-बेटी की शादी के लिये खरीदे जेवराग व नगदी समेत सब कुछ जलकर हुआ राख
- REPORT BY:ANUPAM MISHRA || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ।निगोहां क्षेत्र के मीरकनगर गांव में महिला मजदूर चंदावती अपनी बेटी काजल के साथ फुस की झोपड़ी बनाकर रहती थी.शनिवार की सुबह मां चंदावती के मजदूरी पर जाने पर बेटी काजल झोपड़ी के अंदर चुल्हे में खाना बना रही थी तभी अचानक से चुल्हे निकली चिंगारी से फुस की झोपड़ी में भीषण आग लग गयी,देखते ही देखते कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप से ले लिया ओर झोपड़ी में रखा गृहस्थी का सामान,गहने व 15हजार रूपये व आंठ कुतल के करीब गेहूं समेत सारा सामान जलकर राख हो गया।सूचना के काफी देर बाद तक फायर बिग्रेड वाहन मौके पर नही पहुंचा।पीड़ित महिला मजदूर ने बताया उसने बेटी काजल के विवाह के लिये गेहूं कटान कर आठ कुंतल गेंहू इकट्ठा किये थे ओर 50हजार रूपये कीमत के सोने चांदी के जेवरात 15हजार रूपये की नगदी भी इक्टठा की थी।इतना कहते हुये उसकी आंखो से आंसुओ की धार फूट पड़ी ओर बोली अब कैसे मै अपने बेटी के हाथ पीले करूगी।गरीब महिला मजदूर का आशियाना जलने की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम अंकित शुक्ला ने आपूर्ति विभाग को खाने के लिये पीड़ित परिवार को राशन मुहैया कराये जाने के निर्देश देते हुये नायाब तहसीलदार गुरूप्रीत को विभागीय मदद दिलाये जाने के लिये रिपोट मांगी।एसडीएम के आदेश के बाद आपूर्ति विभाग ने पीड़ित महिला मजदूर को खाने के लिये राशन समेत अन्य सामान उपलब्ध कराया।वही युवा समाजसेवी नवीन मिश्रा ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़िता को नगद राशि समेत जरूरी सामान व नए कपड़े देते हुये आगे भी बेटी की शादी में हर सम्भव मदद किये जाने का भरोसा दिलाया।
निगोहां में पहलगाम हमले के शहीदों को कैंडल मार्च निकाल दी श्रद्धांजलि
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद पर्यटकों की मौत को लेकर देशभर में आक्रोश है. इसी क्रम में रविवार को निगोहां कस्बे में भाजयुमो मंडल अध्यक्ष नवीन मिश्रा व अंकित मिश्रा के नेतृत्व में सैकड़ो लोगो ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी और आतंकियों की कड़ी निंदा की गयी।लोगो ने निगोहां बाजार से लेकर थाने तक कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा और मृत आत्माओं की शांति के प्रार्थना की. कैंडल मार्च के दौरान युवाओ ने हाथों में तिरंगा व पोस्टर लिए “आतंकवाद मुर्दाबाद “, “पाकिस्तान होश में आओ ” और “शहीदों अमर रहो ” जैसे नारे लगाये।कैंडल मार्च में विकास सिंह पकंज मिश्रा,सोनू तिवारी,जातिन सिंह,विजयकांत मिश्रा,राहुल गुप्ता,ताहिर,धर्मेन्द्र वर्मा,सौरभ सिंह समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहें।
घर में अकेली युवती लापता
मोहनलालगंज के एक गांव निवासी महिला ने पुलिस से लिखित शिकायत करते हुये बताया बीते शुक्रवार को घर पर 18वर्षीय बेटी को अकेला छोड़कर दवा लेने गयी थी,जब वापस लौटी तो बेटी गायब थी काफी खोजबीन के बाद भी लापता बेटी का कुछ भी पता नही चल सका।पुलिस से की गयी शिकायत में महिला एक युवक पर बेटी को बहला फुसलाकर भगाकर ले जाने का आरोप भी लगाया है।इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह ने बताया पीड़िता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लापता युवती की तलाश शुरू कर दी गयी है।
डीसीपी के आदेश पर प्लाटिंग कम्पनी के डायरेक्टर पर मुकदमा दर्ज
लखनऊ के मकबूलगंज के जूरियन टोला निवासी अमित गुप्ता ने डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल से उनके कार्यालय में मिलकर लिखित शिकायत करते हुये बताया था मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र में 2015 में रियल्टी इन्वेस्टमेंटस सल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर बलवीर सिंह निवासी रेलनगर थाना आशियाना से 500वर्ग फिट प्लाट खरीदा था जिसके बाद बलवीर सिंह ने जल्द ही प्लाट पर कब्जा देने की बात कही थी लेकिन 10साल बीत जाने के बाद भी कब्जा नही दिया ओर फोन भी उठाना बंद कर दिया।डीसीपी निपुण अग्रवाल ने पीड़ित की शिकायत की जांच कराने के बाद मोहनलालगंज पुलिस को प्लाटिंग कम्पनी के डायरेक्टर पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही के निर्देश दियें।इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह ने बताया पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपी के विरूद्व पैसे हड़पने की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है।
एसीपी से शिकायत कर बुजुर्ग ने जमीन से अवैध कब्जा हटाये जाने की मांग
-एसीपी ने बुजुर्ग की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुये जमीन से अवैध कब्जा हटाये जाने के दिये निर्देश
-बिल्डर ने हरकंशगढी में किसान की पुश्तैनी जमीन पर रजिस्ट्री कर बेच दिये प्लाट,अब कब्जा करने की कोशिश में जुटा
मोहनलालगंज कोतवाली में शनिवार को आयोजित थाना समाधान दिवस में उपजिलाधिकारी अंकित शुक्ला व एसीपी रजनीश वर्मा ने प्रभारी निरीक्षक दिलेश कुमार सिंह समेत राजस्वकर्मियो की मौजूदगी में फरियादियों की शिकायतें सुनी। एसीपी रजनीश वर्मा से शिकायत करते हुये किसान ऋषभ जैन निवासी ओमनगर आलमबाग ने एसीपी से करते हुये बताया मोहनलालगंज तहसील के हरकंशगढी में उनकी गांटा स०-219/222/223 पुश्तैनी जमीन है ओर गांटा स०-224 में विक्रय अनुबंध के आधार पर 1995 से काबिज है।उनकी पुश्तैनी जमीनो के बगल में कुछ एक किसानो की जमीने खरीदकर एक बिल्डर ने प्लाटिंग करते हुये काफी प्लाट काटकर बेचे है।उक्त बिल्डर ने उसकी पुश्तैनी जमीन में प्लाट दिखाकर रजिस्ट्री कर कब्जा करने की कोशिश की जब विरोध किया तो बिल्डर व उसके गुर्गो ने जमीन पर दिखाई देने पर जान से मारने की धमकी दी,पूरे मामले की चार महीने पहले मुख्यमंत्री कार्यालय में करते हुये कार्यवाही की मांग की थी जिसके बाद तत्कालीन एसडीएम ने जमीन की नाप कराकर कब्जे से मुक्त कराये जाने के आदेश दिये थे,लेकिन कभी राजस्व व कभी पुलिस टीम ना होने की बात कहकर जमीन की नाप नही करायी गयी,जब उसने पूरे मामले की 26मार्च को मंडलायुक्त डाॅ रोशन जैकब से करते हुये बिल्डर के कब्जे से जमीन को बचाने की गुहार लगायी तो उन्होने पु:न मोहनलालगंज एसडीएम को राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम भेजकर शिकायत का निस्तारण कराये जाने के निर्देश दिये।लेकिन एसडीएम ने जमीन का धारा-80होने के चलते बिना न्यायालय के आदेश के पैमाईश किये जाने से मना कर दिया।जिसके चलते मनबढ बिल्डर जमीन पर बराबर कब्जा करने का प्रयास कर रहा है।पीड़ित ने शनिवार को एक बार फिर से थाना समाधान दिवस में शिकायत करते हुये बिल्डर पर कार्यवाही की मांग की लेकिन उसे निराशा हाथ लगी।दूसरी शिकायत बुजुर्ग देवी दयाल वर्मा ने करते हुये बताया उन्होने अपनी गांढी कमाई से जुटाये पैसो से 2010में जैतीखेड़ा गांव में किसान कल्लू से कृषि योग्य जमीन खरीदी थी लेकिन दाखिल खरीज नही कराया था.2017 में किसान कल्लू की सड़क दुर्घटना में मौत हो जाने के बाद उक्त जमीन बेटे मोलहे, अलीजान व पत्नी रशीदाबेगम के नाम वरासत चढ गयी जिसके बाद उक्त सभी ने जमीन पर कब्जा कर लिया,न्यायालय के आदेश पर 28अगस्त2024 को खतौनी से उक्त सभी का नाम खरीज कर बैनामें के आधार पर उसके नाम खतौनी में चढ गयी।तब से उक्त सभी का जमीन से कब्जा हटाने के लिये तहसील समेत थाने में दर्जनो शिकायते करने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुयी।एसीपी रजनीश वर्मा ने बुजुर्ग की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुये निस्तारण कराये जाने के आदेश दिये।तीसरी शिकायत अमित कुमार निवासी कनकहा ने करते हुये बताया बीते गुरूवार की देर रात उसके बहनोई नीरज निवासी बाजूपुर थाना गोसाईगंज लखनऊ से मजदूरी कर अपनी बाइक से कनकहा स्थित ससुराल आ रहे थे तभी बिंदौवा गांव के पास उन्हे चक्कर आ गया ओर वो बेहोश हो गये अगले दिन सुबह जब उन्हे होश आया तो बाइक व मोबाइल गायब था।एसीपी ने शिकायत को गम्भीरता से लेते हुये इंस्पेक्टर को जांच कर कार्यवाही किये जाने के आदेश दियें।
थाना समाधान दिवसो में नही पहुंचे तहसील अफसर….
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भले ही प्रदेश के सभी थानो में आयोजित होने वाले समाधान दिवसो में राजस्व विभाग के अफसरो को पहुंचकर शिकायत सुनने के निर्देश दे रखे है.लेकिन सीएम का आदेश राजधानी में ही धराशायी है,शनिवार को गोसाईगंज,नगराम,निगोहां व मोहनलालगंज थानो में आयोजित समाधान दिवसो में सुबह दस बजे से लेकर एक बजे तक कोई भी तहसील अफसर शिकायते सुनने नही पहुंचा,केवल खानापूर्ति के लिये राजस्वकर्मियो को भेज दिया गया।इस दौरान राजस्व विभाग से जुड़ी शिकायते लेकर पहुंचे फरियादियों को मायूषी हाथ लगी।सोशल मीडिया पर अफसरो के समाधान दिवस में ना पहुंचने की खबर व फोटो वायरल हुयी जिसके बाद एसडीएम अंकित शुक्ला ने डेढ बजे के करीब मोहनलालगंज थाने में शिकायते सुनने पहुंचे और निगोहां थाने में नायाब तहसीलदार ने पहुंचकर शिकायते सुनी लेकिन नगराम व गोसाईगंज थानो में समाधान दिवस की समाप्ति तक कोई भी तहसील अफसर नही पहुंचा।
अज्ञात वाहन की टक्कर से ट्रक चालक की हुयी थी मौत,जांच में हुआ खुलासा
-पीएम में सिर में चोट लगने से मौत की हुयी पुष्टि,परिजन पीएम के बाद चालक का शव लेकर झारखंड के लिये हुये रवाना
-पुलिस की जांच में अज्ञात वाहन की टक्कर लगने से ट्रक चालक की मौत होने की बात निकलकर आई सामने
मोहनलालगंज कस्बे की यूपीएएल फैक्ट्री में झारखंड से ट्रक लेकर सीमेंट की चादरे लोड करने आये चालक एहसान अंसारी निवासी न्यू आजादनगर थाना भूली,झारखंड का लापता होने के तीस घंटे बाद फैक्ट्री गेट के पास हाइवे किनारे झाड़ियो में बीते गुरुवार की दोपहर पुलिस को शव पड़ा मिला था,मृतक चालक एहसान अंसारी के शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पीएम के लिये भेजा था,शुक्रवार को पीएम में डाक्टरो ने चालक के सिर में गम्भीर चोट लगने से मौत की पुष्टि की।वही जांच में जुटी पुलिस ने घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेज खगांली तो एक कैमरे की फुटेज में बुद्ववार की सुबह फैक्ट्री के बाहर पुलिया पर चालक एहसान अंसारी बैठा हुआ दिखा।पुलिस ने पुलिया के पास नाले से मृतक चालक की टोपी व एक चप्पल भी बरामद किया है,वही पास में ही एक कार का टूटा साइड शीशा व पुलिया पर वाहन के रगड़ के निशान भी मिले है।जिसके बाद पुलिस ने प्रथम दृष्टया जांच में किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से चालक की मौत होने की बात कही है।हालाकि पुलिस शव मिलने के 24घंटे बाद भी मृतक चालक का गायब मोबाइल फोन बरामद नही कर पायी है,पुलिस ने आशंका जतायी है एक्सीडेंट के दौरान फोन छिटककर दूर गिरा होगा,जिसे कोई उठाकर लेकर चला गया होगा।शुक्रवार को मृतक चालक के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन शव लेकर झारखंड के लिये रवाना हुये।एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया प्रथम दृष्टया जांच में हाइवे पर पैदल टहलने के दौरान किसी अज्ञात वाहन कि टक्कर से ट्रक चालक की मौत होने की पुष्टि जांच में हुयी है,पीएम रिपोट में भी डाक्टर ने मौत का कारण सिर में चोट लगना बताया है।मृतक चालक के भाई शब्बू अंसारी ने अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत होने की तहरीर कार्यवाही के लिये पुलिस को दी।अज्ञात वाहन व चालक के विरूद्व मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी गयी है।
मोहनलालगंज में कटखने बंदरों का आतंक,बुजुर्ग महिला को किया घायल
मोहनलालगंज कस्बे में बीते कई महीनों से कटखने बंदरों ने आतंक मचा रखा है।जिसके चलते लोग अपने घरो की छतो व रास्तो से निकलने में डरने लगे है,झुंड में चलने वाले कटखने बंदर अचानक से छतो व घरो के बाहर व रास्ते में निकलने वाले लोगो व बच्चो पर हमला कर घायल कर दे रहे है।
नगर पंचायत समेत वनविभाग ने भी कटखने बंदरो को पकड़ने के लिये कोई ठोस कदम नही उठाया है।जिसके चलते कस्बावासियो में आक्रोश व्याप्त है।मोहनलालगंज कस्बे के मोहल्ला सरांय निवासी अश्वनी कुमार ने बताया शुक्रवार की सुबह साढे पांच बजे के करीब उनकी 96वर्षीय मां रामकुमारी पूजा करने के लिये समरसेबल पम्प चलाकर लोटे में पानी भर रही थी तभी अचानक से कटखने बंदरो का झुंड छत पर आ गया ओर दो बंदरो ने मां पर हमला कर दांतो से उनके हाथ में काटकर गम्भीर रुप से घायल कर दिया,जिसके बाद घायल मां को आनन-फानन इलाज के लिये सीएचसी लेकर गये,जहां डाक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया।उन्होने बताया कुछ दिन पहले मोहल्ले में रहने वाले अरूण चतुर्वेदी को भी बंदरो ने हमला कर काट कर घायल कर दिया है।झुंड में चलने वाले बंदर दर्जनो लोगो पर हमला कर काटकर घायल कर चुके है।
वनविभाग समेत नगर पंचायत के अफसरो से शिकायत कर बंदरो के आतंक से छुटकारा दिलाये जाने की मांग की गयी लेकिन अब तक बंदरो को पकड़ने के लिये कोई कदम नही उठाये गये।जिसके चलते लोगो में आक्रोश है ओर वो अपने घरो की छतो समेत बाहर निकलने में भी डरने लगे हैं।