइन आवेदन करते है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी धर्मेंद्र राय, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुनील पटेल, विधायक टी राम, विधायक सुशील सिंह, पूर्व सांसद डॉ बी.पी. सरोज के अलावा कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।