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LUCKNOW:89 प्रतिशत बिजली शिकायतों का भ्रामक निस्तार,क्लिक करें और भी खबरें

  • REPORT BY:PREM SHARMA
  • EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS

उत्तर प्रदेश की 1912 सेवा में 5 महीने में 28 लाख 84346 शिकायते

लखनऊ। उपभोक्ताओं के अरबों रूपये बकाए रखकर उस पर कोई लाभांश देने से बचने वाला पावर कारपोरेशन अब विद्युत उपभोक्ताओ की विद्युत सम्बंधी शिकायतों में फर्जीबाड़ा कर रहा है। स्थिति यह है कि पॉच माह के अन्दर उसे 1912 पर जो शिकायते जिनकी संख्या लगभग 28.5 लाख से अधिक है उनके निस्तारण में घोर लापरवाही बरते हुए 89 प्रतिशत शिकायतों का भ्रामक निस्तारण किया गया। उत्तर प्रदेश में सभी बिजली कंपनियों मे प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को मुआवजा कानून बनने के बाद भी उपभोक्ताओं को मुआवजा क्यों नहीं मिल रहा है। जब आज उसकी तह में उपभोक्ता परिषद ने छानबीन की तो पता चला उपभोक्ताओं को मुआवजा कानून का लाभ 1912 के माध्यम से मिलना है। अब 1912 पर जिन शिकायतों का निस्तारण विद्युत नियामक आयोग द्वारा बनाए गए मुआवजा कानून की तय समय सीमा में नहीं किया गया उन पर ही मुआवजा मिलना है उस पर नजर डाले तो तथ्य चौकने वाले है। पूरे उत्तर प्रदेश में सभी बिजली कंपनियों में 1 अप्रैल 2024 से 19 अगस्त 2024 तक जो कुल विद्युत उपभोक्ताओं की शिकायतें 1912 पर लगभग 28 लाख 84346 रिकॉर्ड हुई। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उसमें 73 प्रतिशत शिकायतें केवल विद्युत आपूर्ति से संबंधित है। 8 प्रतिशत शिकायत मीटर से संबंधित है। 1912 के आंकडों पर नजर डालें तो विद्युत आपूर्ति व्यवधान संबंधी शिकायतों का निस्तारण जो तय समय सीमा में किया गया। उसकी कुल संख्या 21 लाख 09991 उपभोक्ताओं का यानी की सप्लाई से संबंधित जितनी भी शिकायतें 1912 पर प्राप्त हुई थी। उसमें से लगभग 89 प्रतिसत शिकायतों का निस्तारण तय समय सीमा में कर दिया गया। केवल 2 लाख 39167 आपूर्ति संबंधी शिकायतों का निस्तारण तय समय सीमा के बाद किया गया। जबकि सभी को पता है कि पूरे उत्तर प्रदेश में विद्युत आपूर्ति विधान संबंधी शिकायतों का समाधान 75 प्रतिशत से ज्यादा समय सीमा में कभी नहीं हुआ।

अब सवाल यह उठाता है कि जब पावर कारपोरेशन ने खुद मान लिया कि 2 लाख 39167 विद्युत उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण तय समय सीमा में नहीं किया गया तो उसे पर मुआवजा क्यों नहीं दिया। पावर कारपोरेशन के आंकडों के हिसाब से लगभग 12 प्रतिशत विद्युत उपभोक्ताओं को मुआवजा मिल जाना चाहिए। लेकिन वह भी नहीं मिला इसका मतलब पावर कॉरपोरेशन केवल अपने कागजों में सब कुछ दर्ज करके भूल जाता है कि उपभोक्ता को क्या मिलना है क्या नहीं मिलना है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा पूरे उत्तर प्रदेश में 1912 पर सीमित लाइन है यह तो उन उपभोक्ताओं की संख्या है जिनके फोन मिल गए इससे कहीं ज्यादा संख्या में वह उपभोक्ता होंगे जो 1912 पर फोन मिलाते रहे। उनका फोन मिला ही नहीं होगा। एक बात तो साफ हो गई कि उत्तर प्रदेश में विद्युत आपूर्ति संबंधी शिकायतें सबसे ज्यादा है। कंपनी वार नजर डालें तो पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में 5 महीने में लगभग 3 लाख 34796 विद्युत शिकायत, मध्यांचल में सबसे ज्यादा 8 लाख 88830 उपभोक्ताओं ने शिकायतें, दक्षिणांचल में 3 लाख 77302 उपभोक्ताओं ने और पक्षीमांचल में 4 लाख 83085 शिकयतें और किसको में 25978 विद्युत उपभोक्ताओं ने विद्युत आपूर्ति संबंधी शिकायतें दर्ज कराई।

संचारी रोगों की रोकथाम के लिए चलाया छिड़काव अभियान

नगर क्षेत्रांतर्गत संचारी रोग यथा डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, स्क्रबटाइफस पर प्रभावी नियंत्रण तथा इनका त्वरित उपचार सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है, जिसके दृष्टिगत नगर निगम लखनऊ द्वारा चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग एवं जिला मलेरिया एकाई के साथ संयुक्त रूप टीम बनाकर निरोधात्मक एवं सोर्स रिडक्शन की कार्यवाहियॉ की जा रही यथा फॉगिंग,मॉस्किटो , ;एम0एल0ओ0द्ध का छिड़काव, एंटीलार्वा का छिड़काव, घर-घर जाकर लार्वा पनपने वाले स्थल जैसे गमले की ट्रे, छत पर रखे प्लास्टिक के डब्बे, नारियल के खोल इत्यादि की जॉच, व्यापक साफ सफाई, नालियों की सफाई, सिल्ट की निकासी, झाड़ियों की कटाई ,कूड़े का उठान, इत्यादि कार्य कराया जा रहा है।
नगर निगम ने सोर्स रिडक्शन की कार्यवाही में आज सभी जोन में जोलन सेनेटरी अधिकारी व सफाई एवं खाद्य निरीक्षक द्वारा लार्वा कैपचर किया गया एवं बोतल में एकत्रित कर के संचारी रोगों की रोकथाम हेतु कार्य करते हमारे कर्मचारियों को स्वास्थ्य शिक्षा दी गयी जिसमें लार्वा की पहचान करना, किस स्थानों में लार्वा आसानी से पैदा हेते है उन्हे चिन्हीकरण कराना इत्यादि कार्य कराया गया।नगर निगम द्वारा क्षेत्रा वासियों से अपील की जाती है कि अपने घरों के आस पास उन सभी स्थानों की जॉच करे जहॉ डेंगू का लार्वा पनप सकता है जैसे कूलर, खाली डब्बे, खाली टायर, गमले इत्यादि और किसी भी जगह पानी मिलता है तो उसे तुरंत फेक दें एकत्रित न रहने दे। उक्त मौके पर नगर निगम के समस्त जेड.एस.ओ. व एसएफआई उपस्थित रहे।

