- REPORT BY:K.K.VARMA || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ । विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने 1955 में स्थापित श्रमिक कॉलोनियों की दयनीय स्थिति और रहने वाले लोगों की समस्याओं पर कोई ठोस कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने श्रम मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इन कॉलोनियों में रहने वाले सभी आवंटियों एवं किरायेदारों को स्वामित्व अधिकार देने की दिशा में ठोस कदम उठाएं।
स्पीकर ने आज उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रेक्षागृह में प्रदेश की श्रमिक कॉलोनियों में रहने वाले आवंटियों एवं किरायेदारों को मालिकाना हक दिए जाने तथा अन्य समस्याओं के समाधान को लेकर श्रम विभाग की महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें कॉलोनियों में अविकसित पार्कों की उपेक्षा और बढ़ती गंदगी पर गंभीर चिंता व्यक्त की ।
बैठक में यह मुद्दा उठा कि श्रमिक कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को परेशान करने की मंशा से पीपी एक्ट के तहत नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जो न्यायसंगत नहीं है। अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए।बैठक में श्रम मंत्री अनिल राजभर ने आश्वासन दिया कि श्रम मंत्रालय द्वारा गठित राज्य परामर्शदात्री समिति जल्द ही एक सकारात्मक रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसमें यह तय किया जाएगा कि श्रमिक कॉलोनियों के निवासियों को स्वामित्व अधिकार कैसे प्रदान किए जाएं।
यह रिपोर्ट अध्यक्ष सतीश महाना को प्रस्तुत की जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।बैठक में श्रम मंत्री अनिल राजभर, विधायक सुरेंद्र मैथानी, प्रमुख सचिव श्रम डॉ.एमके सुन्दरम,तथा श्रमायुक्त मारकण्डे शाही सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
जनसेवा को समर्पित था बहुगुणा जी का जीवन-सतीश महाना,बहुगुणा की पुण्यतिथि पर निःशुल्क नेत्र एवं सामान्य स्वास्थ्य जांच शिविर का स्पीकर ने किया उद्घाटन
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं समाजसेवी हेमवती नंदन बहुगुणा जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे। वे प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सत्य और सिद्धांतों की राह पर अडिग रहते थे। आपातकाल के दौरान, जब अधिकांश लोग इंदिरा गांधी के भय से मौन थे, तब बहुगुणा जी ने सत्ता में रहते हुए भी निर्भीकता से उनका विरोध किया। पद त्यागने के उपरांत विरोध करना सरल होता है, किंतु सत्ता में रहकर सत्य के पक्ष में खड़े रहना असाधारण साहस का परिचायक है। उनका जीवन और कृतित्व समाज के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा।
यह बात आज विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने आईसीपीआरडी के सौजन्य से नेशनल यूथ फाउंडेशन एवं हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति, उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की पुण्यतिथि के अवसर पर दो दिवसीय निःशुल्क नेत्र एवं सामान्य स्वास्थ्य जांच शिविर का उद्घाटन करते हुए कही। कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने किया।
इस अवसर पर श्री महाना ने कहा कि स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा ने अपना संपूर्ण जीवन जनसेवा को समर्पित किया था और वे हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्वतंत्रता के बाद एक श्रमिक नेता के रूप में उभरे। इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया एवं उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का नेतृत्व किया। उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित यह चिकित्सा शिविर लखनऊ कैंट क्षेत्र के निवासियों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा।इस शिविर में 500 से अधिक लोगों ने निःशुल्क स्वास्थ्य जांच करवाई एवं निशुल्क चश्मे प्राप्त किए। विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा नेत्र, नाक, कान, गला, दंत, स्त्री रोग, ईसीजी सहित अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का परीक्षण कर आवश्यक परामर्श दिया गया। कई लोग, जो वर्षों से अपनी स्वास्थ्य समस्याओं से अनजान थे, इस शिविर के माध्यम से जागरूक हुए और उचित उपचार प्राप्त कर सके।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व विधायक सुरेश तिवारी, हेमवती नंदन बहुगुणा समिति के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अम्बार रिज़वी, पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा, सुधीर हलवासिया, आईसीपीआरडी के अध्यक्ष राजीव रंजन, कार्यक्रम संयोजक एवं नेशनल यूथ फाउंडेशन के महासचिव विभूति रमण आचार्य, छावनी परिषद के नामित सदस्य प्रमोद शर्मा सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।सभी अतिथियों ने इस प्रकार के स्वास्थ्य जागरूकता शिविरों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया।