-नगर निगम के भवन में होगा मेयर कक्ष, पार्षद कक्ष, कॉन्फ्रेंस हॉल,बिल्डिंग में होंगे फायर और सेफ्टी एलार्म
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REPORT BY: MUKESH JAISWAL||AAJNATIONAL NEWS DEASK
वाराणसी। वाराणसी नगर निगम के सदन भवन निर्माण के लिए फंड का इंतजार है। इसका मॉडल बनकर तैयार हो गया है। इसे मेयर अशोक कुमार तिवारी के कक्ष में रखा गया है। सदन भवन नगर निगम परिसर में ही बनाया जाएगा। इसमें काशी की संस्कृति और बाबा विश्वनाथ की झलक दिखाई देगी। 90 करोड़ की लागत से 70 हजार स्क्वायर फीट में इसका निर्माण होगा।वाराणसी नगर निगम के सदन भवन का मॉडल बनकर तैयार हो गया है। सदन में बाबा विश्वनाथ की झलक झलक दिखाई देगी। नगर निगम का सदन 90 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। सात मंजिल वाली इस बिल्डिंग में फायर और सेफ्टी एलार्म होंगे। हाईटेक कंट्रोल रूम इस परिसर की निगरानी की जाएगी। सदन भवन में मेयर कक्ष, पार्षद कक्ष, कॉन्फ्रेंस हॉल होगा। इसमें 300 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसमें अंडरग्राउंड पार्किंग, प्रशासनिक भवन, पशुपालन विभाग, इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य, पुलिस चौकी, सचिव दफ्तर होंगे।नगर निगम के पास बनने वाले सदन से काफी सहूलियत होगी। यहां पर हरियाली का विशेष ध्यान रखा गया है। परिसर के चारों ओर पौधरोपण कराया जाएगा। सोलर पैनल से इस पूरे परिसर को लैस किया जाएगा।मेयर अशोक कुमार तिवारी ने कहा कि सदन के भवन का निर्माण कराने के लिए शासन से फंड की डिमांड की गई है। फंड मिलते ही काम शुरू कराया जाएगा। इसके लिए मातहतों को रिमाइंडर भेजने का निर्देश दिया गया है।
काशी में तैयार किए जाएंगे जूनियर वैज्ञानिक
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री काशी विज्ञान क्रांति की शुरुआत की जाएगी। इस योजना से उन बच्चों काे प्रोत्साहन मिलेगा जिन्हें विज्ञान में रुचि होती है लेकिन कुछ खास नहीं कर पाते। इसके लिए जल्द ही विज्ञान क्लब का गठन कर प्रस्ताव भेजा जाएगा। छात्रों को इसका पूरा लाभ मिलेगा। जिले के माध्यमिक विद्यालयों में जूनियर वैज्ञानिक तैयार किए जाएंगे। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से विद्यार्थियों में नवाचार की प्रतिभा तलाशने के लिए जिले में प्रधानमंत्री काशी विज्ञान क्रांति (पीएमकेवीके) की शुरुआत की जाएगी। विज्ञान में रुचि लेने वाले विद्यार्थियों को नवाचार के लिए प्रेरित करने के साथ ही आर्थिक मदद भी दी जाएगी। स्कूल के बच्चों में वैज्ञानिक नवाचार की प्रतिभा को तलाशने के लिए अब नए सिरे से काम किया जाएगा।इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक की निगरानी में विज्ञान क्लब का गठन किया जाएगा। विज्ञान में रूचि लेने वाले नए-नए आधुनिक उपकरणों की खोज करने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहन के लिए वैज्ञानिक कोष से आर्थिक मदद भी दी जाएगी। इस योजना का खाका तैयार करने के लिए जिले के राजकीय विद्यालय पीएमश्री क्वींस इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अमित श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रधानाचार्य ने बताया कि बच्चों में नवाचार की प्रतिभा की पहचान करने के लिए प्रशासन ने पीएमकेवीके का प्रस्ताव मांगा है। जिसके तहत वैज्ञानिक, नवाचार के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले विद्यालयों के शिक्षकों को शामिल कर विज्ञान क्लब का गठन किया जाएगा। प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए वैज्ञानिक कोष भी बनाया जाएगा, जिससे बच्चों को आर्थिक मदद दी जाएगी। माह में दो बार प्रदर्शनी लगेगी। जिला विद्यालय निरीक्षक अवध किशोर सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों में नई खोज को प्रेरित करने के लिए जिलाधिकारी ने पीएमकेवीके का प्रस्ताव मांगा है। जल्द ही विज्ञान क्लब का गठन कर प्रस्ताव भेजा जाएगा। छात्रों को इसका पूरा लाभ मिलेगा।
ओडिशा की काली और महाराष्ट्र की लाल मिट्टी से गंजारी स्टेडियम में बनेंगी पिचें