महापौर और नगर आयुक्त की उपस्थित में सर्वे सम्बंधी शिकायतो का निरतारण

नगर में स्थित भवनों के जी.आई.एस. सर्वे में किए गए कर निर्धारण के विरुद्ध आपत्तियों के निराकरण हेतु अे जी.आई.एस. समाधान दिवस का आयोजन लखनऊ नगर निगम मुख्यालय स्थित त्रिलोकीनाथ हॉल में किया गया। समाधान दिवस में भवन स्वामियों से जी.आई.एस.. द्वारा किए गए कर निर्धारण के विरुद्ध लिखित आपत्तियां साक्ष्य व भवन की वर्तमान फोटो सहित आमंत्रित की गई थी। जी.आई.एस. समाधान दिवस में सभी अपर नगर आयुक्त, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, सहायक नगर आयुक्त, सभी जोनल अधिकारी, कर अधीक्षक, राजस्व निरीक्षक व कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ जी.आई.एस. सर्वे की टीम मौजूद रही। आज के समाधान दिवस में जोनवार 75 आपत्तियां प्राप्त हुई जिसमें से सभी 75 आपत्तियों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया।
आज सम्पन्न जी.आई.एस. समाधान दिवस में समस्त जोनल अधिकारीगण अपने अधीनस्थ कर अधीक्षक एवं राजस्व निरीक्षको के साथ उपस्थित रहकर आवेदन प्राप्त होने पर तत्काल ही गणना व जाँच करते हुए मौके पर निस्तारण कराया गया।जोन-1 में आपत्तिकर्ता आंनद अग्रवाल, का जी.आई.एस. का वार्षिक मूल्य 183600 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 172340,  अंजुम परवेज खान का जी.आई.एस. का वार्षिक मूल्य 20898 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 15984, जोन-2मणिक चंद का जी.आई.एस. का वार्षिक मूल्य 16200 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 12960, श्रीमती चन्द्रावती शर्मा, का जी.आई.एस. वार्षिक मूल्य 27000 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 8100, जोन-3 शिव कुमारी सिंह,का जी.आई.एस. का वार्षिक मूल्य 28800 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 17280,  सुशीला देवी,का जी.आई.एस. का वार्षिक मूल्य 23490 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 12960, जोन-4 विमल कुमार जैन, का जी.आई.एस. वार्षिक मूल्य 50240 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 25288 और भ.सं. 5/227, गोमती नगर वितार सेक्टर-5, खरगापुर-सरसवां वार्ड, का जी.आई.एस. वार्षिक मूल्य 47250 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 25988.रूपये किया गया। जोन-5 काशी प्रसाद पाल का जी.आई.एस. वार्षिक मूल्य 32400 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 18000, हरीपाल सिंह, हरविन्दर सिंह, का जी.आई.एस. वार्षिक मूल्य 26100 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 11160, जोन-6 राम किशोर, पूराना हैदरगंज का जी.आई.एस. वार्षिक मूल्य 9000 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 6300, श्रीमती नसीमा खातून, का जी.आई.एस. वार्षिक मूल्य 46080 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 39114, जोन-7 महेन्द्र वीर सिंह नेगी,का जी.आई.एस. का वार्षिक मूल्य 44226 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 23625,  पुष्पा देवी, का जी.आई.एस. का वार्षिक मूल्य 16200 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 7560, जोन-8  सुधा तिवारी का जी.आई.एस. का वार्षिक मूल्य 17100 तथा निस्तारण पश्चात निर्धारित वा.मू. 13500 रूपये किया गयां नगर आयुक्त ने बताया कि उक्त जी.आई.एस. समाधान दिवस प्रत्येक शुक्रवार को आयोजित करते हुए जी.आई.एस. के सभी प्रकरणो का निस्तारण कराये जाने तक जारी रखा जायेगा।

जोनवार प्राप्त आपत्तियां तथा निस्तारण

जोन –        प्राप्त आपत्तियां                  निस्तारित
जोन-1            6                                        6
जोन-2          10                                       10
जोन-3 –         5                                         5
जोन-4 –         2                                         2
जोन-5 –       10                                        10
जोन-6          11                                         11
जोन-7          20                                      20
जोन-8          11                                        11
योग –             75                                       75

महापौर के निर्देश, तत्काल अवैध कूड़ा पडावघरों हटाए

महापौर सुषमा खर्कवाल द्वारा लगातार नगर में योजनाओं के सफल क्रियान्वयन, नगर निगम द्वारा दी जा रही सुविधाओं को गति प्रदान करने एवं साफ सफाई इत्यादि व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से सुनिश्चित कराए जाने के उद्देश्य निरीक्षण किया जा रहा है।उसी क्रम में आज ज़ोन 04 क्षेत्र के रफी अहमद किदवई वार्ड, पेपरमिल वार्ड एवं गोमतीनगर वार्ड का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए।
निरीक्षण के क्रम में सर्वप्रथम महापौर द्वारा आज प्रातः जोन 04 के रफ़ी अहमद किदवई वार्ड का निरीक्षण किया गया।जहां के दयाल चौराहा पर अवैध रूप से लग रहे ठेले ठिलिया पाए जाने पर उन्होंने ज़ोनल अधिकारी संजय यादव एवं जोनल सेनेटरी अधिकाती पंकज शुक्ला पर नाराजगी व्यक्त कर उक्त कृत्य पर आपत्ति जाहिर की और गाड़ी से उतर कर स्वयं ही 04 ठेलिए जप्त कराई।उक्त के अतिरिक्त जोनल क्षेत्र में चिन्हित किये गए कूड़ा पड़ाव घर के अलावा अन्य जगहों पर अवैध कूड़ा पड़ावघर पाये जाने पर आपत्ति जताते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाए जाने के निर्देश दिए और भविष्य में इस प्रकार के अवैध कूड़ा पड़ाव घर पाए जाने की स्थिति में कार्यवाही किये जाने की चेतावनी दी। इसी के साथ महापौर महोदया जी द्वारा उक्त वार्डाे के पड़ाव घर का भी निरीक्षण किया जहां पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त पाई।

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