LUCKNOW:नियम कानून को ताख पर रखकर धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे मिट्टी खनन के डम्फर

  • REPORT BY: DR. RAJPAL  SINGH ||AAJNATIONAL NEWS DEASK

लखनऊ :गोसाईंगंज क्षेत्र में मिट्टी खनन के काम में लगे डम्फर मानकों व नियम कानून को ताख पर रखकर धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं जिससे राहगीर तो त्रस्त है लेकिन जिम्मेदार मस्त है।इसकी वजह कुछ भी हो लेकिन खनन माफियाओं की चांदी है।सरकार द्वारा आवेदक को आवश्यकता के अनुसार मिट्टी की खनन के लिए निर्धारित प्रक्रिया व शुल्क अदा करने के बाद अनुज्ञा प्रदान की जाती है।लेकिन उससे आम जन मानस को किसी तरह की कोई परेशानी न होने पाए इसके लिए उचित मानक व दिशा निर्देश भी निर्धारित किये जाते है।लेकिन खनन माफिया अपने रसूख व पैसों के बलपर मानकों व नियम कानून को धता बताते हुए धड़ल्ले से खनन करते रहते हैं और मिट्टी लदे डम्फर सड़कों पर दौड़ाते रहते हैं।

डम्फरों की गायब रहती है नम्बर प्लेटें

एक ओर जहां किसी आम आदमी की गाड़ी की नम्बर प्लेट में कुछ भी कमी हो तो पुलिस कर्मी या यातायात कर्मी उसे रोंककर या ऑनलाइन चालान कर देते हैं।वही दूसरी ओर मिट्टी खनन के कार्य मे लगे अधिकतर डम्फरों की नम्बर प्लेटें या तो गायब रहती है या फिर नम्बर प्लेट मिट्टी कालिक या अन्य किसी चीज से ढकी रहती है जिससे आसानी से उनका नम्बर नही पढा जा सकता है।फिर भी वह रातदिन लगातार सड़को पर दौड़ते रहते हैं।

नही डालते त्रिपाल या पानी

मिट्टी खनन के कार्य मे लगे डम्फरों के लिए नियम है कि यदि मिट्टी लदी है तो उसके ऊपर पानी का छिड़काव किया जाना चाहिए और मिट्टी त्रिपाल से ढकी होनी चाहिए जिससे रास्ते मे मिट्टी न उड़े और राहगीरों को कोई समस्या न होने पाए।

अधिक दूर ले जाकर बेंचते है मिट्टी

मिट्टी खनन की अनुज्ञा दिए जाने पर यह भी निर्धारित कर दिया जाता है कि इस मिट्टी का खनन जिस कार्य के लिए किया जा रहा इसका उपयोग उसी कार्य के लिए किया जाए और शिफ्टिंग के मामले में इसकी दूरी भी निर्धारित कर दी जाती है।लेकिन खनन माफिया इन मानकों व नियमों को ताख पर रखकर मनमानी जगह पर मनमाने रेट में मिट्टी बेंचते रहते है।

मानक से अधिक कर डालते है खनन

मिट्टी खनन की अनुज्ञा एक निश्चित गहराई तक मिट्टी खोदने के लिए दी जाती है लेकिन खनन माफिया बिना किसी डर के मानक के विपरीत काफी गहराई तक मिट्टी खोदकर बेंच डालते हैं जिससे एक तरफ जहां सरकार के राजस्व की हानि होती है वहीं दूसरी तरफ गहरे गड्ढे हो जाने से अक्सर दुर्घटनाएं भी हो जाती है।

जिम्मेदारों की रहती है मेहरबानी

खनन माफियाओं पर संबंधित विभागों के जिम्मेदारों की इतनी महरबानी बनी रहने की वजह कुछ भी हो लेकिन इससे आम जन मानस को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं।

खनन में लगे डम्फरों से हो चुके है कई हादसे

मिट्टी खनन के काम लगे डम्फर चालक ज्यादा चक्कर लगाने के चलते अक्सर लापरवाही से डम्फर चलाते है जिसके चलते इनसे कई हादसे भी हो चुके है जिनमें लोगों को जाने भी जा चुकी है।लेकिन जिम्मेदारों द्वारा इनके विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नही की जाती है जिसके चलते इनके हौंसले बुलंद रहते है।

क्या बोले जिम्मेदार

इस सम्बंध में खनन अधिकारी दिनेश कुमार आर्या ने बताया कि गोसाईंगंज क्षेत्र के मोहम्मद पुर व रसूलपुर आशिक अली इन गांवों में अनुज्ञा जारी की गई है।हाँलाकि इचवालिया गांव में भी मिट्टी खनन का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है।जिसकी खनन अधिकारी को या तो जानकारी नही है या फिर यह खनन अवैध रूप से किया जा रहा है।खनन अधिकारी ने यह भी बताया कि अनुज्ञाधारकों को अनुज्ञा देते समय ही सारे मानक व नियम कानून बता दिए जाते है।इसके बाद भी यदि उनके द्वारा मानकों के विपरीत कार्य किया जा रहा है तो गलत है।वहीं इंस्पेक्टर गोसाईंगंज ब्रजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बिना नम्बर के चल रही गाड़ियों पर के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी वहीं एडीसीपी साउथ राजेश यादव ने बताया कि इस तरह की कोई शिकायत उनके संज्ञान में नही है।

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