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LUCKNOW:उपचुनाव में कुंदुरकी सीट पर सीएम का फोकस,क्लिक करें और भी खबरें

  • REPORT BY:K.K.VARMA
  • EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS

-27 अगस्त को करेंगे दौरा,दे सकते बड़ा तोहफा !

लखनऊ 22 अगस्त। उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए राजनितिक दल तैयारियों में जुट गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मुरादाबाद की कुंदरकी विधान सभा सीट पर 27 अगस्त को दौरा प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 अगस्त को कुंदरकी विधान सभा पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे और विकास योजनाओं का लोकार्पण एंव शिलन्यास भी कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों में जिला प्रशासन जुट गया है। बरसात के मौसम को देखते हुए मुंडापाण्डेय थाना इलाके में हवाई अड्डे के पास ही जनसभा स्थल चिन्हित किया गया है ताकि अगर बरसात हो तो कार्यक्रम में कोई व्यवधान न पड़े। मुख्यमंत्री कुंदरकी विधानसभा के मतदाताओं के लिए सरकारी योजनाओं का तोहफा दे सकते हैं। मुख्यमंत्री भाजपा के दिवंगत पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह की याद में एक स्मृति द्वार और कोई बड़ा ऐलान मुरादाबाद की जनता के लिए कर सकते हैं।कुंदरकी विधान सभा सीट ज़ियाउर्रहमान बर्क के संभल से लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद रिक्त हुई है।यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 65 प्रतिशत से भी अधिक बताई जाती है। इस सीट पर 1993 में सिर्फ भाजपा जीती थी, तब बिलारी विधानसभा सीट भी कुंदरकी विधानसभा सीट में ही शामिल थी।इस बार उपचुनाव में भाजपा यहाँ से जीत हासिल करने के लिए बड़ी तैयारी में है, चार मंत्रियों की प्रभारी बनाया गया है। माना जा रहा है कि इस बार कुंदरकी में जीत हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश की जिन 10 विधान सभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं उनमे कुंदरकी, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और मिल्कीपुर सपा के पास थीं और फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर भाजपा के पास थीं, जबकि मुजफ्फर नगर की मीरापुर सीट भाजपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल के पास थी। अब देखना यह होगा की 27 अगस्त को मुख्यमंत्री कुंदरकी विधान सभा सीट पर कमल खिलाने के लिए कौनसा बड़ा ऐलान करते हैं। भाजपा और सपा में कुंदरकी सीट से टिकिट पाने के लिए नेता अपने अपने अपने दावे भर रहे हैं जबकि बसपा और कई अन्य दल भी  उपचुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े करने का ऐलान कर चुके हैं। देखना यह होगा कि सपा के गढ़ में मुख्यमंत्री भाजपा को जीत दिलाने के लिए कौन सी रणनीति अपनाते हैं।

लखनऊ में यौन हिंसा और दुष्कर्म के मामलों की जांच पर होगा मंथन

लखनऊ में 30 अगस्त को मध्य क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति की बैठक होगी। बैठक में उत्तराखंड से मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सम्मिलित होंगी। महिलाओं एवं बच्चों के साथ यौन हिंसा और दुष्कर्म के मामलों में त्वरित जांच और ऐसे अपराधों के लिए फास्ट ट्रायल स्पेशल कोर्ट योजना की दृष्टि से बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय हो सकते हैं।मध्य क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति की बैठक में उत्तराखंड समेत चार प्रदेशों के मुख्य सचिव भाग लेंगे। चार प्रदेशों  छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव शामिल होंगे।  बैठक के लिए राज्यों के बीच मुख्य रूप से छह बिंदुओं पर चर्चा होगी। इनमें महिलाओं एवं बच्चों पर होने वाली यौन हिंसा और दुष्कर्म के मामलों की तेजी से जांच, दुष्कर्म और पोक्सो एक्ट के अंतर्गत मामलों के निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट को क्रियान्वित करने की योजना पर मंथन होगा।बालिकाओं में कुपोषण की समस्या के निदान को पोषण अभियान की प्रगति, स्कूली बच्चों की ड्राप आउट दर, आयुष्मान भारत और सहकार से समृद्धि के अंतर्गत सहकारिता आंदोलन को देश में सशक्त बनाने पर राज्यों के बीच रणनीतिक मंथन भी किया जाएगा।

एनबीएफजीआर में मनाया गया पार्थेनियम जागरूकता सप्ताह 

पार्थेनियम जिसे गाजरघास या कांग्रेस घास के रूप में भी जाना जाता है, दुनिया भर में प्रचलित सबसे आक्रामक खरपतवारों में से एक है, जो मानव और पशु स्वास्थ्य को खतरे में डालने के साथ-साथ पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचा रहा है। पार्थेनियम के पौधे के संपर्क में आने पर, इसमें पाया जाने वाला पार्थेनिन नामक एक विषाक्त पदार्थ मनुष्यों और जानवरों में डर्मेटाइटिस, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन समस्याओं का कारण बनता है। पशुधन में भी दुधारू पशुओं का चारा पार्थेनियम के पत्तों से दूषित हो जाए तो उन्हें कड़वा दूध रोग हो जाता है। भारत में, पार्थेनियम कृषि या ग्रामीण और शहरी आबादी, रेलवेलाइन और सड़कों के किनारे, स्कूलों, कृषि और अन्य संस्थान परिसरों में एक गंभीर समस्या बन गया है। भाकृअनुप – खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर इस समस्या को देखते हुए हर साल एक राष्ट्रव्यापी गाजरघास जागरूकता सप्ताह मनाये जाने का आह्वान करता है। इस क्रम में भाकृअनुप मुख्यालय, नई दिल्ली के निर्देशानुसार लखनऊ के तेलीबाग स्थित भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो एनबीएफजीआर परिसर में 19वां पार्थेनियम जागरूकता सप्ताह मनाया गया। यह कार्यक्रम 16-22 अगस्त के दौरान आयोजित किया गया। निदेशक डॉ. उत्तम कुमार सरकार ने संस्थान परिसर और आसपास से पार्थेनियम को खत्म करने के लिए आईसीएआर के महानिदेशक और कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. हिमांशु पाठक द्वारा की गई अपील से कर्मचारियों को अवगत कराया क्योंकि यह मानव, पशु, पौधे और पर्यावरण के एकीकृत और परस्पर ‘एक स्वास्थ्य’ की अवधारणा को खतरे में डाल रहा है। स्वच्छ भारत अभियान की गतिविधि के रूप में परिसर को पार्थेनियम से मुक्त करने का आह्वान किया। संस्थान के विभिन्न प्रभागों और फार्म इकाई के  कर्मचारियों ने संस्थान परिसर और उसके आसपास से पार्थेनियम को सावधानीपूर्वक हटाया और इस घास से होने वाले नुकसान पर चर्चा की। डॉ. सरकार ने कहा कि पार्थेनियम के पौधों को फूल आने से पहले उखाड़ देना चाहिए अन्यथा विपुल बीज उत्पादक होने और हल्के वजन के बीज होने के कारण वे हवा, पानी या मानव गतिविधियों द्वारा आसानी से नए क्षेत्रों में फैल जाते हैं। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अचल सिंह ने कार्यक्रम का संयोजन किया।

अयोध्या मण्डल के 05 मार्गों हेतु 06 करोड़ 97 लाख 60 हजार अवमुक्त

राज्य सरकार द्वारा राज्य सड़क निधि योजना के अन्तर्गत अयोध्या मण्डल के विभिन्न जनपदों के 05 मार्गों के स्वीकृत एवं चालू कार्यों हेतु 06 करोड़ 97 लाख 60 हजार रूपए की अवशेष धनराशि अवमुक्त की गयी है। इस सम्बन्ध में आवश्यक शासनादेश लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। 05 चालू कार्यों में अयोध्या में ममरेजनगर मार्ग से जैथरी सम्पर्क मार्ग तक नवनिर्माण कार्य हेतु 31 लाख 01 हजार, रानेपुर सम्पर्क मार्ग से महमदवापुर होते हुये मवई ब्लाक को जौड़ने वाले मार्ग तक सम्पर्क मार्ग के नवनिर्माण कार्य हेतु 08 लाख 25 हजार, तथा बाराबंकी में दरियाबाद नगर पंचायत बाईपास के निर्माण हेतु 02 करोड़ 02 लाख 23 हजार, रामनगर सहादतगंज सैदनपुर मुष्काबाद मार्ग अजिमा के चै. 0.200 से 17.000 में सतह सुधार कार्य हेतु  02 करोड़ 29 लाख 75 हजार व टिकैतनगर बाईपास के निर्माण कार्य हेतु  02 करोड़ 26 लाख 36 हजार  की धनराशि अवमुक्त की किया गया है।जारी शासनादेश में निर्देश दिये गये हैं कि आवंटित धनराशि का उपयोग प्रत्येक दशा में 31 मार्च 2025 तक कर लिया जाय एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र शासन को 30 अप्रैल 2025 तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय।

मेरठ मण्डल के 05 मार्गों हेतु 01 करोड़ 63 लाख 39 हजार अवमुक्त

प्रदेश सरकार द्वारा राज्य सड़क निधि योजना के अन्तर्गत मेरठ मण्डल के विभिन्न जनपदों के 05 मार्गों के स्वीकृत एवं चालू कार्यों हेतु 01 करोड़ 63 लाख 39 हजार रूपए की अवशेष धनराशि अवमुक्त की गयी है। इस सम्बन्ध में आवश्यक शासनादेश लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है।इन 05 चालू कार्यों में जनपद मेरठ में मवाना जयसिंहपुर मिर्जापुर मार्ग हेतु 33 लाख 62 हजार, खरखौदा मोहिउद्दीपुर गेझासिवालखास मार्ग हेतु 22 लाख 61 हजार, मवाना फलावदा मार्ग हेतु 44 लाख 79 हजार व मेरठ पौड़ी मार्ग हेतु 29 लाख 24 हजार तथा बुलन्दशहर स्याना गढ़ मार्ग राज्य राजमार्ग सं-65 के किमी-25 से 37 में सामान्य मरम्मत के साथ नवीनीकरण हेतु 33 लाख 13 हजार इस प्रकार कुल 01 करोड़ 63 लाख 39 हजार की धनराशि अवमुक्त किया गया है। शासनादेश में निर्देश दिये गये हैं कि आवंटित धनराशि का उपयोग प्रत्येक दशा में 31 मार्च 2025 तक कर लिया जाय एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र शासन को 30 अप्रैल 2025 तक उपलब्ध कराया जाय।

पशुरोग नियंत्रण योजना हेतु 382.21 लाख रूपये स्वीकृत

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में पशु स्वास्थ्य के अंतर्गत पशुरोग नियंत्रण योजना हेतु वर्तमान वित्तीय वर्ष में 382.21 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की है। योजना के तहत पशु रोगों के नियंत्रण हेतु टीकाकरण कार्य, अधिकारी कर्मचारियों का प्रशिक्षण, जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। यह योजना 60 प्रतिशत केन्द्र पोषित तथा 40 प्रतिशत राज्य पोषित है। इस संबंध में पशुधन विभाग द्वारा शासनादेश जारी कर दिया गया है।शासनादेश के द्वारा निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र पशुपालन विभाग को निर्देशित किया गया है कि स्वीकृत धनराशि का व्यय राज्य सरकार तथा भारत सरकार द्वारा अनुमोदित कार्ययोजना के अनुसार योजना की गाइडलाइन्स का अनुपालन किया जाए।

खादी ग्रामोद्योग बोर्ड कर्मचारी यूनियन का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न

खादी ग्रामोद्योग बोर्ड कर्मचारी यूनियन की नई कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सूक्ष्म, लघु, मध्यम, उद्यम, रेशम, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग और खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के मंत्री राकेश सचान उपस्थित रहे। उनके द्वारा नई कार्यकारिणी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।शपथ ग्रहण समारोह में बोर्ड के संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी सिद्धार्थ यादव और अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।  शपथ ग्रहण समारोह बोर्ड कर्मचारी यूनियन के 15 जुलाई को सम्पन्न हुए चुनावों के उपरांत आयोजित किया गया।इस चुनाव में कमलेश कुमार वर्मा को अध्यक्ष, हरिगेंद मौर्य को महामंत्री, प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव और राजेन्द्र कुमार कश्यप को उपाध्यक्ष, राजकुमार को मंत्री, हरिकरन सिंह को संगठन मंत्री, लक्ष्मी नारायण तिवारी को कोषाध्यक्ष और सुधर सिंह को प्रचार मंत्री चुना गया । सात कार्यकारिणी सदस्यों  अभिषेक कुमार अग्निहोत्री,  अमित कुमार त्रिपाठी, कमलाकान्त सिंह यादव, श्री श्यामसुन्दर तिवारी, हरीशंकर, भैरो प्रसाद और  रामानन्द वर्मा को शपथ दिलाई गई।

हजारी प्रसाद द्विवेदी, अमृतलाल नागर एवं भगवतीचरण वर्मा स्मृति समारोह का आयोजन

-भगवती चरण वर्मा ने ही रखा था अभिनेता दिलीप कुमार का नाम-चन्द्रशेखर

उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा हजारी प्रसाद द्विवेदी, अमृतलाल नागर एवं भगवतीचरण वर्मा के स्मृति समारोह के शुभ अवसर पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन आज हिन्दी भवन के निराला सभागार लखनऊ में किया गया। दीप प्रज्वलन, माँ सरस्वती की प्रतिमा एवं हजारी प्रसाद द्विवेदी, अमृतलाल नागर एवं भगवती चरण वर्मा के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्पार्पण के उपरान्त वाणी वंदना  रत्ना शुक्ला द्वारा प्रस्तुत की गयी।सम्माननीय अतिथि पद्मश्री डॉ विद्याबिन्दु सिंह, पद्मकान्त शर्मा ‘प्रभात‘, चन्द्रशेखर वर्मा का स्वागत डॉ अमिता दुबे, प्रधान सम्पादक, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा किया गया। चन्द्रशेखर वर्मा ने कहा कि भगवती चरण वर्मा की साहित्यिक यात्रा कवि के रूप में शुरू हुई। वह व्यक्ति को बात करने से पहले 30-40 सेकेण्ड तक पढ़ते थे, फिर बातचीत का सिलसिला शुरू होता था। वर्मा जी की कृतियों में मानवीय संवेदनाओं का बिम्ब-प्रतिबिम्ब दिखाई पड़ता है। फिल्म जगत के अभिनेता दिलीप कुमार का नाम भगवती चरण वर्मा ने ही रखा था। वर्मा जी के कथा संसार को पढ़ते हुये पाठक के चेहरे पर भाव स्वतः ही नजर आने लगते हैं, भगवती चरण वर्मा का चित्रलेखा उपन्यास अद्वितीय उपन्यास है, जो जीवन दर्शन को रेखांकित करता है। पद्मकान्त शर्मा ‘प्रभात‘ ने कहा कि हजारी प्रसाद द्विवेदी ने हिन्दी साहित्य, हिन्दी संस्कृत और बंगला भाषाओं के उन्नायक थे। भारतीय संस्कृति और सामाजिक चेतना के अग्रदूत के रूप में याद किये जायेगे। हजारी प्रसाद द्विवेदी , उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के प्रथम उपाध्यक्ष थे और उपाध्यक्ष के समय के उनके संस्मरण और उनकी कविताओं का पाठ किया।पद्मश्री डॉ विद्याविन्दु सिंह ने कहा कि अमृतलाल नागर  की 108 वीं जयन्ती के अवसर पर नागर जी के विशाल साहित्य का स्मरण किया। उनकी कृति ‘सुहाग के नुपुर‘ सांराश के माध्यम से भारतीय नारी के सुहाग चिह्न की उपयोगिता भी बताई। उन्होंने भारत में साइमन कमीशन के आगमन पर उनके द्वारा लिखी गई कविता की चर्चा करते हुए कहा कि नागर  का नाम विशेष सर्जकों में हैं, जिन्होंने साहित्य की विरासत को आगे बढ़ाया और साहित्य से होते हुए वे रेडियों की दुनिया में भी आए। नागर  लखनऊ के इतिहास के कुछ पन्नों पर  लेखनी चलाई। तमिल महाकाव्य सिलप्पदिकारम् के आधार पर लिखा। उनका उपन्यास ‘सुहाग के नूपुर‘ पर चर्चा करते हुए। ’सुहाग के नूपुर’ को नागर जी की उत्कृष्ट कृति बताया।डॉ अमिता दुबे, प्रधान सम्पादक हिन्दी संस्थान द्वारा कार्यक्रम का संचालन एवं संगोष्ठी में उपस्थित समस्त साहित्यकारों, विद्वत्तजनों एवं मीडिया कर्मियों का आभार व्यक्त किया गया।

संस्कृत सप्ताह: व्याख्यान गोष्ठी एवं संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन
-काकोरी के क्रांतिकारियों को नमन’ पर संस्कृत नाटक का मंचन