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम गंजारी की पिच ओडिशा की काली और महाराष्ट्र की लाल मिट्टी से बनेगी। मुख्य मैदान में नौ जबकि बी में पांच पिच का निर्माण होगा। स्टेडियम का निर्माण कार्य 42 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। गंजारी स्टेडियम में पांच पिच बनाई जाएगी। इसके निर्माण में ओडिशा की काली और महाराष्ट्र की लाल मिट्टी का इस्तेमाल किया जाएगा। स्टेडियम का निर्माण कार्य 42 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को अगले साल गंजारी में अंतरराष्ट्रीय मैच देखने को मिलेंगे। फरवरी अंत तक दर्शकों के बैठने के लिए सीट लगाने का काम पूरा हो जाएगा। साल के अंत तक स्टेडियम का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। यूपीसीए के प्रोजेक्ट निदेशक सरोज शुक्ल ने बताया कि स्टेडियम में 30 हजार दर्शक बैठ सकेंगे। मैच के दौरान होने वाले कचरे से निपटने की भी योजना बनाई गई है। कचरे से निपटने की जिम्मेदारी भी स्टेडियम की होगी।यूपीसीए सचिव अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि पिच निर्माण में काली और लाल मिट्टी का प्रयोग किया जाएगा। 2026 में यहां अंतरराष्ट्रीय मैच कराने की योजना है।
महिला का शव मिलने से सनसनी, हत्या कर लाश फेंके जाने की आशंका
बड़ागाव थाना अंतर्गत एक महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस लोगों से पूछताछ कर शव की पहचान कराने में जुटी रही, लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी। बड़ागांव थाना क्षेत्र के अहरक नहर पुलिया के समीप शुक्रवार सुबह एक अज्ञात महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई। देखने में प्रतीत हो रहा है कि महिला की हत्या करने के बाद उसका शव फेंका गया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद बड़ागांव पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के द्वारा आसपास के लोगों से महिला की शिनाख्त कराने की कोशिश की गई लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी।जानकारी अनुसार, अहरक पश्चिम पुर गांव के ग्रामीण शुक्रवार की सुबह नहर की तरफ टहलने के लिए गए। इस दौरान सातोंमहुआ-मंगारी मार्ग के किनारे नहर पुलिया के समीप करीब 60 वर्षीय महिला का शव देखकर लोग हैरान रह गए।मौके पर जुटी भीड़ में से किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर थानाध्यक्ष बड़ागांव अतुल कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम बुलाई गई। मामले को लेकर छानबीन की जा रही है।
डाॅक्टरों ने प्रधानमंत्री को भेजा पत्र जिला अस्पताल के CMS को हटाया जाने को लेकर की मांग
जिला अस्पताल में सीएमएस को हटाने की मांग को लेकर शुक्रवार को डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ पीएमओ पहुंच गए। पीएम के नाम एक पत्रक साैंपते हुए उन्होंने कार्रवाई की मांग की है। कहा कि मरीजों और तीमारदारों को सुविधाएं ठीक से नहीं मिल पा रही हैं। दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में सीएमएस को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे डॉक्टरों ने पीएम के संसदीय कार्यालय के माध्यम से प्रधानमंत्री को पत्र भेज कर न्याय की गुहार लगाई है।पत्र में डॉक्टरो ने बताया कि सीएमएस के द्वारा अस्पताल के डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार करने के साथ ही मरीज और तीमारदारों की सुविधाओं का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। बारह दिन पहले 73 स्वास्थ्य कर्मियों (डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टॉफ) की ओर से हस्ताक्षर युक्त पत्रक जिलाधिकारी सहित अन्य उच्चाधिकारियों को दिया गया था।
इसकी एक प्रति प्रधानमंत्री कार्यालय को भी भेजी गई थी। आंदोलन को लेकर संघर्ष समिति का भी गठन किया गया है। सदस्यों ने पीएम को भेजे पत्र में बताया है कि संघर्ष समिति के प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि नाै जनवरी से वीआईपी ड्यूटी का बहिष्कार कर दिया गया था साथ ही हर पांचवें दिन एक-एक सेवाओं का बहिष्कार किया जाएगा। इसमें अगले चरण में पीएम ड्यूटी, वार्ड ड्यूटी एवं दो घंटे के ओपीडी का बहिष्कार किया जायेगा। समिति के सदस्यों ने यह भी बताया कि जिला अस्पताल अपने चिकित्सा के सभी मापदण्डों पर उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है। राष्ट्रीय स्तर की कमेटी द्वारा इस चिकित्सालय का मूल्यांकन करके उत्कृष्टता का प्रमाणपत्र दिया गया। चिंता की बात यह है कि इस समय पिछले डेढ़ वर्षों से प्रदेश के 32वें स्थान पर आ गया है। समिति के सदस्यों में डॉक्टर पीके सिंह, राजेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ. प्रीतेश जायसवाल, राकेश कुमार सिंह आदि ने प्रधानमंत्री से तत्काल प्रभाव से सीएमएस को हटाने की मांग की है।