LUCKNOW_CRIME : सोनार के मुंशी से छ: लाख 80 हजार की लूट से हड़कंप,क्लिक करें और भी खबरें

क्राइम ब्रांच का बताकर लुटेरों ने दिया वारदात को अंजाम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तलाश जारी

लखनऊ। वर्तमान समय देखा जाये तो पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ में अपराध की बाढ़ आ गयी है। लगातार हत्या लूट जालसाजी व दुराचार जैसे संगीन मामलों से पूरा शहर खौफ जदा है। ताजा मामला विकासनगर इलाके का है जहां पर शुक्रवार को दिन-दहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने सोना व्यापारी के मुंशी से छ: लाख अस्सी हजार रूपए लूट लिए हालांकि इस मामले में पुलिस की माने तो पीड़ित ने घटना का विरोध नहीं किया और उसका कहना है कि लुटेरों ने क्राइम ब्रांच का बताकर वारदात को अंजाम दिया है जिसकी वजह से उसने कोई विरोध नहीं किया। फिलहाल पुलिस की कई टीमें सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लूट की घटना का पर्दाफास करने का प्रयास कर रही है। पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।

विकासनगर थाना प्रभारी आलोक सिंह ने बताया कि राकेश अग्रवाल और पंकज अग्रवाल की चौक  में आनंदी ज्वैलर्स है। मूलरूप से हरदोई निवासी अमित सैनी ज्वैलरी शॉप में मुंशी का काम करता है। शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे वह विकासनगर सेक्टर चार में रहने वाले एक परिचित के यहां सर्राफ की रकम लेने आया था। करीब 6 लाख 80 हजार रुपये लेकर वह बाइक से लौट रहा था।

अमित के मुताबिक, कुछ दूर चलने पर बाइक सवार दो लोगों ने उसे ओवरटेक कर रोक लिया और पिछली सीट पर बैठा बदमाश उसके करीब आकर रुपयों से भरा बैग छीनने लगा। अमित ने विरोध किया तो उसने असलहा सटा गोली मारने की धमकी दी। इस पर अमित डर गया और बैग उसे दे दिया। वह कुछ समझ पाता, इससे पहले ही बाइक सवार बदमाश फरार्टा भरते हुए कुछ ही पलों में आंखों से ओछल हो गए। इसके बाद उसने शोन मचाना शुरू किया तो भीड़ एकत्र  हो गयी। पूछने पर उसने लूट हो जाने की बात बताई। दिन-दहाड़े पॉश इलाके में लूटकांड से इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों ने फौरन पुलिस को सूचना दी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने खोजबीन शुरू की, लेकिन बदमाशों का कोई भी सुराग उसके हाथ नहीं लग सका। पुलिस का कहना है कि पीड़ित की तहरीर पर केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। वहीं पुलिस को कुछ इनपुट हाथ लगे हैं वह जल्द ही लुटेरों को दबोचने में कामयाब हो सकती है।

टेंडर दिलाने के नाम पर 19 लाख ठगे

पूर्व सैनिक के साथ 19 लाख रुपए की ठगी हुई। एक समाज सेवी संस्था चलाने वाले युवक ने एचडीएफसी बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर ठगी को अंजाम दिया। पहले पत्नी की बीमारी के नाम पर नौ लाख रुपए लिए। उसके बाद सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए हड़प लिए। पीड़ित की शिकायत पर गोमतीनगर थाना पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। हरियाणा गुरुग्राम निवासी पीड़ित पूर्व सैनिक तेजपाल ने बताया कि विवेक शर्मा सीसी कैमरा और कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम करता था। वह पांच-छह सालों से उनके आॅफिस में मेंटीनेंस का काम कर रहा है।
विवेक शर्मा ने बताया कि उसका दोस्त मनोज सिंह अपूर्ण मानव सेवा संस्थान का मालिक है। मनोज सिंह की पत्नी गम्भीर बीमारी से ग्रस्त है। उसके इलाज के लिए डॉक्टर ने 15 से 20 लाख रुपए का खर्च बताया है। मनोज सिंह को नौ लाख रुपए की जरूरत है। उसके कहने पर मनोज को नौ लाख रुपए दे दिए। जिसके बदले मनोज ने दो चेक बैंक पंजाब नेशनल बैंक और दो चेक बैंक आॅफ बड़ौदा के पोस्ट डेटेड चेक दिए।

मनोज के कहे अनुसार एक माह बाद बैंक ऑफ बडोदा का चेक खाते में लगाया, तो बाउंस हो गया। मनोज ने बताने पर उसने कहा- पत्नी की बीमारी ठीक होने पर भुगतान कर दूंगा। पीड़ित का आरोप है कि भुगतान न होने पर मनोज सिंह के आॅफिस गया। जहां उसने कहा- आप अपनी कम्पनी सुलेखा इंटरप्राइजेज को सरकारी टेंडर दिलवा दूंगा। मेरी कंपनी मैन पावर एण्ड सिक्योरिटी का कार्य करती है। इसलिए मैं उसकी बातों में आ गया। इसके बाद उसने विभूति खंड स्थित एचडीएफसी बैंक के प्रबंधक वरूण श्रीवास्तव और ब्रांच हेड राहूल सिन्हा से मिलवाया। उन लोगों ने श्रीट्रन इंडिया लिमिटेड और एपटून पावरट्रानिक्स लिमिटेड में मैन पावर एण्ड सिक्योरिटी का टेंडर दिलवाने का आश्वासन दिया। साथ ही कहा- इनके बैंक खाते हमारे यहां हैं। इनके प्रबन्ध निर्देशक से हमारी सीधे बात होती है।जिसके  बदले इन लोगों ने दस लाख रुपए ले लिए। साथ ही सिक्योरिटी के नाम पर आईसीआईसीआई बैंक के तीन चेक दिए। इसके बाद फर्जी टेंडर कागज दे दिए। जब कंपनी में जाकर बात की तो इसकी जानकारी हुई। विरोध पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी गोमतीनगर इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर विवेक खंड निवासी मनोज कुमार, एचडीएफसी बैंक प्रबंधक वरुण श्रीवास्तव, एचडीएफसी ब्रांच हेड राहुल सिन्हा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बेकाबू वाहन की टक्कर से चाचा-भतीजे की मौत