संस्कृत संस्थान लखनऊ द्धारा अपने परिसर में संस्कृत सप्ताह के अवसर पर आज ‘‘मानवजीवने संस्कृतस्य आवश्यकता‘‘ विषय पर पर व्याख्यान गोष्ठी एवं जनपद स्तरीय संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का भव्य आयोजन तथा ‘‘काकोरी के क्रान्ति-कारियों को नमन‘‘ पर आधारित संस्कृत नाटक का भी मंचन किया गया। सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण के पश्चात् मुख्य अतिथियों का वाचिक स्वागत किया गया।इस अवसर पर संस्थान के निदेशक  विनय श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इसके मनाने का उद्देश्य यही है कि इस भाषा को और अधिक बढ़ावा मिले। इसे आम जनता के सामने लाया जाये, हमारी नयी पीढ़ी इस भाषा के बारे में जाने, और इसके बारे में ज्ञान प्राप्त करे।इसके साथ ही संस्कृत भाषा के प्रति छात्रों में अभिरुचि पैदा करने तथा संस्कृत के प्रशिक्षकों को सामने लाकर उन्हे पहचान दिलाये जाने हेतु उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम्, द्वारा संस्कृत प्रतिभा खोज नाम से एक अनूठी योजना संचालित है। जनपद मंडल तथा राज्य स्तर पर 11 प्रकार की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेगी। इन प्रतियोगिताओं के आयोजन से प्रदेश भर में संस्कृत का माहौल उत्पन्न होगा। संस्कृत प्रतिभा खोज के अन्तर्गत जनपदों में कक्षा 6 से 12 के छोटे बच्चों के लिए संस्कृत गीत, संस्कृत की पुस्तक पढ़कर सुनाने, संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी जैसी सरल व रोचक प्रतियोगिता रखी , जनपद की प्रतियोगिताओं में प्रथम तथा द्वितीय स्थान पाए प्रतिभागियों के बीच मंडल स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करेंगे। मंडल की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाए हुए छात्रों की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे। संस्कृत के क्षेत्र में होने वाला यह पहला कार्य है जिसके माध्यम से सभी बोर्ड , विश्वविद्यालय के छात्रों को एक मंच पर लाया जा रहा है तथा प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिल रहा है। संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्रदेश भर से 7000 बच्चों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।कार्यक्रम में अतिथि के रूप में आमंत्रित प्रो धनीन्द्र झा, व्याकरण विभाग, केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कृत को कैसे जन-जन तक पहुंचाया जाये इस बात को रखते हुए बताया की संस्कृत देवताओं की भाषा है, अर्थात् हमें देवताओं से सम्पर्क के लिए संस्कृत के माध्यम से ही वार्ता स्थापित कर सकते हैं। जैसे, संस्कृतं नाम दैवी वाक् अन्वाख्यातं महर्षिभिः तथा जन-जन की भाषा भी संस्कृत थी, डॉ0 शिवानंद मिश्र, सहायक प्राध्यापक, संस्कृत साहित्य विभाग, केन्द्रीय संस्कृत वि0 वि0, लखनऊ ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कि मैं कौन हूँ ? मेरी जन्मभूमि क्या है ? मेरी संस्कृति क्या हैं ? और मेरा कार्य क्या है और मेरा महान लक्ष्य क्या है ? इन सभी प्रश्नों के उत्तर के लिए हमे संस्कृत ही पढ़ना पड़ेगा अन्य किसी भी भाषा के द्वारा सम्भव नहीं हैं तथा कालिदास की पुस्तक अभिज्ञान-शाकुन्तलम् की कथा भरत ने सुना शकुन्तलावण्यं पश्य शकुन्त-पक्षी, लावण्य-सौन्दर्य इस वाक्य को सुन कर शकुन्तला ऐसा अर्थ समझ कर उन्होंने शकुन्तला मेरी माता कहा है? यह सोचकर देखने लगते हैं, ऐसा किसी भी भाषा में प्राप्त नहीं हो सकता है तथा संकृत प्रतिभा खोज में आमंत्रित निर्णायक माण्डवी त्रिपाठी, शोध छात्रा, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ  ऋचा, गायन शिक्षिका, लखनऊ, डॉ प्रेरिका, शिक्षिका, लखनऊ,  चन्दन यादव, शोध छात्र, लखनऊ,  मंयक तिवारी, शोध छात्र, केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ एवं मन्तशा जहाँ, शिक्षिका उपस्थित रही।

प्रयागराज एवं बस्ती हेतु 154.31 लाख रूपये मंजूर

प्रदेश सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में त्वरित आर्थिक विकास योजना के अन्तर्गत जनपद प्रयागराज एवं बस्ती में सड़क निर्माण से सम्बन्धित  कार्यों हेतु 154.31 लाख रूपये मंजूर किये हैं। मंजूर धनराशि सम्बन्धित जनपद के जिलाधिकारी के निवर्तन पर रखी गयी है।नियोजन विभाग ने इस सम्बन्ध में आवश्यक आदेश जारी कर दिये हैं।  प्रयागराज में सड़क निर्माण से सम्बन्धित 06 कार्यों हेतु 109.21 लाख रूपये मंजूर किये गये हैं। बस्ती में सड़क निर्माण से सम्बन्धित 02 कार्यों हेतु 45.10 लाख रूपये मंजूर किये गये हैं। मंजूर की गयी धनराशि से इन जनपदो में पिच रोड़ सीसी रोड़ का निर्माण कार्य तथा इण्टरलांकिग का निर्माण कार्य कराया जायेगा। 

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