-शताब्दी वर्ष पर पुलिस मुख्यालय गोमतीनगर विस्तार में किया गया एक समारोह का आयोजन, याद किये गए अटल जी
-डीजीपी सहित तमाम पुलिस अफसरों नें किया उनके चित्र पर माल्यार्पण
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REPORT BY: AAJNATIONAL NEWS ||AAJNATIONAL NEWS DEASK
लखनऊ।पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी की जयन्ती के शताब्दी वर्ष पर पुलिस मुख्यालय में गोमतीनगर विस्तार में एक

समारोह का आयोजन किया गया।इस समारोह में डीजीपी प्रशान्त कुमार नें भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण किया। वही मौके पर मौजूद अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों नें उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।समारोह को सम्बोधित करते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार नें कहा कि आज हम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के शताब्दी वर्ष पर उनके महान व्यक्तित्व और विचारधारा को याद कर रहे हैं। वे केवल एक राजनेता ही नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र के प्रहरी और राष्ट्रीय अस्मिता के प्रतीक थे। उनके विचार हमें सेवा, न्याय और ईमानदारी के लिए हमेशा प्रेरित करते हैं।उन्होंने कहा कि मान्यनीय अटल जी का मानना था कि एक मजबूत राष्ट्र ईमानदारी और न्याय की नीव पर खड़ा होता है और इन मूल्यों के लिये उन्होने सदैव अपने सार्वजनिक जीवन में संघर्ष किया। उन्होने अपने प्रधानमंत्री रहते हुये बहुत सारे ऐसे कृत्य किये जो कि मील के पत्थर साबित हुये, उनमें से 1998 का परमाणु परीक्षण और कारगिल युद्ध के दौरान जो हमें विजय 1999 में मिली, वह उनके नेतृत्व में ही प्राप्त हुयी। हम जो सड़को का जाल देख रहे है, “स्वर्ण चतुर्भुज” की परिकल्पना भी उन्होंने कि थी।डीजीपी प्रशांत कुमार नें कहा कि सार्वजनिक जीवन के दौरान उन्होने उत्तर प्रदेश से ही सांसद के रूप में लम्बे समय तक देश को अपनी सेवाए दी और राजधानी का प्रतिनिधित्व अनेकों बार किया।उनकी सेवाओं को देखते हुये वर्ष 2015 में इन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया। एक राजनेता के साथ-साथ अटल जी सरल हृदय व्यक्ति भी थे, उनकी अनेक रचनाएं हम लोगों ने सुनी भी है, पढ़ी भी है और विभिन्न प्लेटफार्म पर उनके साथी विस्तृत चर्चा भी करते है।
अटल जी की करूणा प्रधान नेतृत्व शैली सामुदिायिक पुलिसिंग की दिशा में करती है प्रेरित
डीजीपी नें कहा कि अटल जी नें कहा कि पुलिस के लिये उन्होने यह सन्देश दिया था कि कानून को निष्पक्षता और निर्भिकता से लागू करे तथा जनता के विश्वास को बनाये रखे उनके करूणा प्रधान नेतृत्व शैली हमे सामुदिायिक पुलिसिंग की दिशा में प्रेरित करती है, जहाँ नागरिको के चिन्ताओं को समझते हुये उनके सहयोगी के रूप में काम किया गया, वे आधुनिकीकरण के समर्थक थे, जो परम्पराओं का सम्मान करते हुये तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देते हुये, उनके बताये हुये ऐसे अनेकों चींज जिनका अनुश्रवण विभिन्न विभागों ने किया उसमे पुलिस विभाग भी शामिल है।आज उनके बताये हुये रास्ते पर हम लोग चल रहे है।
अटल जी के सिद्धान्तों को अपना कर पुलिस बल कर रहा उनकी बिरासत का सम्मान
डीजीपी प्रशांत कुमार नें कहा कि अटल जी का यह भी कथन है कि जीत और हार जीवन का हिस्सा है, जिसे सन्तुलित दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिये तथा विपरीत परिस्थितियों में सामूहिक प्रयास और धैर्य के साथ कार्य करना चाहिये उनके सिद्धान्तों को अपना कर पुलिस बल उनकी बिरासत का सम्मान करता है और समाज को अधिक सुरक्षित, सम्मानित और सशक्त बनाने की दिशा में हम लगातार अग्रसर है। आज उनके जयन्ती के शताब्दी वर्ष गाँठ पर हम सभी को उनके आर्दशों से प्रेरणा लेकर संकल्प लेना चाहिये कि हम अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करेंगे। हमारा लक्ष्य होना चाहिये कि हम उत्तर प्रदेश को ऐसा राज्य बनायेगें जहाँ पर हर नागरिक सुरक्षित, सम्मानित, सशक्त महसूर करें।
सशक्त सम्बृद्ध और धर्म निरपेक्ष्य समाज के निर्माण का डीजीपी नें लिया संकल्प
डीजीपी नें कहा कि आईये हम सब अटल जी के बताये मार्ग पर चलते हुये एक सशक्त सम्बृद्ध और धर्म निरपेक्ष्य समाज के निर्माण की दिशा में कार्य करे।डीजीपी नें इस मौके पर सभी पुलिसजनो को भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी की ज्यन्ती पर हार्दिक शुभकामनाएं भी दी।