सैरपुर थाना क्षेत्र में अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार चाचा-भतीजे की मौत हो गई। घटना पल्हरी गांव के पास रैथा रोड पर हुई। हादसे में बाराबंकी के बरवास गांव निवासी हरिश्चंद्र (31) और उनके भतीजे अमन कुमार (16) की मौके पर ही मौत हो गई।हरिश्चंद्र अपने भतीजे अमन और साथी मोनू के साथ बुलेट मोटरसाइकिल से पल्हरी गांव में रिश्तेदार के घर से लौट रहे थे।

पल्हरी मोड़ पर अचानक एक तेज रफ्तार वाहन ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। हादसे में मोनू (32) गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने घटना की सूचना सैरपुर थाने को दी। पुलिस ने घायलों को बीकेटी क्षेत्र के रामसागर मिश्र शौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने हरिश्चंद्र और अमन को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल मोनू को ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है, जहां उनकी स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। मृतक हरिश्चंद्र के पिता श्यामलाल ने बताया कि उनका बेटा कार चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। वहीं अमन कुमार 9वीं कक्षा का छात्र था। प्रभारी निरीक्षक मनोज कोरी के अनुसार, परिजनों की मौजूदगी में दोनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

प्रापर्टी के विवाद में हुई थी हत्या दो गिरफ्तार

पुराने हाईकोर्ट के पास 25 मार्च सुबह मिला शव सीतापुर के रामकोट निवासी कल्लू मिश्रा (40) का था। परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने रविवार देर रात बहराइच निवासी रिश्तेदार बबलू और उसके रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया। उसका कहना है कि 24 मार्च की देर रात फुटपाथ के पास सोते वक्त सिर पर ईट मार कर हत्या कर दी और शव छोड़कर भाग निकले। वजीरगंज इंस्पेक्टर दिनेश मिश्र ने बताया कि कल्लू लखनऊ में दिन में मजदूरी करता था और रात को को पुराने हाईकोर्ट के गेट नंबर 8 के पास सोता था।
25 मार्च की सुबह उसका शव कंबल से ढका मिला था। सिर और चेहरे पर चोट के निशान थे। गुरुवार को सोशल मीडिया से उसकी शिनाख्त हुई।कल्लू के भाई श्याम किशोर मिश्रा ने बताया कि पैतृक संपत्ति के विवाद में बबलू पांडेय और माया प्रकाश मिश्रा ने साजिश के तहत भाई की हत्या कर दी। जिसके आधार पर बहराईच इटहा निवासी बबलू पांडेय और सीतापुर रामकोट निवासी माया प्रकाश को गिरफ्तार किया गया।
माया प्रकाश ने बताया कि जमीन के लालच में हत्या की साजिश रची। जिसके बाद कल्लू को मोबाइल दिलाने के बाहने लखनऊ बुलाया। उसके बाद रिश्तेदार बबलू के साथ मिलकर सीमेंट के ईंट से कूचकर हत्या कर दी।

मुकदमा वापस लेने का दबाव व जबरन यौन शोषण करने का आरोपी गिराफ्तार

बीते  24 फरवरी को पीड़िता द्वारा मुकदमा वापस लेने का दबाव व जबरन यौन शोषण करने का आरोप लगाते हुए दर्ज किये गए मुकदमे में फरार चल रहे आरोपी को सुशान्त गोल्फ सिटी पुलिस ने जनपद अयोध्या स्थित उंसके घर से गिराफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया।
सुशान्त गोल्फ सिटी ने निखिल निषाद निवासी ग्राम सिरसिडां, सरायरासी थाना महराजगंज जनपद अयोध्या के घर दबिश दी गयी तो अभियुक्त निखिल निषाद उपरोक्त घर पर मौजूद मिला जिसको उपरोक्त मुकदमे से अवगत कराते हुये उसे हिरासत में ले लिया गया। जिसे शुक्रवार को जेल भेज दिया गया।

हत्याकांड के फरार दो अन्य आरोपी गिरफ्तार आलाकत्ल बरामद

पुलिस ने शुक्रवार दोपहर काकोरी के बबुरिहा खेड़ा गाँव से पानखेड़ा हत्याकांड के दो अन्य आरोपियों विनीत कुमार (27) पुत्र प्रकाश व अनिल कुमार उर्फ टाडा (35) पुत्र खिलाड़ी निवासी लालताखेड़ा को एक अदद अलाकत्ल चाकू (हंसियानुमा) के साथ गिरफ्तार कर लिया है।दोनों पर दस दस हजार का इनाम घोषित किया गया था।हत्याकांड के तीन आरोपियों को पहले ही न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है।21 मार्च की रात हुए मनोज और रोहित लोधी हत्याकाण्ड को गिरफ्तार पांचों अभियुक्तों ने मिलकर अंजाम दिया था। अभियुक्तों की गिरफ्तारी में पुलिस टीम के आईपी एस अभिषेक दवाच्यां इंस्पेक्टर काकोरी नबाब अहमद उप निरीक्षक मनीष सिंह,अंशुमान कुमार, रणविजय सिंह ,सत्येन्द्र प्रताप सिंह समेत कांस्टेबल गौरव भदौरिया व धीरेन्द्र मौर्या ने सराहनीय भूमिका निभाई।

Aaj National

